शुक्रवार, 12 अगस्त 2016
एक ऐसा गांव, जहां पति-पत्नी 5 दिन नहीं करते हंसी-मजाक
परंपरा के बारे में तो आपने बहुत सुना होगा लेकिन देव भूमि हिमाचल के कुल्लू जिले के एक गांव में पति-पत्नी को लेकर एक अनोखी परंपरा सदियों से लेकर आज के इस मॉडर्न जमाने में भी चली आ रही है। जिसे आप भी सुनकर हैरान हो जाएंगें।मणिकर्ण घाटी के पीणा गांव में साल में 5 दिन पति-पत्नी एक- दूसरे से हंसी-मजाक नही कर सकते इतना ही नही यह परंपरा सिर्फ बात करने कर ही सीमित नही है। महिलाएं तो इन 5 दिनों में कपड़े भी नही बदल सकती। उन्हे सिर्फ ऊन के बने पट्टू ही ओढ़ने होते हैं।इस गांव में 17 से 21 अगस्त तक काला महीना मनाया जाता है। इन खास दिनोें में लोग शराब तक नही पीते। उनका मनना है कि लहुआ घोंड देवता जब पीणी पहुचे थे तो यहां पर राक्षसों को पूरी तरह से आतंक था और भादो संक्रांति के दिन उन्होनें राक्षसों को नाश किया था।यहां के लोगों का मानना है कि राक्षसों को मारने के बाद से लेकर अब तक यहां देव परंपरा की शुरूवात हो गई जो आज तक कायम है। इसी को बनाए रखने के लिए पति-पत्नी इन पांच दिन आपस में हंसी मजाक नहीं करते और औरतें कपड़ों की जगह खास तरह के पट्टू ओढ़ती हैं।
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जरा हटके
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
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