शनिवार, 30 जुलाई 2016

केवल मर्द ही नहीं, बंदर भी करते हैं महिलाओं से फ्लर्ट…

जेनेवा: आपने अभीतक मर्दों को ही महिलाओं को लाइन मारते देखा होगा लेकिन क्या कभी आपने किसी बन्दर को महिलाओं को पसंद करते देखा है। जी हां, अफ्रीका में बंदरों की एक ऎसी प्रजाति की जानकारी मिली है जो महिलाओं की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं। इस बात की जानकारी एक शोध के बाद पता चल सकी है।

महिलाओं की तरफ आकर्षित होते हैं बन्दर


मिली जानकारी के अनुसार, अफ्रीका में वर्वेट नाम की एक ऐसी प्रजाति के बारे में पता चला है जो महिलाओं की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं। इस प्रजाति के बन्दर न सिर्फ महिलाओं की तरफ आकर्षित होते हैं बल्कि महिलाओं को भी रिझाने की कोशिश करते हैं।

एक अध्ययन से पता चला है कि ये बन्दर महिलाओं को देखकर ज्यादा आकर्षित होते हैं जो उन्हे रिझाने का प्रयास भी करते हैं। मिली जानकारी के अनुसार, अगर महिलाएं इन्हें कुछ सिखाती हैं तो यज उस कला को जल्दी सीख जाते हैं।

न्यूचैटेल विश्वविद्यालय, स्विट्जरलैंड के बायोलॉजिस्ट एरिका वैन डे तथा उनके साथियों ने इस बात पर शोध किया है। उन्होंने अफ्रीका जाकर इन वर्वेट बंदरों की 2 टीम बनाई, प्रत्येक टीम में 3 बंदर थे, एक टीम को एक पुरुष यह सीखा रहा था कि एक साधारण डिब्बा कैसे खोला जाता है और दूसरी टीम को एक महिला यही चीज सीखा रही थी।

बंदरो को यह डिब्बा खोलने का प्रयोग 25 बार कराया गया और यह रिजल्ट निकला की जिस टीम को महिला सीखा रही थी, उस टीम के बंदर अच्छे से सीख चुके थे परंतु पुरुष की टीम के बंदर अधिक मेहनत करने के बाद ही डिब्बा नहीं खोल पा रहें थे।

इस प्रयोग से यह सिद्ध हो ही जाता है कि सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि बंदर भी महिलाओं को रिझाने के लिए पुरुषों की लाइन में ही खड़े हैं। अब देखना यह है कि महिलाएं किसकी ओर आकर्षित होती हैं।

आज भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा टेस्ट मैच होगा शुरू

भारत और वेस्टइंडीज की क्रिकेट टीमों के बीच जारी चार मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच शनिवार से यहां के सबीना पार्क मैदान पर खेला जाएगा। पहले टेस्ट मैच में उपमहाद्वीप के बाहर सबसे बड़ी जीत हासिल करने के बाद भारत की नजर दूसरे टेस्ट मैच को जीतकर श्रृंखला में अपनी बढ़त दो गुनी करने की होगी।

एंटिगा में खेले गए चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को पारी और 92 रनों से हराकर 1-0 की बढ़त बना ली है। वहीं, अपने घर में चारों खाने चित्त पड़ी वेस्टइंडीज की कोशिश मैच जीत श्रृंखला में वापसी करने की होगी, जो उसके हालिया फॉर्म को देखते हुए काफी मुश्किल नजर आ रहा है।

पहले मैच में न ही उसके बल्लेबाज चले और न ही गेंदबाज। एंटिगा में क्रैग ब्राथवेट ने बल्ले से और लेग स्पिनर देवेन्द्र बीशू ने गेंद से जरूर प्रभावित किया था, लेकिन इन दोनों के अलावा कोई और खिलाड़ी भारतीयों के सामने टिक नहीं सका था। टीम में इस साल अंडर-19 विश्व कप जीत का हिस्सा रहे अलजारी जोसेफ को शामिल किया गया है। वह अंतिम एकादश में जगह बना सकते हैं।

यह मैच भारतीय समयानुसार रात 8.30 बजे बजे शुरू होगा। इसका प्रसारण टेन स्पोर्ट्स-3 औन टेन स्पोर्ट्स-3 एचडी पर होगा।

शुक्रवार, 29 जुलाई 2016

राजपाल यादव की मुश्किलें बढ़ी, SC ने दिया 6 दिन जेल भेजने का आदेश

फिल्म बनाने के नाम पर एक व्यवसायी से पैसा लेने के बाद कर्ज न चुकाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म अभिनेता राजपाल यादव को शुक्रवार को जमकर फटकार लगाई. अदालत ने राजपाल से तुरंत आत्मसमर्पण करने के साथ ही बाकी बची 6 दिन की जेल की सजा पूरी करने के भी आदेश दिए.

इससे पूर्व मंगलवार को भी सुप्रीम कोर्ट ने राजपाल को फटकारने के साथ पूछा था कि वे शुक्रवार तक जवाब दें कि कब तक कर्ज चुकाएंगे. सर्वोच्च अदालत ने राजपाल से यह भी कहा था कि आपको छह दिन की जगह छह माह की जेल होनी चाहिए.

सुप्रीम कोर्ट ने राजपाल पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि आपने न्यायिक प्रक्रिया को मजाक समझ लिया है. आपको दिखाएंगे कि अदालत की ताकत क्या होती है.

दरअसल अभिनेता राजपाल यादव ने 'अता पता लापता' नाम की फिल्म बनाने के लिए मुरली प्रोजेक्ट्स नाम की कंपनी से पांच करोड़ रुपये का कर्ज लिया था.

कर्ज के पैसे नहीं चुकाने पर कंपनी ने दिल्ली हाई कोर्ट में राजपाल यादव के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया. कोर्ट में बार-बार कर्ज की रकम चुकाने को लेकर राजपाल टालमटोल कर रहे थे.

गुरुवार, 28 जुलाई 2016

60 वर्ष की उम्र तक हर दूसरी महिला यौन क्रिया में संलग्न रहती है।




मैथुन करते समय स्त्री की यौनि और छाती के अलावा नाक का भीतरी भाग भी फ़ूल जाता है।
2) मानव को यौवन की चरम अवस्था 17-18 वर्ष की आयु में प्राप्त हो जाती है।
3) एक बार के संभोग में पुरुष की 100 केलोरी दहन होती है।
4) आधी से ज्यादा महिला 60 की उम्र के बाद भी यौन-क्रिया में संलग्न रहती है।
5) एक बार के संभोग में जो वीर्य स्खलित होता है उसमें 2 से 5 मिलियन शुक्राणु होते हैं।
6) यौन क्रिया की चरम अवस्था (ओर्गास्म) के समय स्त्री-पुरुष दोनों की हृदय की धडकन 140 प्रति मिनिट हो जाती है।
7) स्त्रियां औसतन अपने पूरे जीवन में ढाई हजार से भी ज्यादा बार सेक्स करती हैं।
8) 40 वर्ष तक के पुरुषों के लिंग मैथुन के वक्त सिर्फ़ 50 सेकंड में खडे (इरेक्टेड) हो जाते हैं।
9) 35% पुरुष और ज्यादा बार संभोग की इच्छा रखते हैं जबकि 30% प्रतिशत महिलाएं रजामंद होती हैं।
10) 18% पुरुष काम के समय ( आन ड्युटी) भी संभोग कर लेते हैं।
11) करीब 75% पुरुष प्रविष्ट करने के बाद तीन मिनिट में स्खलित हो जाते हैं।
12) पांच प्रतिशत युवा प्रतिदिन संभोग करते हैं जिसमे ग्रामीण युवाओं का प्रतिशत अधिक है। जबकि 20% युवा सप्ताह में तीन से चार बार सेक्स करते हैं। बाकी 1 से 2 सप्ताह में करते है।
13) सेक्स के बाद एक घंटे में शुक्राणु 7 इंच तक आगे बढ़ सकता है।
14) अधिकांश स्त्रिया पुरुष की खूबियों का आकलन करने में लिंग की साईज को नवें पायदान पर रखती हैं जबकि पुरुष लिंग की साईज को ज्यादा महत्व देते हुए तीसरे पायदान पर रखते हैं।
15) यौन विशेषज्ञों का मत है कि सेक्स की मस्तिष्क प्रशांतक शक्ति “वेलियम” से 5 गुनी अधिक है।
16) टेंशन से मस्तिष्क की रक्त वाहिनिया संकुचित होकर सिर दर्द का कारण बनता है। सेक्स टेंशन को दूर कर सिर दर्द से मुक्ति देता है।
17) एक ड्राईवर पूरे जीवन में औसत 9 बार कार में ही सेक्स का लुत्फ़ लेता है।
18) स्त्री के शरीर में नर शुक्राणु 9 दिन तक जीवित रह सकते हैं।
19) 32% पुरुष शीघ्र पतन की गिरफ़्त में हैं जबकि 15% लोग “तनाव दोष”(इरेक्टाईल डिस्फ़न्क्शन) से पीडित है।
20) 82% महिलाएं अपने साथी के लिंग की साईज से पूर्री तरह संतुष्ट हैं।
21) माईग्रेन से पीडित महिलाएं ज्यादा कामुक मानी जाती हैं।
22) अधिक उम्र की महिला अंधेरे में सेक्स करना पसंद करती है।
23) किसी भी अन्य जगह के बजाय मर्द बिस्तर में ज्यादा झूंठ बोलते हैं।
24) पुरुष अपने सामान्य जीवनकाल में 17 लिटर वीर्य स्खलित करता है।
25) सेक्स सक्रिय लोग संयम से रहने वाले लोगों की अपेक्षा अधिक उम्र जीते हैं।
26) स्त्री की भगनासा मे पुरुष के लिंग की तुलना में दो गुने नाडी तंतु रहते हैं। भगनासा सहलाने से स्त्री तुरंत उत्तेजित हो जाती है।










 



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यहां पर रहते हैं सिर्फ शाकाहारी मगरमच्छ, खाते हैं प्रसाद

तिरुवनन्तपुरम। मरगमच्छ मांसाहारी जीव माना जाता है। अगर आप से कोई कहे कि एक मगरमच्छ ऐसा भी है। जो पूरी तरह से शाकाहारी है। तो आप हैरान हो जाएंगे। लेकिन यह हकीकत है इस शाकाहारी मगरमच्छ को देखने के लिए लोग दूर-दूर से देखने के लिए आते हैं।

इस शाकाहारी मगरमच्छ की खास बात यह है कि यह पूरी तरह से शाकाहारी है और सिर्फ प्रसाद ही खाता है। केरल का अनंतपुर मंदिर ‘बबिआ’ नाम के मगरमच्छ की वजह से जाना जाता है। ये मगरमच्छ अनंतपुर मंदिर की झील में करीब 60 सालों से रह रहा है।

भगवान की पूजा के बाद चढ़ाया गया प्रसाद खाता है बबिआ

भगवान की पूजा के बाद भक्तों द्वारा चढ़ाया गया प्रसाद बबिआ को खिलाया जाता है। मंदिर में प्रसाद खिलाने की अनुमति सिर्फ मंदिर के पुजारियों को ही है। ये नीचे रखा हुआ प्रसाद नहीं खाता, बल्कि प्रसाद इसके मुंह में डालकर खिलाया जाता है।

इस मंदिर में यह मान्यता है कि जब इस झील में एक मगरमच्छ की मृत्यु होती है तो रहस्यमयी ढंग से दूसरा मगरमच्छ प्रकट हो जाता है।

इस मगरमच्छ के बारे में एक कहानी भी मशहूर है कि 1945 में एक अंग्रेज सिपाही ने तालाब में मगरमच्छ को गोरी मारकर मार दी थी और लेकिन अगले ही दिन वही मगरमच्छ झील में तैरता मिला। वहीं उस अंग्रेज सिपाही की सांप के काट लेने से मौत हो गई। माना जाता है कि अगर आप भाग्यशाली हैं तो ही आपको इस मगरमच्छ के दर्शन हो जाते हैं। बताया जाता है कि अभी तक यह शाकाहारी मगरमच्छ किसी पर हमला नहीं किया है।

एक ऐसा शिवलिंग जिसकी ऊंचाई बढ़ती है हर साल

छत्तीसगढ़ की राजधानी से महज 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है गरियाबंद जिला। जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर की दूरी पर बसे ग्राम मरौदा के जंगलों में प्राकृतिक शिवलिंग ‘भूतेश्वर महादेव’ स्थित है। पूरे विश्व में इसकी ख्याति हर वर्ष बढ़ने वाली इसकी ऊंचाई के कारण है।

हर साल राजस्व विभाग इसकी ऊंचाई मापता है। अर्धनारीश्वर इस शिवलिंग को ‘भकुर्रा महादेव’ भी कहा जाता है। भूतेश्वर महादेव की ऊंचाई का विवरण 1959 में प्रकाशित पत्रिका ‘कल्याण’ के तीर्थाक में पृष्ठ संख्या 408 पर है। उसमें इसकी ऊंचाई 35 फीट और व्यास 150 फीट उल्लिखित है। इसमें इसे विश्व का एक अनोखा महान एवं विशाल शिवलिंग बताया गया है।
वहीं 1978 में इसकी ऊंचाई 40 फीट बताई गई। 1987 में 55 फीट और 1994 में फिर से थेडोलाइट मशीन से नापने पर 62 फीट और उसका व्यास 290 फीट मिला। वहीं वर्तमान में इस शिवलिंग की ऊंचाई 80 फीट के आसपास बताई जा रही है।

भूतेश्वर महादेव के स्थानीय पंडितों और मंदिर समिति के सदस्यों का कहना है कि हर साल महाशिवरात्रि के दिन इसकी ऊंचाई और मोटाई मापी जाती है। सदस्यों का कहना है कि हर साल यह शिवलिंग एक इंच से पौन इंच तक बढ़ जाती है।
भकुर्रा महादेव के संबंध में कहा जाता है कि कभी यहां हाथी पर बैठकर जमींदार अभिषेक किया करते थे। भूतेश्वर महादेव के सदस्य केशव सोम का कहना है कि हर वर्ष सावन मास में दूर-दराज से कांवड़िये भूतेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना करने आते हैं। उन्होंने बताया कि हर साल महाशिवरात्रि पर भूतेश्वर महादेव की ऊंचाई नापी जाती है।

वहीं 25 साल से भूतेश्वर महादेव संचालन समिति से जुड़े मनोहर लाल ने बताया कि भूतेश्वर महादेव को भकुर्रा महादेव भी कहते हैं। यह संभवत: विश्व का पहला ऐसा शिवलिंग है, जिसकी ऊंचाई हर साल बढ़ती है। 17 गांवों की समिति मिलकर यहां सेवा कार्यो का संचालन करती है।
भूतेश्वर महादेव सेवा समिति के सदस्य महेश सिन्हा ने बताया कि पहले भूतेश्वर महादेव को तिलक लगाने के लिए सीढ़ी पर मात्र चार-पांच पायदान चढ़ना पड़ता था, लेकिन इस समय इसमें 18-20 पायदान तक चढ़ना पड़ता है।

छत्तीसगढ़ के इतिहास के जानकार डॉ. दीपक शर्मा की मानें तो शिवलिंग पर कभी छूरा क्षेत्र के जमींदार हाथी पर चढ़कर अभिषेक किया करते थे। शिवलिंग पर एक हल्की सी दरार भी है, जिसे कई लोग इसे अर्धनारीश्वर का स्वरूप भी मानते हैं। मंदिर परिसर में छोटे-छोटे अन्य मंदिर भी बना दिए गए हैं।
गरियाबंद निवासी पंडित खड़ानंद दुबे ने बताया कि भूतेश्वर महादेव की लंबाई हर साल बढ़ जाती है। हर साल सावन के सोमवार पर यहां बड़ी संख्या में कांवड़िए पहुंचते हैं। महाशिवरात्रि पर भी यहां मेला लगता है। सावन के पहले सोमवार पर यहां काफी संख्या में कांवड़िए जुटेंगे।

'बेबी डॉल' सनी लियोनी पर बायोपिक, फिल्‍मों की इन हस्तियों की जिंदगी भी दिखी है परदे पर...

बॉलीवुड में प्रवेश के बाद से ही 'बिंदास' रोल्‍स करके युवाओं के दिलों पर राज करने वाली सनी लियोनी का नाम फिर सुर्खियों में हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फिल्‍म निर्माता अभिषेक शर्मा जल्‍द ही भारतीय मूल की इस एक्‍ट्रेस पर बायोपिक बनाने जा रहे हैं और इस फिल्‍म में मुख्‍य भूमिका में 35 वर्षीय केरेनजीत कौर उर्फ सनी लियोनी ही होंगी।

मीडिया में इस बारे में खबर आने के बाद ही इस फिल्‍म को लेकर युवाओं या कहें सनी लियोनी के फैंस की बेताबी बढ़ ही गई। सनी लियोनी के जीवन, उनके संघर्ष पर केंद्रित इस फिल्‍म को ग्‍लेमरस टच देने के लिए इस बॉलीवुड अभिनेत्री का पति डेनियल बेवर के साथ प्रेम प्रसंग भी दिखाया जाएगा। गौरतलब है बॉलीवुड में एंट्री से पहले पोर्न फिल्‍मों में काम कर चुकी सनी लियोनी कनाडा में जन्‍मी भारतवंशी हैं। बॉलीवुड में उनकी फिल्‍मों का युवाओं में काफी आकर्षण होता है।

बॉलीवुड में इन दिनों, हॉलीवुड की तर्ज पर बॉयोपिक (किसी शख्सियत के जीवन पर केंद्रित फिल्‍म) बनाने का प्रचलन बढ़ा है। खेल जगत की बड़ी हस्‍तियों, महान एथलीट मिल्‍खा सिंह, बॉक्‍सर एमसी मेरीकाम, पूर्व क्रिकेटर मो. अजहरुद्दीन के जीवन को दर्शाती फिल्‍मों को दर्शकों ने हाथोंहाथ लिया है। इसी क्रम में टीम इंडिया के वनडे कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक जल्‍द ही आने वाली है। भारतीय फिल्‍म जगत से जुड़ीं कुछ हस्तियां भी बॉयोपिक के लिए निर्माता/निर्देशकों की नजर में हैं।आइये जानते हैं कि हाल के समय में  किन फिल्‍मी हस्तियों की बायोपिक आ चुकी हैं या जल्‍द ही आने वाली हैं।

बुधवार, 27 जुलाई 2016

ये कैटरीना की मांग में किसके नाम का सिंदूर..

