गुरप्रीत सिंह संधू यूरोपा लीग के शीर्ष क्लब की तरफ से खेलने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर बन गए हैं. इस छह फुट चार इंच लंबे और भारतीय राष्ट्रीय टीम के गोलकीपर ने यूरोपा लीग क्वालीफायर में नार्वे के क्लब स्टाबीक एफसी की तरफ से वेल्स के क्लब कोनाह क्वे नोमडास एफसी के खिलाफ वेल्स के रील में मैच खेला.
यूरोपा लीग का स्थान यूएफा चैंपियन्स लीग से थोड़ा कम है.
गुरप्रीत हालांकि चोटिल होने के कारण केवल 28 मिनट तक ही मैदान पर रहे और उनकी जगह सायोबा मैंडी ने संभाली जो इस मैच से पहले तक टीम की पहली पसंद के गोलकीपर थे.
गुरप्रीत ने कहा, ‘मुझे गर्व है लेकिन साथ ही निराशा भी है कि हाथ की चोट के कारण मुझे बाहर होना पड़ा है. लेकिन यह खेल का हिस्सा हैं और हम इसमें कुछ नहीं कर सकते हैं.’
गुरप्रीत ने यूरोपा लीग में खेलने के बाद ट्वीट किया.
शुक्रवार, 1 जुलाई 2016
गुरप्रीत ने रचा इतिहास, यूरोपा लीग में खेलने वाले पहले भारतीय बने
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खेल
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
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