नोटबंदी के बाद देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के बीच नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा है कि डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, एटीएम और प्वांइट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनें साल 2020 तक देश में बेमानी हो जाएंगी.
उन्होंने कहा, 'यहां काफी कुछ नई चीजें हो रहीं हैं. यही उठापटक देश को आगे ले जाएगी. मेरा मानना है कि अगले ढाई साल में भारत में सभी तरह के डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, एटीएम मशीनें और पीओएस मशीनें पूरी तरह से बेकार हो जाएंगी.'
बेंगलूरू में प्रवासी भारतीयों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए अमिताभ कांत ने कहा कि भारत यह छलांग लगाएगा कि हर भारतीय केवल अपना अंगूठा लगाकर 30 सेकंड में लेनदेन करने लगेगा.
हम इस समय देश में डिजिटल तरीकों से भुगतान को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं. इसमें कई नए तरीकों के सामने आने से काफी उठापटक चल रही है. इस उठापटक के बीच भारत ने बायोमेट्रिक में काफी प्रगति की है, जिससे काफी सफलता मिलेगी.
उन्होंने हाल में जारी ‘भीम’ एप और ‘आधार’ के जरिये होने वाली भुगतान प्रणाली का जिक्र किया.
कांत ने बताया कि भारत व्यापक तौर पर नकदी से चलने वाली अर्थव्यवस्था रही है. अब यहां एक अरब के करीब मोबाइल ग्राहक है और इतने ही बायोमेट्रिक भी हैं. देश को अब औपचारिक अर्थव्यवस्था बनने की जरूरत है. अब तक यहां केवल दो से ढाई प्रतिशत लोग ही टैक्स का भुगतान करते रहे हैं.
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