शनिवार, 31 दिसंबर 2016
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी...!
LIVE UPDATE:
-गर्भवती महिलाओं के लिए 6 हजार की मदद, पैसा सीधे खाते में-पीएम मोदी
-वरिष्ठ नागरिक-10 साल के लिए खाते में पैसे पर 8 प्रतिशत ब्याज-पीएम मोदी
कारोबारियों के लिए
छोटे कारोबारियों के 2 करोड़ तक के कर्ज की गारंटी सरकार लेगी-पीएम मोदी
किसानों के लिए पीएम का ऐलान
रवि की बुआई में 6 प्रतिशत की बृद्धि
डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव सेंट्रल बैंक और प्राइमरी सोसायटी से जिन किसानों ने खरीफ और रबी की बुवाई के लिए कर्ज लिया था उस कर्ज के 60 दिन का ब्याज सरकार वहन करेगी और किसानों के खातों में ट्रांसफर करेगी: पीएम मोदी
अगले 3 महीने में 3 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड को RUPAY कार्ड में बदले जाएंगे
गरीब और मध्यम वर्ग के लिए विशेष
-घर बनाने के लिए 12 लाख के कर्ज पर ब्याज में 3 प्रतिशत की छूट
-2017 में घर बनाने के लिए 9 लाख के कर्ज पर ब्याज में चार प्रतिशत की छूट
-घर बनाने के लिए दो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो स्कीम-पीएम मोदी
…………………………………………
-नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था के बाहर से जो बाहर धन था वह बैंक में आ गया-पीएम मोदी
-कुछ बैंक कर्मचारियों ने गंभीर अपराध किये हैं-पीएम मोदी
-अगर हम जागरुक रहें तो हम अपने बच्चों को हिंसा और अत्याचार के रास्ते पर जाने से रोक पाएंगे.
-लोगों की आय ज्यादा है वे सही नहीं बताते हैं-पीएम मोदी
-ये सरकार सज्जनों की मित्र है, दुर्जनों को सही रास्ते पर लाने के लिए उपयु्क्त वातारण बनाना है-पीएम मोदी
-नोटबंदी के बाद ये चर्चा बेहद स्वाभाविक है कि अब बेईमानों का क्या होगा, उनको क्या सजा मिलेगी-पीएम
-हमारी अर्थव्यस्था में बड़े नोट मंहगाई, काला बाजारी बढ़ा रहे थे, देश में पैरलल इकॉनमी चल रही थी-पीएम मोदी
-बड़े नोट से महंगाई बढ़ रही थी-पीएम मोदी
-ये इतिहास की ऐसी मिसाल है जिसमे सरकार और जनता बुराई से लड़ने के लिए कंधे से कंधा मिला कर लड़ रहे हैं
-एक बात मैंने अनुभव की कि आपने मुझे अपना मानकर अपनी बात कही और आपका ये प्यार आशीर्वाद की तरह है-
-देशवासियों ने जो कष्ट झेला है, वो भारत के भविष्य के लिए मिसाल है
-दिवाली के बाद की घटना से ये साबित हो चुका है कि देशवासी इस घुटन से बाहर आना चाहते हैं-पीएम मोदी
-पहले ईमानदार घुटन महसूस करते थे-पीएम
-कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं है हमारी… इसे लोगों ने जीकर दिखाया-पीएम मोदी
-देश ऐतिहासिक शुद्धि का गवाह बना, लोगों ने धैर्य से काम लिया-पीएम मोदी
-पीएम मोदी के संबोधन में महज 10 मिनट बाकी
राष्ट्र के नाम संदेश में क्या कह सकते हैं मोदी ? एबीपी न्यूज को सूत्रों से जो पता चला है उसके मुताबिक
1. नोटबंदी से क्या मिला इसका ब्यौरा दे सकते हैं
2. बेनामी संपत्तियों के खिलाफ कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं
3. किसानों के लिए बड़े एलान, कर्ज माफी नहीं
4. जनधन खातों में काला धन जमा होने पर एलान
5. दलितों-पिछड़ों के लिए बड़ा एलान संभव
6. व्यापार-उद्योग जगत को राहत देने की कोशिश कर सकते हैं
पिछले कुछ सप्ताह में अपनी जनसभाओं में प्रधानमंत्री सरकार के फैसले के बाद हुई परेशानी को सहन करने की अपील जनता से करते रहे हैं. वह कहते रहे हैं कि 50 दिन की अवधि पूरी हो जाने के बाद यह परेशानी धीरे-धीरे दूर होनी शुरू हो जाएगी.
राष्ट्र के नाम संदेश से पहले बड़ा सवाल यही है कि क्या नोटबंदी के बाद देश के अच्छे दिन आएंगे ? बहरहाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज राष्ट्र के नाम संबोधन देंगे. जिसमें उम्मीद की जा रही है कि वे चलन से बाहर हो चुके नोटों को जमा कराने के 50 दिन पूरे होने के बाद आगे का खाका पेश करेंगे. प्रधानमंत्री का संबोधन शाम 7.30 बजे के बाद हो सकता है.
प्रधानमंत्री अपने संबोधन में नोटबंदी के बाद के रोडमैप के बारे में बोल सकते हैं. वह नोटबंदी के बाद से एक बड़ी समस्या बने रहे नकदी के प्रवाह को सुगम बनाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी खासतौर पर बोल सकते हैं. यह राष्ट्र के नाम उनका दूसरा संबोधन होगा. इससे पहले आठ नवंबर को अपने पहले संबोधन में उन्होंने 500 और 1000 के पुराने नोटों का प्रचलन बंद करने की घोषणा की थी.
-गर्भवती महिलाओं के लिए 6 हजार की मदद, पैसा सीधे खाते में-पीएम मोदी
-वरिष्ठ नागरिक-10 साल के लिए खाते में पैसे पर 8 प्रतिशत ब्याज-पीएम मोदी
कारोबारियों के लिए
छोटे कारोबारियों के 2 करोड़ तक के कर्ज की गारंटी सरकार लेगी-पीएम मोदी
किसानों के लिए पीएम का ऐलान
रवि की बुआई में 6 प्रतिशत की बृद्धि
डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव सेंट्रल बैंक और प्राइमरी सोसायटी से जिन किसानों ने खरीफ और रबी की बुवाई के लिए कर्ज लिया था उस कर्ज के 60 दिन का ब्याज सरकार वहन करेगी और किसानों के खातों में ट्रांसफर करेगी: पीएम मोदी
अगले 3 महीने में 3 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड को RUPAY कार्ड में बदले जाएंगे
गरीब और मध्यम वर्ग के लिए विशेष
-घर बनाने के लिए 12 लाख के कर्ज पर ब्याज में 3 प्रतिशत की छूट
-2017 में घर बनाने के लिए 9 लाख के कर्ज पर ब्याज में चार प्रतिशत की छूट
-घर बनाने के लिए दो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो स्कीम-पीएम मोदी
…………………………………………
-नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था के बाहर से जो बाहर धन था वह बैंक में आ गया-पीएम मोदी
-कुछ बैंक कर्मचारियों ने गंभीर अपराध किये हैं-पीएम मोदी
-अगर हम जागरुक रहें तो हम अपने बच्चों को हिंसा और अत्याचार के रास्ते पर जाने से रोक पाएंगे.
-लोगों की आय ज्यादा है वे सही नहीं बताते हैं-पीएम मोदी
-ये सरकार सज्जनों की मित्र है, दुर्जनों को सही रास्ते पर लाने के लिए उपयु्क्त वातारण बनाना है-पीएम मोदी
-नोटबंदी के बाद ये चर्चा बेहद स्वाभाविक है कि अब बेईमानों का क्या होगा, उनको क्या सजा मिलेगी-पीएम
-हमारी अर्थव्यस्था में बड़े नोट मंहगाई, काला बाजारी बढ़ा रहे थे, देश में पैरलल इकॉनमी चल रही थी-पीएम मोदी
-बड़े नोट से महंगाई बढ़ रही थी-पीएम मोदी
-ये इतिहास की ऐसी मिसाल है जिसमे सरकार और जनता बुराई से लड़ने के लिए कंधे से कंधा मिला कर लड़ रहे हैं
-एक बात मैंने अनुभव की कि आपने मुझे अपना मानकर अपनी बात कही और आपका ये प्यार आशीर्वाद की तरह है-
-देशवासियों ने जो कष्ट झेला है, वो भारत के भविष्य के लिए मिसाल है
-दिवाली के बाद की घटना से ये साबित हो चुका है कि देशवासी इस घुटन से बाहर आना चाहते हैं-पीएम मोदी
-पहले ईमानदार घुटन महसूस करते थे-पीएम
-कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं है हमारी… इसे लोगों ने जीकर दिखाया-पीएम मोदी
-देश ऐतिहासिक शुद्धि का गवाह बना, लोगों ने धैर्य से काम लिया-पीएम मोदी
-पीएम मोदी के संबोधन में महज 10 मिनट बाकी
राष्ट्र के नाम संदेश में क्या कह सकते हैं मोदी ? एबीपी न्यूज को सूत्रों से जो पता चला है उसके मुताबिक
1. नोटबंदी से क्या मिला इसका ब्यौरा दे सकते हैं
2. बेनामी संपत्तियों के खिलाफ कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं
3. किसानों के लिए बड़े एलान, कर्ज माफी नहीं
4. जनधन खातों में काला धन जमा होने पर एलान
5. दलितों-पिछड़ों के लिए बड़ा एलान संभव
6. व्यापार-उद्योग जगत को राहत देने की कोशिश कर सकते हैं
पिछले कुछ सप्ताह में अपनी जनसभाओं में प्रधानमंत्री सरकार के फैसले के बाद हुई परेशानी को सहन करने की अपील जनता से करते रहे हैं. वह कहते रहे हैं कि 50 दिन की अवधि पूरी हो जाने के बाद यह परेशानी धीरे-धीरे दूर होनी शुरू हो जाएगी.
राष्ट्र के नाम संदेश से पहले बड़ा सवाल यही है कि क्या नोटबंदी के बाद देश के अच्छे दिन आएंगे ? बहरहाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज राष्ट्र के नाम संबोधन देंगे. जिसमें उम्मीद की जा रही है कि वे चलन से बाहर हो चुके नोटों को जमा कराने के 50 दिन पूरे होने के बाद आगे का खाका पेश करेंगे. प्रधानमंत्री का संबोधन शाम 7.30 बजे के बाद हो सकता है.
प्रधानमंत्री अपने संबोधन में नोटबंदी के बाद के रोडमैप के बारे में बोल सकते हैं. वह नोटबंदी के बाद से एक बड़ी समस्या बने रहे नकदी के प्रवाह को सुगम बनाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी खासतौर पर बोल सकते हैं. यह राष्ट्र के नाम उनका दूसरा संबोधन होगा. इससे पहले आठ नवंबर को अपने पहले संबोधन में उन्होंने 500 और 1000 के पुराने नोटों का प्रचलन बंद करने की घोषणा की थी.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
भारतीय रेलवे का 'डिस्काउंट ऑफर' 1 जनवरी से प्रभावी, उठाएं फायदा, जानें डीटेल
नई दिल्ली: डिजिटल और कैशलेस अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई घोषणा के मद्देनजर रेल मंत्रालय ने विभिन्न प्रोत्साहनों एवं उपायों का अतिरिक्त पैकेज पेश किया है. यह अगले साल एक जनवरी से प्रभावी होगा.
रेल मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है कि डिजिटल तरीकों जैसे कि डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड इत्यादि के जरिए भुगतान करने की स्थिति में उपनगरीय मार्गो के सीजन टिकटों (मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक, वार्षिक) के मूल किराए में 0.5 फीसदी डिस्काउंट दिया जाएगा. 0.5 फीसदी रियायत देने के बाद जो मूल किराया होगा, उस पर अन्य प्रभार जैसे कि एमयूटीपी सरचार्ज, मेला सरचार्ज, सेवा कर इत्यादि, यदि लागू हो तो अलग से लगाए जाएंगे.
रेल मंत्रालय ने आरक्षित एवं अनारक्षित दोनों ही टिकटें जारी करने के लिए यात्री टिकट सुविधा केंद्रों (YTSK) को पीओएस मशीनें लगाने और सभी बैंकों के डेबिट/क्रेडिट कार्डो के जरिए भुगतान स्वीकार करने का निर्देश देने का फैसला किया है. डिजिटल तरीकों जैसे कि डेबिट/क्रेडिट कार्डो के उपयोग के जरिए विश्राम-कक्ष की बुकिंग पर पांच फीसदी डिस्काउंट की अनुमति देने का भी निर्णय लिया गया है.
इन केंद्रों को अन्य मोड जैसे कि UPI, USSD, E-Wallet आधार से संबंद्ध भुगतान प्रणाली के जरिए भी भुगतान स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. मंत्रालय ने अनारक्षित टिकट जारी करने के लिए जन साधारण टिकट बुकिंग सेवा (JTB) को भी अन्य मोड जैसे कि UPI, USSD,E-Wallet, आधार से संबद्ध भुगतान प्रणाली के जरिए भुगतान स्वीकार करने का निर्देश देने का फैसला किया है.
रेल मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है कि डिजिटल तरीकों जैसे कि डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड इत्यादि के जरिए भुगतान करने की स्थिति में उपनगरीय मार्गो के सीजन टिकटों (मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक, वार्षिक) के मूल किराए में 0.5 फीसदी डिस्काउंट दिया जाएगा. 0.5 फीसदी रियायत देने के बाद जो मूल किराया होगा, उस पर अन्य प्रभार जैसे कि एमयूटीपी सरचार्ज, मेला सरचार्ज, सेवा कर इत्यादि, यदि लागू हो तो अलग से लगाए जाएंगे.
रेल मंत्रालय ने आरक्षित एवं अनारक्षित दोनों ही टिकटें जारी करने के लिए यात्री टिकट सुविधा केंद्रों (YTSK) को पीओएस मशीनें लगाने और सभी बैंकों के डेबिट/क्रेडिट कार्डो के जरिए भुगतान स्वीकार करने का निर्देश देने का फैसला किया है. डिजिटल तरीकों जैसे कि डेबिट/क्रेडिट कार्डो के उपयोग के जरिए विश्राम-कक्ष की बुकिंग पर पांच फीसदी डिस्काउंट की अनुमति देने का भी निर्णय लिया गया है.
इन केंद्रों को अन्य मोड जैसे कि UPI, USSD, E-Wallet आधार से संबंद्ध भुगतान प्रणाली के जरिए भी भुगतान स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. मंत्रालय ने अनारक्षित टिकट जारी करने के लिए जन साधारण टिकट बुकिंग सेवा (JTB) को भी अन्य मोड जैसे कि UPI, USSD,E-Wallet, आधार से संबद्ध भुगतान प्रणाली के जरिए भुगतान स्वीकार करने का निर्देश देने का फैसला किया है.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
सोने की खदान की नीलामी से सरकार को मिलेंगे 50,000 करोड़ रुपये
खदानों की नीलामी के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार का राजस्व 50,000 करोड़ तक बढ़ सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने सभी प्रमुख खनिज खदानों के पट्टे के लिए लंबित आवेदनों को निष्फल करार दिया है। पिछले साल यूपीए सरकार द्वारा कोल ब्लॉक आवंटन में अनियमितता बरतने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उसे अवैध करार दिया था। जिसके बाद खान और खनिज (विकास और विनियमन) ऐक्ट में संशोधन के जरिये नीलामी का रास्ता तैयार किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि प्राकृतिक संसाधन राष्ट्र की संपत्ति हैं और उन्हें नीलामी के जरिये ही किसी को दिया जाना चाहिए। समस्या तब पैदा हुई जब देश के कई हाई कोर्ट्स ने प्रमुख खनिजों की निकासी के लिए खनन पट्टे हासिल करने के लिए केंद्र सरकार के पास लंबित पड़े आवेदनों की स्थिति के बारे में परस्पर विरोधी निर्णय दिया। कुछ हाई कोर्टों ने कहा कि इन आवेदकों को पट्टा पाने की वैध उम्मीद है। सरकार को इन खदानों की नीलामी से तकरीबन 50,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।
भूषण पॉवर ऐंड स्टील लिमिटेड ने ओडिशा के संबलपुर जिले में एक लोहा और इस्पात संयत्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा था और पास के इलाकों में पट्टा हासिल करने के लिए आवेदन किया था। 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने कंपनी के पक्ष में आदेश देते हुए राज्य सरकार से भूषण स्टील को दो ब्लॉक में खनन पट्टा देने के लिए केंद्र से सिफारिश करने को कहा।
सुप्रीम कोर्ट ने सभी प्रमुख खनिज खदानों के पट्टे के लिए लंबित आवेदनों को निष्फल करार दिया है। पिछले साल यूपीए सरकार द्वारा कोल ब्लॉक आवंटन में अनियमितता बरतने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उसे अवैध करार दिया था। जिसके बाद खान और खनिज (विकास और विनियमन) ऐक्ट में संशोधन के जरिये नीलामी का रास्ता तैयार किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि प्राकृतिक संसाधन राष्ट्र की संपत्ति हैं और उन्हें नीलामी के जरिये ही किसी को दिया जाना चाहिए। समस्या तब पैदा हुई जब देश के कई हाई कोर्ट्स ने प्रमुख खनिजों की निकासी के लिए खनन पट्टे हासिल करने के लिए केंद्र सरकार के पास लंबित पड़े आवेदनों की स्थिति के बारे में परस्पर विरोधी निर्णय दिया। कुछ हाई कोर्टों ने कहा कि इन आवेदकों को पट्टा पाने की वैध उम्मीद है। सरकार को इन खदानों की नीलामी से तकरीबन 50,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।
भूषण पॉवर ऐंड स्टील लिमिटेड ने ओडिशा के संबलपुर जिले में एक लोहा और इस्पात संयत्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा था और पास के इलाकों में पट्टा हासिल करने के लिए आवेदन किया था। 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने कंपनी के पक्ष में आदेश देते हुए राज्य सरकार से भूषण स्टील को दो ब्लॉक में खनन पट्टा देने के लिए केंद्र से सिफारिश करने को कहा।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
जानिए! कैसे वास्तुदोष को दूर करती है गाय
ब्रह्मांड में व्याप्त नकारात्मक शक्तियों को निष्क्रिय बनाने की ताकत इंसानों से ज्यादा पशु-पक्षियों में होती है। वास्तुशास्त्र में बताया गया है कि कुछ खास पशु-पक्षियों को घर में रखने से वास्तुदोष दूर होता है। वहीं इन्हें घर की किस दिशा में रखना लाभकारी होता है इसके बारे में भी जानकारी दी गई है। इन्हीं में से एक है गाय, गाय को प्राचीनकाल से ही घर में रखने का चलन रहा है। वास्तुशास्त्र में गाय को घर में रखना क्यों शुभ माना गया है। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में….
