सोमवार, 22 अगस्त 2016

इस अस्पताल में होता मुर्दों का इलाज

डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है। चिकित्सा केवल पेशा नहीं माना जाता। लेकिन, इस पाक पेशा को शर्मसार करता एक मामला बिहार की राजधानी पटना में सामने आया है। नगर के एक नामी निजी अस्पताल में मरी महिला का दो दिनों तक आईसीयू में रखकर फर्जी इलाज किया गया। इस बाबत अस्पताल के खिलाफ बुधवार को एफआईआर दर्ज कराई गई।जानकारी के अनुसार शिवहर की रहने वाली एक महिला को परिजनों ने इलाज़ के लिए पटना के एक बड़े निजी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में उसका इलाज आईसीयू में छह अगस्त से जारी था। लेकिन, अस्पताल प्रबंधन ने 14 अगस्त के बाद परिजनों को नहीं दी। परिजनों को बताया गया कि मरीज की हालत गंभीर है आैर इस बहाने उनसे अंधाधुंध रुपये लिए जाते रहे।मंगलवार को जब महिला की भतीजी किसी तरह आईसीयू में गई तो देखकर सन्न रह गई कि उसकी चाची मृत है। मॉनिटर में पल्स, ब्लड प्रेशर व हार्ट बीट शून्य दिख रहे थे। जब मृत महिला की भतीजी ने चिल्लाना शुरू किया तब अस्पताल के कर्मचारी दिखाने के लिए इलाज का नाटक करने लगे।लड़की ने साहस दिखाते हुए अपने मोबाइल से मॉनीटर व इलाज का वीडियो बना लिया। कर्मचारियों ने उसे मारने और मोबाइल तोड़ने की कोशिश की, लेकिन तब तक अस्पताल की सारी हरकतें मोबाइल से व्हाट्सऐप के माध्यम से बाहर जा चुकी थीं।घटना की बाबत पूछने पर अस्पताल प्रबंधन ने किसी गलत काम से इंकार किया। उसके अनुसार मृत महिला के परिजनों को गलतफहमी हुई है। बहरहाल, अस्पताल के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

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