बॉलीवुड एक्ट्रैस कैटरीना कैफ की मांग में सिंदूर। जी हां कैटरीना ने अपनी मांग में सिंदुर लगाए देखा गया है। घबराए नहीं, यह किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले हम आपको बता दें कि ये सिंदूर रियल नहीं है।

ये सिंदूर कैटरीना ने अपनी फिल्म बार बार देखो के गाने काला चश्मा में लगाया है। इस गाने का फर्स्ट लुक कुछ दिन पहले ही जारी हुआ था। इस गाने में कटरीना के साथ सिध्दार्थ मल्होत्रा भी हैं। कटरीना इस पूरे गाने में सिंदूर लगाए हुए नजर आएंगी।

‘काला चश्मा’ इस सीजन का हॉट सॉन्ग साबित हो सकता है। ना केवल इसमें कटरीना और सिद्धार्थ की हॉट जोड़ी नजर आएगी बल्कि यह गाना सबके चहेते बादशाह ने गाया है। ऐसा भी हो सकता है कि यह गाना आपको कैटरीना की ‘चिकनी चमेली’ की याद दिला दे। बता दें कि यह फिल्म 27 दिसबंर को रिलीज होने वाली है।

ऐसा मंदिर जहां 5000 हजार साल पुराना शिवलिंग

सावन का महिना भगवान शिव का महिना माना जाता है। इस महीने के सभी सोमवार भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। इसी महीने में भक्त दूर दूर से भगवान शिव के मंदिरों के दर्शन करने के लिए आते हैं। वहीं सभी अपने अपने पसंदीदा नाम से भगवान शिव के नाम का जयकारा लगाते हुए उनके दर्शन के लिए जाते हैं। वहीं आज आपको हम भगवान शिव के 5000 हजार साल पुराने शिवलिंग के दर्शन कराएंगे। इस शिवलिंग को लेकर बहुत सारी कहानियां हैं, वहीं इसके इतने पुराने इतिहास के कारण इसे भगवान महादेव का एक धार्मिक स्थल माना जाता है। जहां की यह मान्यता है की कोई भी सचे मन से अगर कुछ मांगे तो भगवान शिव उसकी झोली भर देते हैं।

भगवान शिव का यह सबसे पुराना शिवलिंग गुजरात के मोसाद के पास एक मंदिर में है। बतादें की यह अनोखा शिवलिंग सन 1940 में एक खुदाई के दौरान मिला था। वहीं जब इसकी जांच की गयी तब यह बात सामने आई की यह शिवलिंग हजारों साल पुराना है। वहीँ इस शिवलिंग के साथ साथ इस खुदाई में और भी बहुत सी चीजे मिली थी। बतादें की भगवान शिव के इस मंदिर को जलेश्वर महादेव का मंदिर कहा जाता है। यह मंदिर पूर्वा नदी के तट पर है, जहां भगवान के दर्शन के लिए लोग दूर दूर से आते हैं।

इस मंदिर में पुरे साल भक्तो का ताता लगा हुआ रहता है। वहीं सावन के महीने में हर रोज मेले जैसा माहौल देखने मिलता है। यहां के गांव वालो से लेकर दूर से दर्शन करने वाले भक्तों का यह मानना है की भगवान शिव ने अपने भक्तो के लिए यहां इस रूप में दर्शन दिया है। वहीं भारत के सभी बड़े शिव भगवान के धामों के बारे में आप जरुर जानते हैं मगर आज के दौर में भी इस मंदिर के बारे में बहुत ही कम भगतो को पता है। यहां भले लोगो का ताता लगा हुआ रहता है मगर ज्यादातर लोग आसपास के गांव के ही होते हैं।

वास्‍तुशास्‍त्र के अनुसार तुरंत हटा दें घर से ये चीजें







बंद घड़ियां
घड़ियों की स्थिति से हमारे घर-परिवार की उन्नति निर्धारित होती है यदि घड़ी टूटी हुई होगी तो परिवार के सदस्यों की उन्नति रुकेगी। काम तय समय में पूरा नहीं हो पाएगा।

खराब या टूटे पेन
घर या ऑफिस में कभी टूटे हुए या बंद पेन नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से करियर  में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

खराब इलेकट्रॉनिक का सामान

घर में यदि कोई इलेकट्रॉनिक वस्तु खराब या टूटी हुई है तो उसे भी घर से हटा देना चाहिए। ये आपके लिए नुकसान का कारण बन सकती है।

टूटे-फूटे बर्तन
ऐसे बर्तन घर में रखने पर महालक्ष्मी नाराज होती है और घर में गरीबी बढ़ती है। टूटे-फूटे और बेकार बर्तन घर में जगह घेरते है,जिससे वास्तु दोष भी उत्पन्न होता है।
टूटा पलंग और टूटे दरवाजे
जीवन में सुख-शांति के लिए जरूरी है कि पति पत्नी का पलंग टूटा हुआ बिलकुल न हो। यदि पलंग ठीक न होगा तो वैवाहिक जीवन में परेशानियां आने की सम्भावनाएं होती है। यदि घर का कोई दरवाजा कहीं से टूट रहा हो तो उसे तुरंत ठीक करवा लेना चाहिए। टूटे दरवाजों से देवी लक्ष्मी कभी भी घर में प्रवेश नहीं करती।

टूटा हुआ कांच
घर में रखा हुआ टूटा हुआ कांच आर्थिक नुकसान का कारण बनता है। साथ ही परिवार के सदस्यों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।

टूटी  तस्वीर
यदि घर में कोई टूटी हुई तस्वीर हो तो उसे भी घर से हटा देना चाहिए। टूटी तस्वीर घर में वास्तु दोष और दुर्भाग्य उत्पन्न करती है।

भगवान की खंडित मूर्ति
कई लोग भगवान की मूर्ति खंडित हो जाने पर भी वे उन्हें घर में रखते है। ऐसा करना परेशनियों का कारण बन सकता है।


'सिया के राम' की सीता पहुंची भोपाल







राजधानी में पली बढ़ी मदिराक्षी ने बताया कि सिया के राम शो ऐसा शो है जिसमें पहली बार कहानी सीता के नजरिये से कही जा रही है, जो अब तक अनदेखा था। कहानी सीता को एक मजबूत और आजाद महिला के रूप में चित्रित करती है। वह समानता और शिक्षा में विश्वास करती हैं और उनका एक निश्चित विचार है। जहां हर कोई सीता की कहानी सीधे स्वयंवर से जानता है वहीं सिया के राम में सीता की कहानी उनके जन्म से दिखाई गई। सीता दृढ़ इरादों और मजबूत दिमाग वाली महिला थीं जो अपनी आवाज उठाने से डरती नहीं थीं।

सीता की भूमिका मेरे लिए चुनौतीपूर्ण
सीता की भूमिका में दर्शकों के दिल जीत रही मदिराक्षी ने अपने गृहनगर भोपाल में आगामी सीक्वेंस की चर्चा करते हुए बताया कि किस तरह सीता के किरदार ने उनकी असल जिंदगी पर असर डाला है। सीता के किरदार के बारे में बात करते हुए मदिराक्षी ने बताया, ‘‘सीता की भूमिका निभाना मेरे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था। सिया के राम के जरिए हमने सीता के व्यक्तित्व का एक बिल्कुल दूसरा पहलू दिखाया है। सीता एक आदर्श महिला थी जो सत्य के साथ खड़ी होती थी। वह दुनिया के सबसे सच्चे अर्थों में राम की अर्धांगिनी थीं। सीता एक आदर्श, बहन, पत्नी और बेटी थीं और कुल मिलाकर वह आज की महिला के लिए प्रेरणा बन कर सामने आती हैं।’’

मदिराक्षी का भोपाल से खास रिश्ता

भोपाल में जन्मी और पली बढ़ी मदिराक्षी का इस शहर से खास रिश्ता है। उन्होंने कहा, ‘‘भोपाल मेरा गृहनगर है। किसी के लिए भी यह गर्व का पल होगा कि वह अपने शहर में आकर अपने शो का प्रमोशन करे। यहां आकर बचपन की कई यादें दोबारा जिंदा हो गईं और मुझे अपना स्कूल जाना और दोस्तों और परिवार के साथ झील पर जाकर मस्ती करना याद आ रहा है। यह भोपाल की संस्कृति है जिसकी वजह से मैं सहजता से सीता बन पाई।’’

सिया के राम रामायण के कई अनछुए पहलुओं को सामने ला चुका है। राम की बहन शांता से रावण की मां कैकसी तक सिया के राम रामायण के कई अनछुए पहलू दिखाता रहा है। इतना ही नहीं, आगामी एपिसोड में हम सीता के व्यक्तित्व का एक बेहद सशक्त पहलू देखेंगे। मदिराक्षी ने बताया कि शुरू से हमें बताया गया है कि राम ने रावण को मारा और अपनी पत्नी सीता को लंका में उसके चंगुल से बचाया। लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि सीता ने भी अपने पति की रक्षा के लिए एक रावण को मारा था।

रावण की मृत्यु के बाद उसकी मां कैकसी ने सहस्त्र रावण का निर्माण किया जो 1000 सिरों और बाहों वाला था और रावण का अधिक शक्तिशाली अवतार था। पहली बार सिया के राम में सीता भद्रकाली का रूप लेंगी और अपने पति की रक्षा के लिए सहस्त्र रावण का वध करती हैं। रामायण का यह हिस्सा शाक्य रामायण में वर्णित है।


शरीर की मुद्राएं बताती हैं, कैसी है लव लाइफ

न्यूयॉर्क !   आप अपने शरीर को विभिन्न मुद्राओं में किस प्रकार संतुलित करते हैं, इससे यह पता चल सकता है कि आपका प्रेममय जीवन कैसा चल रहा है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। कनाडा के युनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग तथा युनिवर्सिटी ऑफ वाटरलू के शोधकर्ताओं ने लोगों के शरीर की मुद्राओं व उनके रोमांटिक जीवन के बीच एक मजबूत संबंध पाया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, शोध के लिए कॉलेज के उन छात्र-छात्राओं का चयन किया गया, जो कमिटेड रिलेशनशिप में थे। अचानक उनमें से आधे को सामान्य कुर्सियों पर, जबकि आधे को कार्यस्थल पर बैठने के लिए कहा गया।
इस दौरान प्रतिभागियों ने अपने रिलेशनशिप के बारे में एक-दूसरे से चर्चा की कि वे अपने पार्टनर के बारे में क्या सोचते हैं और उनका रिलेशनशिप कितना लंबा चला। शोध दल ने पाया कि कुर्सी पर स्थिर रूप से बैठने वालों की तुलना में जो प्रतिभागी कार्यस्थल पर बेहद अस्थिर मुद्रा में बैठे थे, उनका रोमांटिक जीवन बेहद उथल-पुथल भरा रहा है।
इसके बाद, शोधकर्ताओं ने एक ऑनलाइन पोर्टल की सहायता से कुछ और प्रतिभागियों का चयन किया, जिनमें से अधिकांश कई वर्ष पहले से शादीशुदा थे। उन्हें एक कंप्यूटर स्क्रीन के आगे मुद्रा बनाकर खड़ा रहने के लिए कहा गया।  अपने रिलेशनशिप स्टेट्स के बारे में प्रश्नावली भरने वाले आधे प्रतिभागियों को एक पांव पर खड़ा रहने के लिए कहा गया, जबकि आधे को दोनों पांवों पर। दिलचस्प रूप से वैसे प्रतिभागी जो एक पैर पर खड़े हुए उनका रिलेशनशिप दोनों पैरों पर खड़ा होनेवालों की तुलना में ज्यादा अस्थिर था। अध्ययन हालांकि यह नहीं बताता कि एक अस्थिर शरीर प्रेममय जीवन को अस्थिर करता है।

पानी से जलता है इस मंदिर में दीपक

भारत अपने कई सारे चमत्कारों के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। खासतौर से भारतीय मंदिरों के गर्भ में कई सारे रहस्य और चमत्कार छुपे हुए हैं। ऐसा ही एक मंदिर मध्य प्रदेश के शाजापुर में स्थित कालीसिंध नदी तट पर बना हुआ है। इस मंदिर में लोग घी और तेल का दीया नहीं बल्कि पानी का दिया जलाया जाता है। मध्य प्रदेश का यह मंदिर गडिय़ाघाट वाली माता के मंदिर के नाम से जाना जाता हैं।

पिछले 5 सालों से इस मंदिर में अखंड जोत जल रही है। परन्तु चौकाने वाली बात यह है कि लोग यहां घी या तेल से नहीं बल्कि कालीसिंध नदी के जल से दीपक जलाते हैं।कहा जाता है कि दीपक में कालीसिंध नदी का पानी डालने के बाद वह चिपचिपा तरल पदार्थ बन जाता है, जिससे दीया जलने लगता है। मंदिर में पानी से दीपक जलने की घटना किसी चमत्कार से कम नही हैं। किन्तु ये कोई नहीं जानता कि कैसे और कब से इस मंदिर में पानी से दीया जल रहा है।

सामने आया चिंकारा मामले का मुख्य गवाह, कहा...

नई दिल्ली। चिंकारा शिकार मामले में राजस्थान हाईकोर्ट से बरी हो चुके अभिनेता सलमान खान की मुश्किलें फिर बढ़ सकती हैैं। इन मामलों के मुख्य गवाह माने जा रहे ड्रायवर हरीष दुलानी के सामने आने और अपने बयान पर कायम रहने की बात कहने के बाद अब न सिर्फ इस मामले के सुप्रीम कोर्ट जाने की संभावना बन गई है, बल्कि निचली कोर्ट में चल रहे कांकणी काले हिरण शिकार मामले में सलमान के लिए बडी मुश्किल खड़ी हो सकती हैं।

भवाद और घोड़ा फार्म चिंकारा शिकार मामले में राजस्थान हाईकोर्ट ने जिन आधारों पर सलमान को बरी किया था, उनमें से एक बड़ा आधार ड्राइवर हरीश दुलानी से जिरह नहीं होना था। इसे प्रमुख चश्मदीद गवाह माना गया था, लेकिन शुरूआती बयानों के बाद यह गायब हो गया। हालांकि हाईकोर्ट ने इसके बयानों पर संदेह प्रकट किया था, क्येांकि इसके बयान वन विभाग की कस्टडी में हुए थे।

अब हरीश दुलानी अचानक सामने आया है और उसका कहना है कि वह कहीं नही गया और उसे कभी बुलाया ही नहीं गया। वह आज भी अपने पहले वाले बयान पर कायम है। उसने निचली कोर्ट में चल रहे कांकणी शिकार मामले में दस अगस्त को सुनवाई के दिन कोर्ट मे जाने की बात भी कही है। अब तक यह माना जा रहा था कि हाईकोर्ट के फैसले का असर कांकणी काला हिरण शिकार मामले पर भी पडेगा, क्योंकि परिस्थितियां लगभग समान थी। इस मामले की सुनवाई लगभग अंतिम चरण में है। जानकारों का कहना है कि हरीश दुलानी कोर्ट में जाता है तो कांकणी वाले मामले में सलमान के लिए फैसला मुश्किल भरा हो सकता है।

इसके अलावा हाईकोर्ट के फैसले के बाद से सलमान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा विश्नोई समाज भी अब मुखर हो सकता है। विश्नोई समाज लगातार सरकार से हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की मांग कर रहा है। अब दुलानी के सामने आने से उनकी मांग और मजबूत होगी। राजस्थान सरकार ने अभी तक सुप्रीम कोर्ट में जाने की बात से इनकार नहीं किया है। राजस्थान में सहायक महाधिवक्ता सत्येन्द्र राघव का कहना है कि इस मामले में गलती अभियोजन पक्ष की रही है। समय पर पेष करना चाहिए था और इसके चलते सलमान बरी हो गए। अब कांकणी वाले मामले में यह पेष होता है सरकार का पक्ष मजबूत होगा। सरकार को सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी लगाने का भी मजबूत आधार मिल जाएगा।

56 करोड़ वाली फिल्म...करेंगे अक्षय

कुछ महीनों पहले चर्चा हुई थी कि दिव्या खोसला ने अपनी आगामी फिल्म के लिए अक्षय कुमार को साइन किया है। बताया गया कि इस फिल्म में अभिनय करने के बदले में अक्षय को 56 करोड़ रुपये मिलेंगे। बाद में दिव्या ने इन बातों का खंडन किया।

दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि यह फिल्म बनने वाली है। सितम्बर से इसकी शूटिंग शुरू हो जाएगी। अक्षय ने हां कहने में समय लिया इस कारण दिव्या ने खंडन किया था। अक्षय ने फिल्म में अभिनय के बदले भारी भरकम राशि मांगी जो मंजूर हो गई।

दिव्या और अक्षय लंबे समय से एक-दूसरे को जानते हैं। अनिल शर्मा की फिल्म 'अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों' (2004) में दोनों साथ थे।

