फेंगशुई में लोटस क्रिस्टल मूर्ति बहुत ही प्रचलित है। क्योंकि ये कमल की मूर्ति होती है इसलिए वास्तुशास्त्री इसे माता लक्ष्मी से जोड़ देते है। क्रिस्टल पृथ्वी तत्व का प्रतीक होता है जो की स्थायित्व से संबंध रखता है। वास्तुशास्त्र में भी लोटस क्रिस्टल बहुत शक्तिशाली माना जाता है। ये किसी भी स्थान की ऊर्जा को 100 गुणा से भी ज्यादा बढ़ा देता है। लोटस क्रिस्टल को अपने घर में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा अपने आप बढ़ने लगती है। वहीं वास्तुशास्त्र में इसे किस स्थान पर रखना चाहिए इसके बारे में भी बताया गया है।
वास्तुशास्त्र के अनुसार लोटस क्रिस्टल को ऐसी जगह रखना चाहिए जहां इस पर सूर्य की रोशनी पड़े क्यूंकि इसमें से होकर जब सूर्य की रोशनी निकलती है तो सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अतः इसे खिड़की के पास रखना अच्छा रहता है।
वहीं यदि आप कुछ परेशानी महसूस कर रहे हैं या कुछ हद तक दुर्भाग्य से घिरे हुए हैं तो ऐसे में इसे घर के दक्षिण-पश्चिम (225 डिग्री) पर रख सकते हैं।
वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर आप इसे अपने ऑफिस में रखते हैं तो इससे अच्छी सफलता प्राप्त होती है।
खुली पंखुड़ी वाला लोटस क्रिस्टल ही लाना अच्छा रहता है, इसके साथ ही इसे उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं रखना चाहिए।
शनिवार, 22 अक्टूबर 2016
घर में क्यों रखा जाता है लोटस क्रिस्टल
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ज्योतिष
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
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