शनिवार, 22 अक्टूबर 2016

131 साल बाद आया राजयोग, यह करने पर होगी नोटों की बारिश



131 साल बाद पढ़ा है ऐसा योग। जी हां बताना चाहेंगे गुरु-राहु का यह योग- सन् 2016 दीपावली से पहले रवि पुष्य अमृत सिद्धी योग 23 अक्टूबर, रविवार को 15 घंटे का होगा। इस महामुहूर्त के दौरान धनतेरस व दीपावली से पहले खरीददारी करना शुभ होगा। इसलिए पहले से ही शोपिंग करना शुरू कर दीजिए। इस बार धनतेरस से पहले आने वाला रवि पुष्य नक्षत्र का संयोग श्रीवत्स योग व अहोई अष्टमी, कालाष्टमी एवं सूर्य बुध के एक साथ होने से बनेगा। बुधादित्य राजयोग के साथ बाजार में धन वर्षा कराएगा।


बताना चाहेंगे इस बार दीपावली पर गुरु सिंह राशि में रहेगा और राहु कन्या में रहेगा। यह योग इससे पहले 1884 में बना था। उस समय भी राहु कन्या राशि व गुरु सिंह राशि में था। ऐसा योग दोबारा 131 साल बाद सन 2145 में बनेगा। गुरु सिंह राशि में व राहु कन्या राशि में रहने से लक्ष्मी प्राप्ति के लिए किए गए उपायों में सफलता मिलेगी। राहु की अच्छी स्थिति के कारण इस दिन किए गए तांत्रिक प्रयोग सिद्ध होंगे। तांत्रिको के लिए यह दिन तंत्र-मंत्र कार्यों के लिए बहुत उपयोगी है।


इन योगों से मिलेगा लाभ:- इस बार दीपावली पर सौभाग्य, बुधादित्य व धाता योग बन रहा है। ये तीनों योग बहुत ही विशेष हैं। इन योगों में की गई लक्ष्मी पूजा से हर प्रकार के सुखों की प्राप्ति संभव है। ये योग धन लाभ के लिए भी बहुत शुभ माने गए हैं। अनाज, किराना, धातु व राजनीति से जुड़े लोगों के लिए ये योग बहुत खास रहेंगे।


इस बार दीपावली से एक ऐसा महासंयोग पड़ रहा है, जो सदियों में एक बार आता है। लगातार 15 घंटे होंगे अति शुभ। यों दीपावली से पहले रवि पुष्य अमृत सिद्धि योग 23 अक्टूबर, रविवार को 15 घंटे का होगा। विद्वानों का माना है कि ये महामुहूर्त है ऐसे में इस दौरान धनतेरस व दिवाली से पहले खरीदारी शुभ होगी। धनतेरस से पहले आने वाला रवि पुष्य नक्षत्र का संयोग श्रीवत्स योग व अहोई अष्टमी, कालाष्टमी और सूर्य बुध के एक साथ होने से बनेगा। बुधादित्य राजयोग के साथ बाजार में धन वर्षा कराएगा।




ध्यान रहे इस साल दीपावली से 8 दिन और धनतेरस से 6 दिन पहले रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। इस दिन खरीदारी का विशेष महत्व माना गया है। इस दिन की गई खरीददारी बहुत ही लाभप्रद साबित होगी।


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