सावन का महिना भगवान शिव का महिना माना जाता है। इस महीने के सभी सोमवार भक्तों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। इसी महीने में भक्त दूर दूर से भगवान शिव के मंदिरों के दर्शन करने के लिए आते हैं। वहीं सभी अपने अपने पसंदीदा नाम से भगवान शिव के नाम का जयकारा लगाते हुए उनके दर्शन के लिए जाते हैं। वहीं आज आपको हम भगवान शिव के 5000 हजार साल पुराने शिवलिंग के दर्शन कराएंगे। इस शिवलिंग को लेकर बहुत सारी कहानियां हैं, वहीं इसके इतने पुराने इतिहास के कारण इसे भगवान महादेव का एक धार्मिक स्थल माना जाता है। जहां की यह मान्यता है की कोई भी सचे मन से अगर कुछ मांगे तो भगवान शिव उसकी झोली भर देते हैं।
भगवान शिव का यह सबसे पुराना शिवलिंग गुजरात के मोसाद के पास एक मंदिर में है। बतादें की यह अनोखा शिवलिंग सन 1940 में एक खुदाई के दौरान मिला था। वहीं जब इसकी जांच की गयी तब यह बात सामने आई की यह शिवलिंग हजारों साल पुराना है। वहीँ इस शिवलिंग के साथ साथ इस खुदाई में और भी बहुत सी चीजे मिली थी। बतादें की भगवान शिव के इस मंदिर को जलेश्वर महादेव का मंदिर कहा जाता है। यह मंदिर पूर्वा नदी के तट पर है, जहां भगवान के दर्शन के लिए लोग दूर दूर से आते हैं।
इस मंदिर में पुरे साल भक्तो का ताता लगा हुआ रहता है। वहीं सावन के महीने में हर रोज मेले जैसा माहौल देखने मिलता है। यहां के गांव वालो से लेकर दूर से दर्शन करने वाले भक्तों का यह मानना है की भगवान शिव ने अपने भक्तो के लिए यहां इस रूप में दर्शन दिया है। वहीं भारत के सभी बड़े शिव भगवान के धामों के बारे में आप जरुर जानते हैं मगर आज के दौर में भी इस मंदिर के बारे में बहुत ही कम भगतो को पता है। यहां भले लोगो का ताता लगा हुआ रहता है मगर ज्यादातर लोग आसपास के गांव के ही होते हैं।
बुधवार, 27 जुलाई 2016
ऐसा मंदिर जहां 5000 हजार साल पुराना शिवलिंग
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ज्योतिष
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
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