दिव्या ने इसके पहले यारियां और सनम रे नामक फिल्में निर्देशित की हैं। दोनों ही फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिली है।

मंगलवार, 26 जुलाई 2016

मंदिर में जाने से पूर्व विभिन्न बातों का ध्यान अवश्य रखें।

मंदिर में सभी लोग समान रूप से प्रार्थना, पूजन आदि धर्म-कर्म करते हैं। शास्त्रों के मुताबिक मंदिर की पवित्रता बनाए रखना सभी भक्तजनों का फर्ज होता है। इसी वजह से कुछ नियम बताए गए हैं जिनका नियमित रूप से पालना करने पर महालक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति की धन संबंधी परेशानियां से छूटकारा मिलने लगता है।

मंदिर जाने से पहले निम्न नियमों का पालन करें।
जब भी मंदिर जाएं तो अन्दर जाने से पहले बाहर से मंदिर के ऊँची चोटी के हाथ जोडक़र दर्शन करें। चोटी के दर्शन से भी उतना ही पुण्य प्राप्त होता है, जितना मंदिर की मूर्ति के दर्शन से प्राप्त होता है। शास्त्रों में माना जाता है कि चोटी दर्शनम् पाप नाशम्। यानी चोटी के दर्शन करने से भी पाप धूलते है।

मंदिर के अन्दर जाते समय सबसे पहले मंदिर कि घंटी जरूर बजानी चाहिए। जिस प्रकार हम किसी के घर जाते समय बाहर लगी हुई डोर बेल बजाते हैं, ठीक उसी भाव से मंदिर की घंटी बजानी चाहिए। मंदिर की घंटी बजाने के बाद जो ध्वनि और वायबे्रट पैदा होता है, वह हमारे शरीर के लिए भी लाभदायक होता है।

मंदिर में जाने से पहले अपने पेरों मे पहने हुए जूते-चप्पल इत्यादि बाहर ही खोल दें। जूते उतारने के पश्चात अपने हाथ-पैर पानी से धो लेना चाहिए। ताकि आपके हाथ-पैर पूरी तरह से साफ और स्वच्छ हो जाए। ऐसा करने से धूल-मिट्टी आदि आपके पैरों के साथ मंदिर में नहीं जाएगी।

जब भी जाएं मंदिर लक्ष्मी कृपा के लिए ध्यान रखें ये छोटी-छोटी बातें
मंदिर में किसी भी परिस्थिति में अपने पैर या पीठ देवी-देवताओं की मूर्ति के सामने की ओर करके नहीं बैठना चाहिए। यह असम्मानता की भावना होती है।

मंदिर में फर्श पर सभी श्रद्धालु मत्था टेंकते हैं, अत: फर्श को बिल्कुल गंदा नहीं करना चाहिए। ताकि अन्य श्रद्धालुओं के सिरों पर गंदगी ना लगे।

भगवान की परिक्रमा घड़ी की सुई जिस दिशा में घुमती है, उसी के अनुसार करनी चाहिए। मंदिर में कहीं भी बैठे अपना मुख देवी-देवताओं की मूर्ति कि रखना चाहिए यह शुभ माना जाता है।

 

सफलता की गारंटी है चाणक्‍य की ये 10 नीतियां

चाणक्‍य की नीतियों ने भारत के इतिहास को बदलने में अहम भूमिका निभाई है और उनकी बातें आज भी उतना ही मायने रखती हैं। पेश हैं उनकी 10 नीतियां, जो आपको भी जीवन में सफलता दिला सकती हैं।

1. दूसरों की गलतियों से ही सीखो. खुद पर प्रयोग करके सीखोगे तो तुम्हारी आयु कम पड़ जाएगी।

2. कुछ लोग हालात बदलने का प्रयास नहीं करते. जीवन जैसे चल रहा है, बस जीते चले जाते हैं। पर जो प्रगति करना चाहते हैं, ऊपर उठना चाहते हैं - वे अपना सब कुछ दांव पर लगाने से नहीं डरते। संभावना है कि वे हार जाएं, कुछ न कर पाएं लेकिन यह जो कुछ कर दिखाने का प्रयास है - यही उन्हें औरों से अलग बनाता है।

3. हमें भूत के बारे में पछतावा नहीं करना चाहिए और न ही भविष्य के बारे में चिंतित होना चाहिए। विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में जीते हैं।

4. कोई काम शुरू करने से पहले, स्वयं से तीन सवाल जरूर कीजिये - मैं ये क्यों कर रहा हूं, इसके परिणाम क्या हो सकते हैं और क्या मैं सफल हो पाऊंगा? और जब गहराई से सोचने पर इन सवालों के संतोषजनक जवाब मिल जाएं, तभी आगे बढ़ें।

5. कोई व्यक्ति अपने कर्मों से ही महान बनता है, अपने जन्म से नहीं।

6. भय को नजदीक न आने दो। अगर यह नजदीक आए तो इस पर हमला कर दो यानी भय से भागो मत इसका सामना करो।

7. एक बार जब आप कोई काम शुरु करते हैं, तो असफलता से डरे नहीं और ना ही उसे त्‍यागें। ईमानदारी से काम करने वाले लोग खुश रहते हैं।

8. ऐसे व्यक्ति जो आपके स्तर से ऊपर या नीचे के हैं, उन्हें दोस्त न बनाओ। वे तुम्हारे कष्ट का कारण बनेगे। समान स्तर के मित्र ही सुखदायक होते हैं।

9. शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है। शिक्षित व्यक्ति सदैव सम्मान पाता है। शिक्षा की शक्ति के आगे युवा शक्ति और सौंदर्य, दोनों ही कमजोर हैं।

10. किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए। सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं।

नवजात बच्ची के पेट में दो बच्चे...

हांगकांग में एक बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक नवजात बच्ची के जन्म के कुछ समय बाद उसके पेट में जुड़वा बच्चों के पलने का खुलासा हुआ है। दरअसल, जन्म के बाद डॉक्टरों को बच्ची का पेट कुछ असामान्य सा लगा। बच्ची का वजन 4 किलो था। पहले तो डॉक्टरों को लगा कि शायद बच्ची के पेट में ट्यूमर है।

लेकिन जांच करने पर जिस बात का खुलासा हुआ वह बेहद ही हैरान कर देने वाला था। जांच से पता चला कि बच्ची के गर्भ में 8-10 हफ्ते के 2 बच्चे पल रहे हैं। इनका विकास भी किसी सामान्य भ्रूण की तरह ही हो रहा था। जांच में पता चला कि दोनों भ्रूण के दिमाग, हड्डियां और हाथ पांव विकसित हो रहे थे। इस कंडिशन को फेट्स (भ्रूण) इन फेटू कहा जाता है। ये एक ऐसी जटिल स्थिति है जिसका शिकार जन्म लेने वाले 50 लाख बच्चों में से कोई एक बच्चा होता है।

फेटस (भ्रूण) इन फेटू की यह स्थिति गर्भधारण करने के शुरूआती दौर में आती है। जब विकसित होते दो भ्रूण में से एक भ्रूण गर्भनाल से होता हुआ दूसरे भ्रूण में प्रवेश कर जाता है और एक भ्रूण दूसरे भ्रूण में परजीवी के रूप में पलता रहता है।

इस जंगल में सिर्फ मुर्दों का राज

आज के दौर में यदि कोई आपसे कहें की एक जंगल ऐसा है जहां पर सिर्फ मुर्दों का ही कजा है तो या कोई भी इस बात पर विश्वास करेगा। यह बात अंधविश्वास ही लगेगा, लेकिन यह सच है। एक ऐसी जगह है जहां पर इंसानों का कोई भी हक नहीं है। जगंल की हर डाली, हर शाखा पर और यहां की घास फूस पर भी सिर्फ मुर्दो की ही हक है। यहां पर कोई भी उस जगंल की लकड़ी यूज नहीं कर सकता है। जंगल के तीन और मरघट बने हैं जबकि एक ओर सोमभद्रा बह रही है।
यह शहर- ए-खामोश का जंगल है। यहां की लकड़ी को सिर्फ शव जलाने के लिए ही इस्तेमाल में लाया जा सकता है। लगभग पांच वर्ग किलोमीटर में फैला यह घना जंगल अपने आप में प्रकृति की अदभुत रचना है। इसके बीचोंबीच स्थित द्रोण शिव मंदिर से जंगल के बाहरी हिस्सों में बने मरघटों का फासला करीब सात-सात सौ मीटर है। द्रोण शिव मंदिर के पुजारीयों का कहना है इस जंगल की लकड़ी को घर के चूल्हे में जलाना वर्जित है। जिस किसी ने भी यहां से लकड़ी अपने घर को ले जाने का प्रयास किया तो उसके साथ अनिष्ट ही हुआ। पुजारी बताते हैं कि प्राचीनतम द्रोण शिव मंदिर के प्रांगण में द्वापर युग में पांडव गुरू द्रोणाचार्य यहां पांडवों को धनुर्विद्या सिखाया करते थे। कहा जाता है कि करीब दो दशक पहले यहां सेना के नौ जवानों ने जंगल से लकड़ी काटी थी। लकड़ी की खेप को वे फौजी जिस ट्रक में ले जा रहे थे वह ट्रक करीब तीन किलोमीटर आगे जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

प्लास्टिक का कटोरा है इस लड़की का आधा अंग

कानो (नाइजीरिया)। रहमा हारुन एक आम लड़की की तरह ही है। खुश मिजाज लड़की जिसका सपना है कि एक दिन वह अपनी दुकान खोलेगी। मगर, नाइजीरिया के कानो की रहने वाली इस लड़की के एक रहस्यमयी बीमारी के कारण शरीर के अंग नहीं हैं। वह लगातार दर्द से जूझती है और प्?लास्टिक के बड़े कटोरे में ही अपनी जिंदगी जी रही है। 19 साल की यह लड़की एक स्?वस्?थ बच्?चे की तरह पैदा हुई थी। मगर, जब वह छह महीने की हो गई, तो उसके शरीर के अंगों का विकास अचानक रुक गया। उसके पिता फादी ने बताया कि छह महीने की उम्र के बाद उसने घुटनों के बल चलना नहीं सीखा। उसे बुखार आना शुरू हुआ और फिर पेट में दर्द होने लगा और फिर हाथ और पैरों में भी दर्द उठने लगा। जब दर्द उठता, तो वह उनमें से किसी को भी उपयोग नहीं कर पाती।

आस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को 117 रन पर किया ऑल आउट

पल्लेकल, श्रीलंका।  तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड और स्पिनर नाथन लियोन की अगुवाई में आस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरूआती दिन मेजबान श्रीलंका को पहली पारी में आज यहां 117 रन पर ढेर कर दिया।

हेजलवुड ने 21 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि आफ स्पिनर लियोन ने केवल तीन ओवर में 12 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। मिशेल स्टार्क और स्टीव ओ केफी ने दो . दो विकेट हासिल किये। इस तरह से आस्ट्रेलियाई आक्रमण ने श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज का टास जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला गलत साबित कर दिया।

श्रीलंका के पांच बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे जिनमें अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे धनंजय डिसिल्वा ने सर्वाधिक 24 रन बनाये। श्रीलंका की शुरूआत खराब रही और उसके तीन विकेट 18 रन पर निकल गये। मैथ्यूज 15 और विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश चंदीमल 15 की भरोसेमंद जोड़ी भी ज्यादा नहीं टिक पायी।

लंच तक श्रीलंका का स्कोर पांच विकेट पर 84 रन था लेकिन इसके बाद उसकी टीम 6.2 ओवर ही टिक पायी। कुशल परेरा 20 अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे लक्षण संदाकन 19 के प्रयासों से ही टीम 100 रन के पार पहुंच पायी।

सलमान ने अपने प्रशंसकों का किया धन्यवाद

मुंबई।  काले हिरण और चिंकारा के अवैध शिकार के 18 साल पुराने मामलों से बरी होने के बाद बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान ने अपने प्रशंसकों को उनके समर्थन और प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद दिया। राजस्थान उच्च न्यायालय ने सोमवार को सलमान को 1998 में काला हिरण और चिंकारा का अवैध शिकार करने के मामले में बरी कर दिया।

सलमान ने इस मामले में 2006 के निचली अदालत के फैसले को उच्च न्यायालय की जोधपुर पीठ के समक्ष चुनौती दी थी। निचली अदालत ने सलमान को दो अलग-अलग मामलों में एक साल और पांच साल कैद की सजा सुनाई थी। न्यायमूर्ति निर्मलजीत कौर ने सलमान को सभी आरोपों से बरी कर दिया और सजा बढ़ाने की राज्य सरकार की अपील खारिज कर दी।

सलमान ने सोमवार रात को ट्विटर पर सबका शुक्रिया अदा किया। अभिनेता ने लिखा, "आपके समर्थन और प्रार्थनाओं के लिए शुक्रिया।"एक घटना जोधपुर के बाहरी इलाके भवाद में 26 सितंबर, 1998 की है, जबकि दूसरी घटना 28 सितंबर, 1998 में घोड़ा फार्म्स की है। उस वक्त फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग चल रही थी।यह दूसरी बार है कि जब 50 वर्षीय अभिनेता को आपराधिक मामले से बरी किया गया है। पिछले साल बॉम्बे उच्च न्यायालय ने सलमान को 2002 हिट एंड रन मामले से बरी कर दिया था।

इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई थी और चार अन्य घायल हुए थे। राजस्थान उच्च न्यायालय में जिस समय फैसला सुनाया गया, सलमान की बहन अलवीरा खचाखच भरे अदालत कक्ष में मौजूद थीं। सलमान की दूसरी बहन अर्पिता खान शर्मा ने अदालत के फैसले की सराहना की।अर्पिता ने ट्वीट किया, "खुदा का शुक्र है, जो हम पर हमेशा अपनी मेहर बरसाता रहता है। आज का दिन हमारे लिए बहुत बड़ा दिन है..सलमान के लिए भी। सभी भाइयों और परिवार के शुभचिंतकों को हमारे लिए प्रार्थना करने, हमारा साथ देने, हमें प्रेम और शुभकामनाएं देने के लिए आभार।"

सोमवार, 25 जुलाई 2016

जीत की आदत बनाये रखना अच्छी बात : विराट कोहली







भारत ने वेस्टइंडीज को पहले क्रिकेट टेस्ट मैच में कल चार दिन के भीतर ही एक पारी और 92 रन से हराया।

भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने जीत के बाद कहा कि हम जीत की आदत डालना चाहते हैं, यह अच्छी आदत है। जीतना संक्रामक है। यदि हम टेस्ट मैच जीतना सीख गए तो हर जगह जीतना भी सीख जायेंगे। हम सीख जायेंगे कि अलग अलग हालात में कैसे खेला जाता है।

कोहली ने कहा कि हम लगातार अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। हम विरोधी टीम का मुंह ताकने की बजाय लक्ष्य तय करके उन पर अमल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि बतौर कप्तान मेरे और पूरी टीम के लिये भी यह अच्छा है। सभी समझते हैं कि मैदान पर कैसे बल्लेबाजी करनी है या गेंदबाजी करनी है।

हमें टीम की जरूरतों के अनुरूप प्रदर्शन करना है और यह सबसे अहम है।उन्होंने गेंदबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि बॉलरों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। हमने पहली पारी में ज्यादा गेंदबाजी नहीं की थी लिहाजा सभी की नजरें दूसरी पारी पर थी। पहली पारी सही समय पर खत्म हुई और हमें 13 . 14 ओवर गेंदबाजी करने को मिली। सभी गेंदबाजों ने जिम्मेदारी लेकर अच्छा प्रदर्शन किया।कोहली ने इसकी तारीफ की कि स्पिनरों ने दूसरी पारी में अतिरिक्त कार्यभार उठाया चूंकि पहली पारी में उमेश यादव और मोहम्मद शमी ने ज्यादा ओवर फेंके थे।

उन्होंने कहा कि उन्हें पता था कि पहली पारी में तेज गेंदबाजों ने ज्यादा ओवर फेंके थे लिहाजा हमें दूसरी पारी में जिम्मेदारी लेनी है। अश्विन ने बेहतरीन गेंदबाजी की और मिश्रा ने भी उम्दा प्रदर्शन किया। दोनों ने दबाव बनाये रखा। हम साझेदारी में गेंदबाजी की बात करते हैं और यह उसका शानदार उदाहरण है।

नये कोच अनिल कुंबले ने भी जीत के साथ आगाज किया और कोहली ने कुंबले के साथ इस नये अध्याय के आगाज पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि इतने लंबे समय तक खेलने के कारण वह समझते हैं कि खिलाड़ी के लिये जीत के क्या मायने हैं। उन्होंने सभी को बधाई दी और जीत में योगदान देने वालों का खास जिक्र किया । उनके लिये यह अच्छी शुरूआत है। हम सभी बहुत खुश हैं।


चिंकारा और काला हिरण शिकार केस में बरी: सलमान खान

नई दिल्ली: बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को काले हिरण और चिंकारा शिकार मामले में सोमवार को जोधपुर स्थित राजस्थान उच्च न्यायालय ने बरी कर दिया है। राजस्थान हाईकोर्ट ने लंबे वक्त से चल रहे इस विवाद से सलमान को राहत दी है। गौरतलब है कि निचली अदालत ने सलमान को शिकार के दो अलग-अलग मामलों में क्रमश: एक साल और पांच साल की सजा सुनाई थी। उच्च न्यायालय ने मामले पर मई के आखिरी सप्ताह में सुनवाई पूरी कर ली थी और फैसला सुरक्षित रख लिया था।

राजस्थान सरकार ने हाईकोर्ट में सजा बढ़ाने के लिए याचिका दाखिल की थी। फैसले के इस घड़ीं में सलमान की बहन अलविरा सुबह 10 बजे ही कोर्ट पहुंच गई थीं। अलवीरा रविवार की शाम को ही जोधपुर पहुंच चुकी थीं। यह मामला 18 साल पहले शुरु हुआ था। इसमें निचली अदालत पहले ही सलमान खान को दोषी करार देते हुए सजा सुना चुकी है। इस पर हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार किया जा रहा था जिसमें अब सलमान को रिहा कर दिया गया है।

सलमान ने निचली अदालत से मिली सजा को उच्च न्यायालय में चुनौती दी है। निचली अदालत ने सलमान को शिकार के दो अलग-अलग मामलों में क्रमश: एक साल और पांच साल की सजा सुनाई थी। उच्च न्यायालय ने मामले पर मई के आखिरी सप्ताह में सुनवाई पूरी कर ली थी और फैसला सुरक्षित रख लिया था।

उच्च न्यायालय अगर निचली अदालत के फैसले को कायम रखता तो सलमान को फिर से जोधपुर केंद्रीय कारागार जाना होता। अवैध शिकार के दो अलग-अलग मामलों में सलमान के अलावा 7 अन्य आरोपी भी शामिल थे। जोधपुर के सुदूरवर्ती इलाके भावड में 26 सितंबर, 1998 को और इसी इलाके के घोड़ा फार्म्स में 28 सितंबर, 1998 को यह अवैध शिकार किए गए थे। सलमान उस समय जोधपुर में फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग कर रहे थे। सलमान इस मामले में इससे पहले जोधपुर जेल जा चुके हैं।

रविवार, 24 जुलाई 2016

एक दिन में 'कबाली' ने तोड़ा सुल्तान का रिकॉर्ड

अभिनेता रजनीकांत अभिनीत फिल्म 'कबाली' ने अपनी रिलीज के पहले ही दिन रिकॉर्ड 250 करोड़ रुपए की कमाई की है.

