प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पहुंचकर दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा को श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री मोदी ने उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
सुंदरलाल पटवा की पार्थिव देह को आखिरी दर्शन के लिए यहां रखा गया है. पटवा का बुधवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. वह 92 वर्ष के थे. गुरुवार दोपहर का नीमच जिले में उनके गृह ग्राम कुकड़ेश्वर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से भोपाल पहुंचे. विमानतल पर उनकी अगवानी के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद थे. विमानतल से प्रधानमंत्री सीधे भाजपा के प्रदेश मुख्यालय के लिए रवाना हो गए. जहां उन्होंने सुंदरलाल पटवा को श्रद्धांजलि अर्पित की.
पटवा के निधन की सूचना मिलने पर प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की थी. दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देते हुए मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘मैं सुंदरलाल पटवा के निधन से दुखी हूं. वह परिश्रमी एवं समर्पित नेता थे. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में किये गये उनके अच्छे कार्यो को सदा याद रखा जाएगा.’’
मोदी ने यह भी कहा कि पटवा ने भाजपा को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई और पार्टी कार्यकर्ताओं ने हमेशा उनकी तारीफ की।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मेरी सहानुभूति उनके परिजन के साथ है. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.’’
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि पटवा ने जनसंघ से लेकर भाजपा तक विभिन्न जिम्मेदारियां निभाई. उनकी कड़ी मेहनत एवं समर्पण हमारे कार्यकर्ताओं को हमेशा प्रेरित करती रहेगी.
पटवा का राजनीतिक सफर
-सुंदरलाल पटवा का जन्म मंदसौर जिले के कुकड़ेश्वर गांव में 11 नवंबर 1924 को हुआ था.
-20 जनवरी, 1980 से 17 फरवरी, 1980 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री.
-सन 1990 के विधान सभा चुनाव में सदस्य निर्वाचित एवं 5.3.1990 से 15.12.1992 तक मुख्यमंत्री रहे.
-1993 में पुन: विधान सभा सदस्य निर्वाचित
-1980 में सीहोर से विधान सभा सदस्य निर्वाचित होकर भा.ज.पा. के नेता एवं सदन में विरोधी दल के नेता.
-1985 में पुन: विधान सभा सदस्य चुने गए तथा लोक लेखा समिति के सभापति एवं सामान्य प्रयोजन समिति के सदस्य रहे.
-1986 से भा.ज.पा. के प्रदेशाध्यक्ष.
- 1941 से इन्दौर राज्य प्रजा मण्डल एवं 1942 से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सम्बद्ध.
-1947 से 1951 तक संघ प्रचारक एवं 1948 से संघ आंदोलन में सात माह जेल यात्रा.
-1951 से जनसंघ के सक्रिय कार्यकर्ता.
-1957 से 1967 तक विधान सभा सदस्य एवं विरोधी दल के मुख्य सचेतक.
-1967 से 1974 तक जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष.
-1975 में म.प्र. जनसंघ के महामंत्री.
-27 जून, 1975 से 28 जनवरी, 1977 तक आपातकाल में मीसा में निरूद्ध.
-1997 में छिंदवाड़ा से लोकसभा उपचुनाव में विजयी.
-वाजपेयी सरकार में दो साल मंत्री.
बुधवार, 28 दिसंबर 2016
भोपाल पहुंच पीएम मोदी ने किए सुंदरलाल पटवा के अंतिम दर्शन
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
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