शनिवार, 14 जनवरी 2017

RSS किसी के खिलाफ नहीं, हिंदू समुदाय को एकजुट करने के लिए काम कर रहा : मोहन भागवत

कोलकाता: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि उनका संगठन हिंदू समुदाय को एकजुट और मजबूत बनाने के लिए काम कर रहा है और यह किसी के खिलाफ नहीं है. भागवत ने यह भी कहा कि सिर्फ हिंदुओं की कमजोरी ही पड़ोसी देश बांग्लादेश में उनके दमन के लिए जिम्मेदार बताई जाती हैं.

उन्होंने कोलकाता में आरएसएस की एक रैली में यह कहा. इस रैली के लिए नगर पुलिस ने इससे पहले इजाजत देने से इनकार कर दिया था, लेकिन कलकत्ता हाईकोर्ट ने आरएसएस को कार्यक्रम की इजाजत दे दी थी.

भागवत ने कहा, 'हमने यह संगठन किसी का विरोध करने के लिए नहीं बनाया, बल्कि खुद को मजबूत करने के लिए बनाया. हिंदू समाज का इस देश में एक गौरवशाली इतिहास रहा है.' उन्होंने पूछा, 'ऐसे गौरवशाली इतिहास के बावजूद क्या हिंदू समाज की स्थिति वैसी ही है, जैसा इसे होना चाहिए था.'

भागवत ने कहा, 'क्या हिंदू पूरे भारत में अपनी धार्मिक रस्मों और गतिविधियों को मुक्त रूप से अदा करने में सक्षम हैं? क्या इस देश में हिंदुओं का मानवाधिकार बखूबी स्थापित है? उन्होंने कहा, 'यदि जवाब न में है तो फिर आप क्यों आश्चर्यचकित होते हैं, जब बांग्लादेश में हिंदुओं का दमन होता है? अपनी हालत के लिए हिंदू ही जिम्मेदार हैं. हिंदू इस स्थिति का सामना कर रहे हैं, क्योंकि वे एकजुट और मजबूत नहीं हैं. हमें किसी का विरोध किए बगैर हिंदू समाज को एकजुट करने में काम करना चाहिए.'

नेशनल प्लेयर को जिंदा जलाने वाली मां और नानी गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के बमनाला में रस्सी कूद की राष्ट्रीय खिलाड़ी आयशा को जिन्दा जलाने के मामले में भीकनगांव पुलिस ने मां शहजादी और नानी तस्लीम को भी गिरफ्तार कर लिया. एक अन्य युवक शाहरुख को पुलिस ने शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया था.
भीकनगांव के बमनाला में 10 जनवरी को रस्सी कूद की राष्ट्रीय खिलाड़ी आयशा को करीब 80 प्रतिशत जलने पर खरगोन जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल में पीड़िता ने तहसीलदार और मीडिया को दिए बयान में मां, नानी और खंडवा के रहने वाले युवक शाहरुख पर घासलेट डालकर जिन्दा जलाने का आरोप लगाया था.
आयशा को उसके मंगेतर ने जलते हुए देखा था और वो ही उसे अस्पताल लेकर गया था. बताया जा रहा है कि आयशा की मां को यह रिश्ता पसंद नहीं था.
पुलिस ने लड़की के बयान के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था. बमनाला में शुक्रवार को आयशा को दफनाने के एक दिन बाद पुलिस ने मां और नानी को गिरफ्तार किया.
गौरतलब है कि गुरुवार रात को उपचार के दौरान आयशा की इंदौर के एमवायएच अस्पताल में मौत हो गई थी.

देश के लिए मेडल जीत चुकी है सुमित्रा, फिर भी नहीं मिल रही नौकरी

ओलंपिक, एशियन, राष्ट्रमंडल आदि बड़े खेल आयोजनों में मेडल नहीं आने पर कई बार खिलाड़ियों को दोषी ठहरा दिया जाता है, लेकिन इसकी पड़ताल करेंगे तो हकीकत कुछ और ही बयां होती है. राष्ट्रीय खेलों में देश का नाम रोशन करने वाली हॉकी खिलाड़ी सुमित्रा बाई इन दिनों नौकरी की तलाश में दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है.
राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड, सिल्वर मेडल जीत चुकी सुमित्रा बाई छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के बैकुन्ठपुर जनपद पंचायत के सलेहापारा गांव में रहती है. गरीब परिवार में जन्मी सुमित्रा को बचपन से खेलकूद का शौक था.
साल 2000 में गांव के पास एक धार्मिक आयोजन हुआ था, यहां सुमित्रा ने जब अपने खेल जौहर का प्रदर्शन किया तो वे उसे अपने संस्था उसे अपने साथ हरियाणा लेकर चली गई. इसी धार्मिक संस्था में रहकर सुमित्रा ने पढ़ाई के साथ खेल-कूद में अच्छा करना शुरू कर दिया.
सुमित्रा ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सात कांस्य पदक जीते हैं. इस मेधावी खिलाड़ी ने 27 राष्ट्रीय खेलों में 11 गोल्ड मेडल, पांच सिल्वर, और तीन कांस्य पदक जीते हैं. फिलहाल सुमित्रा इनलाईन हॉकी में कैप्टन भी है. सुमित्रा ने दौड़ में भी गोल्ड मेडल जीते हैं. वह अमेरिका, फ्रांस, ईटली, चीन जैसे देशों में भी खेल चुकी है.
इसके बाद भी सुमित्रा आज एक नौकरी के लिए दर-दर की ठोकर खा रही है. सुमित्रा ने कहा कि उसके परिवार की आर्थिक हालत बेहद खराब है. इसलिए उसे एक नौकरी की जरूरत है.

पंजाब के पूर्व सीएम सुरजीत सिंह बरनाला का निधन, प्रदेश में शोक की लहर

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कई राज्यों के राज्यपाल रह चुके अकाली दल के नेता सुरजीत सिंह बरनाला का निधन हो गया है। उन्होने चंडीगढ़ के पीजीआई में अंतिम सांस ली। बरनाला सीएम के अलावा तमिलनाडु, उत्तराखंड और आंध्रप्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं।
 
बता दें कि अंतिम दिनों में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला शिअद से नाराज चल रहे थे। बरनाला के साथ उनका परिवार शिरोमणि अकाली दल से पूरी तरह नाराज है और यही कारण है कि परिवार ने शिअद से दूरी बना ली है।

पूर्व मुख्यमंत्री के दोनों बेटों ने शिअद का साथ छोड़ दिया है। उनके एक पुत्र गगनजीत सिंह बरनाला पहले ही कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। अब दूसरे बेटे जसजीत सिंह बरनाला भी शिअद को छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं।

सूर्य पर है शनि का साया, संडे किस राशि के लिए टैंशन लेकर आया

दैनिक शुभाशुभ: 15.01.17 रविवार, चंद्र सिंह राशि व मघा नक्षत्र, भाग्यांक 3, शुभरंग पीला, शुभदिशा पूर्वोत्तर, राहुकाल शाम 4:30 से सायं 6 तक। 

उपाय: सभी 12 राशियों के व्यक्ति समस्या से मुक्ति हेतु पानी में काले तिल मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें।

मेष: रविवार को अरेंजमैंटस् में बिजी रहेंगे। समय घरेलू ताम-झाम को संभालने में लगेगा। किसी समारोह में शामिल हो सकते हैं।
शुभाशुभ: शुभ अंक 3, शुभ रंग पीला, शुभ दिशा उत्तरपूर्व  शुभ समय शाम 03:00 से शाम 04:30 तक।

वृष: रविवार सुकून प्रदान करेगा। मनोरंजन में समय बीतेगा। ज़रूरी सामान की खरीदारी करेंगे। निकट की व्यावसायिक यात्रा करेंगे।
शुभाशुभ: शुभ अंक 9, शुभ रंग नारंगी, शुभ दिशा दक्षिण, शुभ समय सुबह 07:30 से सुबह 09:00 तक।

मिथुन: छुट्टी होने के बावजूद व्यस्तता रहेगी। मित्रों को सलाह-मशविरा देंगे। व्यवसाय की प्रगति हेतु प्लानिंग करेंगे। धन लाभ होगा।
शुभाशुभ: शुभ अंक 8, शुभ रंग काला, शुभ दिशा पश्चिम, शुभ समय सुबह 09:00 से सुबह 10:30 तक।

कर्क: परिजनों के डिमांड्स पूरी करेंगे व डिमांड्स जेब पर भारी पड़ेंगी। मित्र बाहर घूमने हेतु प्रेरित करेंगे। आनंद से छुट्टी बिताएंगे।
शुभाशुभ: शुभ अंक 5, शुभ रंग हरा, शुभ दिशा उत्तर, शुभ समय सुबह 10:30 से दोपहर 12:00 तक।

सिंह: रविवार कामकाजी दिनों जैसा रहेगा। आय-व्यय के अकाऊंट्स का मैनेजमैंट करना पड़ेगा। उपयोगी व्यक्तियों से सम्पर्क बढ़ेगा।
शुभाशुभ: शुभ अंक 4, शुभ रंग आसमानी, शुभ दिशा दक्षिण-पश्चिम, शुभ समय सायं 06:00 से सायं 07:30 तक।

कन्या: छुट्टी इच्छानुसार बिताएंगे। घूमने-फिरने का मूड बनेगा। दोपहर तक बोरियत रहेगी। शाम में मित्रों संग छुट्टी की रंगत बढ़ेगी।
शुभाशुभ: शुभ अंक 8, शुभ रंग काला, शुभ दिशा पश्चिम, शुभ समय सुबह 09:00 से सुबह 10:30 तक।

