नई दिल्ली: गूगल आज 19वीं सेंचूरी की प्रसिद्ध लेखिक लुइसा मे अलकॉट का जन्मदिन वूमेन डूडल के साथ मना रहा है। आज गूगल की डिस्पले पर औरतों को लेकर एक आर्ट बनाया गया है। जब उस स्क्रीन पर क्लिक करेंगे तब समझ में आएगा कि उस पेंटिंग का क्या अर्थ है।
उस आर्ट में छोटी सी औरत अलकॉट पहली महिला हैं जिन्होंने लेखिका के तौर पर यह मुकाम हांसिल किया है। उन्होंने अपनी बहन के साथ मिलकर अपनी ऑटोबॉयोग्राफी लिखी। उस किताब में सैकंड़ो लड़कियों के दिलचस्प करेक्टर लिखे।
उनकी लिटिल वूमेन को दो भागों में लिखा। यह किताब बहुत पॉपूलर हुई इसको अच्छी कामयाबी मिली। इस किताब की डिमांड बाजार में इतनी हुई की कलेक्शन लगातार कम पड़ रहा था। उसके बाद अलकॉट ने लिटिल मेन और जॉ बाएज पर भी किताब लिखी। लिटिल वूमेन करीब 150 वर्षों तक बच्चों की क्लासिक कलेक्शन में रही और उसे स्क्रीन पर भी उतारा गया।
अलकॉट ने सिविल वार के दौरान स्वयंसेवक नर्स भी बनी। नारीवाद के लिए एक आजीवन वकील और महिलाओं के मताधिकार के रूप में भी उन्होंने काम किया। वह पहली महिला थी जिन्हें मैसाचुसेट्स में वोट करने का अधिकार मिला। अपने जीवनकाल में उन्होंने कई उपन्यास और लघु कथाएं भी लिखी थी।
अलकॉट को 55 साल की उम्र में गंभीर बिमारी ने जकड़ लिया। वह उस बीमारी से लड़ नहीं पाईं और बॉस्टोन में उनकी मृत्यू हो गई।
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