रविवार, 16 अक्तूबर 2016

शिखंडी को एक रात के लिए उधार में मिला था पुरुषत्व

शिखंडी सिर्फ महाभारत का एक किरदार नहीं है. उसका अलग ही महत्व है. वो शिखंडी, जिसे एक वर्ग के अगुआ के रूप में देखा जाता है जानिए उसके बारे में दस जानी-अनजानी बातें.

1. शिखंडी का जन्म पंचाल के राजा द्रुपद के यहां एक लड़की के तौर पर हुआ था, लेकिन उसके जन्म के समय एक आकाशवाणी हुई. जिसके बाद उसे एक लड़के की तरह पाला और लड़ाके की तरह तैयार किया गया.

2. शादी की रात शिखंडी की बीवी को पता चल गया. उसका पति तो पुरुष है ही नहीं. शिखंडी के ससुर ने इस बात से गुस्सा होकर शिखंडी के पिता के राज्य पर चढ़ाई कर दी.

3. शिखंडी डर के मारे जंगल भाग गया. जहां शिखंडी को स्थूणा नाम के यक्ष ने अपना पुरुषत्व एक रात के लिए उधार दिया था.

4 . शिखंडी जब स्थूणा को पुरुषत्व वापिस करने गया. तब यक्षों के राजा कुबेर ने उसकी ईमानदारी से खुश होकर उसे जीवनभर के लिए स्थूणा का पुरुषत्व दे दिया.

5 . शिखंडी पिछले जन्म में अंबा नाम की राजकुमारी हुआ करता था.

6 . भीष्म ने अंबा के स्वयंवर के दिन उसका अपहरण कर लिया, जिसके चलते उसकी कहीं शादी नही हो सकी. इसीलिए अंबा भीष्म को मारना चाहती थी.

7. अंबा ने परशुराम से युद्ध में भीष्म को मरवाना चाहा,पर सफल न हो सकी.

8. अंबा ने भगवान शिव की तपस्या की. भगवान शिव ने उससे कहा कि वो अगले जन्म में भीष्म की मृत्यु का कारण बन सकती है. यह सुनकर अंबा आग में कूदकर मर रही.

9. कार्तिकेय ने अंबा को एक माला दी थी. जिसे पहनने वाला भीष्म को मार सकता था. अंबा वो माला पंचाल के राजा द्रुपद के महल में फेंक आई थी. दूसरे जन्म में द्रुपद के बेटे शिखंडी ने वह माला पहन ली और ये तय हो गया कि शिखंडी के कारण भीष्म की मौत होगी..

10. विजय की रात पांडवों के शिविर में घुसकर अश्वत्थामा ने शिखंडी को उस समय मार डाला, जब वो सो रहा था.

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