तुला: संडे बिज़ी रहेगा। कामकाज से फुर्सत नहीं मिलेगी। पैंडिंग काम निपटाने में समय बीतेगा। शाम में प्रियजन से मुलाकात होगी।
शुभाशुभ: शुभ अंक 9, शुभ रंग नारंगी, शुभ दिशा दक्षिण, शुभ समय सुबह 07:30 से सुबह 09:00 तक।

वृश्चिक: पुराने मित्रों से मेल-मिलाप होगा। जनसम्पर्क में सहूलियत मिलेगी। कोशिश करने से रुके हुए काम का भी विकास होगा।
शुभाशुभ: शुभ अंक 3, शुभ रंग पीला, शुभ दिशा उत्तरपूर्व  शुभ समय शाम 03:00 से शाम 04:30 तक।

धनु: मनोरंजन हेतु संडे का उपयोग लेंगे। सुस्ताने से मैंटल पीस मिलेगी। परिजनों संग छुट्टी बिताएंगे। खरीदारी हेतु मॉल जाएंगे।
शुभाशुभ: शुभ अंक 6, शुभ रंग गुलाबी, शुभ दिशा दक्षिण-पूर्व, शुभ समय दिन में 01:30 से शाम 03:00 तक।

मकर: संडे प्रियजन संग बीतेगा। छुट्टी का भरपूर आनन्द लेंगे। दिल व दिमाग को तसल्ली मिलेगी। पूरे सप्ताह हेतु एनर्जी बटोरेंगे।
शुभाशुभ: शुभ अंक 2, शुभ रंग सफ़ेद, शुभ दिशा उत्तर-पश्चिम, शुभ समय दोपहर 12:00 से दिन में 01:30 तक।

कुंभ: मेहमान व्यस्तता बढ़ाएंगे। घरेलू उपकरण के मैंटेनैंस हेतु दिन खपेगा। निजी कार्य अधूरे रहेंगे। देर रात तक पार्टी में मस्ती करेंगे।
शुभाशुभ: शुभ अंक 2, शुभ रंग सफ़ेद, शुभ दिशा उत्तर-पश्चिम, शुभ समय दोपहर 12:00 से दिन में 01:30 तक।

मीन: संडे प्रियजनों संग मूवी व आऊटिंग पर गुजरेगा। लंच के समय ज़्यादा खाने से बचें। पेट खराब होने से छुट्टी खराब हो सकती है।
शुभाशुभ: शुभ अंक 6, शुभ रंग गुलाबी, शुभ दिशा दक्षिण-पूर्व, शुभ समय दिन में 01:30 से शाम 03:00 तक।

राशिफल: 15 जनवरी से 21 जनवरी 2017

मेष (Aries): स सप्ताह के दौरान मकर का सूर्य आपकी राशि से दसवें उत्तराषाढा नक्षत्र में भ्रमण कर रहा है। इस दौरान आपके प्रफेशनल कार्यों (नौकरी अथवा धंधे) में उत्तरोत्तर प्रगति देखने को मिलेगी। लग्नेश तथा अष्टमेश मंगल आपकी राशि से ग्यारहवें कुंभ राशि में तथा तारीख 20-1-2017 मध्याह्न से मीन राशि में भ्रमण कर रहा है। इस दौरान आपकी शारीरिक और आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। तृतीयेश तथा षष्ठेश बुध आपकी राशि से नौवें भाग्य स्थान में धनु राशि में भ्रमण कर रहा है। परंतु मूल नक्षत्र का होने से कामकाज में अवरोध उत्पन्न करेगा। भाग्येश तथा व्ययेश गुरू आपकी राशि से छठे स्थान में कन्या राशि में भ्रमण कर रहा है। इस समय के दौरान कामकाज में प्रगति होगी। काम के अनुसार वेतन मिलेगा तथा खर्च के ऊपर नियंत्रण रहेगा।

वृषभ (Taurus): 
आपका चंद्र चतुर्थ भाव में राहु के साथ और उग्र प्रकृति के ग्रह मंगल, केतु तथा चंद्रमा के सामने से भ्रमण करेगा। मन में बैचेनी व व्याकुलता रहेगी। बिना किसी कारण के चिंता करेंगे और निर्णय शक्ति दुर्बल रहेगी। विशेषकर प्रफेशनल विषयों में फिलहाल जहां तक संभव हो वहां तक महत्वपूर्ण निर्णय लेना टालें। घर में मन नहीं लगेगा। परिवारजनों के साथ बोलचाल में व्यर्थ उग्रता न रखें, सावधानी बरतें। स्वास्थ्य नरम-गरम रहेगा। विचारमग्न रहने के कारण वाहन चलाने में ध्यान रखें। गिरने-चोट लगने का योग बन रहा है।

मिथुन (Gemini): इस सप्ताह में मंगल का कुंभ राशि से मीन राशि में परिभ्रमण आपके लिए लाभदायी है। तारीख 15 सुबह का समय आनंददायी रहेगा। दोपहर के बाद थोड़ी बैचेनी बनी रहेगी। 16 तारीख दोपहर के बाद खूब आनंद-उत्साह और किसी के साथ मुलाकात होगी। तारीख 17 की सुबह चाय, नाश्ते के साथ आनंद में रहेगी। इस दिन आपको आर्थिक उन्नति का अच्छा अवसर मिलेगा। सप्ताह के मध्य में गुरु-चंद्र की युति आपको शुभ फल प्राप्त कराएगी। 18 तारीख को घर में कोई न कोई नवीन वस्तु लाएंगे। अपने आसपास के माहौल की साज सज्जा के लिए आप व्यक्तिगत रूप से रुचि लेंगे।

कर्क (Cancer): इस सप्ताह में सूर्य का मकर राशि में भ्रमण रहेगा। जो आपकी राशि से सप्तम भाव में हो रहा है। इस सप्ताह आप प्रफेशनल कामकाज में व्यस्त रहेंगे जिसके कारण परिवार के सदस्यों को कम समय दे सकेंगे और पारिवारिक कार्यों में भी ध्यान नहीं दे पाएंगे। निजी जीवन और प्रफेशनल जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने में इस समय आपकी परीक्षा होगी। कोई न कोई मानसिक दुविधा आपको इस सप्ताह में परेशान रखे ऐसी संभावना है। इस सप्ताह में आर्थिक विषयों से संबंधित कार्य का समाधान हो सकता है।

सिंह (Leo): इस सप्ताह सूर्य मकर राशि में, बुध धनु में, मंगल - शुक्र - केतु कुंभ में, गुरु- कन्या में, शनि - वृश्चिक में और चंद्र - राहु सिंह राशि में है। तारीख 20 को मंगल - मीन राशि में प्रवेश करेगा। तारीख 15 - 16 के दौरान आप सामाजिक कार्य करने की योजना करेंगे। समाज में अधिक सक्रिय रहेंगे। प्रेमीजनों को मुलाकात से लाभ होने की संभावना बन रही है और आपका दिन आनंदमय गुजरेगा। दांपत्य जीवन में किसी तीसरे के कारण मनमुटाव होगा अथवा तकरार हो सकती है। पत्नी के साथ विवाद होगा।

कन्या (Virgo): सप्ताह का प्रथम दिन आपके लिए खूब बढ़िया व्यतीत होगा, आप सप्ताह का प्रथम दिन रोमांटिक संगीत सुनते-सुनते व्यतीत होगा। खर्च होने का भी योग है। दोपहर के बाद शरीर में थोड़ी थकान रहेगी। इसके बाबजूद मित्रों अथवा परिवार के साथ बाहर घूमने जाने का कार्यक्रम बनेगा। रेस्ट्रॉन्ट में खाने जाने का कार्यक्रम बनेगा। हालांकि, इस समय आपके मूड में अचानक परिवर्तन की संभावना काफी अधिक रहेगी। आपको स्वास्थ्य में विशेष आनंद न रहने से बैचेनी रहेगी।

तुला (Libra): कर्क राशि में चंद्र स्वग्रही बुध के नक्षत्र में आने से छोटी-मोटी यात्रा होने की संभावनाएं बनती दिखाई दे रही है। कर्मस्थान में स्थित चंद्र व्यवसायिक विषयों में गतिविधि तेज होने और अटके हुए कार्य पूरे होने का संकेत दे रहा है। किसी धार्मिक कार्य में जाने अथवा घर पर किसी धार्मिक प्रसंग का कार्यक्रम बन सकता है। ग्यारहवें में चंद्र राहु के साथ युति में आने से ग्रहणदोष बन रहा है। विदेश अथवा जन्मभूमि से दूर के आपके कार्यों में रुकावट की संभावना अधिक रहेगी।

वृश्चिक (Scorpio): इस सप्ताह सूर्य, धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेगा। आपकी राशि से तीसरे स्थान में सूर्य का भ्रमण अत्यधिक शुभ रहेगा। आप नया कार्य करने के लिए अथवा नयी कार्यपद्धति अपनाने के लिए प्रेरित होंगे। प्रफेशनल मोर्चे पर नये अवसर मिल सकते हैं। सूर्य की संक्रांति आप के अंदर पर्याप्त जोश, साहस, नये कार्यों को करने के लिए उत्साह जगाएगी। आर्थिक लाभ प्रदान करेगी। हालांकि, भाई-बहन और मित्रों के साथ संबंधों में सावधानी रखें। इस समय छोटी यात्राओं से लाभ होगा। सप्ताह के प्रथम दो दिन आपके मन के अंदर बहुत-सी उलझन उत्पन्न होगी, जिससे महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें।

धनु (Sagittarius): मानसिक चिंता के साथ सप्ताह की शुरुआत होगी। जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा वैसे-वैसे थोड़ी उमंग की भावना के साथ मन विपरीत लिंग वाले व्यक्ति के प्रति आकर्षण से ललचाएगा। मन में प्रेम के अंकुर फूटेंगे। थोड़े सोचविचार व संभालकर इस विषय में आगे बढ़ें। मिश्रित रूप से भाग्यशाली समय होगा। बहुत अधिक काम और नौकरी व व्यवसाय में व्यस्तता के बीच आराम करने की इच्छा होगी। परंतु आराम करने के लिए समय कम पड़ेगा। नए व्यवसाय शुरू करने और पुराने व्यवसाय में वृद्धि करने की दृष्टि से यह समय अच्छा कहा जा सकता है।

मकर (Capricorn): 15 तारीख को चंद्र कर्क में से सिंह राशि में परिवर्तन करेगा। इस समय के दौरान आप जलाशय से दूर रहें। 15, 16 तारीख के दौरान मानसिक चिंता, कफ, सर्दी, खांसी में वृद्धि देखने को मिलेगी। घर के सदस्यों के साथ अथवा मित्रों के साथ व्यवहार में झगड़ा अथवा प्रेम कम होगा। छोटे भाई-बहन के साथ अनबन रहने की संभावना रहेगी। इस समय नौकरीपेशा वर्ग विशेष सावधान रहे। यह सप्ताह नौकरीपेशा वर्ग के लिए चिंता वाला साबित हो सकता है।

कुंभ (Aquarius): इस सप्ताह सूर्य राशि परिवर्तन करके मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं जो आपकी राशि से बारहवें स्थान में है। मानसिक परिताप रहेगा तथा आंखों से संबंधित बीमारी हो सकती है, पिता की बीमारी पर खर्च होगा, सरकारी कामकाज में अवरोध आएंगे। कोर्ट - कचहरी तथा मानहानि के प्रसंग बनेंगे, जेल योग भी होगा। नया घर लेने, जमीन तथा वाहन का योग बन सकता है। धार्मिक काम होंगे, मानसिक स्थिति में सुधार होगा। तारीख 15, 16 के दौरान आपकी राशि से सातवें चंद्र होने से आपको धनलाभ कराएगा, इस दिन के दौरान बिजनस के काम से बाहर जाना होगा और यह यात्रा आपके लिए आर्थिक रूप से भी लाभदायी रहेगी।

मीन (Pisces): इस सप्ताह सूर्य के मकर राशि के अंतर्गत लाभ स्थान में होने से जातकों को प्रत्येक प्रकार के लाभ, धन और उत्तम भोजन की प्राप्ति हो रही है। नयी पदवी और बुजुर्गों की कृपा और आर्शीवाद मिल रहा है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आपके आध्यात्मिक और मांगलिक कार्य होंगे। स्वभाव में सात्विकता रहेगी। सरकार की तरफ से लाभ नौकरी में पदोन्नति और पिता की तरफ से लाभ मिलेगा। तारीख 15 - 16 लाभदायी सिद्ध होगी। यश, कीर्ति और आनंद की प्राप्ति होगी। महिलाओं के साथ समय बिताने के मौके आएंगे।

पटना में गंगा नदी में डूबी नाव, 20 की मौत, 25 लापता

पटना: 
मकर संक्रांति पर पटना के गंगा दियारा से पतंगोत्सव से लौट रही एक नाव गंगा में समा गई। इसमें सवार 18 लोगों की मौत हो गई। 19 लोग तैरकर बाहर आ गए। छह लोगों का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है। नाव पर सवार करीब 27 लोग अभी भी लापता हैं। शाम करीब पौने छह बजे प्राइवेट नाव सबलपुर दियारा से एनआईटी घाट के लिए खुली।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इसमें करीब 70 लोग सवार थे। नाव करीब 15 से 20 मीटर ही आगे बढ़ी थी कि मोटर बंद हो गया और नाव अचानक डूबने लगी। अफरातफरी में कई लोग नाव से कूदे। तब तक नाव पूरी तरह बैठ गई। 19 लोग तैरकर बाहर निकले। इन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। शाम आठ बजे तक गंगा नदी से 15 शव निकाले जा चुके थे। बाकी करीब 30 लोगों की तलाश में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगी हुई थीं।
अंधेरे से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी
घटनास्थल दियारा में होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी हो रही है। अंधेरा होने के कारण लोगों को ढूढ़ने में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को दिक्कत हो रही है। पटना डीएम, सिटी एसपी और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। हालांकि अब तक कई लोग लापता हैं।

क्षमता से ज्यादा लोग थे सवार
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो नाव पर क्षमता से ज्यादा लोगों के सवार होने के कारण यह हादसा हुआ। नाव जैसे ही किनारे से 15 मीटर आगे बढ़ी ज्यादा वजन होने के कारण गंगा की धारा में बैठ गई। कुछ लोगों का कहना था कि एक छेद था, जिसके कारण नाव में अचानक पानी भरने लगा। घटना के बाद गंगा के किनारे कोहराम मच गया। गंगा घाट पर चीत्कार मच गया और लॉ कॉलेज घाट पर किनारे पर खड़े लोग चीखने चिल्लाने लगे।
दोपहर बाद ही अराजक हो गया था माहौल
प्रशासन की ओर से इतने बड़े आयोजन को लेकर कोई तैयारी नहीं की गई थी। दोपहर से ही गंगा पार दियारा में माहौल अराजक हो गया था और पतंगबाजी के दौरान लाठीचार्ज की गई थी। सैकड़ों लोगों को पतंगोत्सव में आमंत्रित तो कर लिया गया लेकिन नाव की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई। लोग पतंगोत्सव के बाद घर लौटना चाहते थे लेकिन नाव नहीं होने के कारण वे दियारा में फंसे थे। इससे पहले शाम 5 बजे एसडीआरएफ की नाव गांधी घाट पर पलट गई थी। हालांकि कोई मौत नहीं हुई।
निरस्त किया गया पतंगोत्सव
घटना से पहले प्रशासनिक तैयारियों में कमी के कारण चार दिवसीय पतंगोत्सव को एक दिन में ही निरस्त कर दिया गया। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के एमडी उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि रविवार से कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया है। वर्ष 2012 में शुरू हुए पतंग उत्सव को पहली बार एक दिन में ही निरस्त करना पड़ा है।

नोटबंदी के बाद 'अपमानित' महसूस कर रहे हैं रिजर्व बैंक के कर्मचारी, गवर्नर को लिखा पत्र

मुंबई: नोटबंदी के बाद के घटनाक्रमों से 'अपमानित' महसूस कर रहे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के कर्मचारियों ने शुक्रवार को गवर्नर उर्जित पटेल को चिट्ठी लिखकर अपना विरोध दर्ज कराया है.

कर्मचारियों ने पत्र में नोटबंदी की प्रक्रिया के परिचालन में 'कुप्रबंधन' और सरकार द्वारा करेंसी संयोजन के लिए एक अधिकारी की नियुक्ति कर केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता को चोट पहुंचाने का विरोध किया है.

पत्र में कहा गया है कि इस कुप्रबंधन से आरबीआई की छवि और स्वायत्तता को 'इतना नुकसान पहुंचा है कि उसे दुरूस्त करना काफी मुश्किल है'. इसके अलावा मुद्रा प्रबंधन के आरबीआई के विशेष कार्य के लिए वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति को कर्मचारियों ने 'जबर्दस्त अतिक्रमण' बताया.


पटेल को संबोधित इस पत्र में यूनाइटेड फोरम ऑफ रिजर्व बैंक ऑफिसर्स एंड इम्पलॉइज़ की ओर से कहा गया है, 'रिजर्व बैंक की दक्षता और स्वतंत्रता वाली छवि उसके कर्मचारियों के दशकों की मेहनत से बनी थी, लेकिन इसे एक झटके में ही खत्म कर दिया गया. यह अत्यंत क्षोभ का विषय है'. इस पत्र पर ऑल इंडिया रिजर्व बैंक इम्पलॉइज़ एसोसिएशन के समीर घोष, ऑल इंडिया रिजर्व बैंक वर्कर्स फेडरेशन के सूर्यकांत महादिक, ऑल इंडिया रिजर्व बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के सीएम पॉलसिल और 
आरबीआई ऑफिसर्स एसोसिएशन के आरएन वत्स के हस्ताक्षर हैं. इनमें से घोष और महादिक ने पत्र लिखने की पुष्टि की है. घोष ने कहा कि यह फोरम केंद्रीय बैंक के 18,000 कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करता है.

चिट्ठी में लिखा गया है कि आरबीआई देश में मुद्रा प्रबंधन का काम पिछले आठ दशक यानि 1935 से कर रहा है और उसे किसी भी तरह के 'सहारे' और वित्तमंत्री का हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं है.

उल्लेखनीय है कि इससे पहले आरबीआई के तीन पूर्व गवर्नर मनमोहन सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री), वाईवी रेड्डी और विमल जालान ने रिजर्व बैंक के कामकाज के तरीकों पर सवाल उठाया था. केंद्रीय बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर उषा थोराट और केसी चक्रवर्ती ने भी इस पर चिंता जताई थी.

भारत-इंग्लैंड : टीम इंडिया का पलड़ा भारी, 32 साल बाद इंग्लैंड क्या रचेगा इतिहास?

नई दिल्ली: पुणे में रविवार को खेले जाने वाले वनडे मैच से भारतीय क्रिकेट का नया दौर शुरू होगा. तीन मैचों की इस सीरीज के पहले मैच में भारत और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने होंगी और करीब 9 साल भारतीय टीम के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी अब विराट कोहली की कप्तानी में खेलेंगे. कप्तान नया है, टीम नई है तो नई सोच की भी उम्मीद है...

पुणे की पिच धीमे गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो सकती है. ऐसे में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना सही फैसला होगा. यहां खेले गए एकमात्र वनडे मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 72 रनों से हरा दिया था. दोनो टीमों के बीच आपसी रिकॉर्ड भारत के पक्ष में है.