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में कोई विशेष दोष हो और ऐसा दोष हो जिसे ठीक न किया जा सकता हो तो गौ सेवा लाभ देती है।
जिस भू-भाग पर मकान बनाना हो वहां पंद्रह दिन तक गाय-बछड़ा बाँधने से वह जगह पवित्र हो जाती है और वहां से सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं। अगर घर में वास्तुदोष हो तो गाय पालें इससे वास्तुदोष स्वतः ही दूर हो जाएगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में कोई विशेष दोष हो और ऐसा दोष हो जिसे ठीक न किया जा सकता हो तो गौ सेवा लाभ देती है।
जिस भू-भाग पर मकान बनाना हो वहां पंद्रह दिन तक गाय-बछड़ा बाँधने से वह जगह पवित्र हो जाती है और वहां से सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं। अगर घर में वास्तुदोष हो तो गाय पालें इससे वास्तुदोष स्वतः ही दूर हो जाएगा।
Labels:
ज्योतिष
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
BCCI पर केस करेगा पाकिस्तान, कहा- बहुत हुआ, हमारा धैर्य खत्म
भारतीय क्रिकेट बोर्ड(बीसीसीआई) से खफा चल रही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड(पीसीबी) ने कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है। पीसीबी पाकिस्तान से दो घरेलू सीरीज खेलने और 2014 में साइन किए गए एमओयू को मानने से इंकार करने पर भारत के खिलाफ ये कदम उठाने का फैसला किया गया है।
पाकिस्तानी बोर्ड ने फैसला किया है कि वो भारत से मुआवजा मांगेगा। साथ ही वह अगले साल भारत के दौरे पर अपनी टीम भी नहीं भेजेगा। दोनों देशों के बीच दिसंबर 2015 में सीरीज होनी थी लेकिन यह रद्द हो गई थी। इसके बाद पीसीबी ने यूएई और श्रीलंका में सीरीज का प्रस्ताव रखा था लेकिन भारत ने इस पर सहमति नहीं दी।
पीसीबी चेयरमैन शहरयार खान ने पत्रकारों से बताया, “हमारे बोर्ड ने हमें बीसीसीआई पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया है। उन्होंने (बीसीसीआई) आठ साल में छह सीरीज खेलने पर साइन किए थे, जिनमें से दो हो ही नहीं पाई। इसलिए अब हम उन पर केस करने की तैयारी कर रहे हैं जिससे कि हम मुआवजे की बात कह सकें।”
शहरयार खान ने बताया कि वे इस मामले में आईसीसी को भी शामिल करेंगे। आईसीसी इस मामले में गवाह है। क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार पीसीबी कानूनी नोटिस भेजेगा और इसके बाद लंदन में केस करेगा। हाल ही में आईसीसी ने पाकिस्तानी महिला क्रिकेट टीम को छह पॉइंट दिए थे क्योंकि भारत ने सीरीज खेलने से मना कर दिया था।
पीसीबी की एग्जीक्यूटिव कमिटी के मुखिया नजम सेठी ने कहा, “हमने उनसे बैठकों में बात करने की कोशिश की लेकिन जवाब नहीं आया इस पर हमारा धैर्य समाप्त हो गया। इसलिए हमने हाल ही में हुई बैठक में कहा कि अगर इस मुद्दे पर आगे नहीं बढ़ा गया तो हमारे पास केस के अलावा कोई और रास्ता नहीं है। बहुत हो चुका। जब मैंने एग्रीमेंट किया था उस समय मैंने अनुमान लगाया था कि चार सीरीज से 150-200 मिलियन डॉलर की कमाई होगी लेकिन अब हम नुकसान झेल रहे हैं।”
पाकिस्तानी बोर्ड ने फैसला किया है कि वो भारत से मुआवजा मांगेगा। साथ ही वह अगले साल भारत के दौरे पर अपनी टीम भी नहीं भेजेगा। दोनों देशों के बीच दिसंबर 2015 में सीरीज होनी थी लेकिन यह रद्द हो गई थी। इसके बाद पीसीबी ने यूएई और श्रीलंका में सीरीज का प्रस्ताव रखा था लेकिन भारत ने इस पर सहमति नहीं दी।
पीसीबी चेयरमैन शहरयार खान ने पत्रकारों से बताया, “हमारे बोर्ड ने हमें बीसीसीआई पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया है। उन्होंने (बीसीसीआई) आठ साल में छह सीरीज खेलने पर साइन किए थे, जिनमें से दो हो ही नहीं पाई। इसलिए अब हम उन पर केस करने की तैयारी कर रहे हैं जिससे कि हम मुआवजे की बात कह सकें।”
शहरयार खान ने बताया कि वे इस मामले में आईसीसी को भी शामिल करेंगे। आईसीसी इस मामले में गवाह है। क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार पीसीबी कानूनी नोटिस भेजेगा और इसके बाद लंदन में केस करेगा। हाल ही में आईसीसी ने पाकिस्तानी महिला क्रिकेट टीम को छह पॉइंट दिए थे क्योंकि भारत ने सीरीज खेलने से मना कर दिया था।
पीसीबी की एग्जीक्यूटिव कमिटी के मुखिया नजम सेठी ने कहा, “हमने उनसे बैठकों में बात करने की कोशिश की लेकिन जवाब नहीं आया इस पर हमारा धैर्य समाप्त हो गया। इसलिए हमने हाल ही में हुई बैठक में कहा कि अगर इस मुद्दे पर आगे नहीं बढ़ा गया तो हमारे पास केस के अलावा कोई और रास्ता नहीं है। बहुत हो चुका। जब मैंने एग्रीमेंट किया था उस समय मैंने अनुमान लगाया था कि चार सीरीज से 150-200 मिलियन डॉलर की कमाई होगी लेकिन अब हम नुकसान झेल रहे हैं।”
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
नए साल के जश्न में डूबी दुनिया, सबसे पहले न्यूजीलैंड में दी साल 2017 ने दस्तक
दुनियाभर में नए साल का स्वागत जोर शोर से हुआ। सबसे पहले न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में नए साल ने दस्तक दी। इस दौरान ऑकलैंड के गगनचुंबी स्काई टॉवर पर शानदार आतिशबाजी का नजारा पेश कर नए साल का जश्न मनाया गया। जबरदस्त आतिशबाजी के साथ न्यूजीलैंड के लोगों ने साल 2017 का स्वागत किया। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने भी खूब धूम-धाम से नए साल का जश्न मनाया। मध्यरात्रि को होने वाली आतिशबाजी का नजारा देखने के लिए करीब 15 लाख लोग ऑस्ट्रेलिया के सबसे बड़े शहर में जमा हुए। वहीं, दुनिया के तमाम देशों में भी नए साल का जश्न शानदार तरीके मनाने के लिए तैयारियां की हुईं हैं।
कब और कहां मनेगा साल 2017 : -
जापान में रात 8.30 बजे मनाया जाएगा नया साल।
चीन में भारतीय समयनुसार रात 9.30 बजे शुरू होगा जश्न।
म्यांमार में रात 11.00 बजे नया साल मनाया जाएगा।
बंग्लादेश में रात 11.29 मिनट पर नए साल का जश्न मनाया जाएगा।
नेपाल रात 11.30 बजे से नए साल के जश्न में डूब जाता है।
श्रीलंका और भारत में नए साल का जश्न एक साथ शुरु होता है।
पाकिस्तान में नए साल का जश्न भारत से आधे घंटे बाद शुरू होगा।
दुबई में नए साल की शुरूआत सुबह तड़के डेढ़ बजे होगी।
कनाडा के शहरों में सुबह 8.30 बजे शुरू होगा नए साल का जश्न।
ब्राजील में सुबह 7.30 बजे शुरू हुआ नए साल का जश्न।
रूस में नया साल भारतीय समयनुसार 5.30 बजे मनाया जाएगा।
अमेरिका में पश्चिमी तट पर नए साल का सबसे बाद में आगाज होता है।
भारत में नए साल की धूम
दुनिया के साथ साथ भारत में भी नए साल की धूम देखने को मिल रही है। हालांकि नोटबंदी का वक्त है, इसलिए नए साल के जश्न में पिछली बार के मुकाबले फर्क देखने को मिल सकता है। लेकिन लोग बेसब्री से रात के 12 बजने का इंतजार करते दिख रहे हैं और करीबियों-दोस्तों के साथ नए साल के बधाई संदेशों का आदान-प्रदान कर रहे हैं।
इसराइल की नागरिकों को चेतावनी
इसराइल ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि वो नए साल पर भारत घूमने ना जाएं। इसराइल के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि भारत में कई जगहों पर आतंकवादी हमले का डर है और ऐसे में वहां जाना महफ़ूज़ नहीं है। आपको बता दें कि गोवा में हर साल बड़ी संख्या में इसराइली पर्यटक नए साल का जश्न मनाने आते हैं।
कब और कहां मनेगा साल 2017 : -
जापान में रात 8.30 बजे मनाया जाएगा नया साल।
चीन में भारतीय समयनुसार रात 9.30 बजे शुरू होगा जश्न।
म्यांमार में रात 11.00 बजे नया साल मनाया जाएगा।
बंग्लादेश में रात 11.29 मिनट पर नए साल का जश्न मनाया जाएगा।
नेपाल रात 11.30 बजे से नए साल के जश्न में डूब जाता है।
श्रीलंका और भारत में नए साल का जश्न एक साथ शुरु होता है।
पाकिस्तान में नए साल का जश्न भारत से आधे घंटे बाद शुरू होगा।
दुबई में नए साल की शुरूआत सुबह तड़के डेढ़ बजे होगी।
कनाडा के शहरों में सुबह 8.30 बजे शुरू होगा नए साल का जश्न।
ब्राजील में सुबह 7.30 बजे शुरू हुआ नए साल का जश्न।
रूस में नया साल भारतीय समयनुसार 5.30 बजे मनाया जाएगा।
अमेरिका में पश्चिमी तट पर नए साल का सबसे बाद में आगाज होता है।
भारत में नए साल की धूम
दुनिया के साथ साथ भारत में भी नए साल की धूम देखने को मिल रही है। हालांकि नोटबंदी का वक्त है, इसलिए नए साल के जश्न में पिछली बार के मुकाबले फर्क देखने को मिल सकता है। लेकिन लोग बेसब्री से रात के 12 बजने का इंतजार करते दिख रहे हैं और करीबियों-दोस्तों के साथ नए साल के बधाई संदेशों का आदान-प्रदान कर रहे हैं।
इसराइल की नागरिकों को चेतावनी
इसराइल ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि वो नए साल पर भारत घूमने ना जाएं। इसराइल के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि भारत में कई जगहों पर आतंकवादी हमले का डर है और ऐसे में वहां जाना महफ़ूज़ नहीं है। आपको बता दें कि गोवा में हर साल बड़ी संख्या में इसराइली पर्यटक नए साल का जश्न मनाने आते हैं।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
अबकी बार अरुणाचल में भी भाजपा सरकार
इटानगर: देश के दो बड़े राज्यों में एक ही समय पर एक के बाद एक राजनैतिक भूचाल आए और एक ही समय पर यह भूचाल खत्म भी हो गया। बता दे कि एक तरफ उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में शनिवार को अंतर्कलह खत्म हुई और दूसरी ओर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खंडु अपने ही दल यानि पीपीए से निष्कासित होने के तुरंत बाद अपने 33 विधायक समर्थकों को लेकर भाजपा में शामिल हो गए।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खंडु के भाजपा में शामिल होने और भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने से अब यह सिद्ध हो गया है कि बीजेपी बेहद ही आसानी एवं से अरुणाचल में अपनी सरकार बनाएगी। बता दे कि अरुणाचल में भाजपा के पास अब कुल मिलाकर 45 सीटें हो गई है और 2 निर्दलीय सीट है। यानि अब अरुणाचल विधान सभा में उपलब्ध 60 सीटों में 47 भाजपा के खाते में है।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खंडु के भाजपा में शामिल होने और भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने से अब यह सिद्ध हो गया है कि बीजेपी बेहद ही आसानी एवं से अरुणाचल में अपनी सरकार बनाएगी। बता दे कि अरुणाचल में भाजपा के पास अब कुल मिलाकर 45 सीटें हो गई है और 2 निर्दलीय सीट है। यानि अब अरुणाचल विधान सभा में उपलब्ध 60 सीटों में 47 भाजपा के खाते में है।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
बिपिन ने नए सेना प्रमुख और धनोवा ने वायुसेना की आज से संभाली कमान
नई दिल्लीः लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने आज नए सेना प्रमुख का पदभार संभाल लिया। सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग ने उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को सेना की कमान सौंपी है। तो वहीं एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने वायुसेना की कमान नए वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा को सौंपी।
इससे पहले जनरल दलबीर सिंह को विदाई दी गई। सुहाग ने गार्ड ऑफ ऑनर के बाद गोरखा रेजिमेंट के जवानों के साथ फोटो खिंचाई और गोर्खाली में युद्ध घोष दोहराया। इस मौके पर जनरल दलबीर सिंह ने कहा कि आज मैं 43 साल की सेवा के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सेना के प्रमुख के पद से सेवामुक्त हो रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि एक्शन ही मेरा काम है। हमनें हर एक्शन मजबूती से किया है। मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हम हर खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं।
तो वहीं इस मौके पर एयर चीफ मार्शल अरूप राहा को वायुसेना मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उसके बाद खुली जिप्सी में उन्हें आखिरी विदाई दी गई। नए वायु सेना प्रमुख बनने पर एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा को वायुसेना मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
इससे पहले जनरल दलबीर सिंह को विदाई दी गई। सुहाग ने गार्ड ऑफ ऑनर के बाद गोरखा रेजिमेंट के जवानों के साथ फोटो खिंचाई और गोर्खाली में युद्ध घोष दोहराया। इस मौके पर जनरल दलबीर सिंह ने कहा कि आज मैं 43 साल की सेवा के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सेना के प्रमुख के पद से सेवामुक्त हो रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि एक्शन ही मेरा काम है। हमनें हर एक्शन मजबूती से किया है। मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हम हर खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं।
तो वहीं इस मौके पर एयर चीफ मार्शल अरूप राहा को वायुसेना मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और उसके बाद खुली जिप्सी में उन्हें आखिरी विदाई दी गई। नए वायु सेना प्रमुख बनने पर एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा को वायुसेना मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
यहां बच्चों को वीर्य पीलाकर किये जाते हैं गंदे काम, ये सेक्स रिवाज आपके रोंगटे खड़ें कर देंगे
प्राचीनकाल से वर्तमान समय तक इंसान ने दुनिया में अनेक बदलाव देखे हैं। तरह-तरह की आस्थाओं और परम्पराओं को छोड़ते और अपनाते हुए मानव समुदाय चलायमान रहता आया है। दुनिया में फ़ैली हुई अनेक संस्कृतियों में अनेक तरह के रीति-रिवाज देखने को मिलते हैं। अलग-अलग समुदायों में विभिन्नता जीवन के सामान्य रिवाज़ों से लेकर सेक्स जैसे मसलों में भी पाई जाती है। सतरंगी दुनिया के इन्हीं अनेक अतरंगी पहलुओं पर आज हम नज़र डालते हैं।
1.बच्चों को पिलाया जाता है वीर्य
New Guinea की Sambian जनजाति में 7 साल से लेकर 10 साल तक के लड़के और लड़कियों को अलग-अलग रिहायश में रखा जाता है। इस टाइम पीरियड के दौरान उनके शरीर को गोदा जाता है, उन्हें खून पीना सिखाया जाता है। इसके साथ ही समुदाय के बहादुर युद्धाओं के वीर्य का सेवन भी उन्हें कराया जाता है।
2.सेक्सुअल एक्टिविटीज़ 6 साल की बच्चियां
अगर किसी सभ्य देश में 6 साल की छोटी बच्ची से सेक्स कोई करता है तो उसे फांसी की सजा निश्चित है। लेकिन पापुआ न्यू गिनी में आदिवासी लोग 6 साल की बच्चियों के साथ सेक्स को शुभ मानते हैं। पापुआ न्यू गिनी इंडोनेशिया के समीप प्रशांत महासागर क्षेत्र में एक स्वतंत्र राष्ट्र है। एक छोटा सा द्वीप समूह। यहाँ ऐसा माना जाता है कि बच्चियों के साथ सेक्स करना शुभ है।
3.गर्म पत्थरों से लड़कियों के उभार ख़त्म करना
महिलाओं के ब्रेस्ट अगर ज्यादा बढ़ जाए तो इससे पुरुषों की मानसिकता खराब होती है और उनका ध्यान भंग होने लगता है। ऐसा मानना है नाइजीरिया के आदिवासी लोगों का। इसीलिए यहाँ पर गर्म पत्थर से लड़कियों के ब्रेस्ट को तपाया जाता है। इससे ब्रेस्ट का विकास रूप जाता है। इस दर्द को यहाँ की लड़कियां कैसे झेलती हैं यह भी साहस की बात है ।
4.बिना शादी सेक्स मंजूर है
ईरान देश में कुछ जगहों पर बिना शादी के सेक्स क़ानूनी तौर पर चल रहा है। अगर लड़का या लड़की एक दूसरे से सेक्स करके संतुष्ट होना चाहते हैं तो वह ऐसा करके देख सकते हैं। अगर दोनों एक दूसरे की सेक्स परफोर्मेंस से संतुष्ट हैं तो शादी कर सकते हैं।
5.लड़कियों के पाईवेट क्लाइटॉरिस निकालना
युगांडा के कुछ आदिवासी इलाकों में लड़कियों के लिए दर्द भरा समय तब आता है जब उनकी योनी से क्लाइटॉरिस नामक पार्ट को पूरी तरह से निकाल दिया जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योकि उनकी सेक्स उत्तेजना काबू में रहे ।
6.जवान लड़कों को सेक्स सिखाती हैं बूढ़ी औरतें
दक्षिणी प्रशांत महासागर के Mangaia आइलैंड में 13 साल की उम्र में लड़कों को समुदाय की वृद्ध औरतें सेक्स करना सिखाती हैं। ऐसा इसलिए होता है ताकि वे आगे चल कर अपने पार्टनर को पूरी तरह से संतुष्ट करना सीख सकें।
7.ऑस्ट्रेलिया की भद्दी रीत
ऑस्ट्रेलिया के ग्रामीण क्षेत्रों में जवान लड़कियां सामाजिक समारोहों में एक विशेष नृत्य करती है, इस नृत्य के दौरान वह अपने हाथों की कांख में सेब के टुकड़े रख लेती है। नृत्य खत्म होने के बाद वह इन टुकड़ों को जो लड़का उन्हें पसन्द आता है, उसे दे देती है। जिस लड़के को यह दिया जाता है, वह इन टुकड़ों को खा कर प्रस्ताव स्वीकार करता है।
8.समाज के बुज़ुर्ग बनाते हैं लव हट्स
कम्बोडिया की Kreung जनजाति में घर के बड़े-बुज़ुर्ग परिवार की जवान लड़की के लिए एक लव हट बनाते हैं। इस हट के अंदर हर रात एक नया लड़का आ कर उस लड़की के साथ समय बिताता है। जब लड़की को कोई लड़का पसंद आ जाता है, तो उसके साथ उसकी शादी कर दी जाती है।
9.प्राचीन यूनान में लड़कों को भाते थे लड़के
प्राचीन समय में यूनान में प्रेम किसी भी तरह के बंधनों को नहीं देखता था। यहां प्रेम लिंग-भेद की सीमाओं को भी लांघ जाता था। तत्कालीन समय में पुरुष अपने रुहानी एहसास को पाने के लिए किसी पुरुष साथी के साथ को उन अंतरंग पलों में ज्यादा बेहतर मानते थे।
Labels:
जरा हटके
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
प्रधानमंत्री के मिशन में मध्यप्रदेश देगा सक्रिय योगदान : शिवराज
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नव वर्ष पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत के नव-निर्माण के मिशन में मध्यप्रदेश सक्रिय योगदान देगा। आधिकारिक जानकारी के अनुसार चौहान ने कहा कि वर्ष 2017 नई आशाओं और उपलब्धियों का वर्ष होगा।
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे नये साल में मध्यप्रदेश को शक्तिशाली और समृद्ध बनाने का संकल्प लें और सेवाभाव के साथ जन-कल्याण के काम में योगदान दें। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष में जो परिवर्तनकारी निर्णय लिए गए थे उनका परिणाम 2017 की शुरूआत से मिलने लगेगा। नया साल लोगों के जीवन की गुणवत्ता में आशातीत सुधार लाएगा।
यह जन-मानस की सामाजिक-आर्थिक समृद्धि के लिए निर्णायक वर्ष साबित होगा। आवास, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास सर्वोच्च प्राथमिकता के क्षेत्र होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के नव-निर्माण का जो मिशन शुरू किया है।
उसमें मध्यप्रदेश सक्रिय योगदान देगा। प्रदेश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। केन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी भारत के नवोत्थान के लिए जो प्रयास कर रहे हैं उसमें हर नागरिक के सहयोग और समर्थन की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से आग्रह किया कि वे नये साल में मध्यप्रदेश को शक्तिशाली और समृद्ध बनाने का संकल्प लें और सेवाभाव के साथ जन-कल्याण के काम में योगदान दें। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष में जो परिवर्तनकारी निर्णय लिए गए थे उनका परिणाम 2017 की शुरूआत से मिलने लगेगा। नया साल लोगों के जीवन की गुणवत्ता में आशातीत सुधार लाएगा।
यह जन-मानस की सामाजिक-आर्थिक समृद्धि के लिए निर्णायक वर्ष साबित होगा। आवास, रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास सर्वोच्च प्राथमिकता के क्षेत्र होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के नव-निर्माण का जो मिशन शुरू किया है।
उसमें मध्यप्रदेश सक्रिय योगदान देगा। प्रदेश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। केन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी भारत के नवोत्थान के लिए जो प्रयास कर रहे हैं उसमें हर नागरिक के सहयोग और समर्थन की आवश्यकता है।
Labels:
मध्य प्रदेश,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
लालू प्रसाद यादव ने अखिलेश यादव का सपा से निष्कासन रद होने पर जताई प्रसन्नता
लालू प्रसाद यादव ने आज सुबह कहा कि सपा में जो हो रहा है उससे मैं चिंतित हूं. उन्होंने कहा कि मैंने आज सुबह मुलायम सिंह यादव से बात की और उन्हें कहा कि फालतू लोगों के चक्कर में न पड़ें. जग हंसाई होती है. मैंने अखिलेश यादव से भी बातचीत की है. मैंने अखिलेश से कहा है कि वे मुलायम सिंह यादव से जाकर मिलें.
बाद में अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव के निष्कासन वापस होने पर लालू प्रसाद ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मैंने अपना फर्ज निभाया. चूंकि हमारा फर्ज था इसलिए फोन किया था.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम को सपा से निष्कासित हुए अखिलेश यादव आज दोपहर में मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे. आजम खान उनको लेकर सपा सुप्रीमो के घर पर पहुंचे थे. उनकी मध्यस्थता में बैठक हुई. बाद में बैठक समाप्त होते ही सपा सुप्रीमो ने घोषणा करते हुए कहा कि अखिलेश यादव और रामगोपाल का निष्कासन रद कर दिया गया.
उसके बाद शिवपाल यादव ने कहा कि सपा में अब सब कुछ ठीक हो गया है और टिकटों पर सबसे विचार-विमर्श करके फैसला लिया जाएगा.
गौरतलब है कि इससे पूर्व शुक्रवार को टिकट बंटवारे को लेकर टकराव इतना बढ़ा कि पांच साल पहले अपनी विरासत बेटे को सौंपने वाले पिता मुलायम सिंह यादव ने उसी बेटे अखिलेश यादव को छह साल के लिए पार्टी से ही निकाल दिया था.शुक्रवार को पूरे दिन चले इस सियासी तूफान के बाद अखिलेश यादव ने आज विधायकों की बैठक बुलाई थी.
करीब 200 से अधिक विधायक और 30 से ज्यादा एमएलसी और नेता अखिलेश से मिलने पहुंचे थे. उधर, दूसरी ओर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने सपा मुख्यालय पर बैठक बुलाई थी जिसमें करीब 20 विधायक और 60 उम्मीदवार पहुंचे थे. कह सकते हैं कि मुलायम से मिलने गिने-चुने लोग पहुंचे. दरअसल, इसके पीछे वजह साफ है कि पार्टी के लोग मुलायम सिंह यादव का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें अपना भविष्य अखिलेश यादव ने दिखाई दे रहा है.
बाद में अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव के निष्कासन वापस होने पर लालू प्रसाद ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मैंने अपना फर्ज निभाया. चूंकि हमारा फर्ज था इसलिए फोन किया था.
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम को सपा से निष्कासित हुए अखिलेश यादव आज दोपहर में मुलायम सिंह यादव से मिलने पहुंचे. आजम खान उनको लेकर सपा सुप्रीमो के घर पर पहुंचे थे. उनकी मध्यस्थता में बैठक हुई. बाद में बैठक समाप्त होते ही सपा सुप्रीमो ने घोषणा करते हुए कहा कि अखिलेश यादव और रामगोपाल का निष्कासन रद कर दिया गया.
उसके बाद शिवपाल यादव ने कहा कि सपा में अब सब कुछ ठीक हो गया है और टिकटों पर सबसे विचार-विमर्श करके फैसला लिया जाएगा.
गौरतलब है कि इससे पूर्व शुक्रवार को टिकट बंटवारे को लेकर टकराव इतना बढ़ा कि पांच साल पहले अपनी विरासत बेटे को सौंपने वाले पिता मुलायम सिंह यादव ने उसी बेटे अखिलेश यादव को छह साल के लिए पार्टी से ही निकाल दिया था.शुक्रवार को पूरे दिन चले इस सियासी तूफान के बाद अखिलेश यादव ने आज विधायकों की बैठक बुलाई थी.
करीब 200 से अधिक विधायक और 30 से ज्यादा एमएलसी और नेता अखिलेश से मिलने पहुंचे थे. उधर, दूसरी ओर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने सपा मुख्यालय पर बैठक बुलाई थी जिसमें करीब 20 विधायक और 60 उम्मीदवार पहुंचे थे. कह सकते हैं कि मुलायम से मिलने गिने-चुने लोग पहुंचे. दरअसल, इसके पीछे वजह साफ है कि पार्टी के लोग मुलायम सिंह यादव का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें अपना भविष्य अखिलेश यादव ने दिखाई दे रहा है.
Labels:
उत्तर प्रदेश,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
तो इस तरह साईं बाबा बन गए लोगों के गुरु
साईं आज कितनों के लिए भगवान हैं तो कितनों के लिए गुरु। हर गुरुवार देश के अलग-अलग स्थानों में मौजूद साईं के मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए आते हैं। जिनमें शिरडी में मौजूद सांई का परम धाम सबसे पावन और पूजनीय है जहां हर साल लाखों की संख्या में देश-विदेश से भक्त दर्शन के लिए आते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि साईं बाबा ने कभी किसी को अपना शिष्य या उत्तराधिकारी नहीं बनाया लेकिन लोगों ने अपनी श्रद्धा, आस्था और विश्वास के कारण खुद को साईं का सेवक और भक्त होना स्वीकार कर लिया और आज साईं करोड़ो भक्तों के गुरु हैं। और यह सब कैसे हुए अपने आप में बहुत ही रोचक है।
तेरह वर्ष की उम्र में साईं बाबा पहली बार शिरडी में आए थे। यह कहां से आए और इनके माता-पिता कौन थे यह कोई नहीं जानता था। लेकिन लोगों ने पहली बार जब देखा तब यह एक नीम के पेड़ के नीचे समाधि में लीन थे। इतनी कम उम्र में सर्दी-गर्मी, भूख-प्यास की चिंता किए बगैर बालयोगी को तपस्या में लीन देखकर लोगों को बड़ा आश्चर्य हुआ। लोग इन्हें हैरानी से देखते और श्रद्धा प्रकट करते।
कुछ समय शिरडी में रहकर साईं एक दिन किसी से कुछ कहे बिना अचानक वहां से चले गए। लोगों ने बालयोगों को ढूंढा लेकिन वह कहीं नहीं मिले और लोगों ने इन्हें साईं कह कर बुलाना शुरु कर दिया। इस तरह बालयोग को लोगों ने साईं नाम दे दिया और बाद में यही नाम प्रसिद्ध हो गया। कुछ वर्ष बाद चांद पाटिल की बारात के साथ योगी साईं एक बार फिर शिरडी पहुंचे। खंडोबा मंदिर के पुजारी म्हालसापति ने कहा ‘आओ सांई’स्वागत के इन शब्दों से साईं जगत प्रसिद्ध हो गए। इसके बाद से ही साईं 'साईं बाबा' कहलाने लगे।
कहते हैं चांद पाटिल की बारात शिरडी से चली गई लेकिन साईं बाबा बारात के साथ नहीं लौटे और हमेशा के लिए शिरडी के होकर रह गए। धीरे-धीरे साईं के चमत्कार, प्रेम और दयालुता से लोग प्रभावित होते चले गए और लोगों ने उन्हें अपना गुरु और भगवान मानना शुरू कर दिया। और एक बार जो सिलसिला शुरु हुआ तो यह चलता ही चला गया। क्योंकि साईं ने कभी किसी से कुछ लिया नहीं हमेशा दिया।
तेरह वर्ष की उम्र में साईं बाबा पहली बार शिरडी में आए थे। यह कहां से आए और इनके माता-पिता कौन थे यह कोई नहीं जानता था। लेकिन लोगों ने पहली बार जब देखा तब यह एक नीम के पेड़ के नीचे समाधि में लीन थे। इतनी कम उम्र में सर्दी-गर्मी, भूख-प्यास की चिंता किए बगैर बालयोगी को तपस्या में लीन देखकर लोगों को बड़ा आश्चर्य हुआ। लोग इन्हें हैरानी से देखते और श्रद्धा प्रकट करते।
कुछ समय शिरडी में रहकर साईं एक दिन किसी से कुछ कहे बिना अचानक वहां से चले गए। लोगों ने बालयोगों को ढूंढा लेकिन वह कहीं नहीं मिले और लोगों ने इन्हें साईं कह कर बुलाना शुरु कर दिया। इस तरह बालयोग को लोगों ने साईं नाम दे दिया और बाद में यही नाम प्रसिद्ध हो गया। कुछ वर्ष बाद चांद पाटिल की बारात के साथ योगी साईं एक बार फिर शिरडी पहुंचे। खंडोबा मंदिर के पुजारी म्हालसापति ने कहा ‘आओ सांई’स्वागत के इन शब्दों से साईं जगत प्रसिद्ध हो गए। इसके बाद से ही साईं 'साईं बाबा' कहलाने लगे।
कहते हैं चांद पाटिल की बारात शिरडी से चली गई लेकिन साईं बाबा बारात के साथ नहीं लौटे और हमेशा के लिए शिरडी के होकर रह गए। धीरे-धीरे साईं के चमत्कार, प्रेम और दयालुता से लोग प्रभावित होते चले गए और लोगों ने उन्हें अपना गुरु और भगवान मानना शुरू कर दिया। और एक बार जो सिलसिला शुरु हुआ तो यह चलता ही चला गया। क्योंकि साईं ने कभी किसी से कुछ लिया नहीं हमेशा दिया।
Labels:
ज्योतिष
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
न्यू ईयर पर अगर आप हिमाचल में हैं तो है खुशखबरी, मिलेगी बर्फबारी की सौगात
शिमला : हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय स्थलों में नववर्ष के मौके पर पर्यटकों को बर्फबारी का नजारा देखने का मौका मिल सकता है. मौसम विभाग ने राज्य के कुछ इलाकों में नववर्ष पर बर्फबारी का अनुमान जताया है.
राज्य के मौसम विभाग कार्यालय के निदेशक मनमोहन सिंह ने आईएएनएस को बताया, “पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण निर्जन स्थानों पर बर्फबारी की संभावना है.”
मौसम विभाग ने तीन जनवरी से राज्य में बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है. शिमला, कुफरी, नारकंडा, मनाली, कल्पा और डलहौजी में तीन से छह जनवरी के बीच बर्फबारी की संभावना है.
कोलकाता से अपने दोस्तों के साथ शिमला आईं एक पर्यटक जूही चौधरी ने कहा, “हम पिछले तीन दिनों से बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं. अगर बर्फबारी हुई तो हम पहली बार यह नजारा देखेंगे.”
राज्य में अभी तक कहीं भी बर्फबारी नहीं हुई है, लेकिन 25 दिसंबर से राज्य के तापमान में गिरावट आई है. लाहौल एवं स्पीति जिले में केलांग राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
वहीं, शिमला से 250 किलोमीटर दूर कल्पा में रात का तापमान शून्य से 1.4 डिग्री कम रहा, जबकि मनाली में न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री और धर्मशाला में 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. शिमला का न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस रहा.मौसम विभाग के अनुसार, शिमला में 1990, 1995, 2000 और 2002 में नववर्ष की पूर्व संध्या पर बर्फबारी हुई थी
राज्य के मौसम विभाग कार्यालय के निदेशक मनमोहन सिंह ने आईएएनएस को बताया, “पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण निर्जन स्थानों पर बर्फबारी की संभावना है.”
मौसम विभाग ने तीन जनवरी से राज्य में बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है. शिमला, कुफरी, नारकंडा, मनाली, कल्पा और डलहौजी में तीन से छह जनवरी के बीच बर्फबारी की संभावना है.
कोलकाता से अपने दोस्तों के साथ शिमला आईं एक पर्यटक जूही चौधरी ने कहा, “हम पिछले तीन दिनों से बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं. अगर बर्फबारी हुई तो हम पहली बार यह नजारा देखेंगे.”
