गुरुवार, 22 सितंबर 2016

तीन हाथ वाली काली माता का मंदिर, बिना सर ढके जो भी महिला जाती है अदृश्य शक्ति काट देती है बाल...

हिन्दू धर्म हो या मुस्लिम हो या फिर सिख या ईसाई सभी अपने धर्म स्थलों पर जब भी जाते है अपना सर ढक लेते है, इसका वैज्ञानिक तर्क ये है की इससे आपका घ्यान बंटेगा नही! कई धार्मिक स्थलों पर तो उसकी बपनदी कर दी जाती है जिसमे ऐसा करना अनिवार्य है, लेकिन तमिलनाड के त्रिची में एक ऐसा मंदिर है जंहा अगर महिलाये बिना सर ढके गई तो उनके बाल कट गए!

कोई व्यक्ति नही बल्कि एक अदृश्य शक्ति देती है इस काम को अंजाम....


वर्तमान मध्यप्रदेश में राज करने वाली माह प्रतापी राजा विक्रमादित्य काली भक्त थे और उनके उन्होंने वन में घूमते हुए सजीव दर्शन किये  और उनको मूरत रूप में अपने साथ रखा. वो जंहा भी जाते उसे ले जाते और उसकी वन्ही आराधना करते एक दिन त्रिची में इस मंदिर के जगह से मूर्ति नही उठी और उसने प्रसन्न मुद्रा में इन्ही रहनी की बात कही तो राजा ने मंदिर बना दिया!

वैसे तो काली गंभीर होती है लेकिन यंहा शांत मुद्रा में है, उनके मुख पे लम्बे दांत भी नही है मंदिर में कृष्ण शिव गणेश की भी अद्भुद मुर्तिया है!


माता काली के तीन ही हाथ है जो की एक अद्भुद बात है, एक में नरमुंड दूसरे में त्रिशूल तो तीसरे में मशाल है, चौथे हाथ का रहस्य कोई नही जानता है लेकिन एक चमत्कार से इसका इशारा मिलता है! इस मंदिर में जो भी महिला बिना बाल ढके जाती है उसकी छोटी या बाल कट जाते है उसे पता भी नही चलता.

ये कौन करता है क्यों करता है ये कोई नही जानता लेकिन महिलाओ में इस बात को लेकर खौफ रहता है, हालही में एक कॉलेज गर्ल ने इसे अन्धविश्वास माना और अपनी चोटी गाँव बैठी. शायद माँ का चौथा हाथ इस मंदिर की रखवाली कर रहा है जो की अदृश्य रूप में है.


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें