बुधवार, 10 अगस्त 2016

यहाँ है भुतहा रेलवे स्टेशन जहाँ सालों से नहीं रुकी कोई ट्रेन

भारत एक ऐसा देश है जहां अनेक संस्कृतियों और धर्मों के लोग रहते हैं और शायद इसलिए भी यहां अंधविश्वास ज्यादा है। वैसे तो हमें यहां कई प्रकार की भूतों की कहानियां सुनने और पढ़ने को मिलती रहती हैं। अब चाहे वह राजस्थान का भानगढ़ किला हो या फिर झारखंड के पतरातू में स्थित पिठौरिया गांव में 2 शताब्दी पुराना राजा जगतपाल सिंह का किला। आज हम बात करने जा रहे हैं भारत के पश्चिमी बंगाल के पुरुलिया जिले की। जी हां, इस जिले में एक बेगुंकोदोर नामक रेलवे स्टेशन है,बताया जाता है कि पिछले कई सालों से यहां कोई ट्रेन नहीं रुकी है।

क्योंकि यहां मानना है कि यहां एक औरत की आत्मा प्लेटफॉर्म पर नाचती है, और साथ ही ट्रेक पर दौड़ती दिखाई देती है। इसलिए यह रेलवे स्टेशन पिछले कई सालों से बंद पड़ा हुआ है। यहां के लोगों की बात माने तो वर्ष 1967 में एक रेलवे कर्मचारी को यहां सफेद साड़ी में एक महिला दिखी और महिला को देखने के बाद ही उस कर्मचारी की मौत हो गई। वहीं, रेलवे अधिकारियों का मानना है कि इस रेलवे स्टेशन पर पोस्टिंग को रोकने के लिए ऐसी मनगढ़ंत कहानी बनाई गई है.

बताया जाता है कि इस कहानी के बाद बेगुंकोदोर नामक रेलवे स्टेशन के सारे कर्मचारी इस जगह को छोड़कर चले गए और इस स्टेशन पर ट्रेनों का रुकना बंद हो गया। यह रेलवे स्टेशन पुरुलिया से लगभग 43 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। लेकिन, मिली जानकारी के मुताबिक शायद इस स्टेशन को फिर से शुरू किया जा रहा है।

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