राज्य में अभी तक कहीं भी बर्फबारी नहीं हुई है, लेकिन 25 दिसंबर से राज्य के तापमान में गिरावट आई है. लाहौल एवं स्पीति जिले में केलांग राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
वहीं, शिमला से 250 किलोमीटर दूर कल्पा में रात का तापमान शून्य से 1.4 डिग्री कम रहा, जबकि मनाली में न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री और धर्मशाला में 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. शिमला का न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस रहा.मौसम विभाग के अनुसार, शिमला में 1990, 1995, 2000 और 2002 में नववर्ष की पूर्व संध्या पर बर्फबारी हुई थी
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
सपा में फिर सुलह, अखिलेश और रामगोपाल के निष्कासन रद्द
लखनऊ। समाजवादी पार्टी में सुलह हो गयी है। मुलायम के आवास पर अखिलेश, आज़म व शिवपाल के बीच चली बैठक के बाद अखिलेश व रामगोपाल का निष्कासन खत्म कर दिया गया है।
पार्टी को टूट से बचाने के लिए सूत्रधार की भूमिका निभा रहे आजम खान सुबह अखिलेश के साथ मुलायम के घर पहुंचे थे , जहां कुछ देर बार शिवपाल को भी बुलाया गया था। बताया जा रहा है इस बैठक में अखिलेश ने अपनी बात रखी। अखिलेश ने पिता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को 207 विधायकों के समर्थन की लिस्ट दिखाई। साथ ही उऩ्होंने कहा कि ऐसे लोगों को ही टिकट दिए जाएं जो जीत सकते हैं।
इससे पहले निष्कासित होने के बाद अखिलेश की बुलाई अहम बैठक में 198 विधायक और 40 एमएलसी पहुंचे थे। जबकि शिवपाल द्वारा बुलाई गई बैठक में मात्र 10 विधायक ही शामिल हुए थे। दोनों ही तरफ के ज्यादातर नेता पार्टी के विभाजन के पक्ष में नहीं दिखे हैं। अखिलेश के साथ बैठक में कई विधायकों ने सपा के न टूटने की दुहाई दी थी। भावुक अखिलेश यादव ने भी कहा था कि वो पिता से अलग नहीं है और 2017 में यूपी जीतकर पिता को तोहफा देंगे।
सपा में अखिलेश और रामगोपाल की वापसी के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह के खिलाफ जल्द कोई बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
शिवपाल ने अखिलेश और रामगोपल की पार्टी में वापसी की जानकारी ट्विटर पर देने के साथ-साथ संवाददाताओं को भी इस बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि टिकट बंटवारे को लेकर जारी विवाद को भी जल्द सुलझा लिया जाएगा। सभी से बातचीत के बाद सबकुछ तय कर लिया जाएगा और नई सूची बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 'वर्ष 2017 में मिलकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे।
सपा सूत्रों के मुताबिक, मुलायम ने अखिलेश से कहा, "मैं कभी तुम्हारे खिलाफ नहीं था। तुम्हारे खिलाफ होता तो तुम्हें मुख्यमंत्री क्यों बनाता?"
आरजेडी प्रमुख और मुलायम परिवार के रिश्तेदार लालू यादव ने भी पिता-पुत्र को मिलाने की कोशिश की। लालू यादव ने कहा कि उन्होंने अखिलेश और मुलायम से बात कर दोनों को मिलकर मामला सुलझाने की अपील की थी वर्ना बना बनाया मामला बिगड़ जाएगा।
पार्टी को टूट से बचाने के लिए सूत्रधार की भूमिका निभा रहे आजम खान सुबह अखिलेश के साथ मुलायम के घर पहुंचे थे , जहां कुछ देर बार शिवपाल को भी बुलाया गया था। बताया जा रहा है इस बैठक में अखिलेश ने अपनी बात रखी। अखिलेश ने पिता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को 207 विधायकों के समर्थन की लिस्ट दिखाई। साथ ही उऩ्होंने कहा कि ऐसे लोगों को ही टिकट दिए जाएं जो जीत सकते हैं।
इससे पहले निष्कासित होने के बाद अखिलेश की बुलाई अहम बैठक में 198 विधायक और 40 एमएलसी पहुंचे थे। जबकि शिवपाल द्वारा बुलाई गई बैठक में मात्र 10 विधायक ही शामिल हुए थे। दोनों ही तरफ के ज्यादातर नेता पार्टी के विभाजन के पक्ष में नहीं दिखे हैं। अखिलेश के साथ बैठक में कई विधायकों ने सपा के न टूटने की दुहाई दी थी। भावुक अखिलेश यादव ने भी कहा था कि वो पिता से अलग नहीं है और 2017 में यूपी जीतकर पिता को तोहफा देंगे।
सपा में अखिलेश और रामगोपाल की वापसी के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अमर सिंह के खिलाफ जल्द कोई बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
शिवपाल ने अखिलेश और रामगोपल की पार्टी में वापसी की जानकारी ट्विटर पर देने के साथ-साथ संवाददाताओं को भी इस बारे में बताया। उन्होंने यह भी कहा कि टिकट बंटवारे को लेकर जारी विवाद को भी जल्द सुलझा लिया जाएगा। सभी से बातचीत के बाद सबकुछ तय कर लिया जाएगा और नई सूची बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 'वर्ष 2017 में मिलकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे।
सपा सूत्रों के मुताबिक, मुलायम ने अखिलेश से कहा, "मैं कभी तुम्हारे खिलाफ नहीं था। तुम्हारे खिलाफ होता तो तुम्हें मुख्यमंत्री क्यों बनाता?"
आरजेडी प्रमुख और मुलायम परिवार के रिश्तेदार लालू यादव ने भी पिता-पुत्र को मिलाने की कोशिश की। लालू यादव ने कहा कि उन्होंने अखिलेश और मुलायम से बात कर दोनों को मिलकर मामला सुलझाने की अपील की थी वर्ना बना बनाया मामला बिगड़ जाएगा।
Labels:
उत्तर प्रदेश,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
दिल्ली के 21वें उप-राज्यपाल के तौर पर अनिल बैजल ने ली शपथ
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली के 21वें उप-राज्यपाल के तौर पर अनिल बैजल ने आज शपथ ली. राज निवास में सुबह 11 बजे उनका शपथग्रहण हुआ. इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे.
1969 बैच के IAS अधिकारी अनिल बैजल नजीब जंग की जगह ली है. जंग ने हाल ही में निजी वजहों से इस्तीफा दे दिया था. बैजल वाजपेयी सरकार में गृह सचिव रहे हैं. 2006 में शहरी विकास मंत्रालय में सचिव के पद से रिटायर हुए हैं. अनिल बैजल डीडीए के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.
ख़ास बात यह है कि अनिल बैजल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का करीबी माना जाता है. दोनों ने उत्तर-पूर्व में साथ साथ काम किया है. अनिल बैजल थिंक टैंक विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन की कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा पर इस थिंक टैंक की स्थापना अजित डोभाल ने ही की थी.
नौकरशाही में 37 साल का अनुभव रखने वाले अनिल बैजल इससे पहले इंडियन एयरलाइन्स के एमडी, प्रसार भारती के सीईओ और दिल्ली विकास प्राधिकरण के वाईस चेयरमैन समेत कई अहम पदों पर रह चुके हैं.
1969 बैच के IAS अधिकारी अनिल बैजल नजीब जंग की जगह ली है. जंग ने हाल ही में निजी वजहों से इस्तीफा दे दिया था. बैजल वाजपेयी सरकार में गृह सचिव रहे हैं. 2006 में शहरी विकास मंत्रालय में सचिव के पद से रिटायर हुए हैं. अनिल बैजल डीडीए के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं.
ख़ास बात यह है कि अनिल बैजल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल का करीबी माना जाता है. दोनों ने उत्तर-पूर्व में साथ साथ काम किया है. अनिल बैजल थिंक टैंक विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन की कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा पर इस थिंक टैंक की स्थापना अजित डोभाल ने ही की थी.
नौकरशाही में 37 साल का अनुभव रखने वाले अनिल बैजल इससे पहले इंडियन एयरलाइन्स के एमडी, प्रसार भारती के सीईओ और दिल्ली विकास प्राधिकरण के वाईस चेयरमैन समेत कई अहम पदों पर रह चुके हैं.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
बिहार में बक्सर केंद्रीय जेल से 5 कैदी फरार
बक्सर। बिहार के बक्सर केंद्रीय कारा (जेल) की चारदीवारी फांदकर पांच कैदी फरार हो गए। फरार कैदियों में सभी सजायाफ्ता बताए जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार, फरार कैदियों में आरा का सोनू पांडेय, छपरा का उपेंद्र साह और देवधारी राय, मोतिहारी का प्रदीप सिंह और ब्रहमपुर (बक्सर) का सोनू सिंह शामिल है।
पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि सुबह कैदियों को उनके वार्ड से बाहर निकाला जा रहा था। इसी बीच जेल प्रशासन ने गिनती की तो पाया कि पांच कैदी कम हैं। जेल प्रशासन ने पहले अपने स्तर से कैदियों की खोजबीन की और बाद में अधिकारियों को सूचित किया।
फरार कैदियों को पकड़ने के लिए आसपास के इलाकों में छापेमारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि सभी कैदी शौचालय की खिड़की तोड़कर फरार हुए।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर नाकेबंदी कर दी गई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि सुबह कैदियों को उनके वार्ड से बाहर निकाला जा रहा था। इसी बीच जेल प्रशासन ने गिनती की तो पाया कि पांच कैदी कम हैं। जेल प्रशासन ने पहले अपने स्तर से कैदियों की खोजबीन की और बाद में अधिकारियों को सूचित किया।
फरार कैदियों को पकड़ने के लिए आसपास के इलाकों में छापेमारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि सभी कैदी शौचालय की खिड़की तोड़कर फरार हुए।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर नाकेबंदी कर दी गई है।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
शुक्रवार, 30 दिसंबर 2016
खादी में नजर आयेंगे शिवराज के कर्मचारी
भोपाल : प्रदेश की शिवराज सरकार के कर्मचारी अब जल्द ही खादी के कपड़े में नजर आयेंगे। सरकार ने कर्मचारियों को यह आदेश दिया है कि वे सप्ताह में कम से कम एक दिन खादी के कपड़े पहनकर ही अपने कार्यालय पहुंचे। सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुये नये साल से खादी के कपड़े पहनने के लिये कहा है। सरकार का यह मानना है कि कर्मचारियों के खादी पहनने से न केवल खादी की उपयोगिता बढ़ेगी वहीं खादी ग्रामोद्योग को भी आर्थिक रूप से फायदा होगा।
हालांकि शिवराज सरकार ने खादी पहनना अनिवार्य नहीं किया है, बावजूद इसके कर्मचारी संगठनों द्वारा सरकारी आदेश को लेकर विरोध करना शुरू कर दिया गया है। संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार खादी पहनने के आदेश को थोप रही है, हम इसका विरोध करेंगे।
बताया गया है कि खादी ग्रामद्योग विभाग ने सामान्य प्रशासन विभाग को प्रस्ताव भेजते हुये यह कहा था कि खादी को बढ़ावा देने के लिये सरकार ठोस कदम उठाये, इसके बाद ही सरकार ने भी आदेश जारी कर दिये है।
हालांकि शिवराज सरकार ने खादी पहनना अनिवार्य नहीं किया है, बावजूद इसके कर्मचारी संगठनों द्वारा सरकारी आदेश को लेकर विरोध करना शुरू कर दिया गया है। संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार खादी पहनने के आदेश को थोप रही है, हम इसका विरोध करेंगे।
बताया गया है कि खादी ग्रामद्योग विभाग ने सामान्य प्रशासन विभाग को प्रस्ताव भेजते हुये यह कहा था कि खादी को बढ़ावा देने के लिये सरकार ठोस कदम उठाये, इसके बाद ही सरकार ने भी आदेश जारी कर दिये है।
Labels:
मध्य प्रदेश
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
मुलायम ने अखिलेश और राम गोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला
लखनऊ : समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच शुक्रवार शाम को पार्टी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव को 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया है। मुलायम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भावुक होते हुए कहा कि मैनें अखिलेश को सीएम बनाया और वो प्रोफेसर साहब के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ गुटबाजी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक है, इसलिए राम गोपाल पार्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए ये सब ड्रामा कर रहे हैं। मुलायम सिंह ने बर्खास्तगी पर कहा कि उन दोनों ने पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीनता वाला कार्य किया था, इसलिए पार्टी से उन्हें 6 साल के लिए बर्खास्त किया है। उन्होंने आगे कहा कि मेरा लक्ष्य किसी को सजा देना नहीं, खून पसीने से बनाई गई पार्टी को बचाना है।
वहीं मुलायम सिंह ने राम गोपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें सम्मेलन बुलाने का कोई हक नहीं है।
Labels:
उत्तर प्रदेश,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
अमेरिका और रूस में शुरू हुई दुश्मनी, ओबामा ने रूस के 35 सरकारी अधिकारियों को भगाया
वाशिंगटन: विश्व की दो महाशक्तियों अमेरिका और रूस के बीच शीत युद्ध की शुरुआत हो चुकी है, अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूस की ओर से कथित हैकिंग पर सख्त रुख अपनाते हुए अमेरिका ने रूस की कुछ खुफिया एजेंसियों और शीर्ष अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाकर उन्हें अमेरिका से बाहर जाने के लिए कहा है।
बराक ओबामा ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि अमेरिका में चुनाव के दौरान रूस की नौ एजेंसियों और वरिष्ठ अधिकारियों के कथित हस्तक्षेप की वजह से प्रतिबंध लगाए गए हैं।
बराक ओबामा ने गुरुवार को जारी बयान में कहा कि अमेरिका में चुनाव के दौरान रूस की नौ एजेंसियों और वरिष्ठ अधिकारियों के कथित हस्तक्षेप की वजह से प्रतिबंध लगाए गए हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका से रूस के 35 सरकारी अधिकारियों को बाहर निकाल दिया। इन अधिकारियों को प्रतिकूल ढंग से काम करने की वजह से अस्वीकार्य घोषित कर दिया गया है।
ओबामा प्रशासन ने अक्टूबर में रूस पर अमेरिका के राजनीतिक संस्थानों की हैकिंग करने और अमेरिकी चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप का आरोप लगाया था जिन्हें रूस ने बकवास करार देकर खारिज कर दिया था।
ओबामा ने कहा, "डेटा की चोरी और गुप्त जानकारियों को सीधे तौर पर रूस सरकार की ओर से अंजाम दिया गया।"
ओबामा ने अपनी गोटी चल दी है और अब पुतिन की गोटी चलने का इन्तजार किया जा रहा है, अगर पुतिन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ रिश्ते मजबूत करना चाहेंगे तो वह ओबामा की इस हरकत को नजअंदाज कर देंगे, अगर उन्होंने ओबामा के कूटनीतिक हमले का जवाब दिया और अमेरिकी अधिकारीयों को भी रूस से बाहर निकाल दिया तो ओबामा अपनी चाल में सफल हो जाएंगे और पुतिन और डोनाल्ड ट्रम्प में झगड़ा करवाकर जाएंगे।
ओबामा ने अपनी गोटी चल दी है और अब पुतिन की गोटी चलने का इन्तजार किया जा रहा है, अगर पुतिन अमेरिका के अगले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ रिश्ते मजबूत करना चाहेंगे तो वह ओबामा की इस हरकत को नजअंदाज कर देंगे, अगर उन्होंने ओबामा के कूटनीतिक हमले का जवाब दिया और अमेरिकी अधिकारीयों को भी रूस से बाहर निकाल दिया तो ओबामा अपनी चाल में सफल हो जाएंगे और पुतिन और डोनाल्ड ट्रम्प में झगड़ा करवाकर जाएंगे।
Labels:
दुनिया
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
एसपी त्यागी की ज़मानत रद्द कराने सीबीआई पहुंची उच्च न्यायालय
नई दिल्ली । अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा मामले में वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस.पी. त्यागी को मिली जमानत को रद्द करने की मांग को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) शुक्रवार को दिल्ली उच्च न्यायालय पहुंचा। न्यायालय ने त्यागी को नोटिस जारी किया है और तीन जनवरी तक जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
त्यागी तथा दो अन्य लोग ब्रिटेन की अगस्तावेस्टलैंड कंपनी से 12 एडब्ल्यू-101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की खरीद में कथित तौर पर हुई अनियमितता में शामिल हैं। त्यागी देश के किसी सशस्त्र बल के पहले ऐसे प्रमुख हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है।
पूर्व वायुसेना प्रमुख को एक निचली अदालत ने 26 दिसम्बर को जमानत दे दी थी। वह 2004-2007 के दौरान वायुसेना प्रमुख थे।
त्यागी ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है।
राष्ट्रीय राजधानी की एक निचली अदालत चार जनवरी को दो अन्य आरोपियों त्यागी के रिश्तेदार संजीव त्यागी तथा दिल्ली के वकील गौतम खेतान की जमानत पर फैसला देगी।
त्यागी तथा दो अन्य लोग ब्रिटेन की अगस्तावेस्टलैंड कंपनी से 12 एडब्ल्यू-101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की खरीद में कथित तौर पर हुई अनियमितता में शामिल हैं। त्यागी देश के किसी सशस्त्र बल के पहले ऐसे प्रमुख हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है।
पूर्व वायुसेना प्रमुख को एक निचली अदालत ने 26 दिसम्बर को जमानत दे दी थी। वह 2004-2007 के दौरान वायुसेना प्रमुख थे।
त्यागी ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है।
राष्ट्रीय राजधानी की एक निचली अदालत चार जनवरी को दो अन्य आरोपियों त्यागी के रिश्तेदार संजीव त्यागी तथा दिल्ली के वकील गौतम खेतान की जमानत पर फैसला देगी।
Labels:
दिल्ली
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था को क्षति पहुंची : लालू
पटना । नोटबंदी की घोषणा के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शुक्रवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री पर परोक्ष रूप से निशाना साधा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यस्था को क्षति पहुंची है। पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने ट्वीट कर कहा, "किसी व्यक्ति के शरीर से भारी मात्रा में खून, उसके फेफड़े, जिगर, गुर्दे और आंत निकाल दिए जाएं तो क्या वह जिंदा रहने में सक्षम होगा? कुछ यही हाल हमारी अर्थव्यस्था का भी किया गया है।"
उन्होंने प्रधानमंत्री का नाम लिए बिना नकद रहित के सुझाव पर तंज कसते हुए एक अन्य ट्वीट में अंग्रेजी और हिन्दी भाषा का इस्तेमाल करते हुए लिखा, "अर्थहीन प्रपंचों से हो रही अंतहीन दिक्कतों को दबाने के लिए नकद रहित जैसी आधारहीन बातें कर रहे हैं.. उन्हें यथार्थवादी होना चाहिए।"
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के खिलाफ पटना में एक विशाल रैली करने की घोषणा कर चुके लालू प्रसाद नोटबंदी के बाद से ही प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। राजद कार्यकर्ता 28 दिसंबर को पटना सहित राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना पर बैठकर नोटबंदी के खिलाफ विरोध जता चुके हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री का नाम लिए बगैर कहा कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यस्था को क्षति पहुंची है। पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने ट्वीट कर कहा, "किसी व्यक्ति के शरीर से भारी मात्रा में खून, उसके फेफड़े, जिगर, गुर्दे और आंत निकाल दिए जाएं तो क्या वह जिंदा रहने में सक्षम होगा? कुछ यही हाल हमारी अर्थव्यस्था का भी किया गया है।"
उन्होंने प्रधानमंत्री का नाम लिए बिना नकद रहित के सुझाव पर तंज कसते हुए एक अन्य ट्वीट में अंग्रेजी और हिन्दी भाषा का इस्तेमाल करते हुए लिखा, "अर्थहीन प्रपंचों से हो रही अंतहीन दिक्कतों को दबाने के लिए नकद रहित जैसी आधारहीन बातें कर रहे हैं.. उन्हें यथार्थवादी होना चाहिए।"
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के खिलाफ पटना में एक विशाल रैली करने की घोषणा कर चुके लालू प्रसाद नोटबंदी के बाद से ही प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं। राजद कार्यकर्ता 28 दिसंबर को पटना सहित राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना पर बैठकर नोटबंदी के खिलाफ विरोध जता चुके हैं।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
सैफ की बेटी सारा अली खान बॉलीवुड में करण जौहर की फिल्म से करेंगी एंट्री
मुंबई: बॉलीवुड के कई ऐसे सुपरस्टार हैं जिनके बच्चे अब बड़े हो गए हैं और लोग उनको बॉलीवड में देखने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। इन्हीं में से एक नाम है सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान। सारा को भी लोग बॉलीवुड में देखने के लिए बेताब हैं। तो अब ऐसा लग रहा है कि लोगों का इंतज़ार कम होने वाला है।
खबर है कि फिल्मकार करण जौहर के बैनर से सारा डेब्यू कर सकती है। सारा के सितारे काफी बुलंद नजर आ रहे हैं। सारा का फिल्मी करियर अभी शुरू भी नहीं हुआ और उन्हें काम मिल रहा है। सारा को इंडस्ट्री के सबसे अधिक जाने माने नामों के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। चर्चा है कि सारा , करण के बैनर धर्मा प्रोडक्शन के साथ अपने करियर का आगाका करने जा रही है।
सारा का एक्टिंग करियर धर्मा प्रोडक्शन की फिल्म में शाहिद कपूर के भाई इशान खट्टार के साथ शुरू होने वाला था, लेकिन यह सारा की मां अमृता सिंह की मर्जी के चलते नहीं हो पाया। ऐसा लग रहा है कि डैड सैफ इससे काफी नाखुश हैं। अब करण,सारा को लांच करने जा रहे हैं। फिल्म में सारा के अपोजिट ऋतिक रौशन काम करते नजर आ सकते हैं। इस फिल्म के निर्देशक अग्निपथ फेम करन मल्होत्रा होंगे। यह एक कॉमेडी फिल्म होगी।
खबर है कि फिल्मकार करण जौहर के बैनर से सारा डेब्यू कर सकती है। सारा के सितारे काफी बुलंद नजर आ रहे हैं। सारा का फिल्मी करियर अभी शुरू भी नहीं हुआ और उन्हें काम मिल रहा है। सारा को इंडस्ट्री के सबसे अधिक जाने माने नामों के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। चर्चा है कि सारा , करण के बैनर धर्मा प्रोडक्शन के साथ अपने करियर का आगाका करने जा रही है।
सारा का एक्टिंग करियर धर्मा प्रोडक्शन की फिल्म में शाहिद कपूर के भाई इशान खट्टार के साथ शुरू होने वाला था, लेकिन यह सारा की मां अमृता सिंह की मर्जी के चलते नहीं हो पाया। ऐसा लग रहा है कि डैड सैफ इससे काफी नाखुश हैं। अब करण,सारा को लांच करने जा रहे हैं। फिल्म में सारा के अपोजिट ऋतिक रौशन काम करते नजर आ सकते हैं। इस फिल्म के निर्देशक अग्निपथ फेम करन मल्होत्रा होंगे। यह एक कॉमेडी फिल्म होगी।
Labels:
सिनेजगत
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
‘बिजली की तारों को लगाने के लिए जमीन मालिकों की पूर्व सहमित अनिवार्य नहीं’
नई दिल्ली। सरकार की तरफ से देश के ग्रामीण इलाकों तक बिजली पहुंचाने के संकल्प को पंख लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार(30 दिसंबर) को एक अहम फैसला दिया। शीर्ष अदालत ने कहा कि बिजली की तारों और टॉवरों को लगाने के लिए जमीन के मालिकों की पूर्व सहमति जरूरी नहीं है।
जस्टिस ए के सिकरी व आर भानुमति की बेंच ने अपने फैसले में कहा कि यह बात सबको पता है कि हमारे देश में बिजली की भारी कमी है। यहां अनेकों ऐसे घर हैं जहां एक बल्ब जलाना भी सपने जैसा है। भारतीय टेलीग्राफ एक्ट के मुताबिक, बिना किसी बाधा के बिजली के तारों का ट्रांसमिशन जनता के व्यापक हित में है।
छत्तीसगढ़ की एक सीमेंट निर्माता कंपनी और पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ने इस मामले को लेकर याचिका दायर की थी। सीमेंट निर्माता कंपनी ने बिना सहमति के अपने चूना पत्थर एरिया में टॉवर लगाने को चुनौती दिया था।
जस्टिस ए के सिकरी व आर भानुमति की बेंच ने अपने फैसले में कहा कि यह बात सबको पता है कि हमारे देश में बिजली की भारी कमी है। यहां अनेकों ऐसे घर हैं जहां एक बल्ब जलाना भी सपने जैसा है। भारतीय टेलीग्राफ एक्ट के मुताबिक, बिना किसी बाधा के बिजली के तारों का ट्रांसमिशन जनता के व्यापक हित में है।
छत्तीसगढ़ की एक सीमेंट निर्माता कंपनी और पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन ने इस मामले को लेकर याचिका दायर की थी। सीमेंट निर्माता कंपनी ने बिना सहमति के अपने चूना पत्थर एरिया में टॉवर लगाने को चुनौती दिया था।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर राहुल ने पीएम मोदी से पूछे 5 सवाल, कहा पीएम बताएं 50 दिन में कितना काला धन वापस आया
नई दिल्ली:नोटबंदी के आज 50 दिन पूरे होने पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी पर हमला बोला है और उनसे सोशल मीडिया ट्विटर के जरिए 5 सवाल भी पूछे हैं
पहला सवाल
राहुल गांधी ने पहला सवाल ये पूछा है कि सरकार को बताना चाहिए कि 8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद कितना काला धन सरकार ने बरामद किया है ?
दूसरा सवाल
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दूसरा सवाल ये पूछा है कि सरकार को बताना चाहिए कि नोटबंदी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को कितना नुकसान पहुंचा है और कितने लोगों की नौकरी चली गई।
तीसरा सवाल
नोटबंदी की वजह से 8 नवंबर के बाद पूरे देश में कितने लोगों की जान गई है।
चौथा सवाल
चौथा सवाल राहुल ने ये पूछा है कि नोटबंदी के फैसले से पहले पीएम ने विशेषज्ञों की राय क्यों नहीं ली। क्या उन्होंने आरबीआई और अर्थशास्त्रियों से इसके लिए राय मांगी थी?
