वियतनाम लड़ाई से भागकर आ गए थे जंगल
जानकारी मुताबिक पिता हो वान 1975 के वियतनाम वार के समय जान बचाने के लिए 2 साल के बेटे को लेकर जंगल में चले गए थे। तब से दोनों जंगल में रह रहे थे। इन बाप-बेटों की कहानी किसी फिल्म की तरह लगती है। इस लोगों ने ट्री हाउस बनाया है, शेर की खाल पहनी है और चूहों का डिनर बनाकर खाते हैं। इनका बाहरी दुनिया के किसी भी आदमी से पिछले चार सालों से कोई कॉन्टैक्ट नहीं है। दोनों एक झोपड़ी में रहते थे और पेड़ों की खाल से बने कपड़े पहनते हैं।
फोटोग्राफर ने की बाप-बेटों की खोज
इन दोनों बाप-बेटों की खोज मशहूर फोटोग्राफर अलवारो सिरेजो ने 2013 में की थी, जो जंगल में फोटोग्राफी करने गए थे। इसी दौरान उन्होंने इन दोनों की फोटो अपने कैमरे में कैद कर ली। उन्होंने देखा कि इंसान होकर जानवरों की तरह जंगलों में रह रहे हैं। फिर उन्होंने वहां के वन अफसरों और लोगों को इसकी जानकारी दी। अपने ब्लॉग में अल्वारो ने लिखा कि लांग वापिस जाने को लेकर काफी उत्साहित है। मुझे उसके साथ उसके वातावरण में रहना काफी अच्छा लगा। मुझे लांग बिल्कुल बच्चे जैसे लगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें