नई दिल्ली : खूफिया एजैंसियों ने पाकिस्तान में आतंकी संगठनों के 12 लॉन्चिंग पैड्स की पहचान की है। इन लॉन्चिंग पैड्स पर करीब 300 आतंकी मौजूद हैं जो भारत में घुसपैठ की फिराक में हैं। ह्यूमन इंटेलिजेंस एंड टेक्निकल सर्विलांस पर बेस्ड एक इंटेलिजेंस रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इंटेलिजेंस एजैंसीज ने भारतीय क्षेत्र में उन जगहों की भी पहचान की है, जहां से इन आतंकियों की घुसपैठ हो सकती है। रिपोर्ट में पिछले साल 28-29 सितंबर की दरमियानी रात पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद के हालात की समीक्षा की गई है।
एलओसी पार कर हुई इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकी संगठनों को काफी नुकसान का दावा किया गया था। पीओके में 7 आतंकी कैम्पों को तबाह कर दिया गया था। इस दौरान 40 आतंकी भी मारे गए थे। बालाकोट, गढ़ी हबीबुल्लाह, बतरसी, मशर-ए-अकशाह, अब्दुल्लाह बिन मौसम, दलाई, छेला बंदी, कोटली, दुंगी, गुल्पर, बाराली और मंदाकुली लॉन्चिंग पैड राडार पर हैं। रिपोर्ट के मुताबिक लोजाब घाटी, राजवर फॉरेस्ट, बांदीपुरा, काजीकुंड, राफियाबाद और नौगाम- वो जगहें हैं जहां से घुसपैठ की जा सकती है। इन जगहों पर आतंकियों ने अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स से मुलाकात कर उनसे पैसे और रसद हासिल किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ में इजाफा हुआ है। जिससे यह पता चलता है कि आतंकी कितने बेताब हैं। घुसपैठ की घटनाओं में बढ़ोतरी का आकलन ग्राउंड इंटेलिजेंस, इंटरसेप्ट्स और कुछ क्षेत्रों में बाड़ काटे जाने के सबूतों के आधार पर किया गया है। एक सिक्युरिटी अफसर ने कहा कि आमतौर पर ठंड के मौसम में भारी बर्फबारी के चलते घुसपैठ कम हो जाती है, लेकिन मौजूदा हालात में इसके बढऩे से फोर्सेज के लिए यह एक मुश्किल वक्त है।
एलओसी पार कर हुई इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकी संगठनों को काफी नुकसान का दावा किया गया था। पीओके में 7 आतंकी कैम्पों को तबाह कर दिया गया था। इस दौरान 40 आतंकी भी मारे गए थे। बालाकोट, गढ़ी हबीबुल्लाह, बतरसी, मशर-ए-अकशाह, अब्दुल्लाह बिन मौसम, दलाई, छेला बंदी, कोटली, दुंगी, गुल्पर, बाराली और मंदाकुली लॉन्चिंग पैड राडार पर हैं। रिपोर्ट के मुताबिक लोजाब घाटी, राजवर फॉरेस्ट, बांदीपुरा, काजीकुंड, राफियाबाद और नौगाम- वो जगहें हैं जहां से घुसपैठ की जा सकती है। इन जगहों पर आतंकियों ने अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स से मुलाकात कर उनसे पैसे और रसद हासिल किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ में इजाफा हुआ है। जिससे यह पता चलता है कि आतंकी कितने बेताब हैं। घुसपैठ की घटनाओं में बढ़ोतरी का आकलन ग्राउंड इंटेलिजेंस, इंटरसेप्ट्स और कुछ क्षेत्रों में बाड़ काटे जाने के सबूतों के आधार पर किया गया है। एक सिक्युरिटी अफसर ने कहा कि आमतौर पर ठंड के मौसम में भारी बर्फबारी के चलते घुसपैठ कम हो जाती है, लेकिन मौजूदा हालात में इसके बढऩे से फोर्सेज के लिए यह एक मुश्किल वक्त है।
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