पाचंवा सवाल
आखिरी सवाल राहुल गांधी ने पीएम मोदी से ये पूछा है कि पिछले 6 महीने में कितने लोगों ने बैंक में 25 लाख रुपये से ज्यादा पैसे जमा कराए हैं और 8 नवंबर के बाद कितने लोगों ने इतने ही पैसे जमा कराए हैं
गौरतलब है कि नोटबंदी के फैसले को लेकर ममता बनर्जी के बाद राहुल गांधी ही पीएम मोदी पर सबसे ज्यादा हमलावर रहे हैं और वो कह चुके हैं कि नोटबंदी के नाम पर पीएम ने गरीबों की बलि ली है। कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी पार्टियां नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर सरकार को घेरने की तैयारी में जुटी हुई है।
नोटबंदी के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि 50 दिनों के बाद लोगों की इससे जुड़ी सभी दिक्कतें दूर हो जाएंगी। हालांकि अभी भी देश के कई हिस्सों में कैश की समस्या बनी हुई है।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
भ्रष्टाचार अब भी जारी, नोटबंदी के लिए PM मोदी माफी मांगें: पी चिदंबरम
नई दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने सरकरा के नोटबंदी के फैसले को पूरी तरह गलत ठहराते हुए कहा कि नोटबंदी के लिए पीएम मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए.
चिदंबरम ने सरकार के भ्रष्टाचार और काले धन पर लगाम के दावे को खारिज करते हुए कहा कि नए नोटों की जब्ती रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया, करेंसी चेस्ट और बैंकों में भ्रष्टाचार दिखाती हैं. विमुद्रीकरण अव्यवस्था और प्रशासनिक ढांचे का ढहना है. इसका बात की कोई दावा नहीं कर सकता कि नए नोटों में काला धन नहीं इकट्ठा होगा और रिश्वत नहीं दी जाएगी.
शहीदों की संख्या हुई दोगुनी
उन्होंने कहा कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं कि आतंकवादियों को सिर्फ नकली नोटों में फंडिग की जाती है. हकीकत यह है कि 30 सितंबर के बाद से 33 सुरक्षा कर्मियों की जान जा चुकी है. साल 2015 के मुकाबले जम्मू और कश्मीर में मारे जाने वाले सुरक्षा कर्मियों की संख्या दोगुनी हो गई है.
चिदंबरम ने बताया कि 25 दिसंबर 2016 तक शहीद हो चुके जवानों की संख्या 87 है, जो साल 2015 से दोगुनी है. स्थितियां अच्छी होने की बजाए खराब हो रही हैं. साथ ही उन्होंने सवाल किया कि क्या पिछले संसदीय सत्र में जीएसटी पर कोई बिल था? इस बिल के पास न होने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया पूरी तरह गलत और अन्ययापूर्ण है.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
इन आसान से तरीकों से पता कीजिए कि ”वह” ही आपका प्यार है
यद्यपि ये सोचना आसान है कि वो वही है पर कैसे पता करें कि वो आपका प्यार है। ये जांचने के लिए कि आप उसको लेकर गंभीर है और वो आपके प्यार के लायक है, बताये जा रहे कुछ तरीकों को आपको जरुर पढ़ना चाहिए।
उसे आपको एक नायिका की तरह आभास कराना चाहिए। जब आप उसके साथ हो तो आपको लगना चाहिए कि आप कुछ भी करने का हौसला रखती है। आपको ज़िन्दगी की मुश्किलों से डर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि वो आपको विश्वास दिलाता है कि आप इन सब परेशानियों से लड़ने की हिम्मत रखती है। जब आप उसके साथ हो तो आपको लगना चाहिए कि आप सारी दुनिया से लड़ सकती है और जीत सकती है।
क्या आप उसके सामने खुद को सहज पाती हैं । इसका कतई ये अर्थ नहीं की बस आपके परिवार और खास दोस्तों को ही पता हो कि आप कितनी भोली है, उसे भी दिखना चाहिए कि आप कितनी नाजुक है, चाहे ये बिना मेक-अप के हो, या कसरत के बाद पसीने से तरबतर हो, या जब आप डरी हुई हो या रो रही हो।
निश्चित करें कि आपको उसके साथ रहकर शर्म जैसी भावना न आती हो । क्या आपको उसके सामने कुछ चीज़े या भावनाएं छिपानी पड़ती है। अगर आपको लगता है कि आपको उससे अपने या अपनी ज़िन्दगी के बारे में कुछ बातें छिपानी पड़ रही है तो वो वह व्यक्ति आपका प्यार नहीं है। उसे आपसे बिना शर्तों के प्यार होना चाहिए, अगर आपको लगता है कि वो आपको आपके शरीर को देख कर आंकेगा जैसे कि सर्दी के दिनों में आपके पैरों पर बाल हो, तो वो व्यक्ति आपका प्यार नहीं है।
देखें कि आप अपने भविष्य के बारे में कितनी बार सोचती है । कितना अक्सर आप भविष्य में अपने जन्मदिन या छुट्टियों में एक दूसरे के साथ आराम मनाते हुए सोचती है? क्या आप उसके साथ अपने मकान, पालतू पशु, या अपने बच्चों के बारें में कल्पना करती है?
ध्यान दें जब वो आपसे कहे “मैं तुमसे प्यार करता हूँ ।: यह अच्छी बात है कि वो जवाब में कहे मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ पर ध्यान रखे कि हमेशा पहला इजहार करने वाले सिर्फ आप ही न हो। कभी कभी उसे भी आपसे कहना चाहिए। इससे पता चलता है कि वो आपका ख्याल रखता है और इस बारे में सोचता है न की सिर्फ वो रिश्ते बनाने के कोई सूत्र अपना रहा हो और उम्मीद करता हो की सारी बात बन जाएगी।
अगर वो न कहे तो बहुत ज़्यादा चिंता न करें। कुछ पुरुष अपनी भावनाएं जाहिर करने में बहुत शर्मीले होते है। उनसे पूछे कि वो क्यों कभी पहले इजहार नहीं करते, उन्हें बताये कि आप उनसे ये सुनना चाहती है। इससे उसे थोड़ा सहज महसूस होगा।
निश्चित करें कि वो आप पर आपके राजी होने से पहले ही अंतरंग होने के लिए दबाव न डाल रहा हो । कोई अगर आपकी इच्छा से पहले ही आपके शरीर से आनंद लेना चाहता है इसका अर्थ है कि उसके दिमाग में आपकी जरूरतों के बारे में कोई खयाल नहीं है। (और अगर वो शारारिक संबंध की इच्छा को लेकर अपने आप पर काबू न रख पाये तो निश्चित ही वो पारिवारिक जीवन शुरू करने या उसमे समर्पित होने से पीछे हट जायेगा।)
ध्यान दें कि क्या वो आपको काबू में रखने की कोशिश करता है । अगर वो बार बार आपको बताता है क्या करना चाहिए और क्या नहीं, आपकी ज़िन्दगी को अपने काबू में लेना चाहता है, या आपकी भावनाओं को बदलने की कोशिश करता है सिर्फ इसलिए कि आप उसकी मन मुताबिक चले तो सावधान हो जाइये। ये व्यक्ति रिश्तों को लेकर डाँवाडोल रहता है और रिश्ते में अपनी ताकत ज़्यादा मानता है। वो जो आपका प्यार है आपके साथ सुरक्षित रहेगा और आपको आपके वास्तविक रूप में स्वीकार करेगा।
गौर करें कि वो आपको उसके दोस्तों से मिलाता है या नहीं ।अगर वो आपको उसकी सामाजिक योजनाओं में शामिल करने से मना करता है या पिछली रात को अपने दोस्तों के साथ क्या किया बताने से कतराता है तो इसका स्वाभाविक अर्थ है कि वो आपको अपनी ज़िन्दगी में शामिल करने का इच्छुक नहीं है। और हो सकता है कि वो कुछ बहुत भद्दा करने की फ़िराक में हो।
ध्यान दें कि वो आपके भविष्य की ओर इशारा करता है या नहीं । अगर आप रिश्ते के उस चरण में नहीं है जहाँ आप दोनों भविष्य की संभावनाओं को लेकर खुल कर बात करते हो तो ध्यान दें कि क्या वो भविष्य को लेकर कभी कोई संकेत देता है या नहीं। चाहे हल्का सा ही सही, जैसे कि वो सोचता हो कि आने वाले किसी कार्यक्रम के लिए आप दोनों मिलकर क्या करना चाहते है तो यह एक अच्छा संकेत है।
देखें कि क्या आप उसका जन्मदिन या आपकी सालगिरह या उससे जुड़ा कोई भी खास दिन याद रख पाती है या नहीं । ये जांचने का एक तरीका है कि क्या वो जब आपके पास नहीं रहता तब भी आपके ख्यालों में हावी रहता है या नहीं। ये किसी के द्वारा आपकी ज़िन्दगी में मुकाम बनाने का एक तरीका है, हाँ लेकिन आपके दिल-दिमाग में पूरी तरह घर करने के लिए कुछ और भी चाहिए।
1आभास करवाएं
उसे आपको एक नायिका की तरह आभास कराना चाहिए। जब आप उसके साथ हो तो आपको लगना चाहिए कि आप कुछ भी करने का हौसला रखती है। आपको ज़िन्दगी की मुश्किलों से डर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि वो आपको विश्वास दिलाता है कि आप इन सब परेशानियों से लड़ने की हिम्मत रखती है। जब आप उसके साथ हो तो आपको लगना चाहिए कि आप सारी दुनिया से लड़ सकती है और जीत सकती है।
2खुद को नाजुक दिखाएं
क्या आप उसके सामने खुद को सहज पाती हैं । इसका कतई ये अर्थ नहीं की बस आपके परिवार और खास दोस्तों को ही पता हो कि आप कितनी भोली है, उसे भी दिखना चाहिए कि आप कितनी नाजुक है, चाहे ये बिना मेक-अप के हो, या कसरत के बाद पसीने से तरबतर हो, या जब आप डरी हुई हो या रो रही हो।
3शर्म जैसी भावना न आती हो
निश्चित करें कि आपको उसके साथ रहकर शर्म जैसी भावना न आती हो । क्या आपको उसके सामने कुछ चीज़े या भावनाएं छिपानी पड़ती है। अगर आपको लगता है कि आपको उससे अपने या अपनी ज़िन्दगी के बारे में कुछ बातें छिपानी पड़ रही है तो वो वह व्यक्ति आपका प्यार नहीं है। उसे आपसे बिना शर्तों के प्यार होना चाहिए, अगर आपको लगता है कि वो आपको आपके शरीर को देख कर आंकेगा जैसे कि सर्दी के दिनों में आपके पैरों पर बाल हो, तो वो व्यक्ति आपका प्यार नहीं है।
4भविष्य के बारे में सोचना
देखें कि आप अपने भविष्य के बारे में कितनी बार सोचती है । कितना अक्सर आप भविष्य में अपने जन्मदिन या छुट्टियों में एक दूसरे के साथ आराम मनाते हुए सोचती है? क्या आप उसके साथ अपने मकान, पालतू पशु, या अपने बच्चों के बारें में कल्पना करती है?
5ध्यान दें
ध्यान दें जब वो आपसे कहे “मैं तुमसे प्यार करता हूँ ।: यह अच्छी बात है कि वो जवाब में कहे मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ पर ध्यान रखे कि हमेशा पहला इजहार करने वाले सिर्फ आप ही न हो। कभी कभी उसे भी आपसे कहना चाहिए। इससे पता चलता है कि वो आपका ख्याल रखता है और इस बारे में सोचता है न की सिर्फ वो रिश्ते बनाने के कोई सूत्र अपना रहा हो और उम्मीद करता हो की सारी बात बन जाएगी।
6चिंता न करें
अगर वो न कहे तो बहुत ज़्यादा चिंता न करें। कुछ पुरुष अपनी भावनाएं जाहिर करने में बहुत शर्मीले होते है। उनसे पूछे कि वो क्यों कभी पहले इजहार नहीं करते, उन्हें बताये कि आप उनसे ये सुनना चाहती है। इससे उसे थोड़ा सहज महसूस होगा।
7अंतरंग होने के लिए दबाव
निश्चित करें कि वो आप पर आपके राजी होने से पहले ही अंतरंग होने के लिए दबाव न डाल रहा हो । कोई अगर आपकी इच्छा से पहले ही आपके शरीर से आनंद लेना चाहता है इसका अर्थ है कि उसके दिमाग में आपकी जरूरतों के बारे में कोई खयाल नहीं है। (और अगर वो शारारिक संबंध की इच्छा को लेकर अपने आप पर काबू न रख पाये तो निश्चित ही वो पारिवारिक जीवन शुरू करने या उसमे समर्पित होने से पीछे हट जायेगा।)
8काबू में रखने की कोशिश
ध्यान दें कि क्या वो आपको काबू में रखने की कोशिश करता है । अगर वो बार बार आपको बताता है क्या करना चाहिए और क्या नहीं, आपकी ज़िन्दगी को अपने काबू में लेना चाहता है, या आपकी भावनाओं को बदलने की कोशिश करता है सिर्फ इसलिए कि आप उसकी मन मुताबिक चले तो सावधान हो जाइये। ये व्यक्ति रिश्तों को लेकर डाँवाडोल रहता है और रिश्ते में अपनी ताकत ज़्यादा मानता है। वो जो आपका प्यार है आपके साथ सुरक्षित रहेगा और आपको आपके वास्तविक रूप में स्वीकार करेगा।
9दोस्तों से मिलाता है या नहीं
गौर करें कि वो आपको उसके दोस्तों से मिलाता है या नहीं ।अगर वो आपको उसकी सामाजिक योजनाओं में शामिल करने से मना करता है या पिछली रात को अपने दोस्तों के साथ क्या किया बताने से कतराता है तो इसका स्वाभाविक अर्थ है कि वो आपको अपनी ज़िन्दगी में शामिल करने का इच्छुक नहीं है। और हो सकता है कि वो कुछ बहुत भद्दा करने की फ़िराक में हो।
10भविष्य की ओर इशारा
ध्यान दें कि वो आपके भविष्य की ओर इशारा करता है या नहीं । अगर आप रिश्ते के उस चरण में नहीं है जहाँ आप दोनों भविष्य की संभावनाओं को लेकर खुल कर बात करते हो तो ध्यान दें कि क्या वो भविष्य को लेकर कभी कोई संकेत देता है या नहीं। चाहे हल्का सा ही सही, जैसे कि वो सोचता हो कि आने वाले किसी कार्यक्रम के लिए आप दोनों मिलकर क्या करना चाहते है तो यह एक अच्छा संकेत है।
11खास दिन
देखें कि क्या आप उसका जन्मदिन या आपकी सालगिरह या उससे जुड़ा कोई भी खास दिन याद रख पाती है या नहीं । ये जांचने का एक तरीका है कि क्या वो जब आपके पास नहीं रहता तब भी आपके ख्यालों में हावी रहता है या नहीं। ये किसी के द्वारा आपकी ज़िन्दगी में मुकाम बनाने का एक तरीका है, हाँ लेकिन आपके दिल-दिमाग में पूरी तरह घर करने के लिए कुछ और भी चाहिए।
Labels:
लाइफ स्टाइल
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
नोटबंदी से देश खुश, विपक्षी दल तो कुछ करने लायक बचे नहीं : शिवराज
भोपाल: केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के 50 दिन पूरे होने पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को कहा कि इस फैसले से काला धन रखने वाले मुट्ठी भर लोग परेशान हैं, जबकि देश के करोड़ों लोग प्रसन्न हैं.
चौहान ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री ने बड़ा खतरा मोल लिया था, देश हित में. इस एक नोटबंदी ने आतंकवाद की कमर तोड़ दी, भ्रष्टाचार को नेस्तनाबूत कर दिया, जिन्होंने अपने पास काला धन जमा कर रखा था, वे परेशान हो सकते हैं, लेकिन देश के करोड़ों लोग प्रसन्न हैं.
उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा, नोटबंदी के फैसले से विपक्षी दल तो कुछ करने लायक बचे ही नहीं हैं. उन्हें रोज सुबह-शाम और सपने में भी प्रधानमंत्री दिखाई देते हैं, क्योंकि उनका जनसमर्थन खत्म हो रहा है और पैरों के नीचे से जमीन खिसकती जा रही है. कई बार तो नींद में उठकर चिल्लाते हैं कि पीएम इस्तीफा दो.
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल सिर्फ दिखावे के लिए विरोध कर रहे हैं. वे भी अंदर से यह मान रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फैसला सही है.
चौहान ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री ने बड़ा खतरा मोल लिया था, देश हित में. इस एक नोटबंदी ने आतंकवाद की कमर तोड़ दी, भ्रष्टाचार को नेस्तनाबूत कर दिया, जिन्होंने अपने पास काला धन जमा कर रखा था, वे परेशान हो सकते हैं, लेकिन देश के करोड़ों लोग प्रसन्न हैं.
उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा, नोटबंदी के फैसले से विपक्षी दल तो कुछ करने लायक बचे ही नहीं हैं. उन्हें रोज सुबह-शाम और सपने में भी प्रधानमंत्री दिखाई देते हैं, क्योंकि उनका जनसमर्थन खत्म हो रहा है और पैरों के नीचे से जमीन खिसकती जा रही है. कई बार तो नींद में उठकर चिल्लाते हैं कि पीएम इस्तीफा दो.
उन्होंने कहा कि विपक्षी दल सिर्फ दिखावे के लिए विरोध कर रहे हैं. वे भी अंदर से यह मान रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फैसला सही है.
Labels:
मध्य प्रदेश,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
'दंगल' जारी है: सपा का चुनाव चिन्ह जब्त करा सकते हैं अखिलेश!
लखनऊ: यूपी में टिकट बंटवारे पर समाजवादी पार्टी परिवार के अखाड़े में ‘दंगल’ जारी है. आलम ये है कि समाजवादी कुनबे की ओर से यूपी के 403 विधानसभा सीटों के लिए अभी तक 630 से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम का एलान हो चुका है. अखिलेश यादव औऱ शिवपाल सिंह यादव दोनों मुलायम सिंह यादव से मिलकर अपनी ताकत का अहसास कराने की कोशिश कर रहे हैं. अपनी अपनी रणनीति चाक चौबंद की जा रही है.
सपा का चुनाव चिन्ह जब्त करा सकते हैं अखिलेश
इसबीच ताजा जानकारी यह है कि अखिलेश सपा का चुनाव चिन्ह जब्त कराने के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं. इससे पहले सुबह अखिलेश यादव ने अपनी कोर टीम के साथ बैठक की है. अखिलेश का खेमा मुलायम पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, इसके लिए अखिलेश के वो समर्थक टिकट लौटा सकते हैं जिन्हें मुलायम ने उम्मीदवारों की अपनी लिस्ट में जगह दी है. उधर अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की है.
मुलायम सिंह बैठक बुलाई
परिवार में मचे इस ‘भाई-भतीजा वार’ के बीच कल सुबह 10 बजे मुलायम सिंह यादव ने उम्मीदवारों की बैठक बुलाई है. इसमें समाजवादी पार्टी के घोषित उम्मीदवारों को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बैठक के लिए बुलाया गया है. पार्टी में जारी उठापटक के मद्देनज़र इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में मुलायम सिंह यादव प्रत्याशियों के रूख को भांपने की कोशिश भी करेंगे.
पार्टी की आधिकारिक लिस्ट
– समाजवादी पार्टी अब अभी तक आधिकारिक तौर पर 396 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है.
– 325 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट 28 दिसंबर को जारी की गयी.
– 68 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट 29 दिसंबर जारी हुई.
– 3 उम्मीदवारों की लिस्ट आज सुबह जारी की गयी.
अखिलेश की नाराजगी और लिस्ट
शिवपाल की लिस्ट से नाराज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक बार फिर बगावती तेवर दिखा रहे हैं. अखिलेश की ये नाराजगी उनके समर्थकों का टिकट कटे जाने से है. मुलायम सिंह औऱ शिवपाल यादव से मुलाकात में अखिलेश ने तीखे सवाल किए और टिकट काटने की वजह पूछी. नाराजगी इस कदर है कि अखिलेश अपने समर्थकों के अलग चुनाव लड़ाने के लिए भी तैयार हैं. अखिलेश खेमे का दावा है कि पार्टी से अलग उन्होंने 235 की लिस्ट जारी की है जिसमें से 184 नाम सार्वजनिक हुए हैं. इस लिस्ट में अखिलेश ने अपने करीबियों को टिकट दिया है. अखिलेश की इस लिस्ट में 171 मौजूदा विधायक शामिल हैं.
आगे की रणनीति
बताया जा रहा है कि कुल मिलाकर करीब 75 सीटों की उम्मीदवारी को लेकर तनातनी है. चुनाव पास औऱ पार्टी के अंदर टकराव को बढ़ते देख बीच बचाव की कोशिशें भी तेज हो गयी है. ऐसा रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है जहां दोनों ही पक्षों की की बता रख बीच का रास्ता निकाला जा सके. लेकिन अगर ये नही होता है तब ऐसे में क्या होगा.
अगर अखिलेश अलग से लोगों को लड़ाते हैं तो प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते शिवपाल उनकी लिस्ट को पार्टी से अलग बता नामांकन पत्र दाखिले के लिए जरूरी मान्यता देने से मना कर सकते हैं. तो वहीं अखिलेश खेमे से ये बताया जा रहा है कि अगर उनकी बात नहीं मानी जाती तो वो चुनाव आयोग में समाजवादी पार्टी की सिंबल फ्रीज करने का आवेदन दे सकते हैं.
बहरहाल, यूपी में सत्ता पर काबिज समाजवादी पार्टी परिवार में छिड़ी वर्चस्व की इस लड़ाई में अभी अभी कौन चित्त होगा ये साफ नही है. क्योंकि दोनों ही पक्ष अपने अपने दांव पूरी मजबूती से आजमा रहे हैं. दोनों ही पक्ष अपनी अपनी लिस्ट के समर्थन में सर्वे के हथियार से लैस हैं. और अपनी लिस्ट के उम्मीदवार को जिताउ बता रहे.
Labels:
उत्तर प्रदेश,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
नोटबंदी: शेखर रेड्डी समेत 4 की जमानत अर्जी खारिज
चेन्नई: चेन्नई की एक सीबीआई अदालत ने 170 करोड़ रुपये से अधिक नकदी जब्त किये जाने के मामले में गिरफ्तार बालू खनन कारोबारी जे शेकर रेड्डी और चार अन्य की जमानत अर्जियां आज खारिज कर दीं.
विशेष सीबीआई न्यायाधीश विजयलक्ष्मी ने यह आदेश दिया. अदालत ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की सीबीआई की मांग भी खारिज कर दी. पांचों न्यायिक हिरासत में हैं.
अदालत ने 27 दिसंबर को जमानत अर्जियों पर सुनवाई पूरी की थी.
सीबीआई ने रेड्डी और उनके साथियों को 21 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया. उससे पहले आयकर विभाग द्वारा उनके परिसरों पर की गयी तलाशी में 127 किलोग्राम सोना और 170 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे. इस रकम में नये नोट भी थे.
पांचों पर 8 नवंबर को घोषित की गयी नोटबंदी के 24 दिनों के अंदर विभिन्न बैंकों के अज्ञात कर्मचारियों की मदद से पुराने नोटों के बिना लेखा जोखा वाले इस नकद को नये नोटों में बदलवाने का आरोप है. उन पर भादसं और भ्रष्टाचार निरोधक कानून से संबंधित धाराएं लगायी गयी हैं.
विशेष सीबीआई न्यायाधीश विजयलक्ष्मी ने यह आदेश दिया. अदालत ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की सीबीआई की मांग भी खारिज कर दी. पांचों न्यायिक हिरासत में हैं.
अदालत ने 27 दिसंबर को जमानत अर्जियों पर सुनवाई पूरी की थी.
सीबीआई ने रेड्डी और उनके साथियों को 21 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया. उससे पहले आयकर विभाग द्वारा उनके परिसरों पर की गयी तलाशी में 127 किलोग्राम सोना और 170 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे. इस रकम में नये नोट भी थे.
पांचों पर 8 नवंबर को घोषित की गयी नोटबंदी के 24 दिनों के अंदर विभिन्न बैंकों के अज्ञात कर्मचारियों की मदद से पुराने नोटों के बिना लेखा जोखा वाले इस नकद को नये नोटों में बदलवाने का आरोप है. उन पर भादसं और भ्रष्टाचार निरोधक कानून से संबंधित धाराएं लगायी गयी हैं.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
कालाधन सफेद करने के मामले में जाकिर नाईक खिलाफ ईडी ने किया केस दर्ज
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाईक और उनके संगठन इस्लामिक रीसर्च फाउंडेशन (आइआरएफ) के खिलाफ काला धन सफेद करने (मनी लांड्रिंग) के आरोप में केस दर्ज किया है। प्रवर्तन निदेशालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जाकिर नाईक के खिलाफ पहले दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर केस दर्ज किया है।
एनआइए धारा 153ए के तहत नाईक के खिलाफ धर्म के नाम पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने का केस दर्ज कर चुकी है। अब ईडी नाईक और उनकी संस्था के सभी लेन-देन की जांच करेगा।
सूत्रों के मुताबिक पीएमएलए के तहत नए मामले में नाईक के करोड़ रुपये के अघोषित धन की जांच होनी है। जांच के दायरे में नाइक और उनकी संस्था आइआरएफ के तमाम बैंक खाते और चंदे की रकम होगी।
एनआइए धारा 153ए के तहत नाईक के खिलाफ धर्म के नाम पर समुदायों के बीच नफरत फैलाने का केस दर्ज कर चुकी है। अब ईडी नाईक और उनकी संस्था के सभी लेन-देन की जांच करेगा।
सूत्रों के मुताबिक पीएमएलए के तहत नए मामले में नाईक के करोड़ रुपये के अघोषित धन की जांच होनी है। जांच के दायरे में नाइक और उनकी संस्था आइआरएफ के तमाम बैंक खाते और चंदे की रकम होगी।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
पीएम ने BHIM ऐप लॉन्च किया, जल्द अंगूठा लगा कर सकेंगे पेमेंट
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिधन मेला में BHIM (भारत इंटरफेस ऑफ मनी) ऐप लॉन्च किया। इस ऐप के जरिए लोग सरलता से डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि जल्द ही हफ्ते दो हफ्ते में ऐसी व्यवस्था आनेवाली है जो इस भीम को और ताकत प्रदान करेगी। पीएम ने कहा कि जल्द ही लोग अंगूठे के जरिए डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे। बिना स्मार्ट फोन के भी केवल अंगूठे के इस्तेमाल से पेमेंट संभव हो सकेगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने डिजिटल पेमेंट करनेवाले विजेताओं को सम्मानित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस ऐप का नाम भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखा गया है। भीमराव अंबेडकर ने दुनिया के सामने भारत की मुद्रानीति को रखा। डॉ. अंबेडकर ने जो थीसिस लिखी थी उसी के आलोक में आरबीआई का गठन हुआ। इसके साथ ही राज्य और केंद्र के बीच आर्थिक व्यवहार को लेकर फाइनेस कमीशन का गठन भी अंबेडकर के विचारों का परिणाम है।
प्रधानमंत्री ने कहा यह निराशावादी लोगों का समय नहीं है। मेरे पास निराशावादी लोगों के लिए कोई अवसर नहीं है लेकिन आशावादी लोगों के लिए मेरे पास हजारों अवसर है। भीम के रूप में मैं देशवासियों को उत्तम नजराना दे रहा हूं।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने डिजिटल पेमेंट करनेवाले विजेताओं को सम्मानित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस ऐप का नाम भीमराव अंबेडकर के नाम पर रखा गया है। भीमराव अंबेडकर ने दुनिया के सामने भारत की मुद्रानीति को रखा। डॉ. अंबेडकर ने जो थीसिस लिखी थी उसी के आलोक में आरबीआई का गठन हुआ। इसके साथ ही राज्य और केंद्र के बीच आर्थिक व्यवहार को लेकर फाइनेस कमीशन का गठन भी अंबेडकर के विचारों का परिणाम है।
प्रधानमंत्री ने कहा यह निराशावादी लोगों का समय नहीं है। मेरे पास निराशावादी लोगों के लिए कोई अवसर नहीं है लेकिन आशावादी लोगों के लिए मेरे पास हजारों अवसर है। भीम के रूप में मैं देशवासियों को उत्तम नजराना दे रहा हूं।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
पुरुषो के मुकाबले महिलाओं में जल्दी चढ़ता हैं नशा!