तमिल भाषा की यह फिल्म शुक्रवार को पूरे विश्व में रिलीज हुई थी. इस फिल्म ने तमिलनाडु के सिनेमाघरों से ही 100 करोड़ रुपए की कमाई की.

निर्माताओं की ओर जारी एक बयान में कहा गया है कि भारत में फिल्म ने 250 करोड़ रुपए की कमाई की है, जिसमें 100 करोड़ रुपए तमिलनाडु से और 150 करोड़ रुपए भारत में राज्य के बाहर के स्थानों से कमाये हैं. 'कबाली' पूरे विश्व में करीब 8000 से 10000 स्क्रीन में रिलीज हुई थी. इसमें 480 स्क्रीन अमेरिका में, 490 मलेशिया में और 500 से अधिक खाड़ी देशों में स्थित हैं.

फिल्म ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, स्ट्जिरलैंड, डेनमार्क, हालैंड, स्वीडन, दक्षिण अफ्रीका और नाइजीरिया में रिलीज हुई है.

बयान में कहा गया कि फिल्म ने विदेश में करीब 100 करोड़ रुपए कमाए हैं.

'कबाली' हिंदी में भी रिलीज हुई है. इसमें रजनीकांत के साथ-साथ राधिका आप्टे, किशोर, दिनेश, धंसिका, कलैअरशन और विन्सटन चाओ शामिल हैं.

सलमान फिर जाएंगे जेल या रद्द हो जाएगी सजा? कल होगा फैसला

नई दिल्ली। बॉलीवुड के सुल्तान सलमान खान के लिए कल का दिन बेहद खास होने वाला है। 17 साल पहले हिरण के शिकार मामले में उन्हें मिली पांच साल की सजा बरकरार रहेगी, कम होगी, माफ कर दी जाएगी ये फैसला जोधपुर हाईकोर्ट को सुनाना है। अगर सलमान की सजा माफ नहीं हुई तो उन्हें तुरंत सरेंडर कर जेल जाना होगा। वैसे सलमान खान इस मामले में पहले भी 18 दिन पुलिस लॉकअप और जोधपुर जेल में बिता चुके हैं।

सलमान खान पर आरोप है कि 27 सिंतबर 1998 को उन्होंने जोधपुर के पास भवाद गांव की सरहद पर एक चिंकारा का शिकार किया था। 18 फरवरी 2006 को जोधपुर सीजीएम कोर्ट ने उनको एक साल की सजा सुनाई। सलमान खान ने सजा के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर में अपील दायक की थी। राजस्थान सरकार ने भी हाईकोर्ट में सजा बढ़ाने को लेकर अपील की थी।

हाईकोर्ट सलमान और सरकार दोनों की अपील पर सोमवार का फैसला करेगा। इसके अलावा सलमान पर 28 सिंतबर 1998 को भी जोधपुर के पास घोड़़ा फार्म में दो चिंकारा का शिकार करने का आरोप है। 10 अप्रैल 2006 को सलमान खान को इस केस में पांच साल की सजा सुनाई गई थी। सजा माफ करने के लिए सलमान ने राजस्थान हाईकोर्ट में अपील की थी। इस अपील पर भी फैसला होगा।

इन दोनों केस के फैसले का असर सलमान खान के लंबित दो और केस जोधपुर में ही कांकाणी वन क्षेत्र में काले हिरण का शिकार और अवधि पार हथियार से शिकार के केस पर भी पड़ सकता है जिन पर अभी सुनवाई चल रही है। अगर इन केस में सलमान को राहत मिली तो उन दो केस में भी सलमान की राहें आसान हो सकती हैं लेकिन सजा बरकार रही या बढ़ी तो फिर बचे दो केस में भी मुश्किलें बढ़नी तय हैं।

मोहम्मद शमी सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज बने!

वेस्टइंडीज़ के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद गेंदबाज़ों ने भी अपनी ज़िम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए टीम इंडिया को जित के करीब ला खड़ा कर दिया है। कल शमी और उमेश यादव ने 4-4 विकेट हासिल जबकि अमित मिश्रा को भी दो विकेट मिले। लेकिन इस मैच में शमी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। मोहम्मद शमी सबसे तेजी से 50 विकेट लेने वाले भारतीय तेज गेंदबाज बन गए हैं।
शमी ने वेस्टइंडीज के साथ सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में जारी पहले टेस्ट के तीसरे दिन चार विकेट लेने के साथ विकेटों का अर्धशतक पूरा किया। शमी ने अपने करियर के 13 वें टेस्ट मैच में यह कारनामा किया। इससे पहले वेंकटेश प्रसाद भी इतने ही मैचों में 50 विकेट ले चुके हैं ऐसा नहीं है कि शमी से कम समय में भारतीय गेंदबाजों ने 50 विकेट नहीं पूरे किए हैं लेकिन ऐसे सभी गेंदबाज फिरकी हैं। शमी ऐसा करने वाले पहले तेज गेंदबाज बन गए हैं।

शनिवार, 23 जुलाई 2016

अनोखी परंपरा! शादी के लिए मोटी बहु की मांग

अाज के समय में हर लड़की की एक ही चाहत होती है कि उसकी फिगर मेंटेन होनी चाहिए अौर ज़ीरो साइज़ फिगर मिले या ना मिले लेकिन कमर पतली जरूर होनी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ लड़को को भी लड़कियों का पतला फिगर ही भाता है जिसकी वजह से सभी अौरतों अपने मोटापे को कम करने में जुटी है लेकिन अाप यह जानकर हैरान होंगे कि इस दुनिया में एक जगह एेसी भी है जहैां शादी के लिए लड़के मोटी लड़की को ही पसंद करते है। इसलिए उनके माता-पिता अपनी बच्चियों को बचपन से ही इतना खिलाते-पिलाते है कि वह मोटी बनी रहे ताकि उनकी शादी हो सकें।


 साउथ अफ्रीका के केपटाउन में एेसे कई इलाके आते है, जहां अपने बेटों की शादी के लिए मोटी साइज़ की लड़कियां को ही ढूंढने की परंपरा चल रही है। यहां के लोगों ने इस परंपरा को ‘लेबलॉह’ का नाम दिया गया है।पेरेंट्स अपनी बेटियों को मोटी लड़की बनाने के लिए क्या कुछ करते है आइए हम जानते है।

 1. फैट फ़ार्म

 बेटियां मोटी रहें इसलिए परिवार वाले उनको 5 साल की उम्र में ही किसी फैट फॉर्म में भेज देते है। जहां बच्चियों को मोटी बनने की ट्रेनिंग दी जाती है जिससे पतली लड़की भी मोटी हो जाए। फिर सालों बाद लड़कियां फैट फॉर्म से मोटी लड़की होकर घर वापस आती है।

 2. व्यायाम योग 

 यहां बचपन से ही बच्चियों को फैट बढाने के लिए व्यायाम, योग और एकाग्र साधना की शिक्षा अौर फैटी खाना खिलाया जाता है।

 3. मोटे शख्स का खून चढ़ाना 

 अाप यह सुनकर हैरान हो जाएंगे कि सब तरीके अपनाने के बावजूद भी जब बच्चियां मोटी नहीं होती तो उन्हें परिवार के किसी ऐसे सदस्य का खून चढ़ाया जाता है जो मोटा हो ताकि वह भी मोटी हो सकें।

 इतनी मशक्कत के बाद बेटियों की शादी हो पाती है। यहां के लोगों का कहना है कि बहु मोटी होगी तो समाज में इज्ज़त भी बहुत होगी।

शुक्रवार, 22 जुलाई 2016

ये हैं Highest Paid साउथ इंडियन स्टार्स

रजनीकांत की मोस्ट अवैटेड फिल्म 'कबाली' 22 जुलाई को रिलीज हो गई है।

यह तो अक्सर मीडिया में आता रहता है कि रजनीकांत साउथ इंडियन सिनेमा के सबसे महंगे एक्टर हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि 'कबाली' के लिए उन्होंने कितनी फीस ली है। इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, इस फिल्म के लिए उन्होंने 48-60 करोड़ रुपए चार्ज किए हैं। अगली फिल्म '2.0' के लिए उनकी फीस 60 करोड़ रुपए है।

- तमिल फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में भी काम किया है।
- रोबोट (2010), मुत्तु (1995), चंद्रमुखी (2005) और शिवाजी (2007) उनकी कुछ प्रमुख फिल्में हैं।
- उन्होंने हिंदी में 'पांच', 'अंधा कानून', 'बुलंदी', 'खून का कर्ज', 'इंसानियत का देवता' और 'गैरकानूनी' जैसी कई फिल्में की हैं।
- वो पिछले 40 सालों से फिल्मों में काम कर रहे हैं।
- साल 2016 में पद्म विभूषण मिला।

विराट कोहली ने जड़ा करियर का पहला दोहरा शतक

विराट कोहली ने वेस्टइंडीज़ में दोहरा शतक पूरा कर लिया। एंटीगा टेस्ट में पहले दिन 143 रनों का पारी खेलने वाले विराट ने दूसरे दिन भी अपनी एकाग्रता को बनाए रखा।

विराट के करियर का ये पहले दोहरा शतक है। 281 गंदों पर उन्होंने 200 रन पूरे किए। इससे पहले उनका सर्वोच्च स्कोर 169 रन था जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ ऑस्ट्रेलिया में बनाया था। अब कोहली विदेशी धरती पर दोहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं।

वहीं वेस्टइंडीज़ की ज़मीन पर दोहरा शतक लगाने वाले विराट पांचवे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले सुनील गावस्कर, दिलीप सारदेसाई, नजोत सिंह सिद्दू और वसीम जाफर ने वेस्टइंडीज़ में दोहरा शतक बनाया था।

कप्तानी के दबाव ने विराट के खेल को और निखार दिया है। विराट 200 रन बनाने वाले पांचवे भारतीय कप्तान बन गए हैं। विराट से पहले मंसूर अली खान पटौदी, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी करते हुए भारत के लिए दोहरे शतक बनाए थे। विराट विदेशी ज़मीन पर दोहरा शतक बनाने वाले पहले भारतीय टेस्ट कप्तान हैं।

ज्योतिषियों की राय: भाजपा को पार्टी के अंदर मौजूद सनीचरों से निपटना होगा

कहते हैं कि ग्रह खराब हों तो ऊंट पर बैठे व्यक्ति को भी कुत्ता काट लेता है. यानी दिन कितने भी अच्छे हों, ग्रहों की दशा विपरीत हो तो मौसम खराब हो जाता है. आजकल भाजपा का मौसम खराब है. देश के मानसून से कहीं ज़्यादा आफत उनके सिर बरस रही है. इस बारिश में पार्टी पानी पानी हुई जा रही है. जो मेढ़ और मीनारें उन्होंने इतने दिनों मशक्कत करके जमाई हैं, वो इस पानी में बही जा रही हैं. ज्योतिषी कहते हैं कि यह ग्रहों का फेर है.

हम भला ग्रहों को क्यों मानते. न माना, न मानेंगे. लेकिन भाजपा मानती है. बाकी पार्टियां भी मानती हैं. पितृपक्ष में कोई शपथ नहीं लेता. कार के पहिए के नीचे नीबू शहीद करके प्रचार करने निकलते हैं नेता. कुछ गुरुवार को साबुन सिर में नहीं लगाते तो कुछ करवाचौथ और तीज पर निरजला रहकर अपना सौभाग्य जगाती हैं

ऐसे अवैज्ञानिकों के लिए पंचांग महत्वपूर्ण है. और वही पंचांग गणना कह रही है कि भले ही सिर के पीछे पूरा चांद उग आया हो, काले बादलों ने समय को फेर रखा है. ये काले बादल रह-रहकर राजनीति में भाजपा को पटखनी दे रहे हैं. कभी अंबेडकर भवन का धोबी पछाड़ तो कभी नवजोत सिद्धू का गर्दनपकड़. सुब्रमण्यम स्वामी राहु हुए जाते हैं.

वाराणसी के एक प्रतिष्ठित ज्योतिषी आचार्य ऋषि द्विवेदी बताते हैं, “दरअसल, भाजपा की राशि मिथुन है और लग्न वृश्चिक है. इस राशि और लग्न में नवंबर 2014 से शनि की साढ़ेसाती चल रही है”. यानी भाजपा के सिर पर सनीचर बैठा है. द्विवेदी बताते हैं कि भाजपा के लिए नवंबर 2014 से ही एक के बाद एक अप्रिय खबरों का क्रम जारी है

सचिन तेंदुलकर अब इस गेम में मचाएंगे धमाल







पुणे। पूर्व दिग्गज क्रिकेटर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को आपने क्रिकेट के मैदान पर खेलते हुए देखा हो गा लेकिन अब एक नए तरह के गेम में हाथ आजमाने जा रहे हैं। दरअसल, मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर अब डिजिटल गेम की दुनिया में प्रवेश करने जा रहे है।
वे अपने आधिकारिक गेम 'सचिन सागा' के जरिए डिजिटल गेमिंग की ‍दुनिया में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस बाबत पुणे स्थित जेटसिंथेसिस प्रायवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और उपाध्यक्ष राजन नवानी ने इसकी घोषणा की।

मोबाइल को लेकर लोगों के नजरिए को बदलने के लिए जेटसिंथेसिस की गेमिंग शाखा प्लेजोन टेक्नॉलाजी प्रालि इस महान क्रिकेटर के नाम से यह रोमांचक गेम तैयार कर रहा है। सचिन तेंडुलकर ने कहा, मेरा पहला डिजिटल गेम तैयार किया जा रहा है जो बहुत रोमांचक है। मैं कई क्षेत्रों में जुड़ा हूं, लेकिन यह एक अलग ही तरह का अनुभव है।







रोज पूजा-पाठ करने से लंबी होती है आयु, जानिए क्या कहता हैं विज्ञान

शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि पूजा-पाठ, भगवान का मनन करने से उनसे हमारा सीधा संपर्क हो जाता है। जिसके कारण उनकी कृपा हमारे ऊपर बनी रहती है और हर काम में हमें सफलता प्राप्त होती हैं। माना जाता है कि पूजा करने से हमारे मन को शांति मिलती है।

अगर आपका मन विचलित है तो थोड़ी देर भगवान को ध्यान करते हुए शांति बैठे तो आपका मन जरुर सही हो जाएगा। साथ ही आपको सही रास्ता समझ आएगा। यही एक रास्ता होता है। जिससे भगवान को हम पा सकते हैं।



ईश्वर की पूजा पुरुषों से ज्यादा महिलाएं करती है। उन्हें इन चीजों में अधिक मन लगता हैं। एक शोध में ये बात सामने आई है कि  आध्यात्मिक तौर पर महिलायें अपने बच्चों और प्रियजनों पर आने वाले ख़तरों के प्रति ज्यादा संवेदनशील होती हैं। उन्हें खतरों की ज़्यादा समझ होती है। इसी वजह से तनाव के पलों में उनका व्यवहार भी पुरुषों की तुलना में अलग होता है। जिसके कारण महिलाओं की उम्र 25 प्रतिशत अधिक बढ़ जाती हैं।

पूजा करने से बढती है उम्र, जानिए वैज्ञानिक कारण
जो महिलाएं सप्ताह में एक बार पूजा करती हैं उनमें जल्दी मरने की संभावनाएं 25 प्रतिशत कम होती हैं। पूजा करने से उनमें दिल की बीमारी और कैंसर से होने वाली मौत का खतरा कम होता है। जिसके कारण उनकी उम्र अधिक हो जाती हैं।

हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर डॉ.टायलर वंडरविले ने करीब 75,000 महिलाओं पर एक शोध किया है, जिसमें वो धार्मिक महिलाओं और महिलाओं की मौत पर शोध कर रहे थे। सन 1992 और 2012 के बीच प्रश्नावली की सहायता से मूल्यांकन किया गया था। इन 20 सालों की जांच के आधार पर ये नतीजे निकाले गए कि आशावाद और समुदाय की भावना से तनाव और अवसाद के प्रभावों से निपटा जा सकता है, जिसका नतीजा वो लंबी उम्र तक जीती हैं।


गुरुवार, 21 जुलाई 2016

'दुनिया फतह' करने निकली पहाड़ों की ये बेटी, हकीकत जानकर गर्व करेंगे आप

कुल्लू , देवभूमि की बेटी सेलिंग बोट में विश्व का चक्कर लगा इतिहास रचने जा रही हैं। जी हां हिमाचल की बेटी लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जम्बाल इतिहास रचने जा रही हैं। कुल्लू शहर के मौहल क्षेत्र से संबंध रखने वाली प्रतिभा सागर की परिक्रमा कर विश्व का चक्कर लगाएगी। रोमांच और साहसिक गतिविधियों से भरी इस यात्रा में  प्रतिभा समेत देश के अन्य राज्यों से छह सदस्य होंगी।

खासियत यह है कि सागर परिक्रमा के लिए इंडियन नेवी की तरफ से पहली बार महिला टीम जा रही है। छह सदस्यीय टीम में हिमाचल से कुल्लू की प्रतिभा ने स्थान बनाया है। आठ माह तक जारी रहने वाली सागर परिक्रमा सेलिंग बोट में होगी। विश्वभर का चक्कर काटकर सेलिंग वोट वापस भारत लौटेगी। इससे पहले दो बार सागर परिक्रमा की जा चुकी हैं।

हवाओं के रुख के साथ चलती है बोट
लेकिन दोनों ही बार टीम में पुरुष थे। यह पहली बार है कि महिलाओं की टीम को प्रतिभा का लोहा मनवाने का मौका मिला है। सेलिंग बोट में किसी भी तरह का इंजन नहीं होता है। हवाओं के रुख के साथ ही बोट चलती है। प्रतिभा को नेवी में शुरुआत से ही सेलिंग बोटिंग का शौक रहा है। इसमें प्रतिभा अपने हुनर का लोहा भी मनवा चुकी हैं।

इन दिनों ट्रेनिंग जारी है। टीम अगले साल अगस्त में रवाना होगी। बताया जा रहा है कि विश्वभर में अभी तक किसी भी नेवी की तरफ से महिला टीम को सागर परिक्रमा के लिए नहीं भेजा गया है। महिलाओं की टीम द्वारा सागर परिक्रमा करना महिला सशक्तिकरण की तरफ एक और कदम माना जा रहा है।

बेहद कठिन है सागर परिक्रमा
इधर, अमर उजाला से लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जम्बाल ने कहा कि ऐतिहासिक टीम का हिस्सा होना गौरवान्वित करता है। ऐसा मौका आसानी से नहीं मिल पाता है। यह मेरे लिए बेहद खास है। यह सपने को सच करने जैसा है। वहीं, प्रतिभा के पिता रवि जम्बाल ने कहा कि बेटी का सागर परिक्रमा के लिए चयन होना खुशी भरा है। बेटी प्रतिभा पर उन्हें नाज है।

सागर परिक्रमा को बेहद कठिन माना जाता है। सेलिंग बोट में होने वाली सागर परिक्रमा के लिए खुद को तैयार करना पड़ता है। सागर परिक्रमा के तहत निर्धारित किलोमीटर तय करने होते हैं। आठ माह तक सेलिंग बोट में सफर तय कर परिक्रमा करने के लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाता है।

प्रत्यूषा बनर्जी केस: चार्जशीट में राहुल पर खुदकुशी के लिए उकसाने और उत्पीड़न का आरोप

टीवी कलाकार प्रत्यूषा बनर्जी की कथित आत्महत्या के मामले में मुंबई पुलिस ने कोर्ट में अपनी चार्जशीट दायर कर दी है.

पुलिस की ओर से दाखिल चार्जशीट में प्रत्यूषा बनर्जी के ब्वॉयफ्रेंड राहुल राज सिंह को आत्महत्या के लिए उकसाने, उत्पीड़न और धमकी का दोषी बताया गया है. पुलिस ने इस मामले में कोर्ट के सामने 1000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है.

बताया जा रहा है कि आज जब मुंबई पुलिस कोर्ट में चार्जशीट दायर कर रही थी, तो उस समय राहुल राज भी मौजूद था.

इस मामले में राहुल को फिलहाल जमानत मिली हुई है, लेकिन कोर्ट ने अगली सुनवाई यानी 30 जुलाई को उसे व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया है.

मुंबई पुलिस ने प्रत्यूषा बनर्जी की मौत के मामले में राहुल राज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 और 504 के तहत मामला दर्ज किया है.

प्रत्यूषा की कथित आत्महत्या के बाद पुलिस राहुल राज से कई बार पूछताछ कर चुकी है. इससे पहले प्रत्यूषा के दोस्त एजाज खान ने दावा किया था कि प्रत्यूषा ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उसे मारा गया है.

वहीं कुछ दोस्तों ने कहा था कि प्रत्यूषा का ब्वॉयफ्रेंड राहुल राज उसे धोखा दे रहा था. इसके अलावा राहुल पर यह भी आरोप लगे थे कि वह सार्वजनिक जगहों और पार्टियों में प्रत्यूषा को सरेआम पीटता था.

गौरतलब है कि प्रत्यूषा बनर्जी कलर्स चैनल के टीवी सीरियल 'बालिका वधू' में 'आनंदी' का किरदार निभा रही थीं. इसके अलावा वो बिग बॉस में भी हिस्सा ले चुकी थीं. 24 साल की प्रत्यूषा बनर्जी का शव मुंबई स्थित कांदिवली के घर में पंखे से लटका हुआ मिला था.

 

जानें सावन में भगवान शिव की पूजा क्‍यों होती हैं |

सावन मास की शुरुआत हो गई है। पूरे सावन भर भगवान शिव की पूजा आराधना किए जाने का महत्‍व है। इसके पीछे माना जाता है कि भगवान शिव की रोज पूजा करने से पुण्य फल प्राप्त होते हैं। जिससे लोगों के दिमाग में ये सवाल अक्‍सर उठते हैं कि आखिर शंकर जी की ही पूजा क्‍यों इस महीने में होती हैं। ऐसे में आइए जानें शास्‍त्रों में वर्णित सावन में शिव महत्‍व के बारे में...

अमरत्‍व की कहानी:
एक बार जब शिव पार्वती को अमरत्‍व की कहानी सुना रहे थे। उस समय पार्वती को अचानक से नींद आ गई और वह सो गई। तभी वहां पर मौजूद एक तोते ने पूरी कहानी सुनी। हालांकि तोता ने बाद में भगवान शंकर के कोप से बचकर शुकदेव जी के रुप में जन्म लिया। इसके बाद नैमिषारण्य क्षेत्र में शुकदेव जी ने सावन में यह अमर कथा भक्तों को सुनाई। तभी यहां पर भगवान शंकर ने ब्रह्मा और विष्णु के सामने शाप दिया। शाप के मुताबिक आने वाले युग में इस अमर कथा को सुनकर कोई अमर नहीं होगा, लेकिन हां पूर्व जन्म और इस जन्म में किए पाप और दोषों से लोग मुक्त हो जाएंगे।

समुद्र मंथन का वर्णन:
सावन में शिव जी की पूजा के पीछे एक कथा यह भी प्रचलित है। इसी महीने में समुद्र मंथन किया गया था। समुद्र-मंथन के समय हालाहल नामक विष सागर से निकला था। ऐसे में इस मंथन से निकले विष को भगवान शंकर ने पीकर सृष्टि की रक्षा की थी। ऐसे में माना जाता है कि सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना करना फलदायी होता है। यह पूरा महीना शिव जी की आराधना का महीना माना जाता है। इस महीने भगवान शिव भक्‍तों पर जल्‍दी प्रसन्‍न होते हैं। पवित्र सावन महीने में भक्तों को सुबह नदी या फिर पवित्र जल में स्नान कर भगवान भोले नाथ की पूजा करनी चाहिए।

मारकण्डेय जी की कथा:
वहीं इसके पीछे मरकंडू ऋषि के पुत्र मारकण्डेय की कथा भी वर्णित है। कहा जाता है कि मारकण्डेय ने लंबी उम्र के इसी महीने भगवान शिव की कठिन अराधना व तप किया था। जिससे भगवान शिव भी उनसे काफी खुश हुए थ्‍ो। इसी वजह से ही मारकण्डेय से मृत्यु के देवता यमराज भी पराजित हो गए। इस महीने में शिव की अराधना करने से पारिवारिक कलह, अशांति, आर्थिक हानि और कालसर्प योग से आने वाली बाधाएं समाप्‍त होती हैं। सबसे खास बात तो यह है कि इस माह में जो भी मनुष्‍य भगवान शिव की सच्‍चे दिल से आराधना करता है उसे उम्‍मीदों से कई गुना फल प्राप्त होता है।

सावन में भक्ति! भगवान शिव की पूजा करने रोज आता है यह सांप

आपने सावन के महीने में इंसानों को तो शिव जी की अराधना करते हुए देखा होगा लेकिन क्‍या कभी किसी सांप को ऐसा करते देखा है। शायद नहीं और आप यह सोच रहे होंगे कि सांप पूजा कैसे कर सकता है। चौकिए नहीं यह सच है। राजस्थान में एक ऐसा शिव मंदिर ऐसा है जहां पर एक सांप नियमित रूप से शिवलिंग पर आकर शिव पूजा करता है। आइए जानें इस सांप की पूरी कहानी...

रेंगता हुआ चला गया
हमेशा की तरह इस सावन में भी राजस्‍थान जयपुर के एक पुराने मंदिर में शिव भक्‍तों की भीड़ होनी शुरू हो गई। हालांकि यह कोई नई बात नही है, लेकिन फिर भी यह मंदिर अधिक चर्चा में है। हो भी क्‍यों न आखिर यहां पर एक सांप रोज शिव जी की पूजा करने जो आने लगा है। पिछले सालों की तरह यह सांप इस साल भी कल से सावन की शुरुआत होते ही मंदिर आ गया। सुबह जैसे ही मंदिर के पट खोले गए यह सांप पहले से ही शिवलिंग के समीप बैठा था। यह दृश्‍य देखकर पुजारी शॉक्‍ड हो गए है लेकिन बाद में उसके सामने नतमस्‍त हो गए। वहीं शिवलिंग के करीब बैठा सांप भीड़ बढ़ती देख शिवलिंग के चारों ओर चक्कर लगाने लगा। इसके बाद वह धीरे-धीरे रेंगता हुआ जंगल की ओर चला गया।

मंदिर के समीप रहता
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यह सावन भर यहां से ज्‍यादा दूर नहीं जाता है। इसी मंदिर के आस-पास ही रहता है और शंकर जी की आराधना करता है। वहीं  सावन में इस इस शानदार नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्‍या में लोगों की भीड़ यहां पर होती है। लोग इस सांप को शिव जी का सांप समझ कर इसके दर्शन करने के लिए घंटों खड़े रहते हैं। लोगों की आस्‍था है कि इस सांप के दर्शन से उन पर शिव जी की विशेष कृपा बरसेगी। यह साक्षात शिव जी के गले में पड़े सांप का अवतार है जो उनकी पूजा करने के लिए सावन भर आता है।

Ind vs WI : टेस्ट सीरिज का पहला मुकाबला आज, स्पिनरों पर होंगी निगाहें

वेस्टइंडीज के दौरे पर गई टीम इंडिया आज अपना पहला टेस्ट कैरेबियाई टीम के साथ खेलेगी.

इस 5 मैचों की इस टेस्ट सीरीज में सबसे बड़ा इम्तिहान अनिल कुंबले का है जो हाल ही में टीम इंडिया के कोच बनाए गए हैं.

 

हालांकि भारत के मुकाबले वेस्टइंडीज की टीम इस बार काफी युवा है. टीम के कप्तान जैसन होल़्डर की अगुवाई में मैदान पर उतरने जा रही इस टीम पर काफी दबाव होगा क्योंकि पिछले 14 सालों में वेस्टइंडीज की टीम टेस्ट मैच नहीं जीत पाई है.

2002 में किंग्सटन में हुए टेस्ट मैच में इस टीम ने भारत को 155 रन से हराया था. उसके बाद से कैरेबियाई टीम को भारत के खिलाफ कोई जीत नहीं नसीब नहीं हुई.

इन 14 सालों में दोनों के बीच 15 टेस्ट मैच हुए जिनमें 8 में टीम इंडिया को जीत मिली जबकि 7 ड्रॉ हो गए.

वहीं भारत को छोड़कर वेस्टइंडीज का बाकी टीमों के खिलाफ प्रदर्शन ठीकठाक रहा है. लेकिन ज्यादतर सीरीज में उसे हार का ही सामना करना पड़ा.

वहीं इस बार टीम इंडिया के टेस्ट कैप्तान विराट कोहली भी लगातार तीसरी ़टेस्ट सीरीज जीतने की कोशिश करेंगे. इससे पहले वह घरेलू मैदान में श्रीलंका को 2-1 और दक्षिण अफ्रीका को 3-0 से अपनी कप्तानी में हरा चुके हैं.

पहली बार कोई भारतीय बना मिस्टर वर्ल्ड, हैदराबाद के रोहित ने जीता खिताब

रोहित खंडेलवाल ने मिस्टर वर्ल्ड 2016 टाइटल जीत लिया ऐसा पहली बार है कि 20 साल से हो रहे इस कॉन्टेस्ट में पहली बार कोई भारतीय और एशियाई विनर बना है. रोहित खंडेलवाल ने अन्य 47 पार्टिसिपेंट्स को पछाड़ते हुए यह खिताब अपने नाम किया. अपने टाइटल राउंड में रोहित ने डिजाइनर निवेदिता साबू की ड्रेस पहनी थी. रोहित के अलावा मिस्टर स्कॉटलैंड ने एक्सट्रीम चैलेंज, मिस्टर इंग्लैंड ने स्पोर्ट्स चैलेंज, मिस्टर चाइना ने स्टाइल एंड फैशन और मिस्टर पोलैंड ने टैलेंट चैलेंज अवॉर्ड जीता.


क्या आप जानते हैं रोहित को ये ट्राफी जीतने पर ईनाम में क्या- क्या मिलने वाला है......


रोहित को 50 हजार डॉलर (करीब 33 लाख 60 हजार रुपए) की प्राइज मनी मिलेगी. जब उन्हें इस खिताब से नवाजा गया तो उन्होंने कहा कि “मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि ये खिताब मैंने जीत लिया है. इस खिताब को जीतने वाले पहले भारतीय होने पर मुझे काफी गर्व महसूस हो रहा है.” मिस्टर वर्ल्ड कॉन्टेस्ट को यूके के साउथ पोर्ट के फ्लोरल हॉल में ऑर्गनाइज किया गया था. रोहित को पेजेंट में मिस्टर वर्ल्ड मल्टीमीडिया अवॉर्ड्स, मिस्टर वर्ल्ड टैलेंट, मॉबस्टार पीपुल च्वॉइस अवॉर्ड, मिस्टर वर्ल्ड स्पोर्ट्स इवेंट जैसे कई अवार्ड्स मिले.


रोहित के अलावा मिस्टर स्कॉटलैंड ने एक्सट्रीम चैलेंज, मिस्टर इंग्लैंड ने स्पोर्ट्स चैलेंज, मिस्टर चाइना ने स्टाइल एंड फैशन और मिस्टर पोलैंड ने टैलेंट चैलेंज अवॉर्ड जीता. हैदराबाद के रहने वाले रोहित खंडेलवाल को उनके पिता रोहित के परफॉर्मेंस बेहतर करने के लिए स्पेशल फुटबॉल और कई तरह की ट्रेनिंग दी गई. कुल 20 लोगों की टीम रोहित के साथ तैयारियों में जुटी रही रोहित करीना के साथ एक ऐड में नजर आ चुके हैं. 19 अगस्त 1989 को हैदराबाद में जन्मे रोहित स्पाइस जेट के ग्राउंड स्टाफ में शामिल रहे हैं.

बुधवार, 20 जुलाई 2016

एक ऐसा भी समाज, शरीर के हर कोने पर लिखा जाता राम नाम!!

छत्तीसगढ़ में 100 साल से भी अधिक समय से एक समाज के लोग अपने शरीर के हर एक कोने में राम का नाम गोदते हैं। इस अजीबोगरीब परंपरा को मानने वाले समाज का नाम रामनामी समाज है। आपको बता दें की भले इस समाज के लोग अपने पुरे शारीर में राम नाम का टैटू करते हैं मगर न ही कभी यह मंदिर जाते हैं और न ही कभी यह मूर्तियों की पूजा करते हैं। आखिर किस तरह की है यह अनोखी प्रथा जिसमे लोग भगवान का नाम तो टैटू कराते है मगर भगवान की पूजा नहीं करते।

कहा जाता है की यह टैटू लोगो के लिए एक सामाजिक बगावत की निशानी है। कहा जाता है की लगभग 100 साल पहले गांव में हिन्दुओं के ऊंची जाति के लोगों ने इस समूह के लोगो को मंदिर में घुसने से मना कर दिया। तब से यह प्रथा शुरू हुई अपने शारीर के हर एक कोने पर राम का टैटू कराने की।

छत्तीसगढ़ के रामनामी समाज के लोगो को रमरमिहा के नाम से भी जाना जाता है। छत्तीसगढ़ के जमगाहन जो एक बहुत ही गरीब और पिछड़ा इलाका है वहां रहने वाले महेतर राम टंडन पिछले 50 साल से इस परंपरा को निभा रहें हैं। महेतर राम टंडन की उम्र 76 साल हो गई है। इनकी तरह ही पास के गांव में 75 साल की पुनई बाई इसी परंपरा को निभा रहीं हैं।

रामनामी जाति की नई पीढ़ी के लोगों को अपने लिए कामकाज ढूंढने के लिए दूसरे शहरों में जाना पड़ता है। पूरे शरीर में न सही, मगर अपने शरीर के किसी भी हिस्से में राम-राम लिखवाकर अपनी संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। आपको बतादें की छत्तीसगढ़ के चार जिलों में इनकी संख्या ज्यादा है। आबादी तकरीबन एक लाख है और छत्तीसगढ़ के चार जिलों में रामनामी जाति की संख्या ज्यादा है। वहीं सभी में टैटू बनवाने की परंपरा एक आम बात है।

इन चीजों को इस्तेमाल करना बन सकता है अापकी गरीबी का कारण!

