नई दिल्ली: शानदार फार्म में खेल रहे विराट कोहली की कप्तानी और नए कोच अनिल कुंबले के विशाल अनुभव और मार्गदर्शन में टीम इंडिया गुरुवार से वैस्टइंडीज में शुरू हो रही 4 टैस्टों की सीरीज में अनूठा इतिहास बनाने के इरादे से उतरेगी।
भारत का आमतौर पर विदेशी जमीन पर रिकार्ड कोई बहुत अच्छा नहीं रहा है लेकिन इस सीरीज में भारत के पास कैरेबियाई जमीन पर सीरीज जीत की हैट्रिक बनाने का मौका रहेगा। भारत ने वैस्टइंडीज में पिछले 2 दौरों में सीरीज में जीत हासिल की है। वर्ष 1953 से अब तक भारत ने वैस्टइंडीज में कुल 45 टैस्ट खेले हैं जिनमें से उसने 5 जीते हैं, 16 हारे हैं और 24 ड्रा खेले हैं। ओवरऑल भारत ने वैस्टइंडीज के खिलाफ 1948 से अब तक 90 टैस्ट खेले हैं जिनमें से उसने 16 जीते हैं, 30 हारे हैं और 44 ड्रा खेले हैं। भारत इस सीरीज में 4 टैस्ट खेलने के साथ ही अपने कुल टैस्टों की संख्या 499 पहुंचा देगा।
भारत ने पहली बार 1952-53 में वैस्टइंडीज का दौरा किया था। भारत ने कैरेबियाई जमीन पर कुल 10 सीरीज खेली हैं जिनमें उसने 3 सीरीज जीती हैं और 7 सीरीज गंवाई हैं। भारत ने वैस्टइंडीज में पिछली अपनी दोनों सीरीज जीती हैं और इस बार उसका लक्ष्य मौजूदा सीरीज जीतकर कैरेबियाई जमीन पर सीरीज जीत की हैट्रिक बनाना है। टीम इंडिया ने 2006 में वैस्टइंडीज को 4 मैचों की सीरीज में 1-0 से और 2011 में 3 मैचों की सीरीज में 1-0 से हराया था। इससे पहले भारत ने 1971 की ऐतिहासिक सीरीज में अजीत वाडेकर की कप्तानी में 5 मैचों की सीरीज 1-0 से जीती थी। वर्ष 2006 की सीरीज में विश्वसनीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के कप्तान थे जबकि 2011 में कप्तानी महेन्द्र सिंह धोनी के हाथों में थी।
धोनी अब टैस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और टैस्ट टीम की बागडोर विराट कोहली के हाथों में है। भारत ने इसके अलावा 1975-76 में 4 टैस्टों की सीरीज में और वर्ष 2002 में 5 टैस्टों की सीरीज में वैस्टइंडीज में 1-1 मैच जीता था। विराट पर भारी जिम्मेदारी रहेगी कि वह अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को वैस्टइंडीज में सीरीज जीत की हैट्रिक दिलाएं।
धीमी पिचों पर बल्लेबाजों को दिखाना होगा संयम : रहाणे
वैस्टइंडीज के खिलाफ 2 अभ्यास मैचों में धीमी पिचों पर खेलने के बाद भारतीय बल्लेबाज अजिंक्या रहाणे का भी मानना है कि मुख्य सीरीज में भी टीम को इसी तरह की पिचों पर खेलना होगा जिसके लिए वे तैयारियों में जुटे हैं।
भारतीय टीम ने ड्रा रहे 2 अभ्यास मैचों के बाद नेट पर भी जमकर अभ्यास किया और खिलाडिय़ों ने विभिन्न संयोजन में खेलते हुए 21 जुलाई से यहां वैस्टइंडीज के खिलाफ शुरू होने जा रहे 4 टैस्टों की सीरीज के पहले मैच के लिए अपनी तैयारियों को परखा।
वैस्टइंडीज पर बड़ी जीत से अंक बचा पाएगा भारत
दुबई चोटी पर काबिज ऑस्ट्रेलिया और दूसरे नंबर की टीम भारत को यदि आई.सी.सी. टीम रैंकिंग में महत्वपूर्ण अंक गंवाने से बचना है तो उन्हें क्रमश: श्रीलंका और वैस्टइंडीज के खिलाफ आगामी टैस्ट शृंखलाओं में अधिक से अधिक मैच में जीत दर्ज करनी होगी।
वैस्टइंडीज 4 टैस्ट मैचों की शृंखला के लिए भारत की मेजबानी करेगा जिसका पहला मैच गुरुवार से एंटीगा में शुरू होगा जबकि ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच 3 टैस्ट मैचों की शृंखला खेली जाएगी जिसका पहला मैच 26 जुलाई से पल्लेकल में होगा। भारत 8वें नंबर पर स्थित वैस्टइंडीज से 44 अंक आगे है जबकि ऑस्ट्रेलिया को 7वें नंबर के श्रीलंका पर 33 अंक की बढ़त हासिल है। ऐसी स्थिति में यदि भारत और ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला जीतने में नाकाम रहते हैं तो उन्हें अंक गंवाने पड़ेंगे।
भारत के अभी 112 अंक हैं और यदि उसे इन्हें बरकरार रखना है तो शृंखला 3-0 से जीतनी होगी। 3-1 या 2-0 से जीत पर भारत के 110 अंक रह जाएंगे। दूसरी तरफ वैस्टइंडीज की 3-1 या 2-0 से जीत पर उसके 79 अंक हो जाएंगे और भारत के केवल 98 अंक रह जाएंगे।
इसी तरह से ऑस्ट्रेलिया को वर्तमान में अपने 118 अंकों पर बने रहने के लिए श्रीलंका को 2-0 या इससे बेहतर अंतर से हराना होगा। इसके उलट यदि श्रीलंका 1-0 से भी जीत दर्ज कर लेता है तो उसे 7 अंक मिलेंगे और उसके 92 अंक हो जाएंगे जबकि स्टीवन स्मिथ की टीम के 111 अंक ही रह जाएंगे।
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