शराब पीना फैशन बन चूका हैं इसलिए आजकल पुरुषो के साथ साथ महिलाएं भी इसका सेवन अधिक करने लगी हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं शराब का नशा महिलाओं को ज्यादा चढ़ता हैं। आजकल बदलते लाइफस्टाइल में यह स्टैण्डर्ड बनाये रखने के लिए शराब का नशा अधिक होने लगा हैं। पहले के समय में लड़कियां खुले में नशा नहीं किया करती थी लेकिन ज़माने के बदलने के साथ गर्ल्स में भी काफी हद तक बदलाव आया हैं। अब लडकिया खुले में शराब और धूम्रपान का नशा कर लेती हैं। शराब का नशा हमेशा से ही स्वास्थ के लिए हानिकारक रहा है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि महिलाओं पर शराब का नशा तेजी से होता है, जबकि पुरुषों में ऐसा नहीं होता। इसकी वजह दोनों में मौजूद एंजाइम्स की अलग-अलग मात्रा है।
एक अध्यन में पता चला है कि महिलाओं के शरीर में एल्कोहल ब्रेक डाउन करने वाले एंजाइम्स पुरुषों के मुकाबले बेहद कम होते हैं। यही वजह है कि शराब पीने पर उन्हें जल्दी और ज्यादा नशा होने लगता है और उन्हें होश नहीं रहता की वो किस दिशा में जा रही हैं।
आपको बता दे की महिलाओं की धड़कन पुरुषों के मुकाबले ज्यादा तेज चलती है। जहां पुरुषों में एक मिनट में 70 से 72 बार दिल धड़कता है, वहीं महिलाओं का दिल एक मिनट में 78 से 82 बार धड़कता है।
पुरुषों का दिल 180 ग्राम का होता है, महिलाओं का दिल सिर्फ 120 ग्राम का होता है। आकार में छोटा होने के कारण महिलाओं का दिल ज्यादा तेजी से धड़कता है। वही अक्सर देखा जाता हैं की महिलाएं किसी भी काम में जल्दी थक जाती हैं। इसकी वजह है कि महिलाओं की बॉडी क्लॉक पुरुषों के मुकाबले 1.7 से 2.3 घंटे आगे चलती है। इस कारण शाम होते ही उन्हें थकान महसूस होने लग जाती है।
एक अध्यन में पता चला है कि महिलाओं के शरीर में एल्कोहल ब्रेक डाउन करने वाले एंजाइम्स पुरुषों के मुकाबले बेहद कम होते हैं। यही वजह है कि शराब पीने पर उन्हें जल्दी और ज्यादा नशा होने लगता है और उन्हें होश नहीं रहता की वो किस दिशा में जा रही हैं।
आपको बता दे की महिलाओं की धड़कन पुरुषों के मुकाबले ज्यादा तेज चलती है। जहां पुरुषों में एक मिनट में 70 से 72 बार दिल धड़कता है, वहीं महिलाओं का दिल एक मिनट में 78 से 82 बार धड़कता है।
पुरुषों का दिल 180 ग्राम का होता है, महिलाओं का दिल सिर्फ 120 ग्राम का होता है। आकार में छोटा होने के कारण महिलाओं का दिल ज्यादा तेजी से धड़कता है। वही अक्सर देखा जाता हैं की महिलाएं किसी भी काम में जल्दी थक जाती हैं। इसकी वजह है कि महिलाओं की बॉडी क्लॉक पुरुषों के मुकाबले 1.7 से 2.3 घंटे आगे चलती है। इस कारण शाम होते ही उन्हें थकान महसूस होने लग जाती है।
Labels:
लाइफ स्टाइल
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
सैकड़ोंं सालों से एक खंबे पर खड़ा है ये मंदिर, पूरी होती है यहां बच्चे की दुआ
दुनिया भर से बड़ी संख्या में पर्यटक 'गंलु मंदिर' पहुंचते हैं। इस मंदिर में लोगों की दिलचस्पी भगवान से ज्यादा इस मंदिर की बनावट को देखने में रहती है। हो भी क्यों न, ये दुनिया का ऐसा एक मात्र मंदिर है, जो सिर्फ एक खंबे के सहारे खड़ा है।
'गंलु मंदिर' सन् 1146 से एक लकड़ी के एक खम्बे पर खड़ा है। चीन के दक्षिणपश्चिम के पहाड़ी हिस्से में बना ये मंदिर जमीन से 260 फुट ऊपर बना हुआ है।
इस मंदिर की मान्यता है कि जिन दंपतियों की संतान नहीं होती, भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना से जल्द ही उन्हें संतान सुख प्राप्त होता है।
इस मंदिर में भगवान बुद्ध की पूजा की जाती है। लेकिन भगवान बुद्ध के दर्शन करने से ज्यादा लोग इस खंबे को देखने आते हैं।
सालों पुराने इस मंदिर को 'ये जुकिया' नाम के शख्स ने अपनी मां की याद में बनवाया था। लेकिन सोचने वाली बात है कि ये मंदिर सालों बीतने के बाद भी लकड़ी के एक खंबे पर कैसे टिका रह सकता है।
Labels:
जरा हटके
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
पुणे की बेकरी में आग, अंदर सो रहे 6 कर्मियों की मौत
पुणे। पुणे की एक बेकरी में शुक्रवार तड़के आग लगने से अंदर सो रहे छह मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई।
पुणे पुलिस नियंत्रण अधिकारी के मुताबिक, शहर के कोंडवा में 'बेक्स एंड केक्स' बेकरी में यह आग सुबह लगभग 5.45 बजे लगी। ऐसा माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी।
यह छह मजदूर उत्तर भारत से काम की तलाश में यहां आए थे। बेकरी में आग लगने के समय मजदूर सोए हुए थे।
बचावकर्मियों का कहना है कि बेकरी मालिक ने बेकरी का बाहर से ताला रखा था जिससे मजदूर अंदर फंसे रहे और बचावकार्य गंभीर रूप से बाधित हुआ।
पुणे पुलिस नियंत्रण अधिकारी के मुताबिक, शहर के कोंडवा में 'बेक्स एंड केक्स' बेकरी में यह आग सुबह लगभग 5.45 बजे लगी। ऐसा माना जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी।
यह छह मजदूर उत्तर भारत से काम की तलाश में यहां आए थे। बेकरी में आग लगने के समय मजदूर सोए हुए थे।
बचावकर्मियों का कहना है कि बेकरी मालिक ने बेकरी का बाहर से ताला रखा था जिससे मजदूर अंदर फंसे रहे और बचावकार्य गंभीर रूप से बाधित हुआ।
Labels:
महाराष्ट्र,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
यूं करें वुलेन कपड़ों की देखभाल
सर्दियों में जितनी देखभाल की जरूरत हमारी त्वचा और बालों को होती है, उतनी ही उन्हें प्रोटेक्ट करने वाले वुलेन कपड़ों की भी। अगर वुलेन कपड़ों में दाग लग जाएं तो आसानी से नहीं जाते।
क्योंकि हम वुलेन कपड़ों को न तो ज्यादा रगड़ सकते हैं और ना ही उन पर कोई हार्स केमिकल का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा करने से वुलेन कपड़े समय से पहले ही पुराने होने लगते हैं और उनमें बब्लिंग भी होने लगती है।
ऐसे में आप अपने वुलेन कपड़ों की देखभाल के लिए ये टिप्स आजमा सकते हैं।
पानी में भिगो कर रखें
वुलेन में दाग लग जाए तो उसे सादा पानी में सर्फ डालकर कुछ देर के लिए भिगो दें और कुछ देर बाद उसे साफ कर लें। इससे वुलेन से तुरंत दाग निकल जाएगा. पर ध्यान रहे कि पानी गर्म न हो।क्योंकि इससे वुलेन कपड़े सिकुड़ भी सकते हैं।
दाग लगते ही धोना जरूरी
वुलेन कपड़ों पर चाय या सब्जी गिर गई है, तो उस जगह को तुरंत सादे पानी से धो दें. अगर आप उसे साफ करने की स्थिति में नहीं हैं तो उस पर पाउडर लगा दें. जब आप उसे धोएंगे, वह दाग आसानी से निकल जाएगा।
उल्टा कर धोएं कपड़े
वुलेन कपड़ों को धोने से पहले उन्हें पलट दें. यानी कि अंदर वाला हिस्सा ऊपर करके ही धोएं. इससे वुलेन कपड़ों में बब्लिंग नहीं आएगी।
माइल्ड हो सर्फ, साबुन
वुलेन कपड़ों से दाग हटाने के लिए उसे बहुत ज्यादा स्ट्रॉन्ग साबुन या सर्फ से ना धोएं। बाजार में वुलेन कपड़ों को धोने के लिए विशेष सर्फ भी आते हैं, आप उनका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आप मशीन में धो रहे हैं तो भी उसे माइल्ड मोड में ही रखें।
Labels:
लाइफ स्टाइल
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
प्रधानमंत्री ने कोयला खान दुर्घटना पर झारखंड के मुख्यमंत्री से की बात
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में कोयला खदान दुर्घटना में हुई मौतों पर शुक्रवार को दुख जताया और स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री रघुवर दास से बातचीत की।
मोदी ने ट्वीट कर कहा कि झारखंड में खान दुर्घटना में हुई मौतों से दुखी हूं। खान में फंसे लोगों के लिए दुआ कर रहा हूं। स्थिति को लेकर रघुवर दास से बात की है।
पीएम मोदी ने कहा कि समान्य स्थिति बहाल करने के लिए झारखंड सरकार और केंद्रीय ऊर्जा और कोयला मंत्री पीयूष गोयल काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल राहत और बचाव अभियान में व्यस्त है।
गोड्डा जिले में गुरुवार रात ‘ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड’ की लालमटिया खान प्रवेश स्थल पर धंस गई थी। अब तक कम से कम पांच शव निकाले गए हैं। 20 लोगों के अभी भी फंसे होने की आशंका है।
ईस्टर्न कोलफील्ड ने कहा कि उसके अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक दुर्घटना स्थल की ओर प्रस्थान कर गए हैं। जिला प्रशासन भी गुरुवार रात से दुर्घटना स्थल पर डेरा डाले हुए है और बचाव अभियान की निगरानी कर रहा है।
मोदी ने ट्वीट कर कहा कि झारखंड में खान दुर्घटना में हुई मौतों से दुखी हूं। खान में फंसे लोगों के लिए दुआ कर रहा हूं। स्थिति को लेकर रघुवर दास से बात की है।
पीएम मोदी ने कहा कि समान्य स्थिति बहाल करने के लिए झारखंड सरकार और केंद्रीय ऊर्जा और कोयला मंत्री पीयूष गोयल काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल राहत और बचाव अभियान में व्यस्त है।
गोड्डा जिले में गुरुवार रात ‘ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड’ की लालमटिया खान प्रवेश स्थल पर धंस गई थी। अब तक कम से कम पांच शव निकाले गए हैं। 20 लोगों के अभी भी फंसे होने की आशंका है।
ईस्टर्न कोलफील्ड ने कहा कि उसके अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक दुर्घटना स्थल की ओर प्रस्थान कर गए हैं। जिला प्रशासन भी गुरुवार रात से दुर्घटना स्थल पर डेरा डाले हुए है और बचाव अभियान की निगरानी कर रहा है।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
गुरुवार, 29 दिसंबर 2016
...तो आमिर की फिल्म 'दंगल' को बनने में लगे थे इतने साल
आमिर खान की फिल्म 'दंगल' ने इन दिनों काफी धूम मचाई हुई है। महावीर सिंह फोगाट और उनकी रेसलर बेटियों पर बनी इस फिल्म ने अपने पहले सप्ताह में ही 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर ली थी।
लेकिन क्या आपको पता है कि इस फिल्म को बनने में कितना समय लगा था।
हमारी टीम ने जब गीता से यह पूछा कि जब उन्हें पहली बार पता चला था कि आपके परिवार के ऊपर फिल्म बनने जा रही है तो आपका रिएक्शन क्या था, इसपर गीता ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया यह 6 साल पुरानी बात है। इस फिल्म को बनने में 6 साल लग गए।
गीता ने बताया कि इस फिल्म को बनने में 6 साल का समय लगा। 2010 में इस फिल्म के निर्देशक नितेश तिवारी 'पटियाला नेशनल कैंप' में आए थे, जहां उन्होंने बताया कि वह हमारे परिवार के ऊपर एक फिल्म बनाना चाहते हैं। उस समय बस बात हो कर रह गई। फिर इस सिलसिले में कई बार उनसे मिलना हुआ। पहले हमें यह नहीं पता था कि फिल्म में पापा का रोल कौन निभाएगा। बाद में नितेश ने आमिर खान को स्क्रिप्ट पढ़ाई और आमिर को स्क्रिप्ट पसंद भी आ गई। इस तरह फिल्म को बनने में 6 साल लग गए।
लेकिन क्या आपको पता है कि इस फिल्म को बनने में कितना समय लगा था।
हमारी टीम ने जब गीता से यह पूछा कि जब उन्हें पहली बार पता चला था कि आपके परिवार के ऊपर फिल्म बनने जा रही है तो आपका रिएक्शन क्या था, इसपर गीता ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया यह 6 साल पुरानी बात है। इस फिल्म को बनने में 6 साल लग गए।
गीता ने बताया कि इस फिल्म को बनने में 6 साल का समय लगा। 2010 में इस फिल्म के निर्देशक नितेश तिवारी 'पटियाला नेशनल कैंप' में आए थे, जहां उन्होंने बताया कि वह हमारे परिवार के ऊपर एक फिल्म बनाना चाहते हैं। उस समय बस बात हो कर रह गई। फिर इस सिलसिले में कई बार उनसे मिलना हुआ। पहले हमें यह नहीं पता था कि फिल्म में पापा का रोल कौन निभाएगा। बाद में नितेश ने आमिर खान को स्क्रिप्ट पढ़ाई और आमिर को स्क्रिप्ट पसंद भी आ गई। इस तरह फिल्म को बनने में 6 साल लग गए।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
11 साल पुराने मुथंगी मस्जिद विध्वंस केस में ओवैसी बरी
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को एक मामले में बड़ी राहत मिली है। उन्हें 2005 के मुथंगी मस्जिद विध्वंस मामले में गुरुवार को कोर्ट ने बरी कर दिया है। ओवैसी के अलावा 4 और लोगों को बरी किया गया है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को एक मामले में बड़ी राहत मिली है। उन्हें 2005 के मुथंगी मस्जिद विध्वंस मामले में गुरुवार को कोर्ट ने बरी कर दिया है। ओवैसी के अलावा 4 और लोगों को बरी किया गया है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को एक मामले में बड़ी राहत मिली है। उन्हें 2005 के मुथंगी मस्जिद विध्वंस मामले में गुरुवार को कोर्ट ने बरी कर दिया है। ओवैसी के अलावा 4 और लोगों को बरी किया गया है।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
समाजवादी परि’वार’ में घमासान, अखिलेश समर्थक लड़ेंगे पार्टी के खिलाफ चुनाव?
समाजवादी परि’वार’ में घमासान जारी है। अब टिकट बंटवारे पर अखिलेश और शिवपाल में ठन गई है। 325 पार्टी उम्मीदवारों की सूची सार्वजनिक होने के एक दिन बाद अखिलेश ने गुरुवार को एसपी सुप्रीमो और अपने पिता मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। मुलाकात में उन्होंने उम्मीदवारों के चयन पर अपनी नाराजगी जताई। दरअसल पार्टी का अंदरूनी घमासान तब और तेज हो गया जब एसपी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बेटे और सीएम अखिलेश को दरकिनार कर बुधवार को पार्टी के 325 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। अखिलेश को जिन पर ऐतराज था उन्हें भी टिकट दिए गए तो उनके कई करीबियों के पत्ते भी साफ हो गए। गुरुवार को सुबह से ही अखिलेश, मुलायम और शिवपाल के घरों के आगे नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई।
अखिलेश यादव ने गुरुवार को अपने वफादार मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात की। इस मुलाकात में सीएम के विश्वासपात्रों ने न केवल अमर सिंह और बेनी प्रसाद वर्मा पर जमकर भड़ास निकाली, बल्कि अखिलेश को उनका ‘बल’ भी याद दिलाया। समर्थकों ने अखिलेश को साफ मेसेज दिया कि वे उनके साथ हैं और अब बड़ा कदम उठाने का वक्त आ चुका है।
अखिलेश यादव ने गुरुवार को अपने वफादार मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात की। इस मुलाकात में सीएम के विश्वासपात्रों ने न केवल अमर सिंह और बेनी प्रसाद वर्मा पर जमकर भड़ास निकाली, बल्कि अखिलेश को उनका ‘बल’ भी याद दिलाया। समर्थकों ने अखिलेश को साफ मेसेज दिया कि वे उनके साथ हैं और अब बड़ा कदम उठाने का वक्त आ चुका है।
Labels:
उत्तर प्रदेश,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
नम आॅखों से दी पटवा को अंतिम बिदाई
नीमच : गुरूवार को पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा को नम आॅंखों से अंतिम बिदाई दे दी गई। बीजेपी के वरिष्ठ नेता पटवा का निधन बुधवार को हो गया था। गुरूवार की सुबह पटवा के पार्थिव शरीर को विशेष विमान के माध्यम से भोपाल से नीमच लाया गया था और फिर यहां कुकड़ेश्वर में उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
कुकड़ेश्वर में अंतिम दर्शन के लिये न केवल बीजेपी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे वहीं ग्रामीणों का भी तांता लगा रहा। अंतिम संस्कार के दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, छग के मुख्यमंत्री रमन सिंह आदि मौजूद रहे। गौरतलब है कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पटवा को श्रद्धांजलि देने के लिये भोपाल पहुंचे थे। पटवा के निधन पर प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ में भी तीन दिन का राजकीय शोक रहेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा का निधन, तीन दिन का राजकीय शोक घोषित
कुकड़ेश्वर में अंतिम दर्शन के लिये न केवल बीजेपी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे वहीं ग्रामीणों का भी तांता लगा रहा। अंतिम संस्कार के दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान, छग के मुख्यमंत्री रमन सिंह आदि मौजूद रहे। गौरतलब है कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पटवा को श्रद्धांजलि देने के लिये भोपाल पहुंचे थे। पटवा के निधन पर प्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़ में भी तीन दिन का राजकीय शोक रहेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा का निधन, तीन दिन का राजकीय शोक घोषित
Labels:
मध्य प्रदेश
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
अगर आप भी हैं ग्रीन टी के शौकीन तो संभलकर करें इसका इस्तेमाल, हो सकती है नुकसानदेह
आजकल लोगों में ग्रीन टी पीने का चलन खूब बढ़ रहा है। ग्रीन टी पीने के कई फायदे भी हैं। इससे जहां आपका मोटापा कम होता है वहीं आपकी त्वचा में भी निखार आता है। ग्रीन टी पीने के कुछ नुकसान भी हैं। कुछ बीमारियों में तो इसका सेवन काफी खतरनाक साबित हो सकता है। आज हम आपको बताएंगे कि ग्रीन टी का ज्यादा इस्तेमाल आपको ज्यादा बीमार कर सकता है।
-आपको यह बात तो पता होगी कि चाय में कैफीन होता है और वह शरीर को नुकसान पहुंचाता है। ठीक उसी तरह ग्रीन टी में भी कैफीन होता है। अगर आप ग्रीन टी का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो आपकी हृदयगति बढ़ जाती है। यह आपके नर्वस सिस्टम पर भी असर डालता है। इसके अधिक उपयोग से आप चिड़चिड़े हो जाते हैं।
-अगर आप हड्डी से जुड़ी किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो ग्रीन टी का इस्तेमाल न करें। इसके बावजूद अगर आप ग्रीन टी पीना चाहते हैं तो बिना डाॅक्टरी सलाह के इसका सेवन न करें।
-गर्भवती महिलाओं को ग्रीन टी का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए। अगर ऐसी महिलाएं ग्रीन टी ज्यादा पीती हैं तो उनके साथ-साथ उनके बच्चे के लिए भी यह नुकसानदायक साबित होता है। कई बार तो यह गर्भपात का भी कारण बनता है।
-ज्यादा ग्रीन टी पीना आपके पाचन तंत्र के लिए भी नुकसानदेह साबित हो सकता है। ज्यादा कैफीन आपके पाचन रस के बैलेंस को बिगाड़ देता है जिससे आपका पेट भी खराब हो सकता है। ग्रीन टी में मौजूद टैनिन आपके पेट को खराब कर सकता है क्योंकि ग्रीन टी पीने से पेट में एसिड अधिक बनने लगता है। जिन लोगों को पेट की समस्या रहती है खासतौर पर एसिडिटी होती है उन्हें ग्रीन टी पीने से बचना चाहिए।
-अगर आप मोतियाबिंद के मरीज हैं तो आपको ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को इसे पीते ही आंखों पर दबाव महसूस होने लगता है। इस हालत में ग्रीन टी आपकी समस्या को और बढ़ सकता है।
-अगर आप कोई एंटीबायोटिक दवाएं ले रहे हैं तो भी आपको ग्रीन टी के इस्तेमाल ससे बचना चाहिए। बहुत सारी ऐसी दवाएं हैं जिनमें ग्रीन टी का सेवन करने से शरीर में साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
-एनीमिया यानी की शरीर में खून की कमी से जूझ रहे लोगों को भी ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए। ऐसे लोगों में एनीमिया के चलते शरीर में आयरन की कमी हो जाती है जिससे हीमोग्लोबीन बनना कम हो जाता है।
-सांस संबंधी बीमारी वाले लोगों को भी ग्रीन टी के उपयोग से बचना चाहिए। इससे अनिंद्रा की बीमारी और नर्वसनेस हो सकती है। ग्रीन टी को क्लोजैपाइन और लिथियम जैसी ड्रग्स के साथ भी नहीं लेना चाहिए। इससे दवाओं का असर कम हो जाता है। ग्रीन टी को मोनोमाइन ओक्सीडेस और स्टीरियोआइसोमर जैसी ड्रग्स के साथ भी नहीं लेना चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ जाता है।
-आपको यह बात तो पता होगी कि चाय में कैफीन होता है और वह शरीर को नुकसान पहुंचाता है। ठीक उसी तरह ग्रीन टी में भी कैफीन होता है। अगर आप ग्रीन टी का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो आपकी हृदयगति बढ़ जाती है। यह आपके नर्वस सिस्टम पर भी असर डालता है। इसके अधिक उपयोग से आप चिड़चिड़े हो जाते हैं।
-अगर आप हड्डी से जुड़ी किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो ग्रीन टी का इस्तेमाल न करें। इसके बावजूद अगर आप ग्रीन टी पीना चाहते हैं तो बिना डाॅक्टरी सलाह के इसका सेवन न करें।
-गर्भवती महिलाओं को ग्रीन टी का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए। अगर ऐसी महिलाएं ग्रीन टी ज्यादा पीती हैं तो उनके साथ-साथ उनके बच्चे के लिए भी यह नुकसानदायक साबित होता है। कई बार तो यह गर्भपात का भी कारण बनता है।
-ज्यादा ग्रीन टी पीना आपके पाचन तंत्र के लिए भी नुकसानदेह साबित हो सकता है। ज्यादा कैफीन आपके पाचन रस के बैलेंस को बिगाड़ देता है जिससे आपका पेट भी खराब हो सकता है। ग्रीन टी में मौजूद टैनिन आपके पेट को खराब कर सकता है क्योंकि ग्रीन टी पीने से पेट में एसिड अधिक बनने लगता है। जिन लोगों को पेट की समस्या रहती है खासतौर पर एसिडिटी होती है उन्हें ग्रीन टी पीने से बचना चाहिए।
-अगर आप मोतियाबिंद के मरीज हैं तो आपको ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को इसे पीते ही आंखों पर दबाव महसूस होने लगता है। इस हालत में ग्रीन टी आपकी समस्या को और बढ़ सकता है।
-अगर आप कोई एंटीबायोटिक दवाएं ले रहे हैं तो भी आपको ग्रीन टी के इस्तेमाल ससे बचना चाहिए। बहुत सारी ऐसी दवाएं हैं जिनमें ग्रीन टी का सेवन करने से शरीर में साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
-एनीमिया यानी की शरीर में खून की कमी से जूझ रहे लोगों को भी ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए। ऐसे लोगों में एनीमिया के चलते शरीर में आयरन की कमी हो जाती है जिससे हीमोग्लोबीन बनना कम हो जाता है।
-सांस संबंधी बीमारी वाले लोगों को भी ग्रीन टी के उपयोग से बचना चाहिए। इससे अनिंद्रा की बीमारी और नर्वसनेस हो सकती है। ग्रीन टी को क्लोजैपाइन और लिथियम जैसी ड्रग्स के साथ भी नहीं लेना चाहिए। इससे दवाओं का असर कम हो जाता है। ग्रीन टी को मोनोमाइन ओक्सीडेस और स्टीरियोआइसोमर जैसी ड्रग्स के साथ भी नहीं लेना चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ जाता है।
Labels:
लाइफ स्टाइल
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
बर्थडे स्पेशल : - एक 'कलाकार' जो अपनी मेहनत से बना बॉलीवुड का पहला 'सुपरस्टार'
भारतीय सिनेमा के 100 साल के स्वर्णिम इतिहास को जब भी याद किया जाएगा, उसमें सुपरस्टार राजेश खन्ना का जिक्र जरुर होगा। अगर सिनेमा को दशकों में बांटा जाए तो 70 के दशक को पूरी तरह के राजेश खन्ना का दशक कहा जा सकता है। राजेश खन्ना को हिन्दी सिनेमा में जो मुकाम हासिल हुआ, वो बहुत कम लोगों को हासिल हुआ है। लोग उन्हें बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार कहते हैं, राजेश खन्ना को भी सुपरस्टार की जिदंगी जीने की आदत थी। गुजरे जमाने के इसी दिग्गज अभिनेता राजेश खन्ना का गुरुवार को जन्मदिन है। साल 1942 में 29 दिसंबर के दिन ही पैदा हुए थे। 'काका' की बर्थ एनिवर्सरी पर हम आपको बतातें हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ अहम बातें ...
