वाशिंगटन: अपने रक्षा बलों के लिए बड़े वैमाने पर आधुनिकीकरण की योजना बना रहा भारत दुनिया में हथियारों का दूसरा सबसे बड़ा खरीददार बनकर उभरा है। उससे ऊपर सिर्फ सउदी अरब है। अमरीकी कांग्रेस की शोध सेवा (सी.आर.एस.) की ओर से जारी रिपोर्ट ‘कंवेशनल आर्म्स ट्रांसफर्स टू डिवैलपिंग नेशंस 2008-2015’ में कहा गया है कि भारत ने 2008 से 2015 के बीच 34 अरब डॉलर के रक्षा उपकरण खरीदे, जबकि सउदी अरब ने 93.5 अरब डॉलर की खरीददारी की।
गौरतलब है कि सी.आर.एस. अमरीकी कांग्रेस की स्वतंत्र शोध शाखा है और इसकी रिपोर्ट को अमरीकी कांग्रेस की आधिकारिक रिपोर्ट नहीं माना जाता। उसने कहा,‘‘सऊदी अरब 2008-15 के दौरान हथियारों की खरीद के मामले में विकासशील दुनिया का अगवा रहा और उसने कुल 93.5 अरब डॉलर के समझौते किए. भारत हथियारों की खरीद के मामले में दूसरे स्थान पर रहा और उसने 34 अरब डॉलर के समझौते किए.’’ अपनी रिपोर्ट में सीआरएस ने भारत की ओर से अपने शस्त्र बलों को विविध बनाने के हालिया प्रयासों का उल्लेख किया है।
बुधवार, 28 दिसंबर 2016
इस मामले में दुनिया में दूसरे नंबर पर रहा भारत
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पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
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