हम लोग जाने-अनजाने में बिना कुछ सोचे-समझें दूसरों की चीजों का इस्तेमाल कर लेते है लेकिन क्या अापको पता अापका इस तरह से दूसरों से चीजेम लेना अापकी अार्थिक स्थिति को तो बिगाड़ता है लेकिन साथ ही में इससे अापके अौर उनके दोनों के बीच संबंध भी बिगड़ने लगते है अौर तनाव पैदा होने लगता है। इसलिए कभी भी अपनी इन चीजोें को किसी से शेयर ना करें जो अापके लिए परेशानी का कारण बनें। अाइए जानते है कि एेसी कौन-कौन सी चीजें है...

1. पेन लेना 
कई बार हम किसी काम के लिए दूसरों से पेन मांग लेते है लेकिन काम खत्म होने के बाद लोटाना भूल जाते है अापकी यही भूल अापकी अार्थिक परेशानी अौर अपमान का कारण बन सकती है।

2. बिस्तर या पलंग शेयर करना 
किसा का बिस्तर या पलंग शेयर करने से उस बिस्तर पर हमेशा सोने वाले लोगों के बीच लड़ाई-झगड़ा होता रहता है अौर धन की समस्या भी निरंतर बनी रहती है।

3. घड़ी 
हाथों में पहनी जाने वाली घड़ी भी इंसान पर अच्छा-बुरा असर डालती है अगर अाप दूसरों की पहनी हुई घड़ी पहनते है तो इससे असफलता अौर अार्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

4. दुसरों के कपड़े 
दुसरों के कपड़े पहनना या मांगना भी अापके लिए मुसिबतों का कारण बन सकता है इसलिए दूसरों के कपड़ों का इस्तेमाल करने से बचें।

5. पैसे उधार लेना 
किसी दूसरों व्यक्ति के पैसों पर नजर रखना अौर इनको उधार लेना भी अापके लिए परेशानियों अौर दुर्भाग्य का कारण बनते है इसलिए अगर किसा से उधार लेते है तो इसके तुरंत लोटा दें।

6.रूमाल  
दूसरों से रूमाल लेना या उनसे देना अापको दोनों के बीच लड़ाई अौर तनाव पैदा करता है अौर इससे रूमाल लेने वाले को लगातार पैसोे से होने वाले नुकसान करना पड़ता है।

हर रात चौसर खेलते हैं , भगवान शिव और पार्वती

इंदौर /ओंकारेश्वर। वैसे तो दुनियाभर में भगवान शिव के कई प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर हैं, लेकिन इस मंदिर की बात कुछ अलग ही है। मान्यता के अनुसार इस मंदिर में रोज को भगवान शिव और पार्वती यहां आकर चौसर-पांसे खेलते हैं। यह सिलसिला सदियों से चला आ रहा हैं।

नर्मदा किनारे ऊंकार पर्वत पर बना ओंकारेश्वर मंदिर बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक है। ममलेश्वर नाम से प्रसिद्ध चौथे नंबर के इस ज्योर्तिलिंग के दर्शन के बिना चारों धाम की यात्रा अधूरी मानी जाती है। मंदिर के मुख्य पुजारी डंकेश्वर दीक्षित के अनुसार मान्यता है कि भगवान शिव और पार्वती रोज रात में यहां आते हैं और चौसर-पांसे खेलते हैं। शयन आरती के बाद ज्योतिर्लिंग के सामने रोज चौसर-पांसे की बिसात सजाई जाती है। ये परंपरा सदियों से चली आ रही है। वे बताते हैं कि रात में गर्भगृह में परिंदा भी पर नहीं मार सकता, लेकिन कई बार वहां पांसे उल्टे मिलते हैं।

ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग शिव भगवान का अकेला ऐसा मंदिर है जहां रोज गुप्त आरती होती है।इस दौरान पुजारियों के अलावा कोई भी गर्भगृह में नहीं जा सकता। पंडित डंकेश्वर दीक्षित के अनुसार इसकी शुरुआत रात 08:30 बजे रुद्राभिषेक से होती है। अभिषेक के बाद पुजारी पट बंद कर शयन आरती करते हैं फिर पट खोले जाते हैं और चौसर-पांसे सजाकर फिर से पट बंद कर देते हैं। हर साल शिवरात्री को भगवान के लिए नए चौसर-पांसे लाए जाते हैं।

शिवजी को प्रसन्न करने के लिए आदिकाल से सोलह सोमवार की परंपरा चली आ रही है। सोलह सोमवार की व्रत कथा में भी शिव और पार्वती के चौसर खेलने का उल्लेख मिलता है।

इतिहास बनाने उतरेंगे विराट और टीम इंडिया

नई दिल्ली: शानदार फार्म में खेल रहे विराट कोहली की कप्तानी और नए कोच अनिल कुंबले के विशाल अनुभव और मार्गदर्शन में टीम इंडिया गुरुवार से वैस्टइंडीज में शुरू हो रही 4 टैस्टों की सीरीज में अनूठा इतिहास बनाने के इरादे से उतरेगी।


भारत का आमतौर पर विदेशी जमीन पर रिकार्ड कोई बहुत अच्छा नहीं रहा है लेकिन इस सीरीज में भारत के पास कैरेबियाई जमीन पर सीरीज जीत की हैट्रिक बनाने का मौका रहेगा। भारत ने वैस्टइंडीज में पिछले 2 दौरों में सीरीज में जीत हासिल की है। वर्ष 1953 से अब तक भारत ने वैस्टइंडीज में कुल 45 टैस्ट खेले हैं जिनमें से उसने 5 जीते हैं, 16 हारे हैं और 24 ड्रा खेले हैं। ओवरऑल भारत ने वैस्टइंडीज के खिलाफ 1948 से अब तक 90 टैस्ट खेले हैं जिनमें से उसने 16 जीते हैं, 30 हारे हैं और 44 ड्रा खेले हैं। भारत इस सीरीज में 4 टैस्ट खेलने के साथ ही अपने कुल टैस्टों की संख्या 499 पहुंचा देगा।


भारत ने पहली बार 1952-53 में वैस्टइंडीज का दौरा किया था। भारत ने कैरेबियाई जमीन पर कुल 10 सीरीज खेली हैं जिनमें उसने 3 सीरीज जीती हैं और 7 सीरीज गंवाई हैं। भारत ने वैस्टइंडीज में पिछली अपनी दोनों सीरीज जीती हैं और इस बार उसका लक्ष्य मौजूदा सीरीज जीतकर कैरेबियाई जमीन पर सीरीज जीत की हैट्रिक बनाना है। टीम इंडिया ने 2006 में वैस्टइंडीज को 4 मैचों की सीरीज में 1-0 से और 2011 में 3 मैचों की सीरीज में 1-0 से हराया था। इससे पहले भारत ने 1971 की ऐतिहासिक सीरीज में अजीत वाडेकर की कप्तानी में 5 मैचों की सीरीज 1-0 से जीती थी। वर्ष 2006 की सीरीज में विश्वसनीय बल्लेबाज राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के कप्तान थे जबकि 2011 में कप्तानी महेन्द्र सिंह धोनी के हाथों में थी।


धोनी अब टैस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और टैस्ट टीम की बागडोर विराट कोहली के हाथों में है। भारत ने इसके अलावा 1975-76 में 4 टैस्टों की सीरीज में और वर्ष 2002 में 5 टैस्टों की सीरीज में वैस्टइंडीज में 1-1 मैच जीता था। विराट पर भारी जिम्मेदारी रहेगी कि वह अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को वैस्टइंडीज में सीरीज जीत की हैट्रिक दिलाएं।



धीमी पिचों पर बल्लेबाजों को दिखाना होगा संयम : रहाणे

वैस्टइंडीज के खिलाफ 2 अभ्यास मैचों में धीमी पिचों पर खेलने के बाद भारतीय बल्लेबाज अजिंक्या रहाणे का भी मानना है कि मुख्य सीरीज में भी टीम को इसी तरह की पिचों पर खेलना होगा जिसके लिए वे तैयारियों में जुटे हैं।


भारतीय टीम ने ड्रा रहे 2 अभ्यास मैचों के बाद नेट पर भी जमकर अभ्यास किया और खिलाडिय़ों ने विभिन्न संयोजन में खेलते हुए 21 जुलाई से यहां वैस्टइंडीज के खिलाफ शुरू होने जा रहे 4 टैस्टों की सीरीज के पहले मैच के लिए अपनी तैयारियों को परखा।



वैस्टइंडीज पर बड़ी जीत से अंक बचा पाएगा भारत

दुबई चोटी पर काबिज ऑस्ट्रेलिया और दूसरे नंबर की टीम भारत को यदि आई.सी.सी. टीम रैंकिंग में महत्वपूर्ण अंक गंवाने से बचना है तो उन्हें क्रमश: श्रीलंका और वैस्टइंडीज के खिलाफ आगामी टैस्ट शृंखलाओं में अधिक से अधिक मैच में जीत दर्ज करनी होगी।


वैस्टइंडीज 4 टैस्ट मैचों की शृंखला के लिए भारत की मेजबानी करेगा जिसका पहला मैच गुरुवार से एंटीगा में शुरू होगा जबकि ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच 3 टैस्ट मैचों की शृंखला खेली जाएगी जिसका पहला मैच 26 जुलाई से पल्लेकल में होगा। भारत 8वें नंबर पर स्थित वैस्टइंडीज से 44 अंक आगे है जबकि ऑस्ट्रेलिया को 7वें नंबर के श्रीलंका पर 33 अंक की बढ़त हासिल है। ऐसी स्थिति में यदि भारत और ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला जीतने में नाकाम रहते हैं तो उन्हें अंक गंवाने पड़ेंगे।


भारत के अभी 112 अंक हैं और यदि उसे इन्हें बरकरार रखना है तो शृंखला 3-0 से जीतनी होगी। 3-1 या 2-0 से जीत पर भारत के 110 अंक रह जाएंगे। दूसरी तरफ वैस्टइंडीज की 3-1 या 2-0 से जीत पर उसके 79 अंक हो जाएंगे और भारत के केवल 98 अंक रह जाएंगे।


इसी तरह से ऑस्ट्रेलिया को वर्तमान में अपने 118 अंकों पर बने रहने के लिए श्रीलंका को 2-0 या इससे बेहतर अंतर से हराना होगा। इसके उलट यदि श्रीलंका 1-0 से भी जीत दर्ज कर लेता है तो उसे 7 अंक मिलेंगे और उसके 92 अंक हो जाएंगे जबकि स्टीवन स्मिथ की टीम के 111 अंक ही रह जाएंगे।

पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान मोहम्मद शाहिद का निधन

पूर्व भारतीय हॉकी कप्तान मोहम्मद शाहिद का लंबी बीमारी के बाद गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह 56 साल थे। मोहम्मद शाहिद ने लगातार तीन ओलिंपिक 1980, 1984 और 1988 में भारतीय टीम का नेतृत्व किया था। वह पिछले कुछ समय से लीवर और किडनी की गंभीर समस्या से जूझ रहे थे।

भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान को उनके शानदार खेल प्रदर्शन के आधार पर पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था। मॉस्को ओलिंपिक 1980 में आखिरी बार गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के कप्ताल रहे मोहम्मद शाहिद बनारस के मूल निवासी थे। पिछले महीने पेट दर्द के कारण शाहिद को बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में रेफर किया गया।

हॉकी की दुनिया में ड्रिब्लिंग के बादशाह कहे जाने वाले मोहम्मद शाहिद की अगुवाई में भारतीय हॉकी टीम ने 1982 और 1986 के एशियाड में रजत और कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। शाहिद को 1981 में अर्जुन पुरस्कार के साथ 1986 में पद्मश्री अलंकरण से नवाजा गया था।

मंगलवार, 19 जुलाई 2016

सावन का महीना आरंभ, भोलेनाथ देंगे लम्बी उम्र और धन

भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना आरंभ हो गया है और 18 अगस्त को होगा विश्राम। इस माह में किसी भी तरह का कष्ट हो उसका निवारण होता है, मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है। भगवान शिव योगेश्वर हैं। निरंतर समाधि में लीन रहते हैं, लेकिन सम्पूर्ण जगत का उन्हें ज्ञान रहता है। वह परम तपस्वी हैं, योगी हैं। उनकी पूजा-उपासना व आराधना प्रकृति व परमेश्वर की पूजा-आराधना है। ऐसा वेद-पुराणों में उल्लेख है कि भगवान शिव अपनी पूजा-उपासना से शीघ्र प्रसन्न होते हैं। इसका तात्पर्य यह भी है कि पूजा-उपासना शुभ कर्म हैं जिसके माध्यम से हम स्थिर-एकाग्र होते हैं।

भगवान को शुभ कर्म अच्छे लगते हैं इसलिए पुरस्कार स्वरूप भगवान अपने भक्तों को अनुदान देते हैं कि वे अपने जीवन में निरंतर शुभ कर्म करते रहें। सावन महीने के पावन दिनों में भगवान शिव की पूजा-अर्चना के पीछे यही संदेश हम सबके लिए है कि यदि हम जीवन में शुभ कर्म करें तब ही हम कल्याणकारी शिव के प्रिय बन सकेंगे। इसके अतिरिक्त सावन के आरंभ से लेकर अंत तक करें ये पांच उपाय बढ़ेगी आयु और धन-

भगवान शिव की पूजा और अभिषेक में बिल्वपत्र का प्रथम स्थान है। चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, अमावस्या, संक्रांति और सोमवार को बिल्वपत्र न तोड़ने के नियम के कारण बिल्वपत्र न होने पर नए बिल्वपत्रों की जगह पर पुराने बिल्वपत्रों को जल से पवित्र कर भगवान शिव पर चढ़ाया जा सकता है या इन तिथियों से पहले तोड़ा बिल्वपत्र चढ़ाएं।

* प्रतिदिन रुद्राष्टाध्यायी का पाठ करें अथवा शिव षडक्षरी मंत्र ओम नमः शिवाय का मन ही मन सारा महीना जाप करें।

* सुबह के समय पंचामृत (दूध, गंगाजल, शहद, दही और घी) से भगवान शिव का अभिषेक करें।

* स्फटिक का शिवलिंग घर में स्थापित कर नियमित रूप से उनका पूजन करें।

* शाम के समय मंदिर में तेल का दीया जलाएं। धूप-दीप जलाकर प्रेमपूर्वक शिव और मां पार्वती की आरती करें।

कारों का कब्रिस्तान, यहां करीब 70 साल से खड़ी हैं

ये बात सुनने में हमें थोड़ा अजीब जरूर लगती है, लेकिन दक्षिण बेल्जियम के लग्जमबर्ग प्रांत में कारों का भी कब्रिस्तान है। लग्जमबर्ग प्रांत के जिस कस्बे में कारों का कब्रिस्तान है, उसे चैटिलोन कहा जाता है। कारों के कब्रिस्तान में एक ही मॉडल की 500 से अधिक कारें पिछले करीब 70 से खड़ी हुई हैं। 70 से खड़ी कारों को पर अब आलम ये है कि इन पर ही पेड़-पौधे उग आए हैं।

कारों के कब्रिस्तान जुड़ी ये बात भी हमेशा हर किसी को चौंकने पर मजबूर कर देती है कि इतनी कारों के यहां तक आने के बारे में कोई नहीं जानता। हालांकि कुछ स्थानीय लोग मानते हैं कि इन कारों का संबंध अमेरिकी सैनिकों से है। उनके मुताबिक सेकेंड वर्ल्ड वार की समाप्ति के बाद जब अमेरिकी सैनिक घर वापस जाने की तैयारी कर रहे थे तो उन्हें महसूस हुआ कि वो अपनी कारें अपने साथ नहीं ले जा सकते। इस दौरान उन्हें चैटिलोन के जंगल अपनी कारों को छुपाने के लिए सबसे उपयुक्त लगे, क्योंकि ये एक पहाड़ी इलाका था और लोगों का यहां पर आना-जाना बिल्कुल नहीं था।

उनकी योजना अमेरिकी पहुंचने के बाज कारें अमेरिका वापस मंगवाने की थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका और ये कारें हमेशा के लिए यहीं रह गई। दूसरी ओर इसके विपरीत कुछ लोगों का ये कहना है कि ये सारी कारें स्थानीय निवासियों की ही हैं। जब भी यहां किसी की कार खराब होती है तो वो इस जंगल में ही अपनी कार खड़ी कर आता है। हालांकि इस बात यकीन करना मुश्किल इसलिए है, क्योंकि सभी कारें एक ही मॉडल की हैं।

