नई दिल्ली। सरकार ने होटल और रेस्तरां में लगने वाले सर्विस चार्ज पर कहा है कि “ग्राहक के लिए सर्विस चार्ज देना आवश्यक नही है, ब्लकि यह उपभोक्ता के विवेक पर निर्भर करता है।”
क्या कहना है उपभोक्ता मंत्रालय का
उपभोक्ता मंत्रालय का कहना है कि सर्विस चार्ज देना या नही देना उपभोक्ताओं पर निर्भर है। यदि उन्हें सर्विस पसंद नही आयी है तो उपभोक्ता सर्विस चार्ज देने से इंकार भी कर सकता है।
डिस्पले में लगाई जाए सूचना
उपभोक्ता मंत्रालय ने इस विषय में विभिन्न राज्य सरकारों को कहा है कि “राज्य सरकारें सभी होटल और रेस्तरां को कहें कि सर्विस चार्ज से संबंधित सूचना वह बाकायदा डिस्पले में लगाएं। ताकि सभी उपभोक्ताओं को इसकी जानकारी हो सके।”
बता दें कि अभी तक सभी होटल्स और रेस्तरां 5-20 प्रतिशत तक का सर्विस चार्ज वसूलते ही हैं।
सोमवार, 2 जनवरी 2017
होटल, रेस्तरां में ‘सर्विस चार्ज’ देना अब आपकी इच्छा पर निर्भर
पढ़ाई का विषय हमेशा साइंस रहा। बी एससी इलेट्रॉनिक्स से करने के बाद अचानक पत्रकारिता की तरफ रूझान बढ़ा। नतीजतन आज मेरा व्यवसाय और शौक
दोनों यही बन गए।
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