नई दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने सरकरा के नोटबंदी के फैसले को पूरी तरह गलत ठहराते हुए कहा कि नोटबंदी के लिए पीएम मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए.
चिदंबरम ने सरकार के भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम के दावे को खारिज करते हुए कहा कि नए नोटों की जब्ती रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया, करेंसी चेस्ट और बैंकों में भ्रष्टाचार दिखाती हैं. विमुद्रीकरण अव्यवस्था और प्रशासनिक ढांचे का ढहना है. इसका बात की कोई दावा नहीं कर सकता कि नए नोटों में काला धन नहीं इकट्ठा होगा और रिश्वत नहीं दी जाएगी.
शहीदों की संख्या हुई दोगुनी
उन्होंने कहा कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं कि आतंकवादियों को सिर्फ नकली नोटों में फंडिग की जाती है. हकीकत यह है कि 30 सितंबर के बाद से 33 सुरक्षा कर्मियों की जान जा चुकी है. साल 2015 के मुकाबले जम्मू और कश्मीर में मारे जाने वाले सुरक्षा कर्मियों की संख्या दोगुनी हो गई है.
चिदंबरम ने बताया कि 25 दिसंबर 2016 तक शहीद हो चुके जवानों की संख्या 87 है, जो साल 2015 से दोगुनी है. स्थितियां अच्छी होने की बजाए खराब हो रही हैं. साथ ही उन्होंने सवाल किया कि क्या पिछले संसदीय सत्र में जीएसटी पर कोई बिल था? इस बिल के पास न होने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया पूरी तरह गलत और अन्ययापूर्ण है.
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