भारत ने कुल 93 में से 50 वनडे जीते हैं और 38 में हार मिली है (2 टाई, 3 बेनतीजा). भारतीय ज़मीं पर रिकॉर्ड और बेहतर होता है. 45 में से 29 मैच भारत ने जीते है और 15 हारे हैं (1 टाई).

विराट के सामने यह होगी पहली चुनौती
इंग्लैंड टीम ने भारत में पिछली सीरीज 1984 में जीती थी.. ऐसे में इस नई इंग्लिश टीम के सामने चुनौती कड़ी है. विराट कोहली के लिए सबसे पहली चुनौती सही प्लेइंग इलेवन मैदान पर उतारने की है.

क्या सीनियर खिलाड़ी युवराज सिंह अंतिम ग्यारह में शामिल होंगे. अगर हां तो बाहर कौन जाएगा? लोकेश राहुल, शिखर धवन विराट कोहली, एमएस धोनी, अंजिंक्य रहाणे के नाम बल्लेबाज़ी क्रम में लगभग तय नज़र आते हैं. ऐसे में मनीष पांडे, केदार जाधव और युवराज सिंह में से किसी एक खिलाड़ी के लिए जगह बचती है.

गेंदबाज़ी लाइन-अप सेटल्ड दिखता है...
अश्विन-जडेजा, जस्प्रीत बुमराह के साथ भुवनेश्वर या उमेश को मौक़ा मिल सकता है. अभ्यास मैचों में इंग्लैंड टीम के प्रदर्शन को देखते हुए. एक कड़े मुक़ाबले और रोमांचक सीरीज़ की उम्मीद की जा सकती है.

हाईकोर्ट की इजाज़त के बाद कोलकाता में आरएसएस रैली, मोहन भागवत भी होंगे शामिल

.कोलकाता: पुलिस द्वारा अनुमति देने से इंकार करने के बाद कलकत्ता हाईकोर्ट ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को कुछ शर्तों के साथ एक कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी, जिसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी शामिल होंगे.

न्यायमूर्ति जायमाल्यो बागची ने कहा कि दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक प्रस्तावित कार्यक्रम शहर के बीचोंबीच ब्रिगेड परेड ग्राउंड में आयोजित हो सकता है. इसके लिए शर्तों में कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की संख्या 4,000 तक सीमित रखना शामिल है.

कोलकाता पुलिस ने आयोजकों को पिछले स्थल भूकैलाश पार्क और बिग्रेड परेड ग्राउंड दोनों में कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति नहीं दी थी. न्यायमूर्ति बागची ने कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति के लिए आरएसएस के आवेदन के संबंध में पिछले आदेश का पालन नहीं करने पर कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार पर नाखुशी जताते हुए उनके खिलाफ स्वत: संज्ञान अवमानना नोटिस भी जारी किया.

याचिकाकर्ताओं ने अदालत के सामने पुलिस के इंकार को चुनौती देते हुए कहा कि मकर संक्रान्ति उत्सव एक वार्षिक कार्यक्रम है और यह एक विशेष तारीख पर आयोजित होता है तथा इसे महाधिवक्ता जयंत मि़त्रा के सुझाव के अनुसार स्थगित नहीं किया जा सकता.

याचिकाकर्ताओं की तरफ से वकील अनिंद्य मित्रा ने कहा कि आयोजकों ने सेना से अनुमति पहले ही ले ली है, जो ब्रिगेड परेड ग्राउंड के मैदान क्षेत्र की देखरेख करती है. शर्तों को स्पष्ट करते हुए न्यायमूर्ति बागची ने निर्देश दिया कि आरएसएस की कोलकाता महानगर इकाई के आयोजन सचिव को अदालत के सामने हलफनामा दायर करना पड़ेगा कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी उचित पंजीकरण और पहचान पत्र के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो.

रिश्तेदारों के लिए टिकट न मांगने की पीएम की नसीहत से इस नेता को मिलेगी छूट...

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा को लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पहली सूची को 15 जनवरी को अंतिम रूप दिया जाएगा और इसमें कुछ चौंकाने वाले नाम हो सकते हैं. लंबे समय से संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को पार्टी ने टिकट देने का फैसला कर लिया है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में नसीहत दी थी कि पार्टी नेता अपने रिश्तेदारों के लिए टिकट न मांगें. वैसे, पंकज सिंह के अलावा स्वाति सिंह को भी चुनाव मैदान में उतारा जाएगा, जिनके पति दयाशंकर सिंह ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा या बीएसपी) प्रमुख मायावती के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया था और उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था.

7 जनवरी को दिल्ली में हुई बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेताओं से कहा था कि वे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में अपने रिश्तेदारों के लिए टिकट न मांगें. बताया जा रहा है कि यूपी और उत्तराखंड में पार्टी के कई दिग्गज नेता और सांसद अपने बेटे-बेटी या किसी अन्य रिश्तेदार के लिए टिकट चाहते हैं. पीएम की इस नसीहत के बाद उनकी आशाओं पर तुषारापात हो गया था, लेकिन पंकज सिंह के मामले को अपवाद के तौर पर लिया जा रहा है.

संगठन में योगदान...
बीजेपी नेताओं का कहना है कि पंकज सिंह लंबे समय से प्रदेश इकाई में महासचिव पद पर काम कर रहे हैं. पार्टी ने अलग-अलग समय पर उन्हें जो भी ज़िम्मेदारियां दी हैं, वे उन्होंने बख़ूबी निभाई हैं. उनके पिता के बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने टिकट के लिए दावेदारी पेश नहीं की थी, क्योंकि इससे कार्यकर्ताओं में ठीक संदेश नहीं जाता. वह पहले भी विधानसभा चुनाव में टिकट के दावेदार थे, लेकिन अब उनकी पहचान अपने काम और योग्यता से राज्य के प्रभावी नेता के तौर पर बन गई है.

सूत्रों की मानें तो पंकज सिंह के टिकट पर प्रदेश इकाई को भी ऐतराज़ नहीं है. यूपी का काम देख रहे केंद्रीय नेताओं ने भी उनके नाम पर सहमति जताई है. माना जा रहा है कि पंकज या तो दिल्ली से सटे ग़ाज़ियाबाद के साहिबाबाद चुनाव क्षेत्र या फिर पूर्वी उत्तर प्रदेश में किसी सीट से लड़ सकते हैं. लखनऊ से उन्हें नहीं उतारा जाएगा, क्योंकि वहां से उनके पिता लोकसभा सांसद हैं.

स्वाति सिंह की उम्मीदवारी तय...
बीजेपी नेताओं के मुताबिक एक अन्य राजपूत नेता के तौर पर स्वाति सिंह को भी पार्टी चुनाव मैदान में उतारेगी. स्वाति सिंह बीजेपी के पूर्व नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी हैं. दयाशंकर सिंह ने बीएसपी प्रमुख मायावती के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें निकाल दिया था. इसके बाद स्वाति सिंह ने जिस तरह अपने पति का बचाव किया और अपने परिवार के सम्मान के लिए लोहा लिया, उससे पार्टी नेतृत्व बेहद प्रभावित हुआ.

नौकरी कर रही स्वाति सिंह को न सिर्फ पार्टी में लिया गया, बल्कि उन्हें महिला मोर्चा का अध्यक्ष भी बनाया गया है. अब पार्टी उन्हें किसी महत्वपूर्ण सीट से उतारने पर विचार कर रही है. माना जा रहा है कि उन्हें बीएसपी के किसी ताकतवर नेता के खिलाफ मैदान में उतारा जाएगा.

इन दोनों ही नेताओं को टिकट देकर बीजेपी राज्य की ताकतवर राजपूत लॉबी को भी संदेश देना चाह रही है. हालांकि इसके बाद बीजेपी पर अन्य नेताओं का भी दबाव बढ़ेगा, जो अपने रिश्तेदारों के लिए टिकट चाहते हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, उनके बारे में संबंधित सीट के समीकरणों को ध्यान में रखते हुए ही फैसला किया जाएगा.

LIVE शो के दौरान स्वामी ओम पर बरसे लात-घूंसे, वीडियो वायरल

नई दिल्ली: रियलिटी शो 'बिग बॉस 10' से बाहर निकाले गए विवादित बाबा स्वामी ओम एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार लाईव शो के दौरान उनके साथ हाथापाई हुई है। जानकारी मुताबिक एक टीवी चैनल शो में स्वामी ओम दर्शकों के बीच बैठी एक महिला के साथ बहस में उलझ गए। 

बहस इतनी ज्यादा बढ़ गई कि महिला ने स्वामी ओम को पीटने का इशारा किया जिसके बाद शो में से आए एक अन्य मेहमान महिला की तरफ भागे आए। इस दौरान एंकर बार-बार कह रही थीं कि ओम जी बदजुबानी मत कीजिए। यह सब हो ही रहा था कि शो में आए मेहमान आपस में हाथापाई करने लग गए। स्वामी ओम भी अपने सीट पर से उठे और अन्य मेहमानों के साथ हाथपाई करने लग गए। जिसके बाद शो के एंकर ने बीच बचाव किया। इस झगड़े के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

नहीं सुधर रहा Amazon, तिरंगे के अपमान के बाद अब बेच रहा बापू की तस्वीर वाली चप्पलें

नई दिल्लीः तिरंगे के अपमान पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की चेतावनी से भी अमेजॉन ने सबक नहीं सीखा है। ई-कॉमर्स साइट पर बापू की तस्वीर वाली चप्पलें बिक रही हैं। एक यूजर ने इसकी शिकायत सरकार से की है।

अमेजॉन की इस हरकत पर सोशल मीडिया में खासा गुस्सा देखा गया। एक यूजर ने ट्विटर पर इसकी पीएम मोदी, पीएमओ पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से शिकायत की।