गुरु पूर्णिमा में ऐसे करें गुरु की उपासना

गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व अपने आराध्य गुरु को श्रद्धा अर्पित करने का महापर्व है। देशभर में गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है।
आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को ही गुरु पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन गुरु पूजा का विधान है।शास्त्रों में गु का अर्थ बताया गया है- अंधकार या मूल अज्ञान और रु का अर्थ है- उसका निरोधक। गुरु को गुरु इसलिए कहा जाता है कि वह अज्ञान तिमिर का ज्ञानांजन-शलाका से निवारण कर देता है अर्थात अंधकार को हटाकर प्रकाश की ओर ले जाने वाले को ‘गुरु’ कहा जाता है।

वर्षा ऋतु के आगमन के साथ जब धरती हरी-भरी होने लगती है तब ऐसे समय में गुरु पूर्णिमा मनाने का विधान है। गुरु पूर्णिमा से जुड़ी तमाम मान्यताओं में एक यह है कि इस दिन महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास का जन्मदिन भी है। कृष्ण द्वैपायन व्यास संस्कृत के प्रकाण्ड विद्वान थे और उन्होंने चारों वेदों की भी रचना की इसलिए उनका नाम वेद व्यास पड़ा। वेद व्यास के सम्मान में हर साल गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। भारतीय धर्मग्रंथों में गुरू का बेहद अहम स्थान है, गुरु को ईश्वर का समतुल्य दर्जा दिया गया है। संस्कृत में एक श्लोक है-
अज्ञान तिमिरांधश्च ज्ञानांजन शलाकया,चक्षुन्मीलितम तस्मै श्री गुरुवै नम:
अर्थात अंधकार को हटाकर प्रकाश की ओर ले जाने वाले को ‘गुरू’ कहा जाता है।
गुरु पूर्णिमा के दिन क्या करें---


प्रात: घर की सफाई, स्नानादि नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ-सुथरे वस्त्र धारण करके तैयार हो जाएं. घर में 12-12 रेखाएं बनाकर व्यास-पीठ बनाइए। गुरू की पूजा करें पूजा में व्यासजी, ब्रह्माजी, शुकदेवजी और शंकराचार्यजी के नाम, मंत्र से पूजा का आह्वान करना चाहिए। गुरुपरंपरासिद्धयर्थं व्यासपूजां करिष्ये नाम से मंत्र का जाप करना चाहिए। तत्पश्चात अपनें गुरू को उपहार देना चाहिए।
गुरु गायत्री मंत्र

-प्राचीन काल में लोग शिक्षा ग्रहण के लिए गुरु के पास जाते थे। प्राचीन काल में शिक्षा के लिए कोई शुल्क नहीं ली जाती थी। शिष्य अपने सामर्थ्य के अनुसार गुरु को इसी दिन गुरु दक्षिणा देते थे।

रामचरितमानस में गुरु वंदना

बंदउँ गुरु पद कंज कृपा सिंधु नररूप हरि।

महामोह तम पुंज जासु बचन रबि कर निकर॥


चौपाई

बंदऊँ गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा॥

अमिअ मूरिमय चूरन चारू। समन सकल भव रुज परिवारू॥

सुकृति संभु तन बिमल बिभूती। मंजुल मंगल मोद प्रसूती॥

जन मन मंजु मुकुर मल हरनी। किएँ तिलक गुन गन बस करनी॥

श्री गुरु पद नख मनि गन जोती। सुमिरत दिब्य दृष्टि हियँ होती॥

दलन मोह तम सो सप्रकासू। बड़े भाग उर आवइ जासू॥

उघरहिं बिमल बिलोचन ही के। मिटहिं दोष दुख भव रजनी के॥

सूझहिं राम चरित मनि मानिक। गुपुत प्रगट जहँ जो जेहि खानिक॥

दोहा

जथा सुअंजन अंजि दृग साधक सिद्ध सुजान।

कौतुक देखत सैल बन भूतल भूरि निधान॥

चौपाई --


गुरु पद रज मृदु मंजुल अंजन। नयन अमिअ दृग दोष बिभंजन॥

तेहिं करि बिमल बिबेक बिलोचन। बरनउँ राम चरित भव मोचन॥

दिग्गज गायिका मुबारक बेगम का निधन

मुंबई। बॉलीवुड की दिग्गज पार्श्वगायिका और गजल सम्राज्ञी मुबारक बेगम शेख का सोमवार देर रात अपने घर पर निधन हो गया। उनके परिवार के एक सदस्य ने बताया कि वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रही थीं। वह 80 वर्ष की थीं। उनका अंतिम संस्कार आज सुबह मुंबई के ओशिवारा मुस्लिम कब्रिस्तान में लगभग 11 बजे किया जाएगा।  उनकी बहू जरीना शेख ने कहा, "उन्होंने सोमवार रात जोगेश्वरी स्थित अपने निवास स्थान पर रात लगभग 10 बजे अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रही थीं।"

रविवार, 17 जुलाई 2016

अब 'अंगूरी' नहीं 'कंट्रोवर्सियल भाभी' बनी नजर आएंगी शिल्पा शिंदे

छोटे पर्दे की मशहूर अदाकारा और पुरानी वाली 'अंगूरी भाभी' यूं तो अब 'भाबीजी घर पर हैं' सीरियल से नाता तोड़ चुकी हैं. लेकिन दर्शक उनकी एक्टिंग अभी भी मिस करते हैं. ऐसे में अपने दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए अब शिल्पा शिंदे एक नए रूप में 'कंट्रोवर्सियल भाभीजी' के रूप में नजर आएंगी. इतना ही नहीं यह 'कंट्रोवर्सियल भाभीजी' अब टेलीविजन नहीं बल्कि डिजिटल मीडिया यानी ऑनलाइन दिखाई देंगी.

दरअसल शिल्पा शिंदे एक डिजिटल प्रोग्राम 'कंट्रोवर्सियल भाभीजी' में काम कर रही हैं. हाल ही में मीडिया से रूबरू होने के दौरान शिल्पा ने कहा, "जो लोग बेचैन थे कि शिल्पा कहां गायब हो गईं, क्या कर रही हैं? इस शो से लोगों को उनके सवालों के जवाब मिल जाएंगे."

गूगल पर भी नम्बर वन रहे सलमान

गूगल की ओर से जारी पांच सबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले भारतीय अभिनेताओं की सूची में सलमान खान के बाद शाहरुख खान, अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन और रजनीकांत का नाम शामिल है। सर्च किए जाने वाले अन्य शीर्ष 10 अभिनेताओं में ऋतिक रोशन, शाहिद कपूर, रणबीर कपूर, आमिर खान और इमरान हाशमी हैं। अभिनेत्रियों की सूचीगूगल पर सबसे ज्यादा सर्च की जाने वाली अभिनेत्रियों में सनी लियोनी के बाद कैटरीना कैफ, करीना कपूर, काजल अग्रवाल, दीपिका पादुकोण, ऐश्वर्या राय, प्रियंका चोपड़ा, तमन्ना भाटिया, आलिया भट्ट और सोनाक्षी सिन्हा हैं।निर्देशकों की सूची मेंसबसे ज्यादा सर्च किए जाने वाले निर्देशकों की सूची में प्रभुदेवा शीर्ष पर हैं। इसके बाद करण जौहर, फरहान अख्तर, राज कपूर, राम गोपाल वर्मा, फराह खान, अनुराग कश्यप, यश चोपड़ा, रोहित शेट्टी और राजकुमार हिरानी शामिल हैं। सर्वाधिक सर्च की गई फिल्में इनमें पीके नंबर वन पर है।





विजेंदर ने जड़ा जीत का पंच, हरियाणा के शेर के सामने ‘होपलेस’ हो गए होप

नई दिल्ली। भारत के दिग्गज पेशेवर मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप को हराते हुए डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया। साल 2008 में बीजिंग में आयोजित ओलम्पिक खेलो में कांस्य पदक जीतने वाले विजेंदर ने खचाखच भरे त्यागराज स्टेडियम में घरेलू दर्शकों के जबरदस्त समर्थन के बीच 30 से अधिक मैचों का अनुभव रखने वाले होप को 10 राउंड के मुकाबले में (98-92, 98-92, 100-90) के स्कोर से हराया।
यह विजेंदर के पेशेवर करियर की सातवीं जीत है। इससे पहले हुए सभी छह मुकाबलों में विजेदर ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को नाकआउट किया था लेकिन वह होप को समय से पहले धराशायी नहीं कर सके। इस मैच को देखने के लिए पूरा त्यागराज स्टेडियम भरा था। सुरेश रैना, वीरेंद्र सहवाग और राहुल गांधी जैसे दिग्गज विजेंदर की हौसलाअफजाई के लिए पहुंचे थे। विजेंदर ने होप को नाकआउट करने की पूरी कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो सके।
होप की 31 मुकाबलो में यह आठवीं हार है। होप ने 23 जीत हासिल की है। इनमें से दो बार वह अपने विपक्षी खिलाड़ी को नाकआउट करने में सफल रहे हैं जबकि आठ में से चार बार वह खुद नॉकआउट हुए हैं। मैच के बाद विजेंदर ने कहा, धन्यवाद भारत। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। यह हमारे देश की प्रतिष्ठा का सवाल था। अंतत: हमने कर दिखाया। होप ने बेहतरीन खेल दिखाया।

शनिवार, 16 जुलाई 2016

अनिल कपूर और सुरवीन की किसिंग तस्वीरें हुई वायरल

अनिल कपूर और सुरवीन चावला की किस तस्वीरें इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी हैं। ये उनके टीवी सीरियल 24 के अगले सीज़न की तस्वीरें हैं।

ये तस्वीरें इंडियन टीवी व्यूअर्स के लिए तो सनसनी फैलानी वाली हैं।बताया जाता है कि शूटिंग के दौरान सुरवीन नर्वस थीं, वहीं अनिल को इसमें कोई परेशानी नहीं हुई।

ये भी बता दे कि अनिल की उम्र जहां 59 साल है वहीं सुरवीन 31 की है। 31 की ही सोनम जिन्हें इंडस्ट्री में कोई खासी सफलता नहीं मिली है, जब अपने पिता को इस तरह के सीन्स करते और इन बुलंदियों को छूते देखती होंगी तो उन्हें कैसा लगता होता यह शायद वे ही बता पाएं।

एक ऐसा गांव जहां पर दूसरी पत्‍नी से ही मिलता है संतान का सुख!

बाड़मेर। वैसे तो दुनिया में बहुत अजीबोगरीब परंपराएं होती है जहां हर किसी जगह पर अजीबोगरीब परंपराएं जिंदा है जिनके बारे में जान-कर हैरानी होती है ईसी वजह से अाज भी समाज इतना पिछड़ा हुअा है। एेसे राजस्थान का एक गांव एेसा है जिसे एक अजीब सी परंपरा कई सालों से चली अा रही है। यहां के पुरूषों को पहली पत्नी के होते हुए भी दूसरी अौरत से शादी करनी पड़ती है क्योंकि उन्हें पहली पत्नी से संतान का सुख प्राप्त नहीं होता।

यह बात हैरान कर देने वाली है लेकिन बाड़मेर के इस गांव में करीब 70 मकान है वहां रहने वाले लोगों की जाति भी बहुत कम है। देरासर के इस गांव में हर लड़का दो शादियां करता है। सभी के साथ एक जैसी ही समस्या होती है पहली पत्नी से संतान का सुख न मिलना। यह थोड़ी हैरान करने वाली बात है कि दूसरी शादी के बाद संतान होने लगती है। यहां के कुछ पुरुष तो एेसे है, जो संतान की चाह में 50 की उम्र पार कर गए लेकिन उनका यह सुख अभी तक नहीं मिला। जब दूसरी शादी की तो किसी को चार बेटे तो किसी को 5 बेटियों का सुख मिला। आपने कभी नहीं देका होगा ऐसा गेम, यहां देखिए इस गांव में एक-दो परिवार को छोड़कर सभी पुरुषों की दो पत्‍नियां है। अब यह अजीब स्थिति है कि यहां के लोगों को दूसरी शादी करके ही संतान प्राप्त होती है।

शुक्रवार, 15 जुलाई 2016

फिल्म देखने पहुंची हीरोइन को ड्रैस ने किया असहज, हुई शर्म से लाल

काफी समय से फिल्म 'ग्रेट ग्रांड मस्ती' चर्चा में है। फिल्म की रिलीज से पहले सभी सितारों के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई। फिल्म देखने तो सारे सितारे पहुंचे लेकिन सोनाली ने एकबार को तो हलचल ही मचा दी।

'ग्रेट ग्रांड मस्ती' में सोनाली राउत ने अहम भूमिका निभाई है। फिल्म की स्क्रीनिंग पर पहुंची सोनाली की ड्रेस बेहद सेक्सी थी। वो जैसे ही गाड़ी से उतरी तो खुद को थोड़ा सहज करते हुए अपने ब्रेस्ट पर से खिसकती ड्रेस को ठीक करने लगी। इस पर वहां मौजूद लोगों की नजर पड़ गई।

सोनल के अपनी ड्रैस ठीक करते देख वहां मौजूद मीडियाकर्मियों की नजर पड़ी तो कैमरे उनकी तरफ मुड़ गए। सोनाली भी इससे थोड़ा झिझक सी गईं। शर्म से सोनाली के गाल सुर्ख हो गए। वो जल्दी से फिल्म स्क्रीनिंग के लिए जाने लगीं लेकिन कैमरे उनसे नहीं हटे। सोनाली की बैकलैस ड्रैस के सामने बाकी सितारे फीके नजर आए। उन्होंने उर्वशी से बदला भी ले लिया।

'ग्रेट ग्रांड मस्ती' के ट्रेलर रिलीज के साथ से ही फिल्म की दूसरी हीरोइनों के मुकाबले उर्वशी की ही चर्चा थी। फिल्म की स्क्रीनिग पर जिस तरह से सोनल की ड्रैस को देखकर कैमरे चमके उसके बाद कहा जा रहा कि सोनल ने एक ही झटके में अपने हिस्से की सारी सुर्खियां बटोर ली हैं।

'ग्रेट ग्रांड मस्ती' के एक गाने में भी सोनाली ने अपनी मादक अदाएं दिखाईं थीं। सोनाली ने इस दौरान कहा कि लोगों को पायरेसी से बचना चाहिए और फिल्म देखने के लिए सिनेमाघर तक आना चाहिए।

भारत दौरे पर पांच टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी20 मैच खेलेगी इंग्लिश टीम

बीसीसीआई ने इंग्लैंड के भारत दौरे का कार्यक्रम घोषित कर दिया है. इंग्लैंड यहां पांच टेस्ट, तीन वनडे और इतने ही टी20 मैच खेलेगा. इंग्लिश टीम दौरे की शुरुआत नवंबर में राजकोट टेस्ट के साथ करेगी जबकि 01 फरवरी को बंगलुरु में तीसरे टी20 मैच के साथ ही इंग्लैंड का भारत दौरा खत्म होगा.

 

































टेस्ट मैच का कार्यक्रमतारीखआयोजन स्थल
पहला टेस्ट09-13 नवंबर, 2016राजकोट
दूसरा टेस्ट17-21 नवंबर, 2016विज़ाग
तीसरा टेस्ट26-30 नवंबर, 2016मोहाली
चौथा टेस्ट08-12 दिसंबर, 2016मुंबई
चौथा टेस्ट16-20 दिसंबर, 2016चेन्नई

 























वनडे कार्यक्रमतारीखआयोजन स्थल
पहला वनडे15 जनवरी 2017पुणे
दूसरा वनडे19 जनवरी 2017कटक
तीसरा वनडे22 जनवरी 2017कोलकाता

 























टी20 कार्यक्रमतारीखआयोजन स्थल
पहला टी2026 जनवरी 2017कानपुर
दूसरा टी2029 जनवरी 2017नागपुर
तीसरा टी2001 फरवरी 2017बंगलुरु

 

इंग्लैंड की टीम तीन साल के बाद भारत दौरे पर आ रही है. इससे पहले 2012-13 में इंग्लिश टीम ने भारत में चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेली थी. इंग्लैंड ने उस सीरीज को तब 2-1 से जीता था. इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक ने तब भारत दौरे पर तीन शतक जड़े और अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई.