1. अभिनय ही था पहला प्यार
29 दिसंबर 1942 को जन्मे राजेश खन्ना को उनके एक नजदीकी रिश्तेदार ने गोद लिया था और बहुत ही लाड़-प्यार से उन्हें पाला गया। वह स्कूल और कॉलेज के जमाने से ही एक्टिंग की ओर आकर्षित थे। फिल्म में काम पाने के लिए उन्होंने निर्माताओं के दफ्तर के चक्कर लगाए। स्ट्रगलर होने के बावजूद वह इतनी महंगी कार में निर्माताओं के यहां जाते थे कि उस दौर के हीरो के पास भी वैसी कार नहीं थी।
2. जीती टैलेंट हंट प्रतियोगित
साल 1965 में यूनाइटेड प्रोड्यूसर्स और फिल्मफेअर ने नए हीरो की खोज के लिए टैलेंट हंट का आयोजन किया था। प्रतियोगिता के फाइनल में दस हजार में से आठ लड़के चुने गए थे, जिनमें से राजेश खन्ना विजेता घोषित हुए। राजेश खन्ना का वास्तविक नाम जतिन खन्ना है,अपने अंकल के कहने पर उन्होंने नाम बदला था।
3. ‘आखिरी खत’ से शुरू हुआ सफर
टैलेंट हंट प्रतियोगिता जीतते ही राजेश खन्ना का संघर्ष खत्म हुआ। सबसे पहले उन्हें ‘राज’ फिल्म के लिए जीपी सिप्पी ने साइन किया, जिसमें बबीता जैसी बड़ी स्टार थीं। राजेश की पहली प्रदर्शित फिल्म का नाम ‘आखिरी खत’ है, जो 1966 में रिलीज हुई थी।
4. बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार
साल 1969 में रिलीज हुई 'आराधना' और 'दो रास्ते' की सफलता के बाद राजेश खन्ना सीधे शिखर पर जा बैठे। उन्हें सुपरस्टार घोषित कर दिया गया और लोगों के बीच उन्हें अपार लोकप्रियता हासिल हुई। माना जाता है कि आजतक वैसी लोकप्रियता किसी स्टार को हासिल नहीं हुई जो राजेश को हासिल हुई थी।
5. ऊपर आका और नीचे काका
साल 1969 से 1975 के बीच राजेश खन्ना ने कई सुपरहिट फिल्में दीं। उस दौर में उनका क्रेज ऐसा था कि पैदा हुए ज्यादातर लड़कों के नाम राजेश रखे गए। फिल्म इंडस्ट्री में राजेश को प्यार से 'काका' कहा जाता था। जब वे सुपरस्टार थे तब एक कहावत बड़ी मशहूर थी- ऊपर आका और नीचे काका।
6. लड़कियों के बीच काका का क्रेज
लड़कियों के बीच राजेश खन्ना बेहद लोकप्रिय थे। लड़कियों ने उन्हें खून से खत लिखे। उनकी फोटो से शादी कर ली। कुछ ने अपने हाथ या जांघ पर राजेश का नाम गुदवा लिया। कई लड़कियां उनका फोटो तकिये के नीचे रखकर सोती थीं। राजेश खन्ना की सफेद रंग की कार को देखकर लड़कियां उस कार को ही चूम लेती थीं।
7. सिखाए प्यार के ढाई अक्षर
राजेश खन्ना को रोमांटिक हीरो के रूप में बेहद पसंद किया गया। उनकी आंख झपकाने और गर्दन टेढ़ी करने की अदा के लोग दीवाने हो गए। उनके द्वारा पहने गए कुर्त्ते खूब प्रसिद्ध हुए। आनंद फिल्म राजेश खन्ना के करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्म मानी जा सकती है, जिसमें उन्होंने कैंसर से ग्रस्त जिंदादिल युवक की भूमिका निभाई।
8. मुमताज संग जोड़ी हिट
मुमताज और शर्मिला टैगोर के साथ राजेश खन्ना की जोड़ी को काफी पसंद किया गया। मुमताज के साथ उन्होंने 8 सुपरहिट फिल्में दीं। मुमताज ने शादी कर फिल्म को अलविदा कहने का मन बना लिया। उनके इस निर्णय से राजेश को बहुत दुख हुआ।
9. कम होने लगा काका का क्रेज
जंजीर और शोले जैसी एक्शन फिल्मों की सफलता और अमिताभ बच्चन के उदय ने राजेश खन्ना की लहर को थाम लिया। लोग एक्शन फिल्में पसंद करने लगे और 1975 के बाद राजेश की कई रोमांटिक फिल्में असफल रहीं।
10. और चमक गई अमिताभ की किस्मत
राजेश खन्ना ने उस समय कई महत्वपूर्ण फिल्में ठुकरा दी, जो बाद में अमिताभ को मिली। यही फिल्में अमिताभ के सुपरस्टार बनने की सीढ़ियां साबित हुईं। अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना ने आनंद और नमक हराम नामक फिल्मों में साथ काम किया है। इन दोनों फिल्मों में राजेश के रोल अमिताभ के मुकाबले सशक्त हैं।
11.कई हिट फिल्मों में किया काम
राजेश खन्ना ने अपने चार दशक के लंबे सफर के दौरान लगभग 125 फिल्मों में काम किया। जिनमें 'आराधना', 'इत्तफाक', 'दो रास्ते', 'बंधन', 'डोली', 'सफर', 'खामोशी', 'कटी पतंग', 'आन मिलो सजना', 'ट्रेन', 'आनंद', 'सच्चा झूठा', 'दुश्मन', 'महबूब की मेहंदी', 'हाथी मेरे साथी' शामिल है।
12. और चले गए 'काका'
साल 18 जुलाई 2012 को वे इस दुनिया को अलविदा कह गए। काका आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके द्वारा निभाए गए किरदार और गाने आज भी उनके चहेते के दिलों में बसे हुए हैं। वह सही मायनों में बॉलीवुड के पहले सुपर स्टार थे।
1. अभिनय ही था पहला प्यार
29 दिसंबर 1942 को जन्मे राजेश खन्ना को उनके एक नजदीकी रिश्तेदार ने गोद लिया था और बहुत ही लाड़-प्यार से उन्हें पाला गया। वह स्कूल और कॉलेज के जमाने से ही एक्टिंग की ओर आकर्षित थे। फिल्म में काम पाने के लिए उन्होंने निर्माताओं के दफ्तर के चक्कर लगाए। स्ट्रगलर होने के बावजूद वह इतनी महंगी कार में निर्माताओं के यहां जाते थे कि उस दौर के हीरो के पास भी वैसी कार नहीं थी।
2. जीती टैलेंट हंट प्रतियोगित
साल 1965 में यूनाइटेड प्रोड्यूसर्स और फिल्मफेअर ने नए हीरो की खोज के लिए टैलेंट हंट का आयोजन किया था। प्रतियोगिता के फाइनल में दस हजार में से आठ लड़के चुने गए थे, जिनमें से राजेश खन्ना विजेता घोषित हुए। राजेश खन्ना का वास्तविक नाम जतिन खन्ना है,अपने अंकल के कहने पर उन्होंने नाम बदला था।
3. ‘आखिरी खत’ से शुरू हुआ सफर
टैलेंट हंट प्रतियोगिता जीतते ही राजेश खन्ना का संघर्ष खत्म हुआ। सबसे पहले उन्हें ‘राज’ फिल्म के लिए जीपी सिप्पी ने साइन किया, जिसमें बबीता जैसी बड़ी स्टार थीं। राजेश की पहली प्रदर्शित फिल्म का नाम ‘आखिरी खत’ है, जो 1966 में रिलीज हुई थी।
4. बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार
साल 1969 में रिलीज हुई 'आराधना' और 'दो रास्ते' की सफलता के बाद राजेश खन्ना सीधे शिखर पर जा बैठे। उन्हें सुपरस्टार घोषित कर दिया गया और लोगों के बीच उन्हें अपार लोकप्रियता हासिल हुई। माना जाता है कि आजतक वैसी लोकप्रियता किसी स्टार को हासिल नहीं हुई जो राजेश को हासिल हुई थी।
5. ऊपर आका और नीचे काका
साल 1969 से 1975 के बीच राजेश खन्ना ने कई सुपरहिट फिल्में दीं। उस दौर में उनका क्रेज ऐसा था कि पैदा हुए ज्यादातर लड़कों के नाम राजेश रखे गए। फिल्म इंडस्ट्री में राजेश को प्यार से 'काका' कहा जाता था। जब वे सुपरस्टार थे तब एक कहावत बड़ी मशहूर थी- ऊपर आका और नीचे काका।
6. लड़कियों के बीच काका का क्रेज
लड़कियों के बीच राजेश खन्ना बेहद लोकप्रिय थे। लड़कियों ने उन्हें खून से खत लिखे। उनकी फोटो से शादी कर ली। कुछ ने अपने हाथ या जांघ पर राजेश का नाम गुदवा लिया। कई लड़कियां उनका फोटो तकिये के नीचे रखकर सोती थीं। राजेश खन्ना की सफेद रंग की कार को देखकर लड़कियां उस कार को ही चूम लेती थीं।
7. सिखाए प्यार के ढाई अक्षर
राजेश खन्ना को रोमांटिक हीरो के रूप में बेहद पसंद किया गया। उनकी आंख झपकाने और गर्दन टेढ़ी करने की अदा के लोग दीवाने हो गए। उनके द्वारा पहने गए कुर्त्ते खूब प्रसिद्ध हुए। आनंद फिल्म राजेश खन्ना के करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्म मानी जा सकती है, जिसमें उन्होंने कैंसर से ग्रस्त जिंदादिल युवक की भूमिका निभाई।
8. मुमताज संग जोड़ी हिट
मुमताज और शर्मिला टैगोर के साथ राजेश खन्ना की जोड़ी को काफी पसंद किया गया। मुमताज के साथ उन्होंने 8 सुपरहिट फिल्में दीं। मुमताज ने शादी कर फिल्म को अलविदा कहने का मन बना लिया। उनके इस निर्णय से राजेश को बहुत दुख हुआ।
9. कम होने लगा काका का क्रेज
जंजीर और शोले जैसी एक्शन फिल्मों की सफलता और अमिताभ बच्चन के उदय ने राजेश खन्ना की लहर को थाम लिया। लोग एक्शन फिल्में पसंद करने लगे और 1975 के बाद राजेश की कई रोमांटिक फिल्में असफल रहीं।
10. और चमक गई अमिताभ की किस्मत
राजेश खन्ना ने उस समय कई महत्वपूर्ण फिल्में ठुकरा दी, जो बाद में अमिताभ को मिली। यही फिल्में अमिताभ के सुपरस्टार बनने की सीढ़ियां साबित हुईं। अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना ने आनंद और नमक हराम नामक फिल्मों में साथ काम किया है। इन दोनों फिल्मों में राजेश के रोल अमिताभ के मुकाबले सशक्त हैं।
11.कई हिट फिल्मों में किया काम
राजेश खन्ना ने अपने चार दशक के लंबे सफर के दौरान लगभग 125 फिल्मों में काम किया। जिनमें 'आराधना', 'इत्तफाक', 'दो रास्ते', 'बंधन', 'डोली', 'सफर', 'खामोशी', 'कटी पतंग', 'आन मिलो सजना', 'ट्रेन', 'आनंद', 'सच्चा झूठा', 'दुश्मन', 'महबूब की मेहंदी', 'हाथी मेरे साथी' शामिल है।
12. और चले गए 'काका'
साल 18 जुलाई 2012 को वे इस दुनिया को अलविदा कह गए। काका आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके द्वारा निभाए गए किरदार और गाने आज भी उनके चहेते के दिलों में बसे हुए हैं। वह सही मायनों में बॉलीवुड के पहले सुपर स्टार थे।
Labels:
सिनेजगत
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
कर्ज धारकों के लिए खुशखबरी; आरबीआई ने कर्ज चुकाने की समयसीमा 60 दिन से बढ़ाकर 90 दिन की
नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) आम जनता की परेशानियों को कम करने के लिए हर रोज नियमों में बदलाव कर रही है। आरबीआई ने बैंको से कर्ज लिए लोगों को बड़ी राहत देते हुये किस्त चुकाने की समयसीमा को 60 दिन से बढ़ाकर 90 दिन करने की घोषणा की है।
आरबीआई द्वारा दी गयी प्रैस विज्ञप्ति में ऋणदाता बैंकों से एक करोड़ रुपये तक के आवास, कार, कृषि और अन्य ऋणों की अदायगी के लिए ऋणग्राहियों को 90 दिन का समय देने को कहा है। रिज़र्व बैंक ने अधिसूचना में कहा है कि मौजूदा साठ दिन के अलावा और तीस दिन का समय देने का निर्णय लिया गया है। यह नियम बैंकों और गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थानों (एनबीएफसी) दोनों के कर्जों के मामले में लागू होगा।
जिसके बाद ऋण लेने वाले व्यक्तियों के खातों को अब डूबे ऋण खातों की श्रेणी में डालने से पहले कुल 90 दिन का समय मिलेगा। अधिसूचना के अनुसार यह नियम 1 नवंबर और 31 दिसंबर के बीच दी जाने वाली किश्तों पर लागू होगा। इसमें यह भी कहा गया है कि एक करोड़ रुपये या इससे कम धनराशि के स्वीकृत चालू कार्यशील पूंजी खातों या फसल ऋण खातों पर यह सुविधा दी जाएगी।
आरबीआई द्वारा दी गयी प्रैस विज्ञप्ति में ऋणदाता बैंकों से एक करोड़ रुपये तक के आवास, कार, कृषि और अन्य ऋणों की अदायगी के लिए ऋणग्राहियों को 90 दिन का समय देने को कहा है। रिज़र्व बैंक ने अधिसूचना में कहा है कि मौजूदा साठ दिन के अलावा और तीस दिन का समय देने का निर्णय लिया गया है। यह नियम बैंकों और गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थानों (एनबीएफसी) दोनों के कर्जों के मामले में लागू होगा।
जिसके बाद ऋण लेने वाले व्यक्तियों के खातों को अब डूबे ऋण खातों की श्रेणी में डालने से पहले कुल 90 दिन का समय मिलेगा। अधिसूचना के अनुसार यह नियम 1 नवंबर और 31 दिसंबर के बीच दी जाने वाली किश्तों पर लागू होगा। इसमें यह भी कहा गया है कि एक करोड़ रुपये या इससे कम धनराशि के स्वीकृत चालू कार्यशील पूंजी खातों या फसल ऋण खातों पर यह सुविधा दी जाएगी।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
अब कार्यस्थल पर महिला उत्पीड़न करनेवालों की खैर नहीं; महज 30 दिनों में पूरी होगी जांच
नई दिल्ली: केंद्र ने अपने मंत्रालयों और विभागों से कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न से जुड़ी जांच के मामलों को शिकायत की तारीख से तीस दिन के भीतर और कुछ खास मामलों में नब्बे दिन के भीतर पूरी करने को कहा है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 के बारे में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया। बैठक के दौरान विभिन्न मंत्रालयों, विभागों में यौन उत्पीड़न के लंबित मामलों की भी जांच की गई।
गांधी ने बहुत जल्द जारी किए गए दिशा-निर्देशों के लिए डीओपीटी की सराहना करते हुए कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न से संबंधित मुद्दों पर लगातार काम करेगा और अगर उसे किसी अन्य क्षेत्रों में भी जरूरत पड़ती है तो इस बारे में आगे विचार-विमर्श करेगा। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने केन्द्र सरकार के मंत्रालयों व विभागों के तहत आंतरिक शिकायत समिति के प्रमुखों को प्रशिक्षित करने के लिए एक व्यापक योजना तैयार करेगी।
गांधी ने बहुत जल्द जारी किए गए दिशा-निर्देशों के लिए डीओपीटी की सराहना करते हुए कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न से संबंधित मुद्दों पर लगातार काम करेगा और अगर उसे किसी अन्य क्षेत्रों में भी जरूरत पड़ती है तो इस बारे में आगे विचार-विमर्श करेगा। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने केन्द्र सरकार के मंत्रालयों व विभागों के तहत आंतरिक शिकायत समिति के प्रमुखों को प्रशिक्षित करने के लिए एक व्यापक योजना तैयार करेगी।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
बांदीपोरा में सुरक्षाबलों पर आतंकी हमला, 2 जवान घायल
नई दिल्ली: जम्मू एवं कश्मीर में गुरुवार को आतंकवादियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में सेना के दो जवान घायल हो गए। सुरक्षाबलों ने खुफिया जानकारी मिलने के बाद बांदीपोरा जिले के शाहगुंड (हाजिन) गांव को चारों ओर से घेर लिया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिले में हाजिन इलाके के शाहगुंदगांव में उग्रवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिले में हाजिन इलाके के शाहगुंदगांव में उग्रवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया।
जब सुरक्षाबलों ने क्षेत्र को चारों ओर से घेर लिया तो आतंकवादियों ने गोलीबारी करनी शुरू कर दी जिसमें सेना के दो जवान घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और आतंकवादियों के ठिकानों की तलाश की जा रही है।
Labels:
जम्मू और कश्मीर,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
हे प्रभु! यूपी के बाद मुंबई में ट्रेन हादसा, 5 कोच पटरी से उतरे
मुंबई. मुंबई की जीवनरेखा कही जाने वाली लोकल ट्रेन आज बेपटरी हो गई. हादसा कल्याण-करजात रूट पर हुआ , जहां कुर्ला-अंबरनाथ लोकल ट्रेन की 5 बोगियां पटरी से उतर गई. इस दौरान कल्याण-करजात रूट पर सेवाएं बाधित हो गई. घटना में किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान होने की खबर नहीं है. कुछ देर बाद इस रूट पर सेवाएं सामान्य हो गईं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटना के चलते CST पुणे डेक्कन क्वीन और CST- पुणे इंटरसिटी एक्सप्रेंस की रद्द कर दी गई है. साथ ही मध्य रेलवे ने स्थानीय म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन से आग्रह किया है कि कल्याण अंबरनाथ रोड पर ज्यादा बसें चलवाई जाएं.
गौरतलब है कि बुधवार को ही उत्तर प्रदेश के कानपुर में सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 28 लोग घायल हो गए थे. ये कानपुर में दूसरी रेल दुर्घटना थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटना के चलते CST पुणे डेक्कन क्वीन और CST- पुणे इंटरसिटी एक्सप्रेंस की रद्द कर दी गई है. साथ ही मध्य रेलवे ने स्थानीय म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन से आग्रह किया है कि कल्याण अंबरनाथ रोड पर ज्यादा बसें चलवाई जाएं.
गौरतलब है कि बुधवार को ही उत्तर प्रदेश के कानपुर में सियालदाह-अजमेर एक्सप्रेस के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई जबकि 28 लोग घायल हो गए थे. ये कानपुर में दूसरी रेल दुर्घटना थी.
यहां कानपुर देहात के रूरा स्टेशन के पास ट्रेन की 15 बोगियां पटरी से उतर गईं. रेलवे के मुताबिक, कुल 15 डिब्बे पटरी से उतरे, जिसमें 13 स्लीपर क्लास के थे. घटना पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि यह दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.
Labels:
महाराष्ट्र,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
50 दिन की अवधि के बाद मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए : कांग्रेस
नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुरुवार को मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब नववर्ष की पूर्वसंध्या पर बोलें तो उन्हें नोटबंदी की वजह से जनता को हुई परेशानियों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी ने छह जनवरी से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया। नोटबंदी के बाद 50 दिन की सीमा खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री देश को संबोधित कर सकते हैं।
मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री ऐसी घोषणाएं बहुत अच्छी तरह करते हैं जो वास्तविकता से दूर होती हैं। उन्होंने जयपुर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नोटबंदी को 50 दिन होने के बाद भी सामान्य स्थिति बहाल नहीं हुई है।
सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का नोटबंदी का कदम ‘देशबंदी’ बन गया है। विकास रक गया है। यह घोटाला है और गैरजरूरी कदम है। इससे देश में आर्थिक अस्थिरता आई है। देशभर में नकदी संकट की वजह से कई लोगों की जान चली गयी। यह देश के गरीबों पर सर्जिकल स्ट्राइक है और उन्हें बहुत परेशानी हुई है।
उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी के ऐलान के बाद पिछले 50 दिन में 115 लोगों की मौत हो गई। रिजर्व बैंक ने अपने नियमों को 126 बार बदला है और बंद कर दी गई मुद्रा की छपाई में 8 माह लग जाएंगे। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि छह जनवरी से लेकर हम पूरे देश में नोटबंदी के खिलाफ लगातार प्रदर्शन करेंगे।
हम शोक-संतप्त परिवारों के लिए मुआवजे की, व्यापारियों और आम आदमी के लिए बिक्री कर में छूट की मांग करते हैं। कांग्रेस नेता मीम अफजल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अब तक पीडि़तों के लिए सहानुभूति का एक शब्द तक नहीं बोला है, माफी की बात तो भूल जाइए।
उन्होंने श्रीनगर में मीडिया से कहा कि लेकिन हम उनसे अपेक्षा करते हैं कि जब वह अपने मांगे 50 दिन पूरे होने पर इस मुद्दे पर बोलें तो माफी मांगें। अफजल ने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ नए रोजगार सृजन का वादा किया था लेकिन ढाई साल में केवल डेढ़ लाख नौकरियां पैदा हुईं। पिछले माह नोटबंदी के ऐलान के बाद कम से कम 10 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए।
मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री ऐसी घोषणाएं बहुत अच्छी तरह करते हैं जो वास्तविकता से दूर होती हैं। उन्होंने जयपुर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नोटबंदी को 50 दिन होने के बाद भी सामान्य स्थिति बहाल नहीं हुई है।
सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का नोटबंदी का कदम ‘देशबंदी’ बन गया है। विकास रक गया है। यह घोटाला है और गैरजरूरी कदम है। इससे देश में आर्थिक अस्थिरता आई है। देशभर में नकदी संकट की वजह से कई लोगों की जान चली गयी। यह देश के गरीबों पर सर्जिकल स्ट्राइक है और उन्हें बहुत परेशानी हुई है।
उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी के ऐलान के बाद पिछले 50 दिन में 115 लोगों की मौत हो गई। रिजर्व बैंक ने अपने नियमों को 126 बार बदला है और बंद कर दी गई मुद्रा की छपाई में 8 माह लग जाएंगे। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि छह जनवरी से लेकर हम पूरे देश में नोटबंदी के खिलाफ लगातार प्रदर्शन करेंगे।
हम शोक-संतप्त परिवारों के लिए मुआवजे की, व्यापारियों और आम आदमी के लिए बिक्री कर में छूट की मांग करते हैं। कांग्रेस नेता मीम अफजल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अब तक पीडि़तों के लिए सहानुभूति का एक शब्द तक नहीं बोला है, माफी की बात तो भूल जाइए।
उन्होंने श्रीनगर में मीडिया से कहा कि लेकिन हम उनसे अपेक्षा करते हैं कि जब वह अपने मांगे 50 दिन पूरे होने पर इस मुद्दे पर बोलें तो माफी मांगें। अफजल ने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल दो करोड़ नए रोजगार सृजन का वादा किया था लेकिन ढाई साल में केवल डेढ़ लाख नौकरियां पैदा हुईं। पिछले माह नोटबंदी के ऐलान के बाद कम से कम 10 करोड़ लोग बेरोजगार हो गए।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
4 जनवरी को हो सकता है यूपी समेत 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान
नई दिल्ली : यूपी, पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को लेकर गर्मी बढ़ गई है. खबर है कि इन पांचों राज्यों में चुनावों की तारीख का ऐलान 4 जनवरी को चुनाव आयोग कर सकता है.
कहा जा रहा है कि संशोधित मतदाता सूची के प्रकाशन से पहले चुनाव आयोग मतदान की तारीखों का ऐलान नहीं करना चाहता है, लेकिन सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान एक हफ्ते के अंदर कर सकता है.
बताया जा रहा है कि यूपी में 7 चरणों में मतदान होगा, वहीं अन्य राज्यों के चुनाव एक ही दिन में कराए जा सकते हैं. साथ ही खबर है कि यूपी विधानसभा चुनाव 7 फरवरी से मार्च 2017 के पहले सप्ताह के बीच संपन्न हो सकते हैं.
आयोग ने कैबिनेट सचिव और चुनाव वाले राज्यों के मुख्य सचिवों को भेजे पत्र में आदर्श चुनाव आचार संहिता के निर्देशों का पालन करने का आदेश दिया है. आयोग ने चेतावनी दी की कि इनका पालन करना जरूरी होगा. आयोग ने इसके लिए पूरी सूची तैयार की है कि पार्टियों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
चुनाव के मद्देनजर सभी पार्टियों भी तैयार हैं. एक ओर बीजेपी ने जहां हाल ही में अपनी परिवर्तन यात्रा पूरी की है, वहीं यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रैलियां कर रहे हैं और अपनी उपलब्धियां गिना रहे हैं.
दूसरी बसपा सुप्रीमो मायावती भी किसी पार्टी पर हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ नहीं रही हैं. चुनाव की तैयरियां कहां तक पहुंची है इसकी झलक तमाम पार्टी के नेताओं के भाषण में साफ-साफ देखने को मिल रही है.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
अम्मा की मौत पर मद्रास HC ने जताया संदेह, कहा- जांच के लिए क्यों नहीं निकाल सकते शव ?
