नई दिल्ली: 45वें भारतीय नौसेना दिवस के मौके पर दिल्ली में थलसेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग, नौसेना प्रमुख सुनील लांबा और वायुसेना प्रमुख अरुप राहा ने अमरजवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वहीं तीनों सेना प्रमुख स्कूली बच्चों से भी मिले। नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने कहा कि हम नौसेना के इस महत्वपूर्ण योगदान की सराहना करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने नौसेना कर्मियों की बहादुरी को सलाम किया। उन्होंने कहा, ‘ मैं राष्ट्र को विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सेना हिंद महासागर में समुद्री हितों की रक्षा करने में पूरी तरह संभव और तैयार है।’
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर नौसेना को बधाई दी। पीएम ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘सभी नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को इस दिवस की बधाई। हम नौसेना के इस महत्वपूर्ण योगदान की सराहना करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने नौसेना कर्मियों की बहादुरी को सलाम किया।
आपको बता दें कि हमारी सेना 4 दिसंबर 1971 की रात को लॉन्च हुए ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट” को याद कर नौसेना दिवस मनाती है, जिसमें कराची हार्बर को पूरी तरह तबाह कर दिया गया था। इस ऑपरेशन में भारतीय नौसेना ने पहली बार एंटी-शिप मिसाइल्स का इस्तेमाल किया था। इस ऑपरेशन के तुरंत बाद ऑपरेशन पॉयथन लॉन्च कर दिया गया, जिससे पाकिस्तानी नौसेना की कमर तोड़ दी गई। ऑपरेशन में पाकिस्तान ने एक मिनीस्वीपर, एक डिस्ट्रॉयर, एक कार्गो जिसमें गोला-बारूद था, और कराची के ईंधन संग्रह करने वाले जहांज खो दिए थे। एक और डिस्ट्रॉयर को बुरी तरह तबाह कर दिया गया, बाद में उसे स्कैप करना पड़ा।
नौसेना ने कराची के दक्षिण में ऐसी जगह पोजिशन सेट की, जहां से वह पाकिस्तानी एयरफोर्स की रेंज में नहीं थे। तब पाकिस्तानी एयरक्राफ्ट्स के पास रात में बमबारी करने की क्षमता नहीं थी, भारतीय नेवी ने इसका फायदा उठाया। हमला करने के लिए रात से सुबह के बीच का वक्त चुना गया। पाकिस्तान में रात के 10.30 बजते ही, अपनी पोजिशन बदली और अपने लक्ष्य को निशाने पर लिया। आईएनएस नीरघाट ने पीएनएस खाईबार पर हमला किया। इस धमाके के बाद पाकिस्तानी नौसेना के बीच अफरातफरी मच गई, जानकारी भेजी गई मगर को-ऑर्डिनेट्स गलत भेजे गए जिस वजह से पाकिस्तानी नेवी की राहत टीम नहीं पहुंच सकी।
खाईबार अभी भी पानी पर था, इसलिए आईएनएस नीरघाट ने एक बार और हमला किया। आखिरकार यह जहाज और इसके साथ 222 नाविक भी डूब गए। 11 बजे, आईएनएस निपट ने दो स्टिक्स मिसाइल्स के लिए जरिए पाकिस्तान की दो कार्गो शिप उड़ा दीं। इनमें पाकिस्तानी सेनाओं के लिए गोला-बारूद भरा था, जिससे धमाके पर धमाके हुए। इसके बाद 11.20 पर आईएनएस वीर ने पीएनएस मुहाफिज़ पर हमला किया और वह जहाज सिग्नल भेज पाने से पहले ही 33 नाविकों के साथ डूब गया। इस दौरान, आर्इएनएस निपट ने कराची की तरफ बढ़ना जारी रखा और केमारी ऑयल स्टोरेज टैंक्स पर हमला बोला। कराची हार्बर के ऑयल टैंक्स पर निशाना साधा और पूरी तरह बर्बाद कर दिया। कराची हार्बर को तहस-नहस करने के बाद भारतीय नौसेना विजेता की तरह वापस लौट आई।
रविवार, 4 दिसंबर 2016
नेवी डे: आज के दिन नौसेना ने चलाया था ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’, पाक को किया था पस्त
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
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