इससे पहले कनाडा में अमेजॉन पर बेचे जा रहे भारतीय राष्ट्रीय ध्वज वाले डोरमैट पर सुषमा स्वराज ने सख्त आपत्ति जताई थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि अमेजॉन इस मामले में बिना शर्त माफी मांगे और राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने वाले सारे प्रोडक्ट तत्काल वापस ले। सुषमा ने ऐसा ना करने पर अमेजॉन के अधिकारियों को आगे से वीजा जारी नहीं करने की चेतावनी दी। अमेजॉन के प्रवक्ता ने रायटर्स को ई-मेल से भेजे जवाब में कहा, 'यह सामान अब साइट पर बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं है।'

इस पर स्वराज ने चेतावनी दी थी कि, 'अगर ऐसा नहीं किया गया, तो आगे हम अमेजॉन के किसी अधिकारी को भारतीय वीजा जारी नहीं करेंगे। हम पहले जारी किए वीजा भी रद्द कर देंगे।'

प्रियंका को ले जाया गया हॉस्पिटल, जानिए क्या है वजह

बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपडा़ शूटिंग के दौरान घायल हो गई हैं। दरअसल, टीवी शो 'क्वांटिको' के सेट पर शूटिंग के दौरान मामूली चोट लगने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
एबीसी के निमार्ता दल ने एंटरटेनमेंट टूनाइट को इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रियंका को अब अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और वह घर पर आराम कर रही हैं।
प्रियंका के करीबी का कहना है कि गुरुवार रात 'क्वांटिको' के सेट पर मामूली घटना घटी थी। प्रियंका को तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर द्वारा उनका इलाज करने के बाद उन्हें छुटटी दे दी गई। वह डॉक्टर की सलाह के अनुसार अपने घर पर आराम कर रही हैं और कुछ दिन के आराम के बाद फिर काम पर लौट आएंगी।
बता दें कि प्रियंका जल्द ही अपनी पहली हॉलीवुड 'बेवॉच' में नजर आने वाली हैं। प्रियंका फिल्म में विलन के रोल में नजर आएंगी। फिल्म 26 मई, 2017 को रिलीज होगी।

BSNL ग्राहक अब दुनिया में कहीं ले सकेंगे Unlimited इंटरनेट का मजा

सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल की निगाह अंतरराष्ट्रीय रोमिंग बाजार पर है। इसी के मददेनजर बीएसएनएल ने टाटा कम्युनिकेशंस के साथ भागीदारी की है जिससे वह अपने ग्राहकों को वैश्विक स्तर पर निश्चित मूल्य 999 रुपये में 4.4 करोड़ वाईफाई हॉटस्पॉट तक पहुंच उपलब्ध कराएगी।
बीएसएनएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने कहा, बीएसएनएल इस तरह बड़ा कदम उठाने वाली पहली भारतीय मोबाइल ऑपरेटर है। इससे हमारे मोबाइल ग्राहक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वाईफाई का इस्तेमाल कर सकेंगे।
हमारे ग्राहकों की विदेश यात्रा के दौरान उन्हें द्रुत गति की डेटा सेवा देने के लिए हमने टाटा कम्युनिकेशंस के साथ भागीदारी की है। वे इन हॉटस्पॉट पर निश्चित कीमत में असीमित डेटा का लाभ उठा सकेंगे।
बीएसएनएल के ये रहे स्पेशल टैरिफ-
ग्राहक इस वाईफई प्लान को बीएसएनएल के मोबाइल एप के जरिये एक्टिवेट कर सकेंगे। तीन दिन के प्लान का मूल्य 999 रुपये, 15 दिन का 1,599 रुपये तथा 30 दिन का 1,999 रुपये होगा।

पति शहीद होता तो खुशी होती, अफसरों के यहां काम करते देख दिल रोता है'

बीएसएफ और सीआरपीएफ के बाद अब सेना के एक जवान का वीडियो भी वायरल हो रहा है. जवान का नाम यज्ञ प्रताप सिंह है और वो 42 ब्रिगेड देहरादून में तैनात था. इस वीडियो के सामने आने के बाद यज्ञ प्रतात सिंह की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उनके पति को टॉर्चर किया जा रहा है.
मध्य प्रदेश के रीवा शहर में रहने वाली यज्ञ प्रताप सिंह की पत्नी ऋचा सिंह ने आर्मी अफसर के घर पर जवानों के काम करने का एक स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो भी सार्वजनिक किया है. इस वीडियो में जवानों को कथित तौर पर अफसर के बंगले पर निजी काम करते हुए दिखाया गया हैं.
ऋचा सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अफसर सैनिकों के साथ नौकरों जैसा बर्ताव करते हैं. उन्हें घर में कपड़े, जूते, बर्तन और टॉयलेट साफ करने के लिए मजबूर किया जाता हैं.
ऋचा सिंह ने बताया कि सैनिक और उसके परिजन इस बात से आहत है कि वह सेना में मातृभूमि की सेवा के लिए जाते हैं लेकिन उनसे ऐसे घरेलू कार्य करा कर उनके मनोबल को तोड़ा जा रहा है.
ऋचा ने कहा कि मुझे खुशी होती कि मेरे पति देश की रक्षा में अपनी जान कुर्बान कर देते हैं, लेकिन पति को अफसरों का काम करते देख बहुत दुख होता है.

जितनी ज्यादा खपत, उतना कम बिजली बिल?

समिति की सिफारिश: ज्यादा बिजली खर्च करने वालों से सस्ती दरों पर बिल वसूले सरकार

नई दिल्ली
बिजली की कीमत निर्धारण को लेकर बड़ा सुधार होने जा रहा है। एक आधिकारिक समिति ने बहुत ज्यादा बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ताओं के लिए सस्ती दरें ऑफर करने की सिफारिश की है। ऐसा इसलिए को देश बिजली की कमी से बिजली की अधिकता की ओर बढ़ चुका है। ऐसे में बिजली खपत को बढ़ावा देने की जरूरत महसूस हो रही है।

अभी जो स्लैब्स तय हैं उसके मुताबिक ज्यादा बिजली खर्च करने वालों को ऊंची दरों पर बिल भरने होते हैं। लेकिन, अब समय आ गया है कि देश में ज्यादा बिजली खपत को प्रोत्साहन दिया जाए। बिजली की मांग बढ़ाने के उपाय सुझाने के लिए गठित एक कमिटी ने सरकार से यह सिफारिश की है। ऊर्जा मंत्रालय ने इस कमिटी का गठन पिछले साल सितंबर महीने में किया था। इस कमिटी में केंद्रीय बिजली प्राधिकरण के अध्यक्ष, केंद्रीय बिजली विनियामक आयोग के सचिव, फिक्की के अध्यक्ष के साथ-साथ बिहार एवं तमिलनाडु के ऊर्जा सचिव और मध्य प्रदेश, गुजरात तथा उत्तर प्रदेश के मुख्य ऊर्जा सचिव शामिल थे।

समिति के एक सदस्य ने कहा, 'मौजूदा टैरिफ स्ट्रक्चर राज्यों में बिजली की कमी के मद्देनजर तैयार की गई थी जिसे आजादी के बाद से नहीं बदला गया। चूंकि देश में अब मांग से ज्यादा बिजली पैदा करने की क्षमता हो गई है, इसलिए अभी के ढांचे में बदलाव होना चाहिए।' एक अधिकारी के मुताबिक, समिति की राय में बिजली की मांग बढ़ाने के लिए ग्राहकों के बिजली बिल में छूट और प्रोत्साहन राशि शामिल होनी चाहिए।

अधिकारी ने कहा कि राज्य बिजली विनियामक आयोगों को खासकर उद्योग, वाणिज्य और सेवा क्षेत्रों के उपभोक्ताओं के लिए टैरिफ में बदलाव करना चाहिए। अभी ज्यादा बिजली खपत करने वालों से ऊंची दरों से पैसे वसूल कर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। कमिटी ने अपने मसौदे में कहा है कि ज्यादातर राज्य रात में या कम मांग के दौरान उद्योगों को कम दर पर बिजली दे सकते हैं। इस तरह की व्यवस्था कुछ राज्यों ने अपना भी रखी है और मध्य प्रदेश में बिजली खपत में वृद्धि देखी गई है।

इसके साथ ही, समिति ने बिजली खपत बढ़ाने के लघु और मध्यावधि विकल्प भी तैयार किए हैं। इनमें बिजली आपूर्ति का भरोसा देकर, बिजली से चलने वाले वाहनों और निर्माण कार्यों में बिजली आधारित औजारों का इस्तेमाल बढ़ाकर मेक इन इंडिया के तहत मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना भी शामिल है। गौरतलब है कि ज्यादातर राज्यों में हर महीने 800 यूनिट से ज्यादा बिजली खपत करने वाले घर बड़ी खपत वाले माने जाते हैं। इकनॉमिक टाइम्स ने 25 दिसंबर को खबर दी थी कि सरकार घरों में ज्यादा बिजली खपत करने वालों से ऊंची दरों से बिल वसूलने की योजना बना रही है। अभी इनका भार औद्योगिक इकाइयों डाला जा रहा है।

राहुल और अखिलेश में बन गई बात, कांग्रेस को 100 से अधिक सीटें देने को तैयार सपा!