चेन्नई : तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की मौत पर अब मद्रास हाईकोर्ट ने भी संदेह जताया है. कोर्ट ने मौत से जुड़ी हुई एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा है कि सच्चाई सामने लाने के लिए क्यों नहीं निकाल सकते उनका शव बाहर ?
हाईकोर्ट के जज वैद्यनाथन ने कहा, 'मीडिया ने जयललिता की मौत पर कई आशंकाएं जताई है, मुझे भी इस मामले में कई आशंकाए हैं.'
वैद्यनाथन ने अम्मा का शव बाहर निकालने की बात करते हुए कहा कि जब उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था तो कहा गया था कि वह प्रॉपर डाइट पर हैं, लेकिन अब जब उनकी मौत हो गई है तो कम से कम सच तो सामने आना ही चाहिए.
उन्होंने कहा कि सच सामने लाने के लिए जयललिता का शव कब्र से क्यों नहीं बाहर निकाला जा सकता है? इस मुद्दे पर मद्रास हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार, राज्य सरकार और अपोलो अस्पताल के प्रशासन को नोटिस जारी करते हुए सच सामने लाने के लिए शव को बाहर निकालने का सवाल पूछा है.
बता दें कि जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके पार्टी कार्यकर्ता पी.ए. जॉसेफ ने मौत की जांच से जुड़ी हुई याचिका कोर्ट में दायर की थी. इसमें मांग की गई है कि निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जजों की एक कमिटी बनाई जाए जो इस मामले में सभी मेडिकल रिकॉर्ड्स की जांच करे.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
कांग्रेस के आरोपों को भाजपा ने किया खारिज, झूठे आरोप पर दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
नई दिल्ली : गुरुवार को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर कालेधन को खपाने का आरोप लगाया था जिसके बीजेजी ने कांग्रेस पर पलटवार किया। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे बेबुनियाद आरोपों के खिलाफ वह कानूनी कार्रवाई पर भी विचार कर सकती है।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला के उस आरोप का जवाब दे रहे थे, जिसमें उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का नाम लेते हुए लखनऊ बीजेपी दफ्तर में 3 करोड़ रुपए कैश पहुंचाने का आरोप लगाया था। प्रसाद ने कांग्रेस को भ्रष्टाचार और भ्रष्ट लोगों को सबसे बड़ा संरक्षक बताया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए प्रसाद ने कहा, 'सबूत हैं तो तरीके से बात करें, बेबुनियाद आरोप लगाने पर हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। रोजाना झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं, पर हम विचलित नहीं होने वाले।' केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पूरे देश में चुनाव हार रही है, पर उसे भ्रष्ट लोगों से इतना प्रेम है कि वह सुधरने के बजाय वही भाषा बोल रही है। उन्होंने कहा, 'मैं साफ करना चाहूंगा कि पीएम या अमित शाह का महेश शाह नाम के किसी व्यापारी से कोई संबंध नहीं है।'
प्रसाद ने कहा कि देशभर में कालेधन के खिलाफ चल रही कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा, 'जहां से भी शिकायत आ रही है, जांच एजेंसियां कार्रवाई कर रही हैं। बीजेपी के लोगों पर भी कार्रवाई हो रही है। मध्यप्रदेश में मामला सामने आया तो कार्रवाई की गई।'
वहीं यह पूछे जाने पर कि नोटबंदी के बाद कितना कालाधन पकड़ा गया, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह आंकड़ा आरबीआई की ओर से जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो पैसा बैंकों में जमा हुआ है उसकी I-T जांच के बाद ही यह आंकड़ा दे पाना संभव होगा। उन्होंने नोटबंदी का समर्थन करने के लिए देश के लोगों को बीजेपी की ओर से धन्यवाद दिया।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
कुछ ही देर में बैटरी हो जायेगी फुल चार्ज, इन तरीकों से करें मोबाइल चार्ज
हम में से कई लोग उस वक्त बेसब्र हो जाते हैं जब हमें मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करना होता है और फ़ोन के पूरे चार्ज होने तक हमें कई घंटे तक इंतज़ार करना पड़ता है। हालांकि इसके समाधान का कोई जादुई तरीका नहीं है। लेकिन कुछ तरीके हैं जो बैटरी को अच्छे ख़ासे तरीक़े से चार्ज करने में लगनेवाले समय को कम कर सकते हैं।
मोबाइल को फ्लाइट मोड पर डाल दें
ये एक बहुत साधारण सा तरीका है जिससे आपका फ़ोन तेज़ी से चार्ज होता रहेगा बिना उसके सभी फंक्शन को बंद किए हुए, जैसा कि फ़ोन को पूरी तरह बंद कर देने पर होता है। जब आप फ़ोन को फ्लाइट मोड पर डाल देते हैं तो इसके कॉल करने, इंटरनेट ब्राउज़िंग या जीपीएस जैसी फ़ीचर काम करना बंद कर देते हैं। लेकिन इसके कुछ फ़ायदा भी हैं कि आपका फ़ोन तेज़ी से चार्ज होता रहेगा और फ़ोन का अलार्म चालू रहेगा जो बहुत काम की चीज़ होती है अगर आप फ़ोन रात के वक़्त चार्ज कर रहे हैं। इस तरीके से की गई चार्जिंग को अगर शानदार न भी कहा जाए तो भी ये असाधारण तरीके से कम समय में होती है
इसे पूरी तरह बंद कर दें
मोबाइल फ़ोन चार्ज करने के बारे में फैली हुई बहुप्रचारित मिथकों में से एक यह है कि अगर आप इसे चालू रखकर चार्ज करें तो ये ख़राब हो जाते हैं। लेकिन यह ग़लत है। चालू मोबाइल को चार्ज करना नुक़सानदेह नहीं है। हालांकि ये सही है कि जब मोबाइल बंद रहता है तो जल्दी चार्ज हो जाता है। टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन के मोबाइल पर लिखे एक लेख में ये समझाया गया है।
इसे यूएसबी पोर्ट से चार्ज ना करें
मोबाइल फ़ोन यूएसबी पोर्ट की बजाय बिजली से ज़्यादा जल्दी चार्ज होता। उदाहरण के लिए ऐपल फ़ोन के लिए कंपनी का सुझाव होता है कि मोबाइल को फ़ोन एडेप्टर के साथ मिले यूएसबी केबल के ज़रिये दीवार पर लगे बिजली के पॉइन्ट से चार्ज करें।
उचित तापमान में रखें
ज़्यादा तापमान बैटरी के चार्ज रखने की क्षमता को कम करती है। उदाहरण के लिए, ऐपल आश्वस्त करता है कि गर्मी की वजह से बैटरी के प्रदर्शन में सबसे ज़्यादी कमी आती है और फ़ोन को सूरज से दूर रहने की सिफ़ारिश करता है।
इसलिए जिन घरों या फ़ोन कवर से गर्मी बढ़ जाती है उससे भी चार्ज करने का समय बढ़ जाता है।
आधिकारिक चार्जर इस्तेमाल करें
सभी चार्जर एक जैसे नहीं होते, भले ही ऐसे लगते हों। सबसे अच्छा ये होता है कि हमेशा आधिकारिक चार्जर फोन का ही इस्तेमाल करें, जो सुरक्षित तरीके से सबसे अच्छे परिणाम देता है। वास्तव में अनधिकृत चार्जर के इस्तेमाल से समस्याएं खड़ी हो सकती हैं। यहां तक कि फ़ोन अच्छी तरह से चार्ज होना बंद हो सकता है या देर से चार्ज होगा। अगर आप असली चार्जर का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो कम से कम अच्छी क्वॉलिटी का चार्जर आज़माएं।
Labels:
टेक्नोलॉजी
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
सर्दियों में फटे होठों को कहें अलविदा, आजमाएं ये आसान टिप्स
आपके चेहरे और स्किन की तरह होठों को भी सर्दियों के दौरान खास देखभाल की जरूरत होती है। फटे होठों पर पेट्रोलियम जेली, ग्लिसरीन और नारियल लगाएं, जिससे आपके होंठ मुलायम और चमकदार बने रहेंगे। ओरिफ्लेम इंडिया की सौंदर्य और मेकअप विशेषज्ञ आकृति कोचर ने फटे होठों से छुटकारा पाने के ये सुझाव दिए हैं :
- आपकी त्वचा की तरह आपके होठों को भी नमी की जरूरत होती है। इसलिए पानी, फल और सब्जियों का खूब सेवन करें।
- अपने होठों को मुलायम और गुलाबी रखने के लिए नियमित रूप से पट्रोलियम जेली लगाएं।
- बाहर जाते समय एसपीएफ युक्त लिप ग्लॉस लगाएं क्योंकि आपकी त्वचा की तरह धूप आपके होठों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। होंठ काले पड़ सकते हैं।
- ज्यादा रूखी त्वचा और फटे होठों के लिए ग्लिसरीन भी घरेलू औषधि के रूप में उपयुक्त है। इसे होठों और आंखों के आसपास के हिस्सों पर लगाएं।
- अगर आपका होंठ रूखा है तो फिर मेट लिपस्टिक लगाने की बजाय क्रीम से भरपूर लिपस्टिक लगाएं।
- दिन में भी होठों पर शिया बटर लगाएं। यह एसपीएफ के गुणों से भरा होता है और होठों को पोषण देता है।
- विटामिन ई युक्त लिप बाम एंटी-ऑक्सिडेंट के बढ़िया स्रोत होते हैं और होठों को मुलायम और गुलाबी बनाए रखते हैं।
- रूखे और फटे होठों पर शहद और चीनी से बना स्क्रब लगाएं। यह मिश्रण सौम्यता से रूखापन दूर कर देगा। शहद होठों की कोमलता बरकरार रखता है।
- सर्दियों में होठों को रूखा होने और फटने से बचाने के लिए नियमित रूप से नारियल तेल लगाएं। होठों को अंदर से पोषण देने के लिए नाभि पर भी नारियल तेल लगाया जा सकता है।
- आपकी त्वचा की तरह आपके होठों को भी नमी की जरूरत होती है। इसलिए पानी, फल और सब्जियों का खूब सेवन करें।
- अपने होठों को मुलायम और गुलाबी रखने के लिए नियमित रूप से पट्रोलियम जेली लगाएं।
- बाहर जाते समय एसपीएफ युक्त लिप ग्लॉस लगाएं क्योंकि आपकी त्वचा की तरह धूप आपके होठों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। होंठ काले पड़ सकते हैं।
- ज्यादा रूखी त्वचा और फटे होठों के लिए ग्लिसरीन भी घरेलू औषधि के रूप में उपयुक्त है। इसे होठों और आंखों के आसपास के हिस्सों पर लगाएं।
- अगर आपका होंठ रूखा है तो फिर मेट लिपस्टिक लगाने की बजाय क्रीम से भरपूर लिपस्टिक लगाएं।
- दिन में भी होठों पर शिया बटर लगाएं। यह एसपीएफ के गुणों से भरा होता है और होठों को पोषण देता है।
- विटामिन ई युक्त लिप बाम एंटी-ऑक्सिडेंट के बढ़िया स्रोत होते हैं और होठों को मुलायम और गुलाबी बनाए रखते हैं।
- रूखे और फटे होठों पर शहद और चीनी से बना स्क्रब लगाएं। यह मिश्रण सौम्यता से रूखापन दूर कर देगा। शहद होठों की कोमलता बरकरार रखता है।
- सर्दियों में होठों को रूखा होने और फटने से बचाने के लिए नियमित रूप से नारियल तेल लगाएं। होठों को अंदर से पोषण देने के लिए नाभि पर भी नारियल तेल लगाया जा सकता है।
Labels:
लाइफ स्टाइल
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
आखिर एक रात के लिए क्यों और किससे शादी करते हैं किन्नर
हिजड़ों के बारे में आपने सुना होगा कि यह न तो पूरी तरह पुरुष होते है और न स्त्री इसलिए यह अविवाहित रहते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि हिजड़े भी शादी करते हैं और ताज्जुब की बात तो यह है कि यह शादी सिर्फ एक रात के लिए होती है और वह भी इनके अपने भगवान से।
हिजड़ों के भगवान कौन हैं और किनसे यह विवाह करते हैं अगर आप यह जानना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि यह कोई सामान्य व्यक्ति नहीं हैं। यह हैं अर्जुन और नाग कन्या उलूपी की संतान इरावन जिन्हें अरावन के नाम से भी जाना जाता है।
इरावन हिजड़ों के भगवान कैसे बने और यह उनसे क्यों एक रात के लिए विवाह करते हैं इसकी एक अजब कहानी है जो महाभारत के युद्ध से संबंधित है।
लेकिन इस कहानी से पहले आपको बता दें कि कहां होती है हिजड़ों की एक रात की शादी और फिर क्या होता है।
हिजड़ों की शादी का जश्न देखना है तो आपको तमिलनाडु के कूवगाम जाना होगा। यहां हर साल तमिल नव वर्ष की पहली पूर्णिमा से हिजरों के विवाह का उत्सव शुरु होता है जो 18 दिनों तक चलता है। 17 वें दिन हिजरों की शादी होती है। सोलह श्रृंगार किए हुए हिजड़ों को पुरोहित मंगलसूत्र पहनाते हैं और इनका विवाह हो जाता है।
विवाह के अगले दिन इरवन देवता को की मूर्ति को शहर में घुमाया जाता है और इसके बाद उसे तोड़ दिया जाता है। इसके साथ ही किन्नर अपना श्रृंगार उतारकर एक विधवा की तरह विलाप करने लगती है। आइये अब इस विवाह से लेकर विधवा होने तक की कहानी का रहस्य जानें।
कथा है कि महाभारत युद्ध से पहले पांडवों ने मां काली की पूजा की। इस पूजा में एक राजकुमार की बलि होनी थी। कोई भी राजकुमार जब आगे नहीं आया तो इरावन ने कहा कि वह बलि के लिए तैयार है। लेकिन इसने एक शर्त रख दी कि वह बिना शादी किए बलि नहीं चढ़ेगा।
कथा है कि महाभारत युद्ध से पहले पांडवों ने मां काली की पूजा की। इस पूजा में एक राजकुमार की बलि होनी थी। कोई भी राजकुमार जब आगे नहीं आया तो इरावन ने कहा कि वह बलि के लिए तैयार है। लेकिन इसने एक शर्त रख दी कि वह बिना शादी किए बलि नहीं चढ़ेगा।
हिजड़ों के भगवान कौन हैं और किनसे यह विवाह करते हैं अगर आप यह जानना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि यह कोई सामान्य व्यक्ति नहीं हैं। यह हैं अर्जुन और नाग कन्या उलूपी की संतान इरावन जिन्हें अरावन के नाम से भी जाना जाता है।
इरावन हिजड़ों के भगवान कैसे बने और यह उनसे क्यों एक रात के लिए विवाह करते हैं इसकी एक अजब कहानी है जो महाभारत के युद्ध से संबंधित है।
लेकिन इस कहानी से पहले आपको बता दें कि कहां होती है हिजड़ों की एक रात की शादी और फिर क्या होता है।
हिजड़ों की शादी का जश्न देखना है तो आपको तमिलनाडु के कूवगाम जाना होगा। यहां हर साल तमिल नव वर्ष की पहली पूर्णिमा से हिजरों के विवाह का उत्सव शुरु होता है जो 18 दिनों तक चलता है। 17 वें दिन हिजरों की शादी होती है। सोलह श्रृंगार किए हुए हिजड़ों को पुरोहित मंगलसूत्र पहनाते हैं और इनका विवाह हो जाता है।
विवाह के अगले दिन इरवन देवता को की मूर्ति को शहर में घुमाया जाता है और इसके बाद उसे तोड़ दिया जाता है। इसके साथ ही किन्नर अपना श्रृंगार उतारकर एक विधवा की तरह विलाप करने लगती है। आइये अब इस विवाह से लेकर विधवा होने तक की कहानी का रहस्य जानें।
कथा है कि महाभारत युद्ध से पहले पांडवों ने मां काली की पूजा की। इस पूजा में एक राजकुमार की बलि होनी थी। कोई भी राजकुमार जब आगे नहीं आया तो इरावन ने कहा कि वह बलि के लिए तैयार है। लेकिन इसने एक शर्त रख दी कि वह बिना शादी किए बलि नहीं चढ़ेगा।
कथा है कि महाभारत युद्ध से पहले पांडवों ने मां काली की पूजा की। इस पूजा में एक राजकुमार की बलि होनी थी। कोई भी राजकुमार जब आगे नहीं आया तो इरावन ने कहा कि वह बलि के लिए तैयार है। लेकिन इसने एक शर्त रख दी कि वह बिना शादी किए बलि नहीं चढ़ेगा।
Labels:
ज्योतिष
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
बिना बैंक खाता खोले ही 100 गांव वालों के मिले एटीएम कार्ड, फर्जीवाड़े में 4 गिरफ्तार
पटना : बिहार के नक्सल प्रभावित जमुई जिले के सिकंदरा थानांतर्गत अचंभव गांव के करीब सौ निवासियों को बिना बैंक खाता खोले एटीएम कार्ड प्राप्त हुआ. इससे गांव वालों के कान खड़े हो गए. इसके बाद पुलिस जांच भी हुई. इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है
पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने बताया कि इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें सिझौरी स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शाखा से जुड़े कस्टमर सर्विस प्वाईंट (सीएसपी) के दो कर्मी और एक मुखिया के साथ एक ग्रामीण भी शामिल है.
जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम द्वारा जांच जारी है
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम द्वारा जांच जारी है. इस मामले में नक्सलियों का हाथ होने की आशंका सहित सभी दृष्टिकोण से मामले की जांच की जा रही है. इसके बाद से पुलिस सतर्क हो गई है. बैंक को अलर्ट किया गया है.
जमा की गयी राशि का बारीकी से विशलेषण किया जाए
जयंतकांत ने बताया कि बैंक से कहा गया है कि गत 8 नवंबर की रात्रि से नोटबंदी के बाद जमा की गयी राशि का बारीकी से विशलेषण किया जाए. जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर उसे संबंधित प्राधिकार को सौंप दिया जाएगा.
अपना बैंक खाता खोले जाने को लेकर आवेदन नहीं दिया था
अचंभव गांव के करीब सौ निवासियों ने सिझौरी स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शाखा में अपना बैंक खाता खोले जाने को लेकर आवेदन नहीं दिया था. उन्हें डाक के जरिए एटीएम कार्ड प्राप्त होने पर पुलिस अधीक्षक ने इसकी जांच के आदेश दिए थे. पंजाब नेशनल बैंक द्वारा भी इस मामले की जांच की जा रही है.
इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है
पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने बताया कि इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें सिझौरी स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शाखा से जुड़े कस्टमर सर्विस प्वाईंट (सीएसपी) के दो कर्मी और एक मुखिया के साथ एक ग्रामीण भी शामिल है.
जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम द्वारा जांच जारी है
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम द्वारा जांच जारी है. इस मामले में नक्सलियों का हाथ होने की आशंका सहित सभी दृष्टिकोण से मामले की जांच की जा रही है. इसके बाद से पुलिस सतर्क हो गई है. बैंक को अलर्ट किया गया है.
जमा की गयी राशि का बारीकी से विशलेषण किया जाए
जयंतकांत ने बताया कि बैंक से कहा गया है कि गत 8 नवंबर की रात्रि से नोटबंदी के बाद जमा की गयी राशि का बारीकी से विशलेषण किया जाए. जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर उसे संबंधित प्राधिकार को सौंप दिया जाएगा.
अपना बैंक खाता खोले जाने को लेकर आवेदन नहीं दिया था
अचंभव गांव के करीब सौ निवासियों ने सिझौरी स्थित पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शाखा में अपना बैंक खाता खोले जाने को लेकर आवेदन नहीं दिया था. उन्हें डाक के जरिए एटीएम कार्ड प्राप्त होने पर पुलिस अधीक्षक ने इसकी जांच के आदेश दिए थे. पंजाब नेशनल बैंक द्वारा भी इस मामले की जांच की जा रही है.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
राष्ट्र के नाम संबोधन में साल के आखिरी दिन क्या बोलेंगे प्रधानमंत्री ?
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नववर्ष की पूर्व संध्या पर 31 दिसंबर को राष्ट्र को संबोधित कर सकते हैं। मोदी ने पिछली बार आठ नवंबर को राष्ट्र को संबोधित किया था। उन्होंने तब 500 और 1000 रुपये के नोटों को उसी दिन मध्यरात्रि से अमान्य घोषित कर दिया था।
प्रधानमंत्री एक बार फिर नोटबंदी पर बोल सकते हैं, क्योंकि हालात को सामान्य बनाने के लिए उन्होंने जो 50 दिनों का समय मांगा था, उसकी अवधि 30 दिसंबर को समाप्त हो रही है।
मोदी ने नोटबंदी की घोषणा के बाद कहा था, ''50 दिनों के लिए मुझे सहयोग दीजिए। मैं आपको वह भारत दूंगा, जिसके आप हकदार हैं।'' प्रधानमंत्री ने अपने राष्ट्रीय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में नोटबंदी पर विस्तार से बात की थी और 'नकद रहित लेनदेन' को प्रोत्साहित किया था।
प्रधानमंत्री एक बार फिर नोटबंदी पर बोल सकते हैं, क्योंकि हालात को सामान्य बनाने के लिए उन्होंने जो 50 दिनों का समय मांगा था, उसकी अवधि 30 दिसंबर को समाप्त हो रही है।
मोदी ने नोटबंदी की घोषणा के बाद कहा था, ''50 दिनों के लिए मुझे सहयोग दीजिए। मैं आपको वह भारत दूंगा, जिसके आप हकदार हैं।'' प्रधानमंत्री ने अपने राष्ट्रीय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में नोटबंदी पर विस्तार से बात की थी और 'नकद रहित लेनदेन' को प्रोत्साहित किया था।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
बुधवार, 28 दिसंबर 2016
अनिल बैजल बने दिल्ली के उप-राज्यपाल, राष्ट्रपति ने लगाई मुहर
नई दिल्ली:
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में गृह सचिव रहे अनिल बैजल को राष्ट्रपति ने दिल्ली का उप-राज्यपाल नियुक्त किया है। नजीब जंग के इस्तीफे के बाद बैजल का नाम सबसे ऊपर चल रहा था। केंद्र ने बुधवार को उनके नाम पर मुहर पर लगाई थी। जिसके बाद बैजल का नाम राष्ट्रपति के पास भेजा गया था।
बैजल विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन में एक्जीक्यूटिव काउंसिल से भी जुड़े रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद इस संस्था से जुड़े कुछ लोगों को सरकार में जगह मिली है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने के बाद उप-राज्यपाल और केजरीवाल के बीच टकराव देखने को मिला था। काम के अधिकार को लेकर कई बार लड़ाईयां सार्वजनिक हुई।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
ऑनलाइन पेमेंट्स को लेकर है कोई शंका, तो इस हेल्पलाइन से मिलेगी मदद
नई दिल्ली :
नोटबंदी के बाद से सरकार भारत को कैशलेस सोसायटी बनाने के लिए प्रयास कर रही है। लेकिन डिजिटल पेमेंट्स को लेकर लोगों के मन में काफी सवाल भी है। अगर आपके मन में भी कोई सवाल हैं, तो जल्द ही 14444 हेल्पलाइन पर आपको उनका जवाब मिल सकता है।
ख़बरों के मुताबिक नैसकॉम, टेलिकॉम ऑपरेटर्स और नीति आयोग ने मिलकर हेल्पलाइन शुरू करने का फैसला लिया है। नीति आयोग के वाइस चेयरमैन अरविंद पनगडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही इस हेल्पलाइन को जारी किया जायेगा।
बुधवार को डिजिटल पेमेंट्स के लिए बनी मुख्यमंत्रियों की कमिटी मीटिंग हुई। कमिटी के कनवेनर और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने बताया कि देश में 10 लाख से भी ज्यादा पीओएस मशीन लगाने की योजना बनी है। उन्होंने कहा कि हमारी योजना डिजिटल पेमेंट्स को एक मास मूवमेंट बनाना है।
नायडू ने कहा कि हम एक ऐसी योजना तैयार कर रहे हैं, जिसके जरिए देश में डिजिटल पेमेंट्स की स्थायी और लॉन्ग टर्म पॉलिसी बन सके। उन्होंने कहा कि चीफ मिनिस्टर्स की कमिटी जल्द ही डिजिटल पेमेंट्स को लेकर अपनी अंतरिम रिपोर्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने पेश करेगी।
कार्ड पेमेंट्स के लिए मिलने वाले इंसेंटिव के 31 दिसंबर तक खत्म होने के सवाल पर नायडू ने कहा कि स्मार्टफोन यूजर्स को सब्सिडी और डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देने के लिए इंसेंटिव देने पर भी विचार-विमर्श चल रहा है।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
अग्नि-5 पर चीन को वायु सेना प्रमुख का पलटवार, हमें चीन से सीखने की ज़रूरत नहीं
नई दिल्ली:
वायु सेना प्रमुख अरूप राहा ने अग्नि-5 के परीक्षण पर चीन की चिंताओं को दरकिनार करते हुए कहा है कि भारत को शक्ति संतुलन को बनाए रखने की दिशा में काम करते रहना चाहिए।
उन्होंने चीन पर हमला करते हुए कहा कि इन बातों पर तब तक किसी को नहीं बोलना चाहिये जब तक कि परमाणु जैसी बात न हो। उन्होंने कहा कि हमें तब तक नहीं बोलना चाहिये जब तक कि वो प्रतिबंधित न हो।
उन्होंने कहा, "जैसे परमाणु अप्रसार को ही लें, ये सबको मालूम है कि इस क्षेत्र में इसको लेकर क्या हो रहा है चाहे वो तकनीक हो या फिर मिलीभागत की बात हो, ये सबको पता है मैं कुछ नया नहीं कह रहा हूं।"
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि ये सच है कि भारत अपनी क्षमताएं बढ़ा रहा है लेकिन ये पूरी तरह से नियमों के तहत है और किसी देश विशेष को निशाना बनाकर नहीं क्योंकि हम शांति में विश्वास करते हैं।
भारत के शक्ति संतुलन की क्षमता बढ़ाने पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश को अपनी क्षमता बढ़ानी चाहिये..."ताकि शत्रु की जमीन के अंदर तक मार कर सकने की क्षमता हो" जो एक अवरोधक के तौर पर काम करेगा।
अग्नि-5 मिसाइल की मारक क्षमता 5000 किलोमीटर है और पूरा चीन इसकी जद में आता है।
वायुसेना प्रमुख अरूप राहा चीफ ऑफ स्टाफ कमीटी के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति, कूटनीति और सैन्य कूटनीति हमेशा रहेगी और उसके तहत प्रतिक्रियाएं भी आएंगी..... हमें अपना काम करते रहना है, हमारी रक्षा और सुरक्षा ज़रूरतों पर ध्यान देने की ज़रूरत है।"
उन्होंने कहा, "हमने कई बार युद्ध का सामना किया है। इतिहास को देखते हुए हमें अपनी क्षमता बढ़ाने की ज़रूरत है। शत्रु को रोकने की क्षमता। हम एक ताकतवर दुश्मन को कैसे रोक सकते हैं इसके लिये हमें क्षमता बढ़ाने की ज़रूरत है।"
वायुसेना अध्यक्ष अरूप राहा 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
'स्पेशल 26' की तर्ज पर हैदराबाद में 40 किलो सोने की लूट
यूं तो आपने फिल्मी स्टाइल में लूट की कई कहानी पढ़ी या देखी होंगी, लेकिन यह लूट की वारदात बेहद दिलचस्प है. हैदराबाद में मुथूट फाइनेंस ब्रांच के दफ्तर में कुछ लुटेरे आए और फिल्मी अंदाज में 40 किलो सोना लूट ले गए.
