शनिवार, 14 जनवरी 2017

यहां पढ़ें पूरी कहानी बीएसपी के वॉर रूम की

यूपी: आपको यकीन नहीं होगा, लेकिन है सोलह आने सच. लखनऊ में पार्टी के एक बड़े नेता के घर पर वॉर रूम काम कर रहा है तो दूसरा दिल्ली में JNU से लेकर AMU से पढ़ाई कर चुके लोग बहनजी की ब्रांडिंग में लगे हैं. IIT से इंजिनयरिंग पास नौजवान वॉर रूम में मीडिया का काम देख रहे हैं. राज्य के अलग अलग इलाकों के लोगों को फोन कर उनसे फीडबैक लिया जा रहा है. मुद्दे तय किए जा रहे हैं. विपक्षी पार्टियों के प्रचार और उनकी रणनीति पर नज़र रखी जाती है. फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सऐप पर मायावती छा जाएं. इसमें दिन रात जुटे हैं बीएसपी के नए किस्म के समर्थक. हर विधान सभा से हज़ारों लोगों को व्हाट्सऐप से जोड़ने की तैयारी है.
बीएसपी कर रही है सोशल मीडिया पर प्रचारआधिकारिक तौर पर तो न तो मायावती न ही बीएसपी ट्विटर पर है. लेकिन मिलते जुलते नाम और पहचान से अब कई अकाउंट बन गए हैं. बीएसपी के सतीश चंद्र मिश्रा जैसे कई बड़े नेताओं ने ट्विटर पर एंट्री ली है. ऐसा तीन चार बार हो चुका है कि बहनजी घंटों ट्विटर पर टॉप तीन में ट्रेंड करती रही. फेसबुक की दुनिया में बीएसपी और उसके समर्थक छाये हुए हैं. तरह-तरह के फिल्म और विडियो पोस्ट किये जा रहे हैं.
मायावती को ब्रांड बनाने की हो रही है तैयारीयूपी चुनाव के लिए मायावती बदलने लगी हैं और बदल रहे हैं उनके समर्थक. इस बार तैयारी मायावती को ब्रांड बनाने की है. उनका मुकाबला ब्रांड मोदी और ब्रांड अखिलेश से जो है. बहनजी की एक नयी छवि गढ़ने की कोशिश हो रही है. मायावती के नाम और तस्वीर से लोगों को क़ानून के राज का एहसास हो. ‘बहनजी को आने दो’ के नाम से दस पोस्टरों की एक सीरीज बन कर तैयार है. इन पोस्टरों के बहाने मायावती में लोगों की उम्मीद और सपनों के रंग भरे जा रहे हैं. पूरा जोर इस बात पर है कि बहनजी का नाम ही खुशहाली की गारंटी है. इस बार बीएसपी के प्रचार में मायावती ही फोकस में हैं. इससे पहले के चुनावों में मायावती और उनकी पार्टी के पोस्टर और वीडियो बड़े उबाऊ होते थे.
क्या नए वोटरों को रिझा पाएगी बीएसपी ?नयी उम्र के वोटरों के दिल को छू जाए, ऐसा कुछ भी नहीं होता था. लेकिन इस बार प्रोफेशनल टीम ने सारी कमियां दूर कर दी हैं. अब बीएसपी के कैम्पेन में कांशीराम और आंबेडकर की एंट्री कभी-कभी होती है. इस बार मायावती फोकस में हैं. डेढ़ मिनट का एक वीडियो बहनजी पर बनाया गया है. जिसमें उन्हें ‘इंडिया की आयरन लेडी’ बताया गया है. क्लोज अप में उनका एक पोर्ट्रेट बन रहा है. विडियो में सर्वोदय प्रताप के स्केच के बहाने मायावती की आयरन लेडी वाली छवि उकेरी गयी है. 30 सेकेण्ड से लेकर पांच मिनट तक के पंद्रह वीडियो बन कर तैयार हैं. किसी में मुलायम और अखिलेश यादव का ‘फैमिली झगड़ा’ है तो किसी में पीएम नरेंद्र मोदी के जुमले.
अखिलेश राज को बताया जा रहा है जंगल राजमुज़फ्फरनगर दंगों से लेकर अख़लाक की हत्या के बहाने अखिलेश राज को जंगल राज बताया गया है. मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर ने भी बहनजी के लिए एक गाना तैयार किया है. चुनाव प्रचार के दौरान सभी मंचो से ‘सिंहासन पर माया बहन’ बजाया जाएगा. ‘भैयाजी के लूटेरे’ पंचलाईन से दस पोस्टरों की एक और सीरीज बन कर तैयार है’. समाजवादी पार्टी के बाहुबली और विवादित नेताओं आजम खान, अभय सिंह, पवन पांडे, अफ़ज़ाल अंसारी, गायत्री प्रजापति और अतीक अहमद को अखिलेश यादव के साथ दिखाया गया है.  गायत्री अखिलेश सरकार में परिवहन मंत्री हैं. पोस्टर में उनके विवादों का जिक्र है और आखिर गायत्री ‘मैं अखिलेश यादव का समर्थन करता हूं’ कहते हुए दिखाया गया है. बाहुबली मंत्री राजा भैया ऊर्फ रघुराज प्रताप सिंह पर भी एक पोस्टर बना है. चुनाव आयोग से इजाजत मिलने के बाद जोर शोर से प्रचार होगा. पांच सालों से मायावती यूपी की सत्ता से बाहर हैं. लोक सभा चुनाव में उनकी पार्टी का खाता तक नहीं खुला. बहनजी के लिए अभी नहीं तो फिर कभी नहीं जैसे हालात हैं.
क्या हाथी सबको रौंद पाएगा ?अगर ये मौका भी गया तो फिर कहीं बीएसपी का हाथी फिर कभी खड़ा ही ना हो पाए. इसीलिए बहनजी ने अपने घर के हर झरोखे खोल दिए हैं. पिछले तीन महीनों में उन्होंने जितनी प्रेस कॉन्फ्रेंस की हैं उतनी तो चार सालों में भी नहीं हुई थीं. मीडिया को एक दिन में 3-3 प्रेस रिलीज भेजे जा रहे हैं. जब-जब पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी में रैली की, उसके घंटे दो घंटे बाद मायावती ने भी उसका जवाब दिया.
खुलकर बोलने लगी हैं मायावतीकई सालों बाद लोगों ने मायावती को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते देखा. वैसे तो उन्हें जो भी कहना होता है, खुद लिख कर लाती हैं, और फिर उसे पढ़ कर चली जाती हैं. लेकिन अब बहनजी वैसी नहीं रहीं. डट कर सवालों का सामना करती हैं. मायावती को शायद ही लोगों ने हंसते मुस्कुराते देखा हो लेकिन प्रेस कांफ्रेंस में कैमरों के आगे इन दिनों वे हंसते हुए भी नजर आती हैं.

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