समाजवादी पार्टी में जारी उठापटक से इतर अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए संभावित गठबंधन का खांचा लगभग तैयार कर लिया है.
चर्चा है कि विधानसभा सीटों को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में लगभग सहमति बन चुकी है. यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कांग्रेस को कुल 403 विधानसभा सीटों में से 100 से अधिक सीटें देने को तैयार हैं.
अभी यह तय नहीं हो पाया है कि किस दल के हिस्से कौन सी सीटें आएंगी. सूत्रों का कहना है कि यूपी कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद खुद सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत कर रहे हैं.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में गठबंधन को लेकर बातचीत अंतिम दौर है. इसका संकेत इससे मिलता है कि चुनाव आयोग में साइकिल चुनाव चिह्न को लेकर अखिलेश गुट के दावे का कपिल सिब्बल पैरवी कर रहे हैं.
सियासी पंडितों का कहना है कि यदि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन होता है तो स्वाभाविक रूप से शीला दीक्षित की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी खत्म हो जाएगी. खुद शीला दीक्षित भी इस तरह का संकेत पहले ही दे चुकी है.
वैसे मुलायम सिंह यादव इस गठबंधन को लेकर सशंकित हैं. वे तो सार्वजनिक रूप से कई बार ऐसे किसी गठबंधन की संभावना को खारिज कर चुके हैं. बिहार विधानसभा चुनाव से सबक लेकर मुलायम ने हमेशा इस तरह के गठबंधन का विरोध किया है.
बिहार में महागठबंधन में कांग्रेस ने सबको चौंकाते हुए 41 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 27 विधानसभा सीटें हासिल की थी.
अब जबकि समाजवादी पार्टी में टूट लगभग तय है और अखिलेश को भी अकेले चुनावी समर में उतरना जंच नहीं रहा है. कांग्रेस के पास भी गठबंधन के अलावा खुद को बचाने का कोई विकल्प नहीं दिख रहा है. यही वजह है कि दोनों दल एक दूसरे के काफी करीब आ रहे हैं.

राहुल और अखिलेश में बन गई बात, कांग्रेस को 100 से अधिक सीटें देने को तैयार सपा!

समाजवादी पार्टी में जारी उठापटक से इतर अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए संभावित गठबंधन का खांचा लगभग तैयार कर लिया है.
चर्चा है कि विधानसभा सीटों को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में लगभग सहमति बन चुकी है. यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कांग्रेस को कुल 403 विधानसभा सीटों में से 100 से अधिक सीटें देने को तैयार हैं.
अभी यह तय नहीं हो पाया है कि किस दल के हिस्से कौन सी सीटें आएंगी. सूत्रों का कहना है कि यूपी कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद खुद सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत कर रहे हैं.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में गठबंधन को लेकर बातचीत अंतिम दौर है. इसका संकेत इससे मिलता है कि चुनाव आयोग में साइकिल चुनाव चिह्न को लेकर अखिलेश गुट के दावे का कपिल सिब्बल पैरवी कर रहे हैं.
सियासी पंडितों का कहना है कि यदि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन होता है तो स्वाभाविक रूप से शीला दीक्षित की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी खत्म हो जाएगी. खुद शीला दीक्षित भी इस तरह का संकेत पहले ही दे चुकी है.
वैसे मुलायम सिंह यादव इस गठबंधन को लेकर सशंकित हैं. वे तो सार्वजनिक रूप से कई बार ऐसे किसी गठबंधन की संभावना को खारिज कर चुके हैं. बिहार विधानसभा चुनाव से सबक लेकर मुलायम ने हमेशा इस तरह के गठबंधन का विरोध किया है.
बिहार में महागठबंधन में कांग्रेस ने सबको चौंकाते हुए 41 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 27 विधानसभा सीटें हासिल की थी.
अब जबकि समाजवादी पार्टी में टूट लगभग तय है और अखिलेश को भी अकेले चुनावी समर में उतरना जंच नहीं रहा है. कांग्रेस के पास भी गठबंधन के अलावा खुद को बचाने का कोई विकल्प नहीं दिख रहा है. यही वजह है कि दोनों दल एक दूसरे के काफी करीब आ रहे हैं.

BJP मंत्री बोले- गांधी से बड़े ब्रैंड मोदी, नोट से भी हटेंगे बापू

अंबाला
खादी ग्रामोद्योग की ओर से जारी कैलेंडर में महात्मा गांधी की जगह नरेंद्र मोदी की चरखा चलाते की तस्वीर छपने के बाद देशभर में हुए हो-हल्ले के बीच अंबाला में आज हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल विज का विवादास्पद बयान सामने आया है।

सूबे के स्वास्थ्य मंत्री विज ने शनिवार को कहा कि महात्मा गांधी का नाम खादी से जुड़ने के कारण इसकी दुर्गति हुई। इसके साथ ही उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि बीजेपी सरकार के दौरान ही धीरे-धीरे नोटों से भी महात्मा गांधी का फोटो हट जाएगा। विज ने मोदी को खादी के लिए महात्मा गांधी से बेहतर ब्रैंड बताया। उन्होंने कहा कि जबसे खादी से गांधी का नाम जुड़ा है, तब से यह उठ ही नहीं सकी। यह डूब गई है।

इतना ही नहीं, विज ने कहा कि जिस दिन से महात्मा गांधी का चेहरा नोट पर लगा है, उसी दिन से नोट की डीवैल्युएशन शुरू हो गई। कांग्रेसियों द्वारा पूरे मामले में विरोध पर विज ने कहा की खादी गांधी के नाम से पेटेंट नहीं है और खादी के साथ गांधी का नाम जुड़ने से खादी उठने की जगह डूब गई। उन्होंने कहा कि ​कैलेंडर में मोदी का चेहरा छपते ही खादी की बिक्री में 14 फीसदी का इजाफा हुआ है।
हालांकि, बाद में अनिल विज ने महात्मा गांधी पर दिए गए बयान को निजी बयान बताया और कहा कि इससे किसी की भावना आहत न हो इसलिए मैं इसे वापस लेता हूं।
इस मामले पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी विज के बयान से पल्ला झाड़ दिया। उन्होंने कहा कि गांधी जी आदरणीय हैं। विज सीनियर मिनिस्टर हैं और उन्होंने बयान किस संदर्भ में कहा, यह व्यक्तिगत है और इसका पार्टी से कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने चरखा गांधी जी को पीछे छोड़ने के लिए नहीं चलाया। उन्होंने प्रतीक के रूप में चलाया। गाँधी जी के कारण ही खादी को बढ़ावा मिला। मोदी ने इसी अभियान को बढ़ावा देने के लिए चरखा चलाया।

चीन ने दी अमरीका को ‘बड़े युद्ध’ की चेतावनी

बीजिंग: चीन की आधिकारिक मीडिया ने चेतावनी दी है कि यदि अमरीका दक्षिण चीन सागर में बीजिंग द्वारा बनाए गए कृत्रिम द्वीपों तक पहुंचने से उसे रोकता है तो ‘बड़ा युद्ध’ हो सकता है। एक दिन पहले ही अमरीका में विदेश मंत्री पद के लिए नामित रैक्स टिलरसन ने कहा था कि वाशिंगटन को चाहिए कि वह बीजिंग को द्वीपों तक पहुंचने से रोके।

सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने ‘क्या टिलरसन की धमकी सिर्फ सीनेट के लिए धोखा है?’ शीषर्क के तहत लिखे  अपने  संपादकीय में कहा है कि उनकी टिप्पणियों का लक्ष्य ‘सीनेट सदस्यों का समर्थन जुटाना और जानबूझकर चीन की ओर कठोर रुख दिखाकर नियुक्ति की मंजूरी पाने की संभावनाएं बढ़ाना था। ’विदेश मंत्री के पद पर नियुक्ति की मंजूरी के लिए सुनवायी के दौरान रेक्स टिलरसन ने सीनेट से कहा था कि दक्षिण चीन सागर में चीन द्वारा द्वीपों का निर्माण ‘रूस का क्रीमिया पर नियंत्रण करने के समान है। ’

खबरों के अनुसार, उन्होंने कहा था कि अमेरिका की नई सरकार चीन को स्पष्ट संदेश भेजेगी कि ‘पहली बात द्वीपों का निर्माण बंद होगा और दूसरा उन द्वीपों तक आपकों पहुंचने की अनुमति नहीं होगी।’ संपादकीय में कहा गया है, ‘यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने जितने बिन्दू उठाए हैं उनमें से किसे प्रमुखता देंगे।  लेकिन उनकी टिप्पणियों पर ध्यान देना जरूरी है कि चीन को इन द्वीपों तक पहुंच नहीं दी जानी चाहिए, क्योंकि अमरीका की ओर से अभी तक यह सबसे कट्टर प्रतिक्रिया है।’

एक अन्य सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ का कहना है, ‘यह सवाल अभी बना हुआ है कि क्या एक्सॉन मोबिल कॉर्प के पूर्व चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी टिलरसन को विदेश मंत्री के रूप में सीनेट की मंजूरी मिलेगी। ’ उसने लिखा है, ‘यदि उनकी नियुक्ति होती है, तो यह देखने लायक होगा कि चीन के विरूद्ध उनके विचार किस हद तक अमरीकी विदेशी नीतियों का रूप लेते हैं। आखिरकार, अमरीकी सीनेट के विदेश मामलों की समिति के समक्ष बुधवार को नियुक्ति सुनवाई के दौरान हमने जो कुछ भी सुना वह मुख्य रूप से उनकी व्यक्तिगत नीतिगत झुकाव हैं।’
 
अमरीका ने किया शांतिपूर्ण एवं राजनयिक समाधान का आह्वान  
दूसरी तरफ  चीन  की ओर से दी गई इस चेतावनी का अमरीका के निवर्तमान बराक ओबामा प्रशासन ने जवाब देते हुए दक्षिण चीन सागर क्षेत्र के भूभागीय विवादों के शांतिपूर्ण एवं राजनयिक समाधान का आह्वान किया है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जॉश अर्नेस्ट ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "ओबामा प्रशासन में यह नीति रही है कि दक्षिण चीन सागर में दावा करने वाले किसी भी पक्ष की तरफदारी नहीं करनी है। निश्चित तौर पर अमरीका विश्व के उस हिस्से के किसी भी क्षेत्र पर कोई दावा नहीं करता है। " अर्नेस्ट ने कहा, "हमारा सुझाव यह है कि इस पर जिनके दावे हैं, उन्हें अपने प्रतिद्वन्द्वी दावों का समाधान निर्दयतापूर्वक, धमकी से या दबाव से नहीं, बल्कि कूटनीति और बातचीत के ज़रिये करना चाहिए। "