दरअसल, हैदराबाद के आरसी पुरम में मुथूट फाइनेंस ब्रांच का एक दफ्तर है. यहां लुटेरे स्कॉर्पियो गाड़ी में आए और उन्होंने खुद को सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) का अधिकारी बताया.
इन लोगों के मुत्थुट के कर्मचारियों को अपनी फाइलें और जरूरी दस्तावेज दिखाने को भी कहा. इस दौरान जब तक कुछ कर्मचारी समझ पाते, ये लुटेरे 40 किलो सोने लेकर चलते बने.
अब पुलिस इन शातिर लुटेरों की तलाश में जुट गई है. हालांकि, अब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
इससे पहले यूपी के ग्रेटर नोएडा में भी बॉलीवुड फिल्म 'स्पेशल 26' की तर्ज पर एक सराफा कारोबारी के घर फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर बदमाशों ने लाखों की लूटपाट को अंजाम दिया था. असलहों से लैस बदमाशों ने सर्राफा के पूरे परिवार को एक कमरे में बंधकर बनाकर लूटपाट की थी.
पुलिस के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के दादरी इलाके में सराफा कारोबारी राकेश प्रकाश अपने परिवार के साथ रहते हैं. उनके घर सात से आठ लोग पहुंचे. उन लोगों ने पहले तो खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और तलाशी के नाम पर घर के अंदर घुस गए.
घर के अंदर घुसते ही बदमाशों ने सर्राफ के पूरे परिवार को बंधक बना लिया और सभी पर असलहा लगा दिया. इसके बाद बदमाशों ने पूरे परिवार को घर के एक कमरे में बंद कर दिया.
इसके बाद बदमाशों ने घर से सभी कमरों की तलाशी ली और घर से एक लाख की नकदी और लाखों के जेवरात लूट ले गए. कुछ देर के बाद जब सराफा कारोबारी घर पहुंचे तो उन्हें इस वारदात का पता चला.
दरअसल, हैदराबाद के आरसी पुरम में मुथूट फाइनेंस ब्रांच का एक दफ्तर है. यहां लुटेरे स्कॉर्पियो गाड़ी में आए और उन्होंने खुद को सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) का अधिकारी बताया.
इन लोगों के मुत्थुट के कर्मचारियों को अपनी फाइलें और जरूरी दस्तावेज दिखाने को भी कहा. इस दौरान जब तक कुछ कर्मचारी समझ पाते, ये लुटेरे 40 किलो सोने लेकर चलते बने.
अब पुलिस इन शातिर लुटेरों की तलाश में जुट गई है. हालांकि, अब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका है.
इससे पहले यूपी के ग्रेटर नोएडा में भी बॉलीवुड फिल्म 'स्पेशल 26' की तर्ज पर एक सराफा कारोबारी के घर फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर बदमाशों ने लाखों की लूटपाट को अंजाम दिया था. असलहों से लैस बदमाशों ने सर्राफा के पूरे परिवार को एक कमरे में बंधकर बनाकर लूटपाट की थी.
पुलिस के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के दादरी इलाके में सराफा कारोबारी राकेश प्रकाश अपने परिवार के साथ रहते हैं. उनके घर सात से आठ लोग पहुंचे. उन लोगों ने पहले तो खुद को सीबीआई अधिकारी बताया और तलाशी के नाम पर घर के अंदर घुस गए.
घर के अंदर घुसते ही बदमाशों ने सर्राफ के पूरे परिवार को बंधक बना लिया और सभी पर असलहा लगा दिया. इसके बाद बदमाशों ने पूरे परिवार को घर के एक कमरे में बंद कर दिया.
इसके बाद बदमाशों ने घर से सभी कमरों की तलाशी ली और घर से एक लाख की नकदी और लाखों के जेवरात लूट ले गए. कुछ देर के बाद जब सराफा कारोबारी घर पहुंचे तो उन्हें इस वारदात का पता चला.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
एमपी में सबसे ठंडा रहा दमोह, प्रदेश में शीतलहर और कोहरे का अलर्ट
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई अन्य हिस्सों में बुधवार की सुबह ठंडी हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी. मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में कोहरा व धुंध छाने की संभावना जताई है.
राज्य में बुंधवार की सुबह कोहरा और धुंध का असर रहा, वहीं सर्द हवाओं ने ठिठुरन का अहसास कराया. मौसम साफ होने से खिली धूप ने ठंड से राहत दिलाई.
ठंडी हवाओं के कारण राज्य के न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है. राज्य में सबसे ठंडा दमोह रहा, जहां पांच डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में ग्वालियर, चंबल, सागर, शहडोल, जबलपुर संभागों में कोहरा छा सकता है.
राज्य के मौसम में बदलाव का क्रम जारी है. बुधवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस, इंदौर का 9.7 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर का 6.9 डिग्री सेल्सियस और जबलपुर का न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
वहीं मंगलवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री सेल्सियस, इंदौर का 24.4 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर का 26.6 डिग्री सेल्सियस और जबलपुर का अधिकतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस रहा.
राज्य में बुंधवार की सुबह कोहरा और धुंध का असर रहा, वहीं सर्द हवाओं ने ठिठुरन का अहसास कराया. मौसम साफ होने से खिली धूप ने ठंड से राहत दिलाई.
ठंडी हवाओं के कारण राज्य के न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है. राज्य में सबसे ठंडा दमोह रहा, जहां पांच डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया.
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में ग्वालियर, चंबल, सागर, शहडोल, जबलपुर संभागों में कोहरा छा सकता है.
राज्य के मौसम में बदलाव का क्रम जारी है. बुधवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस, इंदौर का 9.7 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर का 6.9 डिग्री सेल्सियस और जबलपुर का न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
वहीं मंगलवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री सेल्सियस, इंदौर का 24.4 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर का 26.6 डिग्री सेल्सियस और जबलपुर का अधिकतम तापमान 24.1 डिग्री सेल्सियस रहा.
Labels:
मध्य प्रदेश,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
गुजरात के इस बल्लेबाज ने लगाया रनों का अंबार, टूटा 117 साल पुराना रिकॉर्ड
गुजरात के समित गोहिल रन मशीन के तौर पर उभरकर सामने आए हैं. उन्होंने बतौर ओपनर नाबाद रहते ऐतिहासिक पारी खेलते हुए 117 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. ये कारनामा उन्होंने प्रथम श्रेणी के मैच में किया है.
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में ओडिशा के खिलाफ खेले गए रणजी क्वार्टर फाइनल में उनके बल्ले से इतने रन बरसे कि 117 साल का रिकॉर्ड टूट गया और एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 359 रनों की नाबाद पारी खेली है.
45 चौके की मदद से बनाए रन
समित गोहिल ने अपने चिर-परिचत अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 359 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें उन्होंने 45 चौके और 1 छक्का जड़ा. इसके लिए उन्होंने 723 गेंदों का सामना किया. इतने बड़े स्कोर को बनाने के लिए उन्होंने क्रीज पर लगभग 16 घंटे तक पसीना बहाया. प्रथम श्रेणी में गुजरात की तरफ से पहली पारी में ऐसा करने वाले वे पहले बल्लेबाज बन गए हैं.
3 शतक लगा चुके हैं गोहिल
समित गोहिल इस सीजन में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बनने के साथ ही एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले गुजराती बन गए हैं. उन्होंने अब तक 28 प्रथम श्रेणी के मैच खेले हैं, जिनमें तीन शतक जड़े हैं. इसके अलावा समित इस रणजी सत्र में अब तक 822 रन बना चुके हैं.
राहुल द्रविड़ हैं आदर्श
इस उभरते हुए युवा सलामी बल्लेबाज के आदर्श राहुल द्रविड़ हैं. गोहिल ने बताया कि मैं उनकी मेहनत और लगन का कायल हूं. खासतौर पर टेस्ट क्रिकेट का. मैं हमेंशा क्रीज पर अपना नेचुरल गेम खेलता हूं और कोशिश करता हूं कि कोई लूज शॉट ना खेलूं जिससे मुझे अपना विकेट गंवाना पड़े.
पहले इनके नाम था ये रिकॉर्ड
पहले ये रिकॉर्ड प्रथम श्रेणी में इंग्लैंड की काउंटी सरे के बल्लेबाज बॉबी एबेल के नाम था. उन्होंने 1899 में समरसेट के खिलाफ नाबाद 357 रन बनाए थे. वहीं बतौर ओपनर इस श्रेणी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद के नाम दर्ज है, जिन्होंने 499 रन बनाए थे, लेकिन वे आउट को गए थे. इसके अलावा प्रथम श्रेणी में नॉटआउट रहते हुए 501 रन बनाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के ब्राइनलारा के पास है, जिसे आजतक किसी ने नहीं तोड़ पाया है.
ऐसे सेमीफाइन में पहुंचा गुजरात
गुजरात और ओडिशा के बीच रणजी क्वार्टर फाइनल मैच खेला जा रहा था, जो मंगलवार को ड्रॅा हो गया, लेकिन पहली पारी की बढ़त के आधार पर गुजरात ने जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. गुजरात ने पहली पारी में 263 रन बनाए थे, जबकि ओडिशा 199 पर ही सिमट गई थी. इसके बाद दूसरी पारी में गुजरात ने 641 रन बनाए और ओडिशा ने दूसरी पारी में एक विकेट के नुकसान पर 81 रन बना लिए थे, जिसके बाद मैच ड्रॉ घोषित कर दिया गया.
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में ओडिशा के खिलाफ खेले गए रणजी क्वार्टर फाइनल में उनके बल्ले से इतने रन बरसे कि 117 साल का रिकॉर्ड टूट गया और एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 359 रनों की नाबाद पारी खेली है.
45 चौके की मदद से बनाए रन
समित गोहिल ने अपने चिर-परिचत अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 359 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें उन्होंने 45 चौके और 1 छक्का जड़ा. इसके लिए उन्होंने 723 गेंदों का सामना किया. इतने बड़े स्कोर को बनाने के लिए उन्होंने क्रीज पर लगभग 16 घंटे तक पसीना बहाया. प्रथम श्रेणी में गुजरात की तरफ से पहली पारी में ऐसा करने वाले वे पहले बल्लेबाज बन गए हैं.
3 शतक लगा चुके हैं गोहिल
समित गोहिल इस सीजन में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज बनने के साथ ही एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले गुजराती बन गए हैं. उन्होंने अब तक 28 प्रथम श्रेणी के मैच खेले हैं, जिनमें तीन शतक जड़े हैं. इसके अलावा समित इस रणजी सत्र में अब तक 822 रन बना चुके हैं.
राहुल द्रविड़ हैं आदर्श
इस उभरते हुए युवा सलामी बल्लेबाज के आदर्श राहुल द्रविड़ हैं. गोहिल ने बताया कि मैं उनकी मेहनत और लगन का कायल हूं. खासतौर पर टेस्ट क्रिकेट का. मैं हमेंशा क्रीज पर अपना नेचुरल गेम खेलता हूं और कोशिश करता हूं कि कोई लूज शॉट ना खेलूं जिससे मुझे अपना विकेट गंवाना पड़े.
पहले इनके नाम था ये रिकॉर्ड
पहले ये रिकॉर्ड प्रथम श्रेणी में इंग्लैंड की काउंटी सरे के बल्लेबाज बॉबी एबेल के नाम था. उन्होंने 1899 में समरसेट के खिलाफ नाबाद 357 रन बनाए थे. वहीं बतौर ओपनर इस श्रेणी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद के नाम दर्ज है, जिन्होंने 499 रन बनाए थे, लेकिन वे आउट को गए थे. इसके अलावा प्रथम श्रेणी में नॉटआउट रहते हुए 501 रन बनाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के ब्राइनलारा के पास है, जिसे आजतक किसी ने नहीं तोड़ पाया है.
ऐसे सेमीफाइन में पहुंचा गुजरात
गुजरात और ओडिशा के बीच रणजी क्वार्टर फाइनल मैच खेला जा रहा था, जो मंगलवार को ड्रॅा हो गया, लेकिन पहली पारी की बढ़त के आधार पर गुजरात ने जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. गुजरात ने पहली पारी में 263 रन बनाए थे, जबकि ओडिशा 199 पर ही सिमट गई थी. इसके बाद दूसरी पारी में गुजरात ने 641 रन बनाए और ओडिशा ने दूसरी पारी में एक विकेट के नुकसान पर 81 रन बना लिए थे, जिसके बाद मैच ड्रॉ घोषित कर दिया गया.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
उत्तराखंड के लिए यादगार रहा 2016, बिपिन रावत बने आर्मी चीफ तो अनिल धस्माना को रॉ चीफ बनाया गया
उत्तराखंड को मान-सम्मान दिलाने के लिए साल 2016 को याद किया जाएगा. यह साल गौरव के वह क्षण लेकर आया जब उत्तराखंड के लाल का नाम देश के आर्मी चीफ के लिए चुना गया.
यह साल इसलिए भी याद रखा जाएगा क्योंकि इसी साल रॉ चीफ, डीजीएमओ और कोस्ट गार्ड के डीजी के पदों पर उत्तराखंड के लोगों की नियुक्ति हुई.
इसी महीने उत्तराखंड के पौड़ी जिले के मूल निवासी लेफि्टनेंट जनरल बिपिन रावत को देश का नया सेना प्रमुख चुना गया है. वर्तमान सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग 31 दिसम्बर को रिटायर हो रहे हैं, उनके बाद बिपिन रावत देश की सेना की कमान संभालेंगे.
वहीं आईपीएस अफसर अनिल कुमार धस्माना को खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी रॉ का चीफ बनाया गया है. विदेशों में खुफिया गतिविधियों में रॉ की अहम भूमिका रहती है. धस्माना मूल रूप से पौड़ी जिले के रहने वाले हैं.
इसी साल मसूरी के मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी रहे ए के भट्ट देश की सेना में डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स यानी डीजीएमओ बनाए गये हैं. मूल रूप से टिहरी जिले के रहने वाले लेफि्टनेंट जनरल ए के भट्ट का परिवार मसूरी में रहता है-.
इसी साल 25 फरवरी को भारतीय तटरक्षक यानी कोस्ट गार्ड के डायरेक्टर जनरल के तौर पर राजेंद्र सिंह को तैनाती दी गई. हर उत्तराखंडी इस बात पर गर्व कर सकता है कि राजेंद्र सिंह भी उत्तराखंड के चकराता के रहने वाले हैं.
यह साल इसलिए भी याद रखा जाएगा क्योंकि इसी साल रॉ चीफ, डीजीएमओ और कोस्ट गार्ड के डीजी के पदों पर उत्तराखंड के लोगों की नियुक्ति हुई.
इसी महीने उत्तराखंड के पौड़ी जिले के मूल निवासी लेफि्टनेंट जनरल बिपिन रावत को देश का नया सेना प्रमुख चुना गया है. वर्तमान सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग 31 दिसम्बर को रिटायर हो रहे हैं, उनके बाद बिपिन रावत देश की सेना की कमान संभालेंगे.
वहीं आईपीएस अफसर अनिल कुमार धस्माना को खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी रॉ का चीफ बनाया गया है. विदेशों में खुफिया गतिविधियों में रॉ की अहम भूमिका रहती है. धस्माना मूल रूप से पौड़ी जिले के रहने वाले हैं.
इसी साल मसूरी के मशहूर क्रिकेट खिलाड़ी रहे ए के भट्ट देश की सेना में डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स यानी डीजीएमओ बनाए गये हैं. मूल रूप से टिहरी जिले के रहने वाले लेफि्टनेंट जनरल ए के भट्ट का परिवार मसूरी में रहता है-.
इसी साल 25 फरवरी को भारतीय तटरक्षक यानी कोस्ट गार्ड के डायरेक्टर जनरल के तौर पर राजेंद्र सिंह को तैनाती दी गई. हर उत्तराखंडी इस बात पर गर्व कर सकता है कि राजेंद्र सिंह भी उत्तराखंड के चकराता के रहने वाले हैं.
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
ये हैं महावीर फोगाट के बेटे, 'दंगल' फिल्म में नहीं है इनका जिक्र
Labels:
सिनेजगत
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
पटरी से उतरी सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस की 15 बोगियां, 2 की मौत-28 घायल
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से करीब 70 किलोमीटर दूर रुरा इलाके में अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का शिकार हो गई है। इस हादसे में 2 लोगों की मौत है और 26 लोगों के घायल होने की खबर है। हादसा करीब सुबह 5:20 पर हुआ है।
वहीं राहत बचाव कार्य के लिए मौके पर रेलवे और एनडीआरएफ की टीम को भी रवाना किया गया है, लेकिन अभी तक राहत और बचाव का काम केवल स्थानीय लोग और स्थानीय पुलिस ही मिल कर रहे हैं। गिरे और टूटे हुए डिब्बों को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भयानक था। हादसे का शिकार हुए डिब्बों में ज्यादातर जनरल कोच थे।
सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कानपुर और टूंडला जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है। हादसे की वजह से कई ट्रेनों के रूट भी बदल दिए गए हैं और कई ट्रेनों को कैंसिल भी करना पड़ा है।
गौरतलब है कि महीने भर पहले ही 20 नवंबर को कानपुर के पास ही पुखरायां में पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उस हादसे में करीब 145 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। उस हादसे से भी रेलवे ने सबक नहीं मिला और महीना भर बीतते ही फिर एक और हादसा हो गया। हेल्पलाइन- कानपुर 0512-2323015,2323016, 2323018, इलाहाबाद 0532- 2408149, 2408128, 2407353, टूंडला 05612- 220337, 220338, 220339, अलीगढ़ 0571- 2404056, 2404055
वहीं राहत बचाव कार्य के लिए मौके पर रेलवे और एनडीआरएफ की टीम को भी रवाना किया गया है, लेकिन अभी तक राहत और बचाव का काम केवल स्थानीय लोग और स्थानीय पुलिस ही मिल कर रहे हैं। गिरे और टूटे हुए डिब्बों को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हादसा कितना भयानक था। हादसे का शिकार हुए डिब्बों में ज्यादातर जनरल कोच थे।
सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कानपुर और टूंडला जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है। हादसे की वजह से कई ट्रेनों के रूट भी बदल दिए गए हैं और कई ट्रेनों को कैंसिल भी करना पड़ा है।
गौरतलब है कि महीने भर पहले ही 20 नवंबर को कानपुर के पास ही पुखरायां में पटना-इंदौर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। उस हादसे में करीब 145 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। उस हादसे से भी रेलवे ने सबक नहीं मिला और महीना भर बीतते ही फिर एक और हादसा हो गया। हेल्पलाइन- कानपुर 0512-2323015,2323016, 2323018, इलाहाबाद 0532- 2408149, 2408128, 2407353, टूंडला 05612- 220337, 220338, 220339, अलीगढ़ 0571- 2404056, 2404055
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
इस मामले में दुनिया में दूसरे नंबर पर रहा भारत
वाशिंगटन: अपने रक्षा बलों के लिए बड़े वैमाने पर आधुनिकीकरण की योजना बना रहा भारत दुनिया में हथियारों का दूसरा सबसे बड़ा खरीददार बनकर उभरा है। उससे ऊपर सिर्फ सउदी अरब है। अमरीकी कांग्रेस की शोध सेवा (सी.आर.एस.) की ओर से जारी रिपोर्ट ‘कंवेशनल आर्म्स ट्रांसफर्स टू डिवैलपिंग नेशंस 2008-2015’ में कहा गया है कि भारत ने 2008 से 2015 के बीच 34 अरब डॉलर के रक्षा उपकरण खरीदे, जबकि सउदी अरब ने 93.5 अरब डॉलर की खरीददारी की।
गौरतलब है कि सी.आर.एस. अमरीकी कांग्रेस की स्वतंत्र शोध शाखा है और इसकी रिपोर्ट को अमरीकी कांग्रेस की आधिकारिक रिपोर्ट नहीं माना जाता। उसने कहा,‘‘सऊदी अरब 2008-15 के दौरान हथियारों की खरीद के मामले में विकासशील दुनिया का अगवा रहा और उसने कुल 93.5 अरब डॉलर के समझौते किए. भारत हथियारों की खरीद के मामले में दूसरे स्थान पर रहा और उसने 34 अरब डॉलर के समझौते किए.’’ अपनी रिपोर्ट में सीआरएस ने भारत की ओर से अपने शस्त्र बलों को विविध बनाने के हालिया प्रयासों का उल्लेख किया है।
गौरतलब है कि सी.आर.एस. अमरीकी कांग्रेस की स्वतंत्र शोध शाखा है और इसकी रिपोर्ट को अमरीकी कांग्रेस की आधिकारिक रिपोर्ट नहीं माना जाता। उसने कहा,‘‘सऊदी अरब 2008-15 के दौरान हथियारों की खरीद के मामले में विकासशील दुनिया का अगवा रहा और उसने कुल 93.5 अरब डॉलर के समझौते किए. भारत हथियारों की खरीद के मामले में दूसरे स्थान पर रहा और उसने 34 अरब डॉलर के समझौते किए.’’ अपनी रिपोर्ट में सीआरएस ने भारत की ओर से अपने शस्त्र बलों को विविध बनाने के हालिया प्रयासों का उल्लेख किया है।
Labels:
देश,
i love my india,
top
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
RBI का नया आदेश, प्रीपेड कार्ड्स के जरिए मिलेगी सैलरी
नई दिल्लीः नोट बंदी के बाद देश में कैश की किल्लत को ध्यान में रखते हुए आरबीआई ने सभी कंपनियों को प्रीपेड कार्ड्स के जरिए कर्मचारियों को सैलरी देने का आदेश दिया है। आरबीआई ने यह फैसला कल यानि 27 दिसंबर को लिया है। इससे पहले यह सुविधा सिर्फ कुछ कंपनियों के पास ही थी। इस नई सुविधा के मिलने से कर्मचारियों को उनके पैसे का भुगतान करने में आसानी होगी। ज्यादा से ज्यादा लोग प्रीपेड कैश कार्ड का इस्तेमाल कर कतारों में लगने से बच सकते हैं।
यह संस्थान उठा सकेंगे इस सुविधा का लाभ
नोटबंदी के बाद सरकार ने कैशलेस सोसाइटी को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल पेमेंट्स के जरिए लेनदेन करने पर जोर दिया है। इस सुविधा का लाभ पार्टनरशिप फर्म्स, प्रॉपराइटर, पब्लिक ऑरगेनाइजेशन्स जैसे कि मुन्सिपल कॉर्पोरेशन जैसे संस्थान उठा सकेंगे। वहीं इस सुविधा का लाभ लेने के लिए लोगों को जिस फर्म को भुगतान करने की सुविधा दी जाएगी उनके बैंक खाते होना जरूरी होगा। इसके अलावा पेमेंट करने में इम्प्लॉयर की जिम्मेदारी होगी कि वह भुगतान करने वाले की सही से वेरिफिकेशन करे।
एटीएम कार्ड जैसा होता है प्रीपेड कार्ड
आरबीआई का यह कदम लोगों के लिए डिजिटल पेमेंट की एक और नई सुविधा देगा। प्रीपेड कार्ड एक तरह से एटीएम कार्ड की तरह ही होता है। यह कार्ड खाते से सीधे लिंक नहीं होता इसलीए इसके हैक होने का खतरा भी नहीं होता। सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में कैश की किल्लत को देखते हुए एडवांस सैलरी देने का सिलसिला शुरू किया है। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि कैश की जगह प्रीपेड कार्ड से सैलरी दी जाए। प्रीपेड कार्ड आप अपने सैलरी अकाउंट वाले बैंक से प्राप्त कर सकते हैं।
यह संस्थान उठा सकेंगे इस सुविधा का लाभ
नोटबंदी के बाद सरकार ने कैशलेस सोसाइटी को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल पेमेंट्स के जरिए लेनदेन करने पर जोर दिया है। इस सुविधा का लाभ पार्टनरशिप फर्म्स, प्रॉपराइटर, पब्लिक ऑरगेनाइजेशन्स जैसे कि मुन्सिपल कॉर्पोरेशन जैसे संस्थान उठा सकेंगे। वहीं इस सुविधा का लाभ लेने के लिए लोगों को जिस फर्म को भुगतान करने की सुविधा दी जाएगी उनके बैंक खाते होना जरूरी होगा। इसके अलावा पेमेंट करने में इम्प्लॉयर की जिम्मेदारी होगी कि वह भुगतान करने वाले की सही से वेरिफिकेशन करे।
एटीएम कार्ड जैसा होता है प्रीपेड कार्ड
आरबीआई का यह कदम लोगों के लिए डिजिटल पेमेंट की एक और नई सुविधा देगा। प्रीपेड कार्ड एक तरह से एटीएम कार्ड की तरह ही होता है। यह कार्ड खाते से सीधे लिंक नहीं होता इसलीए इसके हैक होने का खतरा भी नहीं होता। सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में कैश की किल्लत को देखते हुए एडवांस सैलरी देने का सिलसिला शुरू किया है। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि कैश की जगह प्रीपेड कार्ड से सैलरी दी जाए। प्रीपेड कार्ड आप अपने सैलरी अकाउंट वाले बैंक से प्राप्त कर सकते हैं।
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)