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मालिक को बचाने के लिए कुत्ते ने 4 घंटे तक सांपो से लड़ी जंग

कुत्ते अपने मालिक के प्रति बेहद वफादार जानवर होते है। इस बात को साबित किया है उड़ीसा के गजापति जिले के एक कुत्ते ने। इस कुत्ते ने अपने मालिक के परिवार वालों को बचाने के लिए खुद की जान दाव पर लगा दी। डॉबरमैन नस्ल के इस कुत्ते ने 8 लोगों की जान बचाने के लिए अकेले 4 कोबरा सांपों से लोहा लिया।

कुत्ते ने 4 पहाड़ी कोबरा सांपो से 4 घंटे तक अकेले लोहा लिया और अंततः सभी को मार दिया। इस दौरान सापों के डंसने के कारण कुत्ते के शरीर में जहर फैल गया और सापों को मारने के कुछ मिनटों बाद ही उसकी भी मौत हो गई। मामला भुदनेश्वर से 400 किमी दूर गजापति जिले के रायगढ़ ब्लॉक का है।

सोमवार रात यहां साबेकपुर गांव में दिबाकर रेता के घर में 4 सांप घुसने की कोशिश कर रहे थे। घर की हिफाजत कर रहे कुत्ते ने उन्हें रोका जिसके बाद उनके बीच भयंकर लड़ाई हुई। दिबाकर कुछ ही महीने पहले डाबरमैन को खरीदकर लाए थे।

गुरुवार, 14 जुलाई 2016

राज्य महिला आयोग के समक्ष पेश नहीं हुए:सलमान खान

मुंबई। अभिनेता सलमान खान को महाराष्ट्र राज्य महिलाआयोग  (एमएससीडब्ल्यू) के समक्ष आज फिर पेश नहीं हुए और उन्होंने 'बलात्कार' संबंधी अपने बयान पर भेजे गए पत्र का जवाब देने के लिए पैनल को एक पत्र भेजा। जिस का अभी यह पता नहीं चल पाया है कि पत्र में क्या लिखा है। ऐसा तीसरी बार हुआ है जब सलमान एमएससीडब्ल्यू आयोग के सामने पेश नहीं हुए हैं। एमएससीडब्ल्यू ने सलमान को आज अपने समक्ष पेश होने को कहा था। उसने कहा कि वह अभिनेता के पत्र के संबंध में अपने कानूनी विभाग से विचार विमर्श कर रहा है।

एमएससीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने कहा, 'हमें पत्र मिला है। और हम इसका अध्ययन भी कर रहे हैं। हमने इसे आगे की कार्रवाई के संबंध में फैसला करने के लिए हमारे कानूनी विभाग को भेज दिया है। ' हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि पत्र में क्या लिखा है या एमएससीडब्ल्यू विवाद के संबंध में क्या कोई कदम उठाएगा या नहीं। सलमान ने हाल में बयान दिया था कि फिल्म 'सुल्तान' की थकाउ शूटिंग के बाद उन्हें 'बलात्कार का शिकार हुई महिला' की तरह महसूस हुआ। उनके इस बयान के बाद वह विवादों में घिर गए थे। 50 वर्षीय अभिनेता को पहले भी दो बार सुनवाई के लिए आने को कहा गया था लेकिन वह पेश नहीं हुए। इसके बाद उन्हें आयोग के समक्ष आज पेश होने को कहा गया था।

इससे पहले जब आयोग ने सलमान को पहली बार तलब किया था तो सलमान ने अपने वकील के जरिए पैनल को एक पत्र भेजा था जिसमें उन्होंने कहा था कि इस मामले की सुनवाई पहले ही राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) में चल रही है और मामले की सुनवाई एक ही साथ दो स्थानों पर नहीं हो सकती। बाद में सलमान ने राष्ट्रीय महिला आयोग के समन का भी आठ जुलाई को पालन नहीं किया और वह अपने विवादित बयान पर स्पष्टीकरण देने के लिए पेश नहीं हुए। इसके एक दिन पहले उन्होंने महाराष्ट्र महिला आयोग के समन का पालन नहीं किया। इसके बाद महाराष्ट्र राज्य आयोग ने अभिनेता से आज पेश होने को कहा था।

बुधवार, 13 जुलाई 2016

बेटे को जन्म देंगी करीना, कराया लिंग परीक्षण !

मुंबई। हाल ही में करीना कपूर को लंदन के एक क्लीनिक में देखा गया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो करीना ने यहां प्रेग्नेंनेसी टेस्ट करवाया और ऐसा अनुमान लगाया गया है कि करीना के गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है। भारत में लिंग परीक्षण करवाना गैरकानूनी है, इसलिए सैफ और करीना ने लंदन में ये परीक्षण करवाया! फिलहाल इन खबरों की पुष्ठि नहीं हो पाईं है।


पिछले कुछ समय से करीना के प्रेग्नेंट होने की खबरें थी, लेकिन उन्होंने ना तो इसकी पुष्ठि की और ना ही इन खबरों को गलत कहा।


लेकिन अब हाल में सैफ अली ने कहा है कि “मैं और मेरी पत्नी करीना यह ऐलान करना चाहते है कि हम दोनों अपने पहले बच्चे की उम्मीद कर रहे है। दिसंबर में बच्चे का जन्म हो सकता है।


सैफ अली खान ने कहा कि हम अपने शुभचिंतकों को धन्यवाद देना चाहते है, जिनके आशीर्वाद से यह दिन देखने को मिला है। साथ ही सैफ ने मीडिया का धन्यवाद किया है। करीना कपूर ने अपने एक इंटरव्‍यू में कहा था कि सही समय आने पर हम खुद अपनी खुशी सबसे पहले फैन्‍स और मीडिया के साथ शेयर करेंगे। 2012 में सैफ और करीना ने शादी की थी।


बता दें करीना कपूर अगस्त माह में रिया कपूर की फिल्म वीर दी वेडिंग में रियल बेबी बंप के साथ नजर आएंगी। फिल्म में उनके साथ सोनम कपूर भी स्क्रीन शेयर करती नजर आएंगी।

घर या ऑफिस में कछुआ को सही जगह पर रखने से नहीं होगी कभी धन की कमी

चाइनीज माइथालॉजी हो या फिर भारतीय वास्‍तु शास्त्र, कछुआ को हमेशा ही बहुत इंपॉर्टेंट सिंबल माना गया है। यही वजह है कि वास्‍तु और फेंग शुई में कछुए की खास जगह है और फेंग शुई के ज्यादात्र सिंबल्स में कछुआ मिलता ही है। माना जाता है कि अगर इसे घर में सही दिशा में और सही जगह पर रखा जाए तो घर में सुख-समृद्धि जरूर आती है।

कछुआ नॉर्थ सेटर को रूल करता है, इसलिए इसे हमेशा उत्‍तर दिशा में ही रखा जाना चाहिए ताकि आपको इसके मैसिमम बेनिफिट्स मिल सकें। फेंगशुई इस बात् पर भरोसा करता है कि एक सिंबल के तौर पर कछुआ घर में बहुत् सुख-समृद्धि लाता है।

वहीं अगर आप अपने घर में एक हेल्दी, जिंदा कछुआ रखते हैं तो यह और भी शुभ माना जाता है। इसे रखने से घर के मुखिया की आयु लंबी होती है। कहा जाता है कि इसके रहने से पूरा परिवार सुरक्षित रहता है और यह घर में धन और समृद्धि लाता है।

ये होता है ड्रैगन टॉरटॉइज

यह सिंबल आपको असर दुकानों या घर पर दिख जाएगा। इस कछुए में बॉडी तो कछुए की होती है, लेकिन इसका सिर ड्रैगन का होता है। फेंग शुई में ड्रैगन टॉरटॉइज जेनरेशंस त्क के लिए एक सुरक्षा कवच की त्रह यूज किया जाता है जो घर में बहुत् सारा भाग्‍य भी लाता है। ये रहे वो सभी डायरेक्‍शन जहां राने से आपको अलग-अलग फायदे हो सकते हैं...।

अगर आप इसे अपने घर या ऑफिस की एंट्रेंस पर रखते हैं तो यह आपकी फैमिली में शांत् लाएगा योंकि ड्रैगन को रक्षक माना जाता है। अगर इन्हें फ्रंट डोर पर रखते हैं तो यह निगेटिव एनर्जी को घर में आने से रोकते हैं। ड्रैगन टॉरटॉइज को पूर्व दिशा में राने से घर के सभी मेंबर्स की एक-दूसरे से बॉन्डिंग स्ट्रॉन्ग होती है।

यह अच्छी सेहत को भी प्रमोट करता है। इसे दक्षिण-पूर्व यानि साउथ-ईस्ट में रखने से आपको फाइनेंशियल प्रॉफिट होते हैं। अगर इसे नॉर्थ सेटर में रखा जाए तो यह परिवार के मुखिया का प्रभाव बढ़ाता है।

भगवान समझकर लोग पूजते हैं, 550 साल पुरानी इस रहस्यमयी ममी को


शिमला: करीब 550 साल पुरानी इस 'ममी' को भगवान समझकर लोग पूजते हैं। इतना ही नहीं लोग इसे जिंदा भगवान मानते हैं। बता दें कि भारत तिब्बत सीमा पर हिमाचल के लाहौल-स्पीति के गयू गांव में मिली इस 'ममी' का रहस्य आज भी बरकरार है। तभी तो हर साल यहां हजारों लोग इसे देखने के लिए देश-विदेश से पहुंचते हैं।
जानकारी के मुताबिक लाहौल-स्पीति की ऐतिहासिक ताबो मोनेस्ट्री से करीब 50 किमी दूर गयू नाम का यह गांव साल में 6-8 महीने बर्फ से ढके रहने की वजह से दुनिया से कटा रहता है। कहते हैं कि यहां मिली यह ममी' तिब्बत से गयू गांव में आकर तपस्या करने वाले लामा सांगला तेनजिंग की है। लामा ने साधना में लीन होते हुए अपने प्राण त्याग दिए थे। तेनजिंग बैठी हुई अवस्था में थे। उस समय उनकी उम्र मात्र 45 साल थी। शायद ही कोई दुनिया में ऐसी एकमात्र 'ममी  है जो बैठी हुई अवस्था में है। इस 'ममी' की वैज्ञानिक जांच में इसकी उम्र 550 वर्ष पाई गई है।
'ममी' बनाने में एक खास किस्म का लेप मृत शरीर पर लगाया जाता है लेकिन इस 'ममी' पर किसी किस्म का लेप नहीं लगाया है फिर भी इतने वर्षों से यह ममी कैसे सुरक्षित है? यह राज अभी भी बरकरार है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि इस 'ममी' के बाल और नाखून आज भी बढ़ते रहते हैं। इसीलिए लोग इसे जिंदा भगवान मानते हैं और इसकी पूजा करते हैं। बताया जा रहा है कि 1974 में यहां आए भूकम्प में यह 'ममी' जमीन में दफन हो गई थी। 1995 में आई.टी.बी.पी. के जवानों को सड़क बनाते समय खुदाई में यह 'ममी'  फिर मिल गई। गयू गांव पहुंचने के लिए आप शिमला और मनाली दोनों जगहों से जा सकते हैं। सैंकड़ों वर्ष पहले बौद्ध भिक्षुओं का व्यापार के सिलसिले में भारत और तिब्बत के मध्य आना जाना था।



 

अजीबोगरीब जगहों पर भी रहते हैं लोग,विश्वास नहीं होता!

दुनिया में देखने के लिए बहुत कुछ है। कहीं खूबसूरत,खतरनाक,अजीबो-गरीब जगहें तो कहीं ऐसा जीवन जिस पर कई बार यकीन कर पाना भी कठिन हो जाता है। आज हम आपको दुनिया की कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में बता रहे हैं जहां पर इंसानों को बसेरा मुश्किल है लेकिन फिर भी इंसान ने अपने और कुदरत के बनाए नजारों में भी अपने लिए अशियाने की तलाश कर ही ली है। इन जगहों को देखकर आप भी दंग रह जाएगें।
1.रॉसानोऊ मॉनेस्ट्री, ग्रीस 


ग्रीस के थेसेल इलाके में बनी इस पहाड़ी को देखकर हैरानी होती है कि यहां पर रहना कैसे संभव हो सकता है। रॉसानोऊ मॉनेस्ट्री की खंबेनुमा पहाडी को दो भाइयों मैक्सिमोस और लोआस्फ ने मिलकर बनाया था। यह जगह 1988 से ननों के एक छोटे से समूह के रहने का ठिकाना बन चुकी है।


2.सेटेनिल डी लास बोडेगास, स्पेन 


स्पेन में सेटेनिल डी लास बोडेगास नाम इस शहर को देखकर यह कहा जा सकता है कि इंसान कही पर भी अपना आशियाने बसा सकता है। यह शहर पूरा का पूरा पहाड़ों के नीचे बसा हुआ है।


3. हैंगिंग मॉनेस्ट्री, चीन 


 हैंगिंग मॉनेस्ट्री चीन के खतरनाक पहाडों में से एक है। यह जमीन से बहुत उंचाई पर बसा हुआ है। पहाड़ों के किनारे पर हवा में झूलते इन मकानों को हैंगिंग मॉनेस्ट्री के नाम से जाना जाता है।


4. कप्पादोकिया, तुर्की 


तुर्की की यह जगह इंसानों के रहने की सबसे पुराने ठिकानोें में से एक है। ये पारसी साम्राज्य का सबसे पुराना प्रांत है। यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहरों में शामिल किया है।


5. अल हजराह, यमन 


यमन में यह पहाड़ो पर बसा दीवारों के प्राचीन शहर है। दीवार जैसे दिखने वाले इन कई मंजिला मकानों का समय-समय पर पुर्ननिर्माण होता रहता है।


6 पोन्टे वेकियो, इटली 


इटली के पोन्टे वेकियो में पुराने पुलों पर मकान और दुकानें बनाई गई हैं, जो समय के साथ बढ़ती जा रही हैं और पर्यटकों का खास आकर्षण बनी हुई हैं।


7 मतमाता, ट्यूनीशिया 


ट्यूनीशिया की यह जगह सबसे अलग है। इस गांव में बने मकान जमीन में गढ्डे खोदकर बनाए गए हैं, जो बिल्कुल मानव निर्मित गुफाओं जैसी दिखती हैं।


8 कासा दो पेनेडो, पुर्तगाल 


पुर्तगाल में फेफ पहाड़ी में बना ये घर बिल्कुल अलग है। ये घर चार बोल्डरों से मिलकर  पत्थरों से बना है।

मंगलवार, 12 जुलाई 2016

जीत का जश्न कुछ यूँ हुआ, पुर्तगाल में

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Portugal-12-07-2016-1468298645_storyimageयूरो कप चैम्पियन पुर्तगाल टीम जब ट्रॉफी के साथ स्वदेश लौटी तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। क्रिस्टियानो रोनाल्डो एंड कंपनी इस भव्य स्वागत को देखकर हैरान रह गई।

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Portugal-11468298533_bigसोमवार को जब टीम लिस्बन एयरपोर्ट पहुंची तो ऐसा लग रहा था मानो पूरा देश वहां अपने हीरो का स्वागत करने पहुंचा हो। पुर्तगाल ने यूरो-2016 के फाइनल में रविवार को फ्रांस को 1-0 से मात देकर पहली बार खिताब पर कब्जा जमाया है।

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पुर्तगाल के राष्ट्रध्वज के रंग वाले परिधानों में फैन्स ने एयरपोर्ट की इमारत को घेर लिया था। इस दौरान एक और खास बात यह रही कि पुर्तगाल टीम की फ्लाइट जब लिस्बन एयरपोर्ट पर लैंड की तो उसे राष्ट्रध्वज के रंग से नहलाया सा गया। इसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है।

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शारापोवा रियो ओलंपिक से बाहर

लुसाने : खेल पंचाट ने आज कहा कि उसने मारिया शारापोवा पर लगे दो साल के प्रतिबंध पर अपना फैसला दो महीने के लिए सितंबर तक टाल दिया है जिससे यह टेनिस सुपरस्टार रियो ओलंपिक से बाहर हो गयी है. टेनिस के सबसे बड़े नामों में शामिल 29 साल की रूस की स्टार खिलाडी शारापोवा जनवरी में आस्ट्रेलियाई ओपन के दौरान प्रतिबंधित मेलडोनियम के सेवन की दोषी पाई गई थी जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा था.

शारापोवा ने इस प्रतिबंध को ‘अनुचित रूप से कड़ा' करार दिया था और अगर इसे बरकरार रखा जाता है तो उनके करियर का लगभग अंत हो जायेगा. खेल पंचाट ने बयान में कहा, ‘‘मारिया शारापोवा और अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) खेल पंचाट के फैसले को सितंबर 2016 तक टालने के लिए राजी हो गये हैं.''

खेल पंचाट ने कहा कि फैसला 19 सितंबर तक आने की उम्मीद है. शुरुआत में अपील पर फैसला 18 जुलाई को आने की उम्मीद थी और अगर फैसला अनुकूल आता तो शारापोवा को रियो ओलंपिक में रुस की टेनिस टीम की अगुआई करने की उम्मीद थी.





दुनिया का सबसे छोटे कद का कपल, चौंकाने वाली है इनकी लव स्टोरी

दुनिया के सबसे छोटे कपल से। ये हैं पाउलो गैब्रियल डी सिल्वा बैरस और कत्युसिया होशिनो। इस कपल की स्टोरी में इमोशन, लव और ट्रेजेडी सब कुछ है। इनका लव फंडा है, प्यार में मायने नहीं रखता छोटा या बड़ा कद। ये कपल वाकई औरों के लिए मिसाल हैं। इनकी लाइफ में जो ट्रैजेटी है, वह दूसरे कपल्स में होने पर आए दिन झगड़े का सबब बन जाती है, लेकिन इन दोनों के बीच ऐसा नहीं है। जानिए क्या है इस छोटे कद की जोड़ी में ट्रैजेडी और क्या है खासियत...।

पहले कर दिया ब्लॉक, बाद में हुए जिंदगी में शरीक

दोनों एक-दूसरे से बेइंतहा प्यार करते हैं। दोनों ब्राजील के हैं। बौनेपन के कारण इनकी लंबाई कम है। दोनों की मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए हुई। शुरू में हौशिनो गैब्रियल से इंप्रेस नहीं हुई थीं और उन्होंने कर दिया था गैब्रियल को ब्लॉक। कुछ महीने बाद जब उन्होंने गैब्रियल को अनब्लॉक किया, तो दोनों में प्यार हो गया। दोनों पति-पत्नी के रूप में एक साथ हैं। लगभग 8 साल इनकी शादी को हो चुके हैं।

सोमवार, 11 जुलाई 2016

'सुल्तान' ने महज 5 दिन में तोड़ दिए ये रिकॉर्ड



ईद के मौके पर इस साल रिलीज हुई सलमान खान की फिल्म 'सुल्तान' ने कमाई के कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. हालांकि फिल्म के क्रेज को देखते हुए इसकी बंपर ओपनिंग की उम्मीद पहले से ही थी, लेकिन पहलवानी के देसी दांवों के दर्शक जमकर दीवाने हो रहे हैं.