जवानों की पत्नियां आई सामने, लगाए गंभीर आरोप

नई दिल्‍ली : जवानों को खराब क्‍वॉलिटी का खाना परोसे जाने की शिकायत करने वाले बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव और अधिकारियों पर जूते साफ करवाने का आरोप लगाने वाले सेना के जवान लांस नायक यज्ञ प्रताप सिंह के लिए न्‍याय की मांग में अब उनकी पत्नियां सामने आ गई हैं। एक तरफ जहां यज्ञ प्रताप सिंह की पत्‍नी ने कहा कि उनके पति का मोबाइल जब्‍त कर लिया गया है और वह भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं वहीं तेज प्रताप की पत्‍नी ने मांग की है कि उनके पति से जुड़े पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जाए।

भूख हड़ताल पर बैठे यज्ञ प्रताप सिंह
यज्ञ प्रताप सिंह की पत्‍नी ऋचा ने कहा कि वह भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। जब उनसे मेरी बात हुई तो वह रो रहे थे। वह कह रहे थे कि मुझे चाहे कुछ भी हो जाए, न्‍याय मिलना चाहिए। मेरे पति का मोबाइल जब्‍त कर लिया गया है। वह दूसरे के फोन से बात कर रहे थे और कह रहे थे कि अब पता नहीं कब बात हो पाए। उस मोबाइल में सारे सबूत मौजूद हैं। अगर वह मोबाइल नहीं मिला तो मैं कैसे प्रूफ दूंगा। भूख हड़ताल के दौरान अगर मेरे पति बीमार हो जाएं या फिर उन्‍हें कुछ हो जाए तो इसकी जिम्‍मेदारी सरकार और अधिकारियों की होगी।

सीबीआई जांच की मांग
उधर, सोशल मीडिया पर पोस्‍ट किए गए वीडियो से इस सारी बहस की शुरुआत करने वाले बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव की पत्‍नी शर्मिला यादव ने कहा कि उनके पति ने जवानों को खराब खाना परोसे जाने संबंधी जो आरोप लगाए हैं और इसके बाद उन पर जो कार्रवाई की गई है, उन सभी की सीबीआई जांच हो। शर्मिला ने कहा कि बीएसएफ ने इस मामले में जो जांच की है वह पूरी तरह गलत है। साथ ही शर्मिला ने आरोप लगाया कि उनके पति को सामने नहीं आने दिया जा रहा है। शर्मिला ने कहा कि2 दिन से मेरे पति से मेरी बात नहीं हो पा रही है। उन्‍हें कहां छुपा कर रखा गया है, उन्‍हें सामने लाया जाए। 

यज्ञ प्रताप ने लगाए थे ये आरोप
देहरादून के 42 इन्फेन्ट्री ब्रिगेड में तैनात लांस नायक यज्ञ प्रताप सिंह ने एक वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि सेना के अधिकारी जवानों से जूते साफ करवाते हैं और उनसे सहायक के तौर पर दूसरे काम करवाते हैं। उन्‍होंने कहा था कि उन्होंने जून में पीएम, रक्षा मंत्री, राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट को इस बारे में लिखा था।

लड़कियों को किस कर कमाए 70 हजार रुपये

नई दिल्ली
राह चलती लड़कियों को 'किस' कर भाग जाने वाला 'क्रेजी सुमित' बीते सप्ताह उस वक्त सुर्खियों में आया जब उसका क्नॉट प्लेस में शूट किया एक विडियो सुर्खियों में आया। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने बताया कि वह विडियो में किसी अनजान महिला को किस नहीं करता था, बल्कि अपने ही ग्रुप की लड़की के साथ मिलकर पैसा कमाने के मकसद से प्रैंक करता था। इस काम के लिए उसकी पूरी टीम थी, जिनका मकसद विडियो बनाकर यूट्यूब पर ज्यादा से ज्यादा हिट लेना था, ताकि वह इनके जरिए कमाई कर सकें। यूट्यूब पर 'द क्रेजी सुमित' नाम से वह अपना अकाउंट चलाता था।

सुमित कुमार सिंह और उसके दोस्त सत्यजीत काद्यान ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बीते महीने ही अपने इन विडियो के जरिए 70 हजार रुपये की कमाई की है। ये दोनों ही छात्र कंप्यूटर ऐप्लिकेशन के छात्र हैं। दोनों ने बताया कि विडियो में सुमित ने अपने ही ग्रुप की लड़कियों के साथ यह प्रैंक किया है, जिसकी जानकारी उन लड़कियों को पहले से ही होती थी। पुलिस ने पूछताछ के बाद दोनों युवकों को छोड़ दिया है और उनसे कहा गया है आगे जांच में जरूरत पड़ने पर उन्हें दोबारा भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

पुलिस अब उन लड़कियों का बयान दर्ज करना चाहती है, जो इन विडियो में हैं। पुलिस ने बताया कि भले की घटना नाटकीय थी, लेकिन दोनों को सार्वजनिक स्थान पर फूहड़ता फैलाने के नाम पर हिरासत में लिया जा सकता है। इस विडियो को शूट करने वाले सुमित के दोस्त सत्यजीत काद्यान का भी यूट्यूब पर 'डीसी प्रैंक' नाम का अकाउंट है। कंप्यूट ऐप्लिकेशन के ये दोनों छात्र अपने इन अकाउंट्स को गुड़गांव से संचालित करते थे।

जॉइंट कमिश्नर रविंद्र यादव ने बताया कि बीते एक साल में सुमित सिंह ने अपने यूट्यूब अकाउंट पर 35 से ज्यादा विडियो अपलोड किए हैं, जिन पर उसे एक लाख से ज्यादा हिट मिले हैं। डीसीपी भीष्म सिंह के नेतृत्व में बनी टीम ने जांच में पाया कि दर्शकों को भौचक्का करने के इरादे से ये विडियो शूट किए जाते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पैसा कमाने के अलावा ये प्रैंकस्टार यूट्यूब और गूगल से मिलने वाले सर्टीफिकेट के लिए ऐसा करते थे, ताकि उन्हें गेम और ऐप्स बनाने के लिए मैन्यूफैक्चर हायर कर लें। इस बात की जानकारी मिलने पर पुलिस ने गूगल और यूट्यूब को भी नोटिस जारी कर जांच में शामिल होने के लिए कहा है। गूगल के प्रवक्ता ने बताया की कंपनी पुलिस को पूरी तरह मदद कर रही है।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने जब सुमित से बात की तो उसने बताया कि अब उसने ऐसे विडियो बनाने बंद कर दिए हैं। उसने पुलिस को बताया है कि वह पिछले डेढ़ साल से यूट्यूप पर अपना चैनल चला रहा है।

हज सब्सिडी खत्म होने की संभावना; समिति गठित, सउदी अरब ने भारत का कोटा बढ़ाया

नई दिल्ली: हज सब्सिडी खत्म करने के लिए अल्पसंख्यक मंत्रालय ने छह सदस्यीय समिति बनाई है. संसदीय कार्य मंत्रालय के पूर्व सचिव अफजल अमानुल्ला इसके अध्यक्ष होंगे. यह समिति अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को अपनी रिपोर्ट देगी. उधर सउदी अरब ने भारत के वार्षिक हज कोटे में 34,500 की वृद्धि कर दी है.
माना जा रहा है कि सरकार हज यात्रा की सब्सिडी खत्म करने पर विचार कर रही है. बजट सत्र में इस बारे में फैसला हो सकता है. सरकार हज यात्रा को सस्ता करने के तरीकों पर भी विचार करेगी.
नरेन्द्र मोदी सरकार की पहल के तहत सउदी अरब ने भारत के वार्षिक हज कोटे में वृद्धि की है. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, ‘‘ सउदी अरब ने भारत के वार्षिक हज कोटे में 34,500 की वृद्धि कर दी है.’’ इस संबंध में सउदी अरब के जेद्दा में नकवी ने सउदी अरब के हज एवं उमरा मंत्री डॉ मोहम्मद सालेह बिन ताहिर बेन्तेन के साथ हज 2017 के सम्बन्ध में द्विपक्षीय समझैते पर हस्ताक्षर किए. समझौते पर हस्ताक्षर सउदी अरब के हज एवं उमरा मंत्रालय जेद्दा में किए गए.
नकवी ने अपने बयान में कहा कि यह बड़ी खुशी की बात है कि सउदी अरब ने भारत के हज कोटे में 34,500 की वृद्धि कर दी है. 1988 के बाद पहली बार भारत से हज पर जाने वाले यात्रियों के कोटे में इतनी बड़ी वृद्धि की गई है. उन्होंने कहा कि हज 2016 में भारत भर में 21 केंद्रों से लगभग 99,903 लोगों ने हज कमेटी ऑफ इंडिया के जरिए हज किया और लगभग 36 हजार ने प्राइवेट टूर आपरेटरों के जरिए हज की अदायगी की थी.
नकवी ने बताया कि डॉ मुहम्मद सालेह बेन्तेन से उनकी मुलाकात बहुत सकारात्मक एवं सार्थक रही जिसमें भारत से हाजियों के कोटे, हज 2017 के दौरान हज यात्रियों के लिए यातायात, निवास, सुरक्षा व्यवस्था आदि से सम्बंधित मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई.
सउदी अरब की ओर से भारत के हज कोटे में वृद्धि करने से यह संख्या 1.36 लाख से बढ़ाकर 1.70 लाख हो गई है. सउदी अरब प्रशासन ने पांच वर्ष पहले विदेशी तीर्थयात्रियों के हज कोटे में प्रत्येक देश के संदर्भ में 20 प्रतिशत की कटौती की थी और इसी के अनुरूप 2012 में भारत का हज कोटा करीब 1.70 लाख से घटाकर 1.36 लाख कर दिया गया था.
हज कोटे में वृद्धि के समझौते पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए नकवी ने कहा कि भारत और सउदी अरब वैश्विक शांति, समृद्धि के आदर्शों को साझा करते हैं. दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक, आर्थिक, राजनीतिक सम्बन्ध हैं जो दोनों देशों के नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों के दौरों से और मजबूत हुए हैं.
नकवी ने कहा कि पिछले साल अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सउदी अरब की यात्रा से दोनों देशों के आपसी संबंधों को नई ऊर्जा मिली है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हज भारत-सउदी अरब के द्विपक्षीय संबंधों का एक मजबूत स्तम्भ है. यह बड़े ही हर्ष का विषय है कि हज यात्रा के दौरान हाजियों को दी जाने वाली सुविधाओं को बेहतर से बेहतर बनाने में सउदी अरब की सरकार ने हमेशा से ही प्रयास किए हैं.
नकवी ने कहा कि भारत सरकार, हज कमेटी ऑफ इंडिया एवं अन्य एजेंसियां हज 2017 को कामयाब, सुरक्षित, सरल-सुगम बनाने के लिए सउदी अरब की सरकार को पूरा सहयोग प्रदान करेंगे.
भारत में हज के लिए आवेदन 2 जनवरी, 2017 से शुरू हो गए हैं. आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 24 जनवरी 2017 है. नकवी ने कहा कि भारत में पहली बार हज आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल हो गई. भारत सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय के हज विभाग की नई वेबसाइट लांच की गई थी. इसके साथ ही मोबाइल ऐप पेश किया गया है.

