रविवार, 9 अक्तूबर 2016

निर्माता सत्यप्रकाश दूबे पर बरसे जगमोहन कपूर

सात साल तक उन्होंने फिल्म राइटर एसोसिएशन का अध्यक्ष रहते हुए कॉपी राइट से जुड़े कई मामलों को निपटाया, पर आज लेखक के रूप में वह खुद को ठगा हुआ-सा महसूस कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं जगमोहन कपूर की, जिन्होंने नगीना, निगाहें, बंजारन जैसी कई फिल्में लिखी, लेकिन जब हाल ही में प्रदर्शित फिल्म ‘ब्रम्हांड नायक साईंबाबा’ में उन्होंने लेखक के रूप में अपना नाम गायब पाया तो वह भौचक्के रह गए। उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि प्रोड्यूसर सत्याप्रकाश दूबे उनके साथ इस कदर विश्वासघात करेंगे।

जगमोहन कपूर का आरोप है कि उन्होंने ‘ब्रम्हांड नायक साईबांबा’ सन् 2008 में रजिस्टर्ड कराई थी। तब फिल्म किसी कारण से आर्थिक झमेलों में फंस गई और निर्माता सत्यप्रकाश लंदन चले गए। निर्देशक से हुए विवाद के चलते यह फिल्म रुक गई, पर जब इस पर दोबारा काम शुरू हुआ, तो उसी निर्माता ने ही निर्देशक के रूप में काम आगे बढ़ाते हुए कई लोगों को अंधेरेे में रखा और साथ ही साथ लेखक का नाम भी हटकार खुद को लेखक के तौर पर प्रस्तुत कर दिया।

जगमोहन कपूर का कहना है कि निर्माता ने लेखक के तौर पर खुद का नाम देकर अपनी फिल्म को मुसीबत में डाल दिया है और वो अब बच नहीं सकता। जगमोहन लेखक बिरादरी से अपील करते हुए कहते हैं कि वे ऐसे विश्वासघाती निर्माताओं को सबक सिखाने के लिए आगे आएं।

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