तलाक पर काजी का प्रमाणपत्र केवल राय है, कानूनी रूप से वैध नहीं : मद्रास हाई कोर्ट

चेन्नई : मद्रास हाई कोर्ट ने मुसलमानों के तलाक को लेकर एक बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि तलाक पर काजी का दिया प्रमाणत्र केवल एक राय है. उसे कानूनी तौर पर वैध नहीं माना जा सकता.
पूर्व विधायक बदर सैयद की जनहित याचिका पर अंतरिम आदेश पारित करते हुए कोर्ट ने यह फैसला सुनाया. चीफ जस्टिस एसके कौल और जस्टिस एमएम सुंद्रेश की पीठ ने काजी एक्ट, 1880 की धारा 4 का उल्लेख करते हुए कहा कि काजी का पद व्यक्ति को न्यायिक या प्रशासनिक अधिकार देने का नहीं है.
दरअसल सैयद ने याचिका में काजी द्वारा जारी प्रमाणपत्र की निंदा की थी और साथ ही काजी को प्रमाणपत्र देने का हक नहीं होना चाहिए. इस पर रोक लगनी चाहिए. वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और शरई डिफेंस फोरम का भी कहना है कि काजी द्वारा जारी प्रमाणपत्र केवल शरई कानून का विशेषज्ञ होने के नाते राय होती है.
वहीं कोर्ट ने रजिस्ट्रार को आदेश देते हुए कहा कि इस आदेश को स्पष्टता के लिए न्यायिक फोरम के पास भेजा जाए. मामले की अगली सुनवाई 21 फरवरी को होने वाली है.

अच्छी खबर! 9000 रुपए हुई केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम पेंशन

केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को नए साल का तोहफा देते हुए उनकी न्यूनतम पेंशन की सीमा बढ़ाकर 9000 रुपये प्रति व्यक्ति कर दी है। इसके आलावा क्षतिपूर्ति की रकम भी बढ़ाकर अब दोगुना कर दी गई है। केन्द्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को बताया कि इन दोनों अहम् बदलावों का फायदा देश में करीब 50.55 लाख पेंशन पाने वाले लोगों को मिलेगा।
आधार हुआ अनिवार्य
स्वयंसेवी एजेंसियों की स्थायी समिति की 29वीं बैठक को संबोधित करते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा कि करीब 88 प्रतिशत पेंशन खातों को आधार से जोड़ा गया है। बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने 50 लाख पेंशनभोगियों और करीब चार करोड़ अंशधारकों के लिये जनवरी के अंत तक आधार संख्या उपलब्ध कराने को अनिवार्य कर दिया गया है। जिन अंशधारकों या पेंशनभोगियों के पास आधार नहीं है, उन्हें माह के अंत तक यह सबूत देना होगा कि उन्होंने इसके लिये आवेदन कर दिया है। यह ईपीएफओ की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ उठाने के लिये जरूरी बना दिया गया है।
कार्मिक मंत्रालय ने उठाया अहम् कदम
कार्मिक मंत्रालय की प्रेस रिलीज के मुताबिक, उन्होंने कहा कि न्यूनतम पेंशन बढ़ाकर 9000 रुपए प्रति व्यक्ति कर दी गई है और क्षतिपूर्ति राशि 10.15 लाख रुपये से बढ़ाकर 25.35 लाख रुपये कर दी गई है। समिति की बैठक पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा आयोजित की गई। सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों के ज्ञान, अनुभव और प्रयासों का अच्छा उपयोग करने के लिए संस्थागत तंत्र बनाने की जरूरत है जो वर्तमान परिस्थितियों में मूल्यों को बढ़ाने में मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारी भारत के लिए स्वास्थ्यकर एवं उत्पादक कार्यबल हैं और हमें उपयोगी दिशा में उनकी उर्जा को आगे बढ़ाने की जरूरत है।
पिछले दिनों पेंशन के विषय में देरी पर रोक लगाने और अधिक पारदर्शिता लाने के लिए केंद्र ने अपने सभी विभागों को पेंशन विषयक मामलों का अनिवार्य तौर पर ऑनलाइन प्रणाली से निपटान करने का निर्देश दिया था। इस कदम से कर्मचारियों के वास्ते सेवानिवृति पश्चात लाभों को समय पर मंजूरी मिलेगी। कार्मिक, जनशिकायत एवं पेंशन मंत्रालय ने केंद्र सरकार के सभी विभागों के सचिवों को निर्देश जारी किया है कि पेंशन के मामलों का निपटान इलेक्ट्रोनिक तरीके से किया जाए।

‘साइकिल’ को लेकर चुनाव आयोग में अखिलेश गुट की सुनवाई पूरी

सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि चुनाव आयोग में अखिलेश गुट की तरफ से साइकिल सिम्बल को लेकर दी गई दलील पूरी हो गई है. अब 3 बजे मुलायम गुट की सुनवाई होगी.
इससे पहले साइकिल सिंबल पर अपना दावा ठोंकने वाले मुलायम सिंह यादव गुरुवार को चुनाव आयोग पहुंचे. मुलायम के साथ शिवपाल यादव और चार बड़े वकील भी मौजूद हैं. उधर अखिलेश की तरफ से रामगोपाल यादव भी चुनाव आयोग पहुंच चुके हैं. जाने माने वकील कपिल सिब्बल अखिलेश गुट का पक्ष रख रहे हैं.



  • चुनाव आयोग में मुलायम ने रखा पक्ष, कहा रामगोपाल पार्टी से हैं बर्खास्त
  • अखिलेश गुट के नेता भी पहुंचे चुनाव आयोग, रामगोपाल यादव, नरेश अग्रवाल, किरनमय नंदा, अभिषेक मिश्रा, सुरेंद्र यादव, अक्षय यादव मौजूद
  • मुलायम सिंह चुनाव आयोग पहुंचे, शिवपाल यादव आशू मलिक, ओम प्रकाश सिंह, संजय सेठ मौजूद
  • चुनाव आयोग जाने से पहले मुलायम सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा-भरोसा रखें, पार्टी नहीं टूटने देंगे
चुनाव आयोग का निर्णय जानने के लिए मुलायम सिंह अपने भाई शिवपाल सिंह के साथ बुधवार से ही दिल्ली में हैं. अखिलेश खेमे की ओर से राम गोपाल आयोग में पेश होते रहे हैं.
फैसला सुनाने से पहले अंतिम सुनवाई के दौरान दोनों धड़ों के दावों पर चुनाव आयोग कानूनी और तकनीकी विशेषज्ञों की राय लेगा. इसके बावजूद भी अगर स्थिति नहीं सुलझी तो आयोग समाजवादी पार्टी के नाम और निशान को फ्रीज कर दोनों दलों को नए नाम और निशान का विकल्प देगा.
किसके हिस्से, कौन सा सिंबल?
मुलायम खेमे ने जहां राष्ट्रीय लोकदल और इसके चुनाव निशान (हल जोतता किसान) का विकल्प आजमाने की तैयारी की है. अखिलेश खेमे की कोशिश है कि यदि उनका साइकिल से मिलता जुलता नाम मोटरसाइकल भी ना मिल पाने की स्थिति में वे बरगद के निशान पर चुनाव मैदान में उतर सकते हैं.
दरअसल, सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने राम गोपाल यादव पर भाजपा से मिलकर सपा को तोड़ने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि अपने पुत्र और बहू को सीबीआई से बचाने के लिए राम गोपाल यादव भाजपा से मिलकर सपा को तोड़ रहे हैं.
चुनाव चिह्न पर दावे के अपने अपने तर्क
मुलायम गुट का दावा है कि पार्टी की स्थापना मुलायम सिंह यादव ने की है. चुनाव चिह्न साइकिल पर उनके हस्ताक्षर हैं, इसलिए ये उन्हें मिलना चाहिए. अखिलेश धड़े का दावा है कि पार्टी के 90 प्रतिशत सांसद, विधायक और पदाधिकारी उनके साथ हैं, इसलिए चुनाव चिह्न और पार्टी